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राम दरबार मंदिर परिसर में हुआ रावण दहन,पूर्व मंत्री जयसिंह रहे मुख्य अतिथि,नौ दिन हुआ रंगारंग रास गरबा

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कोरबा:- पूर्व मंत्री जयसिंह अग्रवाल ने राम दरबार मंदिर में आयोजित रावण दहन कार्यक्रम में अपनी उपस्थिति दर्ज कराते हुए रावण दहन किया।यहां 60 फीट ऊंचा रावण पुतला बनाया गया था।इस मौके पर महापौर राजकिशोर प्रसाद, सभापति श्यामसुंदर सोनी, मंदिर कमेटी के अध्यक्ष जे पी अग्रवाल, आयोजन समिति के पदाधिकारी सहित भारी संख्या में क्षेत्रवासी उपस्थित थे।आकर्षक आतिशबाजी की गई।

अध्यक्ष जयप्रकाश अग्रवाल ने आभार जताया

समिति के अध्यक्ष जयप्रकाश (जे पी) अग्रवाल ने कहा है कि आयोजन को सफल बनाने में राम दरबार समिति के सभी पदाधिकारी एवं सदस्यो का सहयोग “मां दुर्गा पूजा एवम दशहरा उत्सव” में रहा।जिसके परिणाम स्वरूप ही कार्यक्रम का आयोजन सफल हुआ। कार्यक्रम को सफल बनाने में जिन्होंने भी प्रत्यक्ष-अप्रत्यक्ष सहयोग दिया उन सभी का बहुत बहुत आभार।

समिति के पदाधिकारी ,सदस्यों ने दी सक्रिय भागीदारी

श्रीराम दरबार दुर्गा पूजा एवं दशहरा उत्सव समिति द्वारा आयोजित इस दुर्गोत्सव रास गरबा आयोजन को सफल बनाने हेतु सचिव गुलशन अरोरा,सह सचिव रवि अग्रवाल,कोषाध्यक्ष अशोक चावलानी ,सह कोषाध्यक्ष गोपाल अग्रवाल,भोग प्रसाद प्रभारी मुकेश अग्रवाल,सुदामा कलवानी एवम सभी पदाधिकारी एवम कार्यकारणी सदस्यों ने अपनी सक्रिय भागीदारी दी।

महिला टीम ने किया कुशल संयोजन

महिला टीम ने रास गरबा के दौरान विभिन्न कार्यक्रमों का कुशलता के साथ संयोजन किया।जिसमें महिला सदस्यों ने बढ़ चढ़ कर हिस्सा लिया। रास गरबा में विभिन्न प्रांतों की परम्परागत वेशभूषा,मटकी दीपक सिर पर ले गरबा,कृष्ण राधा रूप धरो आदि में महिलाओं और बच्चों ने बढ़ चढ़ कर भागीदारी ले आयोजन की शोभा बढ़ाई।विजई प्रतिभागियों को समिति की ओर से पुरुस्कृत किया गया।

छत्तीसगढ़ : बीफ बांटने वाले 3 आरोपी गिरफ्तार,पशु क्रूरता अधिनियम के तहत कार्रवाई

कोरबा। कोरबा जिले के बीहड़ वनांचल में स्थित लाम पहाड़ इलाके में बीफ (गाय का मांस )40 ,50 ग्रामीणों में बांटा गया। जिन्होंने इसका सेवन किया।यह मामला रविवार का था और सोमवार सुबह लोगों के बीच चर्चा में आ गया। कुछ लोगों ने इसकी जानकारी पुलिस को भी दे दी ।इसकी सूचना लेमरू थाने की पुलिस को भी मिल गई।वहां के प्रभारी जितेंद्र यादव ने वरिष्ठ अधिकारियों को इसकी जानकारी दी।अब पुलिस ने 3 लोगों को गिरफ्तार किया है।

गौरक्षा के कार्य से जुड़े लोगों ने बताया कि सुबह करीब 10-11 बजे का यह मामला है। स्थानीय पुलिस की कोई प्रतिक्रिया देखने और सुनने को नहीं मिल रही है। पुलिस के हाथ प्रमाण लग चुके हैं। यह बात फैलने के साथ-साथ आक्रोश भी देखा जा रहा है।इनका आरोप है कि बालको इलाके में मांस की सप्लाई भी होती है।

पुलिस ने तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया

एएसपी नेहा वर्मा के मुताबिक रविवार को लेमरू थाना क्षेत्र में यह मामला सामने आया था। जहां पुलिस के मामले को गंभीरता से लेते हुए तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया है। उनसे पूछताछ की जा रही है। तीनों के खिलाफ पशु क्रूरता अधिनियम के तहत मामला दर्ज कर कार्रवाई की जा रही है।

मुनिश्री से ‎बदसलूकी पर जैन परिवार समाज से निष्कासित : लापता बेटी के बारे में नहीं बताने पर अभद्रता की, मुनि का शिष्य भी गायब

TTN Desk

मध्यप्रदेश स्थित छतरपुर के घुवारा‎ नगर में चातुर्मास कर रहे जैन ‎मुनियों में शामिल विश्रांत सागर ‎‎महाराज से जैन समाज के ही एक ‎‎परिवार के सदस्यों ने शनिवार को बदसलूकी कर दी। इससे आहत होकर, सभी जैन ‎मुनि और उनके समर्थक नगर के ‎‎जबलपुरी तिराहे के पास अनशन‎ पर बैठ गए। इसके बाद जैन समाज ‎के अन्य लोग भी अनशन में‎ शामिल हो गए। पुलिस ने मौके पर ‎‎पहुंचकर जैन मुनियों से बातचीत‎ कर संबधित लोगों पर कार्रवाई करने ‎‎का आश्वासन दिया। इसके बाद ‎‎अनशन समाप्त हुआ।‎

जैन मंदिर में कर रहे मुनिश्री चातुर्मास

बता दें कि चतुर्मास के चलते जैन मुनि‎नगर के जैन मंदिर में रुके हैं।‎ शनिवार सुबह जैन मुनि मंदिर ‎परिसर में थे। इसी दौरान घुवारा‎ नगर के ही जैन परिवार के सदस्य ‎पहुंचे। जिनके परिवार की बेटी लापता ‎है। वे जैन मुनि से बेटी के संबंध‎ में ही जानकारी लेना चाह रहे थे। ‎मुनिश्री ने बेटी की घटना के संबंध ‎में अनभिज्ञता जाहिर की। इस पर ‎‎‎‎‎‎‎‎‎‎‎‎‎‎‎‎‎‎‎‎‎‎‎‎‎‎‎‎‎‎‎‎‎परिजन बौखला गए और धक्का ‎मुक्की, गाली-गलौज करने लगे। ‎उन्होंने मुनिश्री से बदसलूकी कर दी।

4 घंटे अनशन पर बैठे रहे मुनि श्री

इसके बाद मुनि विश्रांत सागर ‎महाराज व अन्य मुनि अनशन पर‎ बैठ गए। वे सुबह 6 बजे से 10 ‎बजे तक धरना पर बैठे रहे।‎ पुलिस से मिली जानकारी के‎ मुताबिक लड़की शुक्रवार दोपहर‎ से गायब बताई जा रही है। परिजन‎‎‎‎‎‎‎‎‎‎‎‎‎‎‎‎‎‎‎‎‎‎‎‎‎‎‎‎‎‎‎‎‎ ने नगर सहित आसपास क्षेत्र में ‎लड़की को ढूंढने का प्रयास किया, ‎‎जब कहीं पता नहीं लगा तो ‎सीसीटीवी कैमरे चेक किए, जिसमें‎ वह चार पहिया वाहन से एक‎ युवक के साथ जाते हुए दिखी। वह ‎‎युवक जैन मुनि विश्रांत सागर‎ महाराज के आयोजन में फोटोग्राफी‎ कर रहा था। लड़का-लड़की ‎‎लापता है।‎

सामूहिक आवेदन‎ पर FIR दर्ज‎

जैन मुनियों के अनशन पर बैठने की‎ जानकारी अधिकारियों तक पहुंचने‎ के बाद बड़ामलहरा एसडीओपी,‎ तहसीलदार कपिल शर्मा,‎ भगवा थाना प्रभारी रामस्वरूप‎ उपाध्याय, पुलिस उप थाना‎ प्रभारी प्रमोद कुमार रोहित पुलिस‎ बल के साथ मौके पर पहुंचे। जहां‎ जैन मुनियों से घटना के बारे में‎ जानकारी ली और निष्पक्ष कार्रवाई ‎करने का आश्वासन दिया।
आरोपियों‎ को हिरासत में ले लिया गया, तब‎ कहीं जैन मुनि और जैन समुदाय के ‎लोग अनशन से उठे। इसके बाद जैन ‎समुदाय के लोग नगर के पुलिस‎ उप थाना पहुंचे जहां पर समूचे जैन‎ समुदाय की ओर से दिए गए‎ शिकायती आवेदन के आधार पर‎ घटना में संलिप्त कुल आठ लोगों पर‎ मारपीट, गाली-गलौज और जान से‎ मारने की धमकी सहित विभिन्न‎ धाराओं के तहत मामले को पंजीबद्ध‎ किया है।‎

अभद्रता करने वाले 8 गिरफ्तार,लड़की और मुनि के शिष्य की तलाश

घुवारा उप थाना प्रभारी प्रमोद रोहित ने बताया कि जैन समाज के लोगों की शिकायत पर 8 लोगों खिलाफ नामजद FIR दर्ज की गई थी। उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया है। लड़की मुनि के शिष्य के साथ गई है, उसकी तलाश की जा रही है। शिष्य मुनि के साथ 2 साल से रह रहा था।

जैन समाज ने की निंदा

निर्णय की जानकारी सकल क्षेत्रीय जैन समाज की ओर से पत्र जारी करके समाजजनों के बीच साझा की गई है। इसमें कहा गया है कि वैद्य राजेंद्र कुमार, महेंद्र कुमार, जिनेंद्र कुमार, सुरेंद्र कुमार, नरेंद्र कुमार एवं उनके पूरे परिवारजनों ने मुनि विशांत सागर महाराज पर मिथ्या आरोप लगाया। मुनि के साथ अभद्रता और मारपीट की। संपूर्ण जैन समाज इस कृत्य की निंदा करता है।

10 साल के लिए निष्कासित

सर्वसम्मति से निर्णय कर आगामी 10 साल तक आरोपितों को जैन समाज से निष्कासित किया जाता है। ये और इनके परिवार के जो लोग सामाजिक व धार्मिक समिति में विभिन्न पदों पर हैं, उन्हें सभी समितियों से पृथक माना जाएगा। नहीं देंगे तो इस्तीफा मान लिया जाएगा।
उनको और उनके परिवार को पूजा कार्य में नहीं बुलाए जाने का निर्णय लिया गया है। अगर घुवारा क्षेत्रीय समाज के लोग इन्हें बुलाते हैं तो वे भी दोषी होंगे। भविष्य में यदि कभी आरोपित लोगों को समाज से जुड़ना होगा तो इसी तरह समाज की बैठक जोड़कर ही निर्णय लिया जाएगा

टी कॉफी आउटलेट का शुभारंभ:बालको एवं बिहान के संयुक्त प्रयास से महिलाएं बन रही हैं आत्मनिर्भर

बालकोनगर, 14 अक्टूबर 2024। कोरबा कलेक्ट्रेट में मुख्य अतिथि श्रीमती रीना अजय जायसवाल, जिला पंचायत उपाध्यक्ष, कोरबा और श्री चिराग ठक्कर जिला कार्यक्रम प्रबंधक ने टी एवं कॉफी आउटलेट ‘उनाटी’ का उद्घाटन किया। छत्तीसगढ़ में संचालित ग्रामीण आजीविका मिशन ‘बिहान’ के सहयोग से बालको की उन्नति परियोजना के माइक्रो एंटरप्राइज ‘उनाटी’ के स्टॉल की शुरूआत की गई। स्वयं सहायता समूह (एसएचजी) की महिलाएं कलेक्ट्रेट में विभिन्न फ्लेवर की चाय, कॉफी और नाश्ता बेचेंगी। बिहान और बालको द्वारा एसएचजी महिलाओं को सामाजिक और आर्थिक रूप से सशक्त बनाने और उनके बेहतर जीवनशैली को सुनिश्चित करने की दिशा में यह एक मजबूत कदम है।

कलेक्ट्रेट परिसर में उन्नति परियोजना के अंतर्गत आउटलेट ‘उनाटी’ को ग्राम नकटीखार की मातृ भूमि स्व सहायता समूह द्वारा संचालित किया जाएगा। यहां जसपूर एवं बस्तर से उत्पादित चाय तथा कॉफी के विभिन्न फ्लेवर के साथ छत्तीसगढ़ी पारंपरिक कलेवा का स्वाद भी ग्राहक ले सकेंगे। उन्नति परियोजन के छत्तीसा माइक्रो एंटरप्राइज द्वारा निर्मित सलोनी, खाजा और चॉकलेट भी यहां पर विक्रय हेतु उपलब्ध रहेंगे। महिलाओं के द्वारा संचालित इस उद्यम का उद्देश्य ग्रामीण उद्यमिता को बढ़ावा देना है, इसीलिए बालको एवं बिहान मंच के संयुक्त प्रयास से ऐसे अन्य उद्यम इकाइयों की स्थापना और प्रोत्साहन की योजना है।

बालको के मुख्य कार्यकारी अधिकारी एवं निदेशक श्री राजेश कुमार ने उन्नति परियोजना की प्रशंसा करते हुए कहा कि जिला प्रशासन के सहयोग से हम समुदाय में सकारात्मक बदलाव के लिए कटिबद्ध हैं। उन्होंने कहा कि महिलाएं आर्थिक रूप से सशक्त बने तथा समाज में अपनी स्वतंत्र पहचान स्थापित करें। श्री कुमार ने कहा कि महिलाएं अपने परिवार, समाज और देश को बुलंदियों पर ले जाने में अपना योगदान दे रही हैं।

श्री चिराग ठक्कर जिला कार्यक्रम प्रबंधक ने एसएचजी महिलाओं को संबोधित किया और बिहान कार्यक्रम की ओर से सक्रिय सहभागिता के विषय में बताया। उन्होंने कहा कि यह सूक्ष्म उद्यम महिलाओं के स्वावलम्बन और सामाजिक सशक्तिकरण की दिशा में उल्लेखनीय प्रयास है। छत्तीसगढ़ में मिशन बिहान एक महत्वाकांक्षी योजना हैं जो एसएचजी महिलाओं को रोजगार के लिए एक निश्चित प्लेटफ़ार्म उपलब्ध कराता है। जहां वो अपने निर्मित सामग्रियों को आसानी से बिक्री कर सकें।

‘उनाटी’ प्रशिक्षण प्राप्त करने वाली नकटीखार की रामबाई ‘मातृ भूमि’ स्वयं सहायता समूह से जुड़ी हैं। बालको के प्रति आभार व्यक्त करते हुए उन्होंने कहा कि बालको के सहयोग से आज मैं खुद के पैरों पर खड़ी हूं। आर्थिक आत्मनिर्भरता ने मुझे एक नया आत्मविश्वास दिया है। अब मैं घर के खर्च में भागीदारी निभाने में सक्षम हूं।

बालको की उन्नति परियोजना एसएचजी की महिलाओं के लिए लक्षित कौशल प्रशिक्षण कार्यक्रम प्रदान करती है। ‘छत्तीसा’ के अंतर्गत एसएचजी महिलाओं को पारंपरिक छत्तीसगढ़ी व्यंजन बनाना का प्रशिक्षण दिये गए हैं। उन्नति परियोजना सामुदायिक और सामाजिक सेवाओं के लिए समर्पित एक गैर सरकारी संगठन (एनजीओ) जीपीआर स्ट्रेटजीज एंड सॉल्यूशंस (जीपीआरएसएस) के साथ साझेदारी से चल रही है। जीपीआरएसएस के सहयोग से महिलाओं को अनेक गतिविधियों से जोड़ा गया है जिससे उन्हें आजीविका प्राप्त करने और खुद के पैरों पर खड़े होने में मदद मिली है। कोरबा के 45 शहरी एवं ग्रामीण क्षेत्रों में लगभग 531 स्वयं सहायता समूहों की लगभग 5768 महिलाओं को विभिन्न कार्यक्रमों से लाभ मिल रहा है।
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संस्थान कैसे बनते और समृद्धि पर असर डालते ये शोध करने वाले तीन वैज्ञानिकों को मिला अर्थशास्त्र का नोबेल

TTN Desk

स्वीडिश एकेडमी ऑफ साइंसेज ने साल 2024 के लिए अर्थशास्त्र में नोबेल पुरस्कार का ऐलान कर दिया है. डारोन एसेमोग्लू, साइमन जॉनसन और जेम्स ए रॉबिन्सन को साल 2024 के लिए अर्थशास्त्र क्षेत्र में नोबेल पुरस्कार से सम्मानित किया गया है.

इन तीनों अर्थशास्त्रियों को कोई भी संस्थान कैसे बनते हैं और वह कैसे समृद्धि को प्रभावित करते हैं के स्टडी के लिए नोबेल पुरस्कार से सम्मानित किया गया है. पिछले साल हार्वर्ड यूनिवर्सिटी की प्रोफेसर क्लाउडिया गोल्डिन को अर्थशास्त्र में 2023 के नोबेल पुरस्कार से सम्मानित किया गया था.

स्वीडन स्थित संस्था नोबेल पुरस्कार ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा है, ” The laureates मॉडल में यह बताया गया है कि किन परिस्थितियों में राजनीतिक संस्थाएं बनती हैं और यह कैसे लोगों को प्रभावित करती हैं. इस मॉडल के तीन घटक हैं. पहले में इस बात को लेकर विवाद है कि संसाधनों का आवंटन कैसे किया जाता है और समाज में निर्णय लेने की शक्ति किसके पास है.

दूसरा यह है कि जनता को कभी-कभी सत्तारूढ़ अभिजात वर्ग को धमकी देकर सत्ता का प्रयोग करने का अवसर मिलता है. इस प्रकार समाज में शक्ति निर्णय लेने की शक्ति से कहीं अधिक है. तीसरी प्रतिबद्धता की समस्या है जिसका अर्थ है कि अभिजात वर्ग के लिए निर्णय लेने की शक्ति जनता को सौंपना ही एकमात्र विकल्प है.

डॉ सलीम राज राज्य वक्फ बोर्ड के अध्यक्ष निर्वाचित,गुलाम हटाए गए

रायपुर। छत्तीसगढ़ राज्य वक्फ बोर्ड के सभापति / अध्यक्ष गुलाम मिन्हाजुद्दीन के विरूद्ध सदस्यगण इमरान मेमन, मोहम्मद फिरोज खान, फैसल रिजवी एवं डॉ. सलीम राज के द्वारा अविश्वास प्रस्ताव राज्य शासन को वक्फ अधिनियम 1995 यथासंशोधित 2013 की धारा 20(क) के अंतर्गत प्रेषित किया गया था। जिसके परिपालन में वक्फ अधिनियम 1995 यथासंशोधित 2013 की धारा 20 ( क) के अंतर्गत विचार किये जाने हेतु राज्य शासन द्वारा नियुक्त पीठासीन अधिकारी श्री मार्टिन लकड़ा, अवर सचिव, छ.ग. शासन, पशुधन विकास विभाग द्वारा कार्यालय छ.ग. राज्य वक्फ बोर्ड, रायपुर में आज सोमवार को सुबह 10:30 बजे बैठक आयोजित की गई जिसमें गुलाम मिन्हाजुद्दीन को सर्वसम्मति/बहुमत के आधार पर सभापति / अध्यक्ष के पद से हटाने का संकल्प पारित किया गया। इसके उपरांत डॉ.सलीम राज को सदस्यों द्वारा सर्वसम्मति / बहुमत से छ.ग. राज्य वक्फ बोर्ड का नया अध्यक्ष निर्वाचित किया गया। नवनिर्वाति सभापति / अध्यक्ष डॉ. सलीम राज द्वारा छ.ग. राज्य वक्फ बोर्ड के सभापति / अध्यक्ष का पद्भार ग्रहण किया गया। इस अवसर पर बोर्ड के माननीय सदस्यगण, कर्मचारीगण द्वारा नवनिर्वाचित माननीय सभापति / अध्यक्ष को बधाई दी गई।

केंद्र का निर्णय :अब भारत से निर्यात होगा मुस्लिम देशों को हलाल मांस,हलाल उत्पादों को ले कर पहले हुआ था विरोध

TTN Desk

भारत सरकार ने भारत से मांस निर्यात को बढ़ावा देने के लिए एक महत्वपूर्ण फैसला किया है, जिसके तहत देश में हलाल प्रमाणपत्र जारी करने की प्रक्रिया को आसान बनाया जा रहा है। एक तरफ गौ रक्षकों द्वारा बीफ पर रोक लगाने के लिए विरोध अभियान जारी है, वहीं मोदी सरकार ने देश की अर्थव्यवस्था और आय को ध्यान में रखते हुए हलाल मांस निर्यात को बढ़ावा देने का निर्णय लिया है।डीजीएफटी द्वारा हलाल मांस निर्यात के लिए पहचाने गए 15 देशों में बहरीन, ईरान, इराक, कुवैत, मलेशिया, बांग्लादेश, इंडोनेशिया, जॉर्डन, ओमान, फिलीपींस, कतर, सऊदी अरब, सिंगापुर, तुर्की और यूएई शामिल हैं. ये देश हलाल उत्पादों के लिए प्रमुख बाजार हैं, क्योंकि इनमें मुस्लिम आबादी अधिक है और हलाल-प्रमाणित मांस की मांग अधिक है।

पहले हो चुके है विरोध प्रदर्शन

सरकार का यह फैसला शायद गौ रक्षकों को पसंद नहीं आयेगा। हिंदुवादी संगठनों ने पूर्व में न हलाल प्रमाणपत्र के खिलाफ भी बड़े पैमाने पर विरोध किया है। देश के कुछ राज्यों में हलाल खाद्य पदार्थों के खिलाफ अभियान पर स्थानीय सरकारों ने दबाव के तहत हलाल खाद्य पदार्थों पर प्रतिबंध लगा दिया है। हिंदुत्व समर्थकों का मानना है कि हलाल मांस वास्तव में अल्लाह के नाम पर ज़िबह किया जाता है और इस्लामिक तरीके से जानवरों का ज़िबह करना हिंदुओं के लिए स्वीकार्य नहीं है।

डीजीएफटी ने जारी किया नोटिफिकेशन

केंद्र सरकार ने डायरेक्टोरेट जनरल ऑफ फॉरेन ट्रेड (DGFT) के माध्यम से एक नोटिफिकेशन जारी किया है। 1 अक्टूबर को जारी किए गए इस नोटिफिकेशन में मांस और मांस उत्पादों के लिए हलाल प्रमाणपत्र की प्रक्रिया को नियमित करने से संबंधित बातें कही गई हैं। सरकार मांस और मांस उत्पादों को हलाल प्रमाणपत्र के साथ 15 देशों को निर्यात करने की अनुमति दे रही है।

क्वालिटी काउंसिल जारी करेगी हलाल सर्टिफिकेट

हलाल मांस और उससे बने उत्पादों को भारतीय संगतता आकलन योजना के तहत प्रसंस्करण और पैकेजिंग के चरण को पूरा करना होगा। शिपमेंट के साथ निर्यातक को हलाल से संबंधित प्रमाणपत्र खरीदार को उक्त देशों में प्रस्तुत करना होगा। केंद्रीय संस्था की इस आकलन योजना के तहत हलाल प्रमाणपत्र को क्वालिटी काउंसिल ऑफ इंडिया द्वारा जारी किया जाएगा।

निर्यात होगा जिन 15 देशों में उसमें 13 है मुस्लिम राष्ट्र

डायरेक्टोरेट जनरल ऑफ फॉरेन ट्रेड केंद्रीय वाणिज्य और उद्योग मंत्रालय के तहत आता है, जिसके अनुसार 15 देशों की सूची में 13 मुस्लिम देश शामिल हैं। मुस्लिम देशों ने भारत से मांस और अन्य खाद्य पदार्थों के निर्यात के लिए हलाल प्रमाणपत्र को अनिवार्य किया है। भारत में कई निजी संस्थाएँ, ट्रस्ट और स्वैच्छिक संगठन हलाल प्रमाणपत्र जारी करती हैं, जिनमें जमीयत उलेमा-ए-हिंद, हलाल ट्रस्ट और हलाल इंडिया प्राइवेट लिमिटेड शामिल हैं। इनके प्रमाणपत्र के बाद ही मुस्लिम देशों को मांस और खाद्य सामग्री भेजी जा सकती हैं।

तेजी से बढ़ रहा है ये कारोबार

हलाल प्रमाणपत्र जारी करने वाले संस्थान अंतर्राष्ट्रीय हलाल मान्यता मंच में पंजीकृत हैं, जो विश्व हलाल खाद्य परिषद के तहत खाद्य सामग्री की गुणवत्ता और उनके हलाल होने को सुनिश्चित करते हैं। दिलचस्प बात यह है कि भारत से हलाल मांस उत्पादों के निर्यात में ज्यादातर गैर-मुस्लिम व्यापारी शामिल हैं। मुसलमानों को केवल जानवरों के ज़िबह से लाभ होता है, जिसकी फीस का निर्धारण सरकार करती है। वैश्विक स्तर पर हलाल खाद्य पदार्थों का व्यापार 2027 तक 3.9 ट्रिलियन डॉलर तक पहुँचने की संभावना है।

हलाल प्रमाणपत्र का मतलब

शरीयत के अनुसार और इस्लामी तरीके से खाद्य पदार्थों का निर्माण होता है। हलाल मांस का मतलब इस्लामी तरीके से ज़बह करना और उसकी पैकिंग करना है। शरीयत के अनुसार जानवर को गले से ज़िबह किया जाता है और इस्लामी तरीके से ज़िबह में “झटका” की कोई गुंजाइश नहीं है।

यूपी में हलाल सर्टिफिकेट जारी करने पर हुई थी कार्यवाही

उत्तर प्रदेश सरकार ने 2023 में हलाल प्रमाणन को एक वैकल्पिक प्रणाली के रूप में पेश करने की कोशिश की। इस अवसर पर हलाल प्रमाणपत्र जारी करने वाले कुछ संस्थानों के खिलाफ मामले दर्ज किए गए, जिनमें हलाल इंडिया प्राइवेट लिमिटेड चेन्नई, जमीयत उलेमा-ए-हिंद हलाल ट्रस्ट दिल्ली, हलाल काउंसिल ऑफ इंडिया मुंबई, जमीयत उलेमा महाराष्ट्र और अन्य संस्थाएँ शामिल हैं। उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा हलाल खाद्य पदार्थों पर प्रतिबंध की मुखालफत करते हुए जमीयत उलेमा-ए-हिंद हलाल ट्रस्ट ने यूपी सरकार के आरोपों को बेबुनियाद बताया और कहा कि वे कानूनी कार्रवाई के जरिए इस भ्रामक प्रचार का सामना करेंगे।

निर्णय पर प्रतिक्रिया पर नजर

नरेंद्र मोदी सरकार ने देश में हलाल प्रमाणपत्र जारी करने की प्रणाली को नियमित करने का निर्णय लिया है, जिससे भारत से मांस और उससे निर्मित उत्पादों के निर्यात में वृद्धि होगी। अब देखना यह है कि, केंद्र सरकार के इस फैसले पर लोगों की क्या प्रतिक्रिया होती है।

उद्धव ठाकरे की हुई एंजियोप्लास्टी, हार्ट में ब्लॉकेज के बाद अस्पताल में हुए थे भर्ती

TTN Desk

महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे की हुई एंजियोप्लास्टी सर्जरी, हार्ट में ब्लॉकेज के बाद अस्पताल में हुए थे भर्ती
महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री और शिवसेना (यूबीटी) प्रमुख उद्धव ठाकरे को उनके हृदय और धमनियों में रुकावटों की पहचान करने के लिए परीक्षण कराने के लिए सोमवार को मुंबई के रिलायंस अस्पताल में भर्ती कराया गया था जिसके बाद एंजियोप्लास्टी सर्जरी की गई। ऐसा कहा गया है कि 12 अक्टूबर को आयोजित दशहरा रैली के बाद से ठाकरे की तबीयत ठीक नहीं थी, जहां उन्होंने सत्तारूढ़ महायुति सरकार और केंद्र पर हमला करते हुए एक उग्र भाषण दिया था।

पहले लगे थे 8 स्टेंट

इससे पहले 2016 में उनकी एंजियोग्राफी हुई थी। 20 जुलाई, 2012 को हुई एंजियोप्लास्टी के बाद, ठाकरे को इस प्रक्रिया से गुजरना पड़ा, जब डॉक्टरों ने उनके हृदय में तीन मुख्य धमनियों में कई रुकावटों को दूर करने के लिए 8 स्टेंट डाले। महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री की बायीं पूर्वकाल अवरोही धमनी (एलएडी) में रुकावटों को दूर करने के लिए नवंबर 2012 में दूसरी एंजियोप्लास्टी की गई थी, जो लगभग 60 प्रतिशत तक अवरुद्ध थी।

बहराइच में भारी बवाल:लाठी तलवार ले कर भीड़ सड़कों पर,अंतिम संस्कार रोका,इंटरनेट बंद,आगजनी की अनेक घटनाएं

TTN Desk

उत्तर-प्रदेश के बहराइच में दुर्गा मूर्ति विसर्जन के दौरान हुए बवाल ने बड़ा रूप ले लिया है। युवक की मौत से भड़का गुस्सा कम होने का नाम नहीं ले रहा है। इस दौरान बहराइच में हुई साम्प्रदायिक हिंसा को लेकर इलाके में तनाव का माहौल बना हुआ है। सोमवार (14 अक्टूबर) को सुबह एक बार फिर से बहराइच में आगजनी और तोड़फोड़ की गई। इतना ही नहीं बाइक के शोरूम और एक अस्पताल में आग लगा दी गई है। दवाइयों को जला दिया गया है। लोग लाठी-डंडे लेकर सड़कों पर उतर गए हैं।

मिली जानकारी के अनुसार बहराइच हिंसा को लेकर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने उच्च अधिकारियों की बैठक बुला ली है। बहराइच हिंसा में मारे गए रामगोपाल मिश्रा के परिजनों ने शव को सड़क पर रखकर हंगामा किया। वहीं गुस्साए लोगों ने बहराइच के अस्पताल और बाइक के शोरूम को आग के हवाले कर दिया। पूरे इलाके में पुलिस फोर्स तैनात कर दिया गया है। सूत्रों के मुताबिक परिजनों ने शव का अंतिम संस्कार करने से इनकार कर दिया है। हालांकि पुलिस ने मृतक के परिजनों को समझाया है। लेकिन अभी तक बात नहीं बनी है। परिजन कड़ी कार्रवाई की मांग पर अड़े हैं।
बताया जा रहा है कि इससे पहले बहराइच सांप्रदायिक हिंसा में जान गंवाने वाले रामगोपाल मिश्रा का पोस्टमार्टम सुबह सात बजे पूरा हुआ। इसके बाद शव उनके घर की तरफ रवाना किया गया था। इस घटना के बाद इलाके में अफरा-तफरी का माहौल है। महराजगंज और महसी इलाके के निजी स्कूलों में छुट्टी कर दी गई। वहीं इस मामले में तमाम राजनीतिक पार्टियों के बयान सामने आ रहे हैं।

एडीजी हाथों में पिस्टल ले सड़क पर उतरे

उत्तर प्रदेश के बहराइच में हुई हिंसा को लेकर इस समय इलाके में जबरदस्त तनाव का माहौल है. पुलिस ने लाठी चार्ज किया है,आंसू गैस के गोले भीड़ को नियंत्रित करने छोड़े है।इंटरनेट बंद कर दिया गया है।स्कूलों में छुट्टी दे दी गई है।इस बीच बहराइच-सीतापुर हाइवे पर उग्र भीड़ ने दो गाड़ियों को आग के हवाले कर दिया. कई दुकानों में भी तोड़फोड़ और आगजनी की गई है. वहीं प्रदर्शन के दौरान बहराइच में हालत इतने खराब हो गए हैं कि खुद ADG ल़ॉ एंड ऑर्डर अमिताभ यश को सड़क पर उतरना पड़ा है. अमिताभ यश हाथ में पिस्टल लेकर सड़क पर उतरे हैं और स्थिति को नियंत्रण करने की कोशिश में जुटे हुए हैं.

यहां फिर से एक दवाई की दुकान और कुछ गाड़ियों में आग लगाई गई है. यहां से आक्रोशित भीड़ अब कल हिंसा वाले स्थान की ओर बढ़ रही है. यहां भी लोगों ने पुलिस की मौजूदगी में आग लगा दी.प्रदर्शनकारियों का कहना है, ‘पुलिस कह रही है कि आप लोग पहले अंतिम संस्कार कीजिए, हम एक्शन ले रहे हैं, लेकिन ग्रामीण चाहते हैं कि पुलिस एक्शन ले फिर हम अंतिम संस्कार करेंगे.’ प्रदर्शनकारियों का आरोप है कि पुलिस ने अभी तक कोई कार्रवाई नहीं की है, न तो कोई गिरफ्तारी की गई और न ही किसी पर एक्शन लिया गया है. प्रदर्शनकारियों की मांग है कि आरोपियों का एनकाउंटर किया जाए और उनके घर पर बुलडोजर चलाया जाए.

मीडियावालों पर भी हमला

आक्रोशित भीड़ ने इस दौरान मीडियाकर्मियों के ऊपर भी हमला किया. स्थिति यहां तक आ गई कि मीडिया कर्मियों को भाग कर अपनी जान बचानी पड़ी. खुद डीएम-एसपी भी भीड़ के बीच घिरे हुए हैं. हालांकि तमाम अधिकारी लोगों को समझाने बुझाने की कोशिश कर रहे हैं. वहीं दूसरी ओर भीड़हाथों में लाठी डंडे लेकर शव के साथ तहसील मार्ग पर सड़क को घेर लिया. बता दें कि बहराइच हिंसा में गोपाल मिश्रा की हत्या से ठीक पहले का एक वीडियो सामने आया है. इस वीडियो में साफ नजर आ रहा है कि वह बवाल के दौरान एक घर की छत पर चढ़ कर हरा झंडा उतारकर भगवा झंडा लहरा रहा है. उसे ऐसा करने के लिए नीचे खड़ी भीड़ उसे मोटिवेट कर रही है. इसके कुछ देर बाद ही गोपाल की गोली मारकर हत्या हुई.दूसरे पक्ष का यह भी आरोप है कि विसर्जन जुलूस में शामिल लोगों ने भद्दे और आपत्तिजनक नारे लगाए।

क्या है पूरा मामला

बहराइच के हरदी के महसी महराजगंज में मूर्ति विसर्जन के दौरान हिंसा हुई थी. बताया जा रहा है कि दुर्गा प्रतिमा विसर्जन के दौरान डीजे को लेकर हुआ विवाद इतना बढ़ गया कि दो समुदायों के बीच पथराव और फायरिंग होने लगी थी. इस बवाल के दौरान रेहुआ मंसूर निवासी 20 वर्षीय राम गोपाल मिश्र की मौत हो गई थी. इससे नाराज लोगों ने विसर्जन यात्रा को रोककर महराजगंज के विरोध में बहराइच-सीतापुर हाईवे को जाम कर दिया था।

CM को इस्तीफा देकर मठ जाना चाहिये- अजय राय

इस मामले में यूपी कांग्रेस चीफ अजय राय ने कहा कि बहाराईच में गोली चली है। पूरे राज्य में जंगल राज्य है। सीएम को इस्तीफा देकर मठ जाना चाहिये कभी अल्पसंख्यक को मारा जा रहा है। कभी अगड़ों को मारा जा रहा है।

बिग ब्रेकिंग:छत्तीसगढ़ में हेड कांस्टेबल की पत्नी और बेटी को तलवार से काट डाला,लाश घर से बाहर ले जा कर फेंकी,भीड़ ने आरोपी का घर फूंका,तनाव

TTN Desk
कोरबा के पड़ोसी जिले में दोहरी हत्या के बाद बड़ा बवाल होने की खबर आ रही है।आरोपी ने भागते समय पुलिस पर भी फायरिंग की है।हत्या की वजह क्या है ये अभी साफ नहीं हुआ है।

छत्तीसगढ़ सुरजपुर जिले में हेड कॉन्स्टेबल​​​​​ तालिब शेख की पत्नी और बेटी की तलवार से काटकर हत्या कर दी गई। बदमाश कुलदीप साहू ने घर में घुसकर मर्डर किया, फिर लाश को करीब 5 किलोमीटर दूर नहर के पास खेत में फेंक दिया। अर्धनग्न हालत में शव मिले हैं। वारदात के बाद गाड़ी से भाग रहे आरोपी का पीछा किया गया तो उसने पुलिस पर फायरिंग की। मामला कोतवाली थाना क्षेत्र का है।

भीड़ ने एसडीएम को भी पीटा,तनाव

घटना के विरोध में आक्रोशित लोगों ने कुलदीप साहू के घर और गोदाम के बाहर खड़ी गाड़ियों में आग लगा दी। हालांकि घटना से पहले ही आरोपी के घरवाले कहीं चले गए थे। भीड़ ने SDM से भी मारपीट की। शहर बंद कराकर सूरजपुर थाने का घेराव किया। तनाव की स्थिति को देखते हुए शहर में पुलिस बल तैनात कर दिया गया है।

देर शाम आरक्षक पर उड़ेला था गर्म तेल

बीते रविवार की शाम को जब प्रधान आरक्षक तालिब और आरक्षक घनश्याम सोनवानी चौपाटी पर खड़े थे। तब अचानक कुलदीप साहू नामक व्यक्ति ने बिरयानी सेंटर से कढ़ाही पर मौजूद गर्म तेल सिपाही घनश्याम पर उड़ेल दिया था। बेहद गंभीर हालत में घनश्याम सोनवानी को उपचार के लिए अस्पताल दाखिल कराया गया है, जहां उसकी हालत नाजुक बनी हुई है।

वारदात के बाद तालिब के परिवार पर हमला

आरक्षक घनश्याम सोनवानी पर कुलदीप साहू ने हमला कर घटना को अंजाम देकर अफरातफरी के बीच फरार हो गया। पुलिस को आशंका है कि इस वारदात के बाद कुलदीप भैयाथान रोड स्थित रिंग रोड पर निवासरत प्रधान आरक्षक तालिब के घर पहुंचा और तालिब की पत्नी और बिटिया को बलपूर्वक उठा ले गया। जिसके बाद धारदार हथियार से दोनों की नृशंस हत्या कर शव को सात किलोमीटर दूर फेंक दिया।

पीएम रिपोर्ट से होगा वारदात का खुलासा

प्रधान आरक्षक के परिवार की हत्या को लेकर पीएम रिपोर्ट से स्थिति और स्पष्ट रुप से सामने आएगी। बच्ची और महिला के शव की स्थिति को देखते हुए प्रारंभिक पीएम रिपोर्ट का इंतजार है।

आरोपी इस बात से था नाराज

वहीं खबर है कि आरोपी कोतवाली पुलिस की लगातार कार्यवाही से नाराज था। आरोपी के भाई संदीप ने एक व्यक्ति को छत से धक्का दे दिया था। जिस वजह से पुलिस संदीप को जब गिरफ्तार कर रही थी तब कुलदीप ने पुलिस की कार्यप्रणाली को लेकर जमकर हुज्जत किया था। जिसके बाद विवाद उस समय और भी गहरा गया था जब जिला बदर हो चुके आरोपी के चाचा के खिलाफ जिला बदर की अवहेलना के मामले में पुलिस ने कार्यवाही की थी। चर्चा यह भी है कि आरोपी लगातार पुलिस के द्वारा उसके परिवार के खिलाफ कार्यवाही से बौखलाहट में दिख रहा था।

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