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TTN ब्रेकिंग_महाराष्ट्र में वोटिंग से पहले नोट ही नोट…देखिए वीडीओ : बीजेपी नेता बांट रहे थे रुपए, आरोप कि 5 करोड़ रुपए लाए थे उधर शिंदे गुट के नेता के होटल कमरे से मिले 2 करोड़

TTN Desk

महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव से ठीक एक दिन पहले यानि मंगलवार (19 नवंबर) को राज्य में एक नए विवाद ने जन्म लिया है। बहुजन विकास आघाडी ने भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता और राष्ट्रीय महासचिव विनोद तावड़े पर पैसे बांटने के गंभीर आरोप लगाए हैं। पालघर के नालासोपारा विधानसभा क्षेत्र में एक होटल के बाहर बहुजन विकास आघडी कार्यकर्ताओं ने जमकर हंगामा किया। बीवीए कार्यकर्ताओं का आरोप है कि तावड़े पांच करोड़ रुपये लेकर बांटने आए थे। लेकिन महासचिव ने इस आरोपों को झूठा करार दिया है। उन्होंने कहा कि- यह पैसे उनके नहीं थे। साथ ही, उन्होंने पुलिस और चुनाव आयोग (इलेक्शन कमीशन) को इस मामले की जांच के लिए भी कहा है।

O तावड़े को उद्धव ने घेरा

शिवसेना (यूबीटी) अध्यक्ष उद्धव ठाकरे ने इस मामले पर तावड़े को जमकर घेरा है। ठाकरे ने कहा कि मेरे बैग की चेकिंग हुई थी, उससे कुछ नहीं मिला। लेकिन बीजेपी नेता के पास से पैसे मिले हैं। आपको बता दें कि, इस घटना से जुड़ा एक वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है।

O कांग्रेस ने बीजेपी को घेरा

विपक्ष दल कांग्रेस ने बीजेपी को लपेटे में लेते हुए कहा- BJP के राष्ट्रीय महासचिव विनोद तावड़े महाराष्ट्र के एक होटल में पैसे बांटते हुए पकड़े गए हैं। विनोद तावड़े बैग में भरकर पैसे लेकर गए थे और वहां पर लोगों को बुला-बुलाकर पैसे बांट रहे थे। ये खबर जब जनता को पता चली तो भारी हंगामा हो गया। पैसों के साथ विनोद तावड़े के कई वीडियो सामने आ रहे हैं। महाराष्ट्र में वोटिंग होने वाली है, उससे ठीक पहले BJP के नेता पैसों के दम पर चुनाव को प्रभावित करने में लगे हैं। इसमें कार्यकर्ताओं से लेकर बड़े-बड़े नेता तक शामिल हैं। चुनाव आयोग को इस मामले में संज्ञान लेना चाहिए और सख्त कार्रवाई करनी चाहिए।

O होटल से चुनाव आयोग n बरामद किए 2 करोड़, शिंदे गुट के नेता जयंत साठे का था कमरा

इधर

नासिक में एक होटल से चुनाव आयोग ने 2 करोड़ की रकम बरामद की है. जानकारी के मुताबिक जिस कमरे से ये रकम मिली उसमें एकनाथ शिंदे गुट के नेता जयंत साठे ठहरे हुए थे. फिलहाल इस खबर के अधिक विवरण की प्रतीक्षा की जा रही है. महाराष्ट्र की सियासत में पिछले दिनों जो कुछ घटा, उसकी वजह से इस बार राज्य का चुनाव बेहद रोमांचक हो चला है. ऐसे में हर किसी की नजरें इसी बात पर लगी है कि आखिर महाराष्ट्र में बाजी किसके हाथ लगेगी.

महाराष्ट्र में विधानसभा चुनाव 20 नवंबर को होंगे और मतों की गिनती 23 नवंबर को होगी. वोटर्स को लुभाने के लिए हर पार्टी जी तोड़ मेहनत कर रही है. एक तरफ महाविकास अघाड़ी चुनाव से पहले ही अपनी जीत को लेकर आश्वस्त दिख रही है. वहीं महायुति गठबंधन को राज्य में सरकार बनाने का पूरा भरोसा है. महायुति में एकनाथ शिंदे की पार्टी, अजित पवार की एनसीपी और बीजेपी शामिल है.

बड़ा दावा:6 महीने नहीं सोता था कुंभकरण और वह तो बड़ा…रावण के भाई को लेकर राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ये बोलीं…

फोटो:दीक्षांत समारोह में उपाधि देती हुई राज्यपाल आनंदी बेन पटेल

TTN Desk

उत्तर प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने रामायण के पात्र कुंभकरण को लेकर एक बड़ा दावा किया है. उन्होंने कुंभकरण को टेक्नोक्रेट बताते हुए कहा कि वह तकनीकी का विशेषज्ञ था. वह 6 महीने सोता नहीं था बल्कि गुप्त तरीके से रिसर्च करके यंत्र बनाता था. राज्यपाल ने कहा कि रावण ने यह बात छिपाने के लिए ये झूठ फैलाया था कि कुंभकरण 6 महीने सोता है. उन्होंने कहा कि यह नॉलेज हमारे पास नहीं है लेकिन किताबों में सब लिखा है.

O दीक्षांत समारोह के उद्बोधन में दिया ये ज्ञान

दीक्षांत समारोह में पहुंची थीं राज्यपाल
जानकारी के मुताबिक, उत्तर प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल लखनऊ के ख्वाजा मोइनुद्दीन चिश्ती भाषा विश्वविद्यालय के 9वें दीक्षांत समारोह में पहुंची थी. इस दौरान उन्होंने कहा कि रामायण में कुंभकरण टेक्नोक्रेट था. वह 6 महीने सोता नहीं था बल्कि गुप्त तरीके से रिसर्च करके यंत्र बनाता था . रावण उसको ऐसा करने के लिए कहता था. रावण ने लोगों से यह बात छिपाने के लिए अफवाह उड़ाई थी कि कुंभकरण 6 महीने सोता है. उन्होंने कहा कि लोगों को यह नहीं पता है कि रावण ने किस विमान से सीता का अपहरण किया था. क्या कभी आपने सोचा है.

O पहले अधिकारियों को फटकार को ले चर्चा में आई थी

इससे पहले भी आनंदीबेन पटेल का एक वीडियो चर्चा में आया था जब उन्होंने अधिकारियों को फटकार लगाई थी. दरअसल, उत्तर प्रदेश सरकार ने एक बड़े वृक्षारोपण अभियान का आयोजन किया था, जिसके तहत राज्य में 36.51 करोड़ पौधे लगाए गए. इसके लिए प्रदेश के कई जिलों में वन विभाग के सहयोग से प्लांटेशन ड्राइव आयोजित की गई थी. यूपी की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल वृक्षारोपण अभियान में शामिल होने के लिए सीतापुर पहुंची थीं. लेकिन यहां पर्याप्त व्यवस्था नहीं होने पर वह अधिकारियों पर भड़क गईं थीं.

TTN ब्रेकिंग:रायपुर में डबल मर्डर,चाकू से गोद डाला

रायपुर। राजधानी रायपुर के विधानसभा इलाके में डबल मर्डर की वारदात से सनसनी फैल गई है, जहां सड्डू शराब भट्टी के बाहर 3 बदमाशों ने हरीश साहू और हेमलाल देवांगन नामक दो युवकों की पुरानी रंजिश के चलते चाकू से गोदकर हत्या कर दी और मौके से फरार हो गए। घटना के बाद आरोपियों की तलाश में पुलिस जुटी हुई है।

केबीसी:रायगढ़ के निशांत ने जीते 25 लाख,मंगलवार को होगा उनसे 50 लाख का सवाल


TTN Desk

कौन बनेगा करोड़पति में आज सोमवार को प्रसारित एपिसोड में रायगढ़ के युवा निशांत जायसवाल ने 25 लाख रुपए जीत लिए है।शो के प्रस्तोता अमिताभ बच्चन ने उनसे सवाल किया कि सुरसेन महाजनपद की राजधानी कौन सा शहर था,जिसका सही जवाब मथुरा बता कर निशांत ने 25 लाख जीते।50 लाख का सवाल आने के पहले ही आज का खेल खत्म होने का हूटर बज गया।अब कल मंगलवार का खेल निशांत से 50 लाख के सवाल के साथ शुरू होगा।निशांत रायगढ़ में रेशम विभाग में कार्यरत है और पी एस सी की तैयारी कर रहे।उनके पिता एक छोटी सी पान दुकान चला कर गुजर बसर करते है।शो पर निशांत अपनी मां के साथ आए।

TTN ब्रेकिंग:महाराष्ट्र के पूर्व गृहमंत्री के काफिले पर हमला, सिर फूटा

नागपुर।महाराष्ट्र के पूर्व गृह मंत्री और एनसीपी शरद गुट के नेता अनिल देशमुख पर सोमवार की रात हमला हुआ है. इस हमले में वो जख्मी हो गए हैं. उनका सिर फट गया है. प्रचार के आखिरी दिन

देशमुख नागपुर काटोल में चुनावी सभा को संबोधित करके वापस लौट रहे थे. इसी दौरान उनकी गाड़ी पर पथराव हुआ.काटोल से देशमुख के बेटे सलिल चुनाव लड़ रहे है। पथराव किसने किया, अभी ये स्पष्ट नहीं है. पुलिस मामले की जांच कर रही है.

TTN ब्रेकिंग…सीजीपीएससी घोटाला: पूर्व चेयरमैन सोनवानी और उद्योगपति गोयल को सीबीआई ने गिरफ्तार किया

रायपुर। सीजीपीएससी घोटाले में पूर्व चेयरमैन टामन सिंह सोनवानी और बजरंग पावर के डायरेक्टर एसके गोयल को सीबीआई ने गिरफ्तार कर लिया है। यह पीएससी घोटाला वर्ष 2021 से जुड़ा है जिसमें अधिकारियों, कांग्रेस नेताओं और प्रभावशाली लोगों के 18 रिश्तेदारों का डिप्टी कलेक्टर रैंक पर चयन किया गया था।

भाजपा नेता व पूर्व गृहमंत्री ननकीराम कंवर ने हाई कोर्ट में याचिका दायर कर कार्रवाई की मांग की थी। सोनवानी पर 45 लाख रुपये रिश्वत लेने का आरोप है। दूसरी तरफ गोयल के बहू और बेटे पीएससी में चयनित हुए थे। हाई कोर्ट के निर्देश पर सरकार ने मामले की सीबीआइ जांच की अनुमति दी थी।

TTN ब्रेकिंग _ सीबीआई रेड:इंटक नेता और व्यवसाई के यहां जांच, एसईसीएल मुआवजा में गड़बड़ी से जुड़ा है मामला

फोटो:श्यामू जायसवाल के घर के बाहर तैनात सुरक्षा कर्मी,श्यामू जायसवाल की फाइल फोटो

0 एसईसीएल और राजस्व विभाग के भी अधिकारी कर्मचारी है रडार पर

मनोज शर्मा
कोरबा। एसईसीएल की दीपका क्षेत्र में जमीन अधिग्रहण में हुई गड़बड़ी की शिकायत पर सीबीआई ने जांच शुरू कर दी है।सोमवार की सुबह सीबीआई की टीम ने बहुचर्चित श्यामू जायसवाल और राजेश जायसवाल के घर और दफ्तर पर छापा मारा।घर के सदस्यों को अंदर ही रोक लिया गया है और उनके मोबाइल फोन भी ले लिए गए है।

उक्त दोनों से संबंधित ऐसे अनेक प्लॉट कोयला खदान विस्तार के लिए खास कर जो मलगांव इलाके में है को अधिग्रहीत किया गया है,की जांच मुख्य रूप से की जा रही है।सूत्रों के मुताबिक इस जांच के दायरे में जमीन अधिग्रहण से जुड़े एस ई सी एल के अमले विशेष रूप से रेवेन्यू डिपार्टमेंट और राज्य शासन के कटघोरा तहसील के राजस्व विभाग के भी अधिकारी,कर्मचारी भी है।इनमें कटघोरा एस डी एम ऑफिस के एक चर्चित बाबू जो कि हाइवे जमीन अधिग्रहण में भी बेहद चर्चा में रहा पर नजर है।

O जांच के केंद्र में मलगांव का भू अधिग्रहण

साउथ ईस्टर्न कोलफील्ड्स लिमिटेड (एसईसीएल) के दीपका क्षेत्र में केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) ने आज तड़के मुआवजा वितरण में गड़बड़ी की शिकायतों पर बड़ी कार्रवाई की। सीबीआई की टीम ने सुबह 6 बजे दीपका निवासी राजेश जायसवाल पिता उदय नारायण जायसवाल और हरदीबाजार निवासी श्यामू जायसवाल पिता परमात्मा जायसवाल के घर छापेमारी की। दोनों स्थानों पर कड़ी सुरक्षा के बीच दस्तावेजों की गहन जांच की जा रही है।
आरोप हैं कि प्रभावित परिवारों को सही मुआवजा नहीं मिला, जबकि कुछ अपात्र लोगों को अनुचित लाभ पहुंचाया गया। इससे पहले भी मुआवजा वितरण में गड़बड़ियों की शिकायतें सामने आई थीं। जानकारी के मुताबिक श्यामू जायसवाल अपने इलाज के लिए बाहर होने के कारण टीम को नहीं मिला।वहीं बताया गया है कि टीम ने दस्तावेज जब्त किए हैं, जिनकी जांच जारी है। फिलहाल सीबीआई अधिकारियों ने कोई जानकारी नहीं दी है।

O जमीन अधिग्रहण के अलावा भी है चर्चा में

इस कार्रवाई ने दीपका और हरदीबाजार क्षेत्रों में खलबली मचा दी है।श्यामू जायसवाल कहने को तो इंटक का जिलाध्यक्ष है किंतु उसका नाम कोयला,डीजल के अवैध कारोबार में ज्यादा चर्चा में रहा है।जमीन अधिग्रहण के मामले में यह लंबे समय से जुटा रहा है,जिसमें एस डी एम बाबू की भी मिलीभगत रही है।यदि इस मामले की सही ढंग से जांच हो गई तो यह ऐसा बड़ा मामला निकलेगा जिसमें एस ई सी एल के मुआवजा वितरण में करोड़ों की गड़बड़ी उजागर होगी।

जलगांव रैली के दौरान गोविंदा की तबियत बिगड़ी,हेलीकॉप्टर से मुंबई लौट अस्पताल में भर्ती…जानिए क्यों होता है सीने में दर्द

फाइल फोटो:पैर में गोली लगने के बाद अस्पताल से डिस्चार्ज हो घर लौटते समय गोविंदा

TTN Desk

फिल्म अभिनेता गोविंदा की तबीयत खराब होने के बाद उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया है। गोविंदा शनिवार को महाराष्ट्र के जलगांव जिले में सीएम शिंदे के लिए एक प्रचार रैली कर रहे थे जहां अचानक उनकी तबीयत खराब हो गयी। तबीयत बिगड़ते ही गोविंदा को तुरंत हेलीकॉप्टर से मुंबई लौटना पड़ा । उन्हें अस्पताल में भर्ती करा दिया गया।

मिली जानकारी के अनुसार, जलगांव में रोड शो के दौरान गोविंदा को सीने में अचानक तेज दर्द महसूस हुआ था जिसके बाद उन्हें अस्पताल ले जाना पड़ा। बताया जा रहा था कि गोविंदा को बहुत अधिक थकान महसूस हो रही थी और इसी वजह उन्हें असुविधा भी हो रही थी।

O कुछ दिनों पहले ही लगी थी पैर में गोली

1 अक्टूबर की सुबह गोविंदा को पैर में गोली लगी थी। गोविंदा घर में अकेले थे और उन्हें एक प्रोग्राम के लिए कोलकाता रवाना होना था। इसी दौरान घर में रखी रिवॉल्वर साफ करते हुए हादसा हो गया था। गोविंदा ने गन साफ कर अलमारी में रखी, तभी गन गिर गई और मिसफायरिंग से गोली उनके पैर में लगी। उन्हें मुंबई के क्रिटी केयर अस्पताल में एडमिट किया गया था। 3 दिनों बाद उन्हें अस्पताल से डिस्चार्ज कर दिया गया था।

O क्यों उठता है सीने में अचानक दर्द?

चेस्ट पेन या छाती में दर्द को हार्ट अटैक और हृदय से जुड़ी अन्य स्थितियों से जोड़कर देखा जाता है। हालांकि, हर बार सीने में दर्द उठने के पीछे केवल हृदय संबंधी स्थितियां नहीं होतीं। छाती में दर्द के कई कारण हैं और हर किसी को चेस्ट पेन का अनुभव भी अलग-अलग तरह का होता है। इसी तरह सीने में दर्द आपकी छाती के अलग-अलग हिस्सों में महसूस हो सकता है। हालांकि, किसी भी तरह से सीने में दर्द को नजरअंदाज नहीं करना चाहिए क्योंकि, इसके परिणाम गम्भीर हो सकते हैं।

सीने में दर्द होना सिर्फ हार्ट अटैक नहीं बल्कि इस गंभीर बीमारी का भी हो सकता है, ऐसे करें लक्षणों की पहचान

O इनडाइजेशन

कई बार खाना खाने के बाद लोगों को सीने में तेज दर्द महसूस होता है। यह एसिडिटी और अपच की वजह से हो सकता है।

O मसल्स में दर्द
सीने में अगर बार-बार और एक ही जगह या एक ही तरह का दर्द महसूस हो रहा हो तो यह मांसपेशियों में दर्द के कारण हो सकता है।

O हार्ट अटैक

दिल का दौरा पड़ने पर भी चेस्ट पेन महसूस हो सकता है। इसमें सीने में अचानकर तेज दर्द और बेचैनी जैसी परेशानियां हो सकती हैं। वहीं, हार्ट अटैक आने पर आपको सीने में बहुत अधिक प्रेशर, जकड़न और भारीपन भी महसूस हो सकता है। चेस्ट पेन के साथ हार्ट अटैक से जुड़े कुछ और भी लक्षण आपको महसूस हो सकते हैं जैसे-
हाथों में दर्द
जबड़े में दर्द और दांतों में दर्द
पीठ और पेट में दर्द
अचानक तेज पसीना आना (Excessive sweating) और सांस फूलना

O एनजाइना

एनजाइना की स्थिति में भी आपको सीने में तेज दर्द की शिकायत हो सकती है। यह एक ऐसी स्थिति है जिसमें हार्ट तक ऑक्सीजन और रक्त सही मात्रा में नहीं पहुंच पाता। इससे आपको छाती में जकड़न और दबाव के साथ-साथ पेट और पीठ में दर्द जैसी परेशानियां हो सकती हैं। इनजाइना में हार्ट अटैक से मिलते-जुलते कुछ लक्षण भी दिखायी दे सकते हैं जैसे पसीना आना या सांस लेने से जुड़ी परेशानियां।

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Disclaimer : प्र‍िय पाठकों यह आर्ट‍िकल केवल सामान्‍य जानकारी और सलाह देता है। यह किसी भी तरह से चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है। इसल‍िए अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श जरूर करें।
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कौन बनेगा मुख्यमंत्री:फडणवीस के बाद अब शिंदे भी बोले मै सीएम की रेस में नहीं पर बनेगा सीएम महायुति का ही

फाइल फोटो:शिंदे और फडणवीस

TTN Desk

महाराष्ट्र में विधानसभा चुनाव के लिए वोटिंग 20 नवंबर को होगी। अब मतदान का दिन करीब आता जा रहा है और सियासत चरम पर है। वोटिंग से ठीक दो दिन पहले सीएम एकनाथ शिंदे ने रविवार को बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा कि वो सीएम पद की रेस में कहीं नहीं हैं। न्यूज एजेंसी आजतक से बातचीत में शिंदे ने कहा कि ये भी तय है कि सीएम महायुति का ही होगा लेकिन मैं किसी रेस में नहीं। बता दें कि इससे ठीक एक दिन पहले ही महाराष्ट्र के डिप्टी सीएम देवेंद्र फडणवीस ने भी न्यूज एजेंसी एएनआई से बातचीत में भी यही बात कही थी। तो अब महायुति की सरकार बनी तो सीएम कौन होगा, इसपर अभी से सस्पेंस शुरू हो गया है।

O फडणवीस ने कहा था-मैं सीएम रेस में नहीं

फडणवीस ने 16 नवंबर को एएनआई को दिए इंटरव्यू में कहा था कि एनसीपी (SP) चीफ शरद पवार परिवार और पार्टी तोड़ने में महारथी हैं। एनसीपी और शिवसेना अपनी अति महत्वाकांक्षाओं के कारण टूटीं।क्योंकि उद्धव सीएम बनना चाहते थे, इसलिए उन्होंने हमसे नाता तोड़ लिया। मुख्यमंत्री बनने के बाद वे आदित्य ठाकरे को आगे लाना चाहते थे, इसलिए उन्होंने एकनाथ शिंदे को सफोकेट करने की कोशिश की।उद्धव ठाकरे के लिए भाजपा के दरवाजे बंद हो चुके हैं। महाराष्ट्र में पार्टी भविष्य में भी कभी उनके साथ नहीं जाएगी। शिंदे को सीएम बनाने की जानकारी मुझे पहले से थी। मैं मुख्यमंत्री या अध्यक्ष किसी भी रेस में नहीं हूं।

O शिंदे ने पीएम मोदी के नारे का किया समर्थन

सीएम शिंदे ने कांग्रेस पर जमकर तंज कसा और कहा कि कांग्रे की नीति फूट डालो राज करो की है। राहुल गांधी, बाला साहेब ठाकरे को हिंदू हृदय सम्राट कब कहेंगे? बालासाहेब ठाकरे खुद कहते थे कि मैं अपनी पार्टी को कभी भी कांग्रेस की पार्टी नहीं बनने दूंगा, लेकिन उद्धव ठाकरे खुद के स्वार्थ और मुख्यमंत्री बनने के लिए कांग्रेस के साथ चले गए। शिंदे ने इसके साथ ही पीएम मोदी के ‘एक हैं तो सेफ हैं’ नारे का भी समर्थन किया।

मणिपुर हिंसा: चुनावी दौरा छोड़ शाह दिल्ली आए,सुरक्षा की समीक्षा की इधर एनपीपी ने सरकार से समर्थन वापस लिया,सरकार अभी खतरे में नहीं

मणिपुर में NPP ने बीजेपी से समर्थन वापस लिया, खतरे में एन बीरेन सिंह की सरकार?

TTN Desk

मणिपुर में एक बार फिर से हिंसा भड़क उठी है. कई इलाकों में अनिश्चितकाल के लिए कर्फ्यू लगा दिया गया है. इस बीच एनपीपी ने बीजेपी से समर्थन वापस ले लिया है. जिससे राजनीतिक सरगर्मी तेज हो गई है.

O चुनावी दौरे छोड़ अमित शाह दिल्ली आए , सुरक्षा की समीक्षा की

मणिपुर में बढ़ती हिंसा के बीच, गृहमंत्री अमित शाह ने उच्च स्तरीय बैठक बुलाई और सुरक्षा व्यवस्था का जायज़ा लिया। मुख्यमंत्री के आवास पर हमले और कर्फ्यू के बाद स्थिति तनावपूर्ण बनी हुई है।

गुरुवार को शुरू हुई हिंसा ने शनिवार को खतरनाक रूप धारण कर लिया। शनिवार को हजारों की भीड़ ने न केवल मुख्यमंत्री एन.बीरेन सिंह के निजी आवास पर हमला किया बल्कि कई विधायकों-मंत्रियों के घरों पर भी धावा बोला। स्थितियां खराब होती देख इंफाल में कर्फ्यू लगा दिया गया है। उधर, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने अपने सारे चुनावी कार्यक्रम रद्द कर रविवार देर शाम को अशांत मणिपुर की स्थितियों पर हाईलेवल मीटिंग कर सुरक्षा का रिव्यू किया।

रविवार की शाम को सीनियर अफसरों संग गृहमंत्री की मीटिंग
मणिपुर में बढ़ते संकट के मद्देनजर गृह मंत्री अमित शाह ने रविवार को दिल्ली में वरिष्ठ अधिकारियों की बैठक बुलाई। मीटिंग में मणिपुर में सुरक्षा स्थिति की समीक्षा की गई।

मणिपुर में भड़की हिंसा के मद्देनजर नेशनल पीपुल्स पार्टी (NPP) ने भाजपा नीत सरकार से रविवार को समर्थन वापस ले लिया. एनपीपी ने बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा को पत्र लिखा और कहा, एन बीरेन सिंह सरकार राज्य में जातीय हिंसा को नियंत्रित करने और शांति स्थापित करने में विफल रही है. मौजूदा स्थिति को देखते हुए एनपीपी ने तत्काल प्रभाव से सरकार से अपना समर्थन वापस लेने का फैसला किया है.

O समर्थन वापस लेने से एन बीरेन सिंह सरकार पर कितना पड़ेगा प्रभाव

एनपीपी के समर्थन वापस लेने से सबकी नजर मणिपुर की एन बीरेन सिंह सरकार पर टिकी है. सवाल उठ रहा है कि समर्थन वापसी के बाद क्या मणिपुर की बीजेपी सरकार अल्पमत में आ जाएगी. 2022 में हुए विधानसभा चुनाव के रिजल्ट पर एक नजर डालें, तो बीजेपी ने 60 में कुल 32 सीटों पर कब्जा किया था. जबकि कांग्रेस ने 5, जदयू को 6, नागा पीपुल्स फ्रंट को 5 और नेशनल पीपुल्स पार्टी ने 7 सीटों पर जीत दर्ज की थी. कुकी पीपुल्स एलायंस ने 2 और 3 सीटें निर्दलीय ने जीता था.

O जादुई आंकड़ा 31,सरकार को खतरा नहीं

मणिपुर में बहुमत का आंकड़ा 31 सीट है. बीजेपी के पास कुल 32 सीटें हैं, जो बहुमत से एक सीट अधिक है. जबकि जदयू के 6 में से 5 विधायक बीजेपी में शामिल हो चुके हैं. वैसे में बीजेपी के पास कुल 37 सीटें हैं. इस तरह एनपीपी के समर्थन वापस लेने के बाद भी एन बीरेन सिंह सरकार पर कोई खतरा नहीं है.

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