Home Blog Page 3

सिद्दीकी मर्डर :सलमान, हम ये जंग नहीं छेड़ना चाहते थे मगर…,ये एफबी पोस्ट चर्चा में,हत्या के पीछे लॉरेंस गैंग

TTN Desk

एनसीपी (अजित पवार) गुट के नेता बाबा सिद्दीकी की हत्या के बाद सोशल मीडिया हैंडल फेसबुक पर शुभु लोनकर नाम के शख्स ने एक पोस्ट शेयर किया है. इस पोस्ट में कहा गया है कि जो सलमान खान और दाऊद की हेल्प करेगा वो अपना हिसाब किताब लगा के रखना. इस पोस्ट की मुंबई क्राइम ब्रांच जांच करेगी. हम इस पोस्ट की पुष्टि नहीं करते हैं.

फेसबुक पर शुभु लोनकर नाम के शख्स के इस पोस्ट में कहा गया, सलमान खान हम ये जंग चाहते नहीं थे, लेकिन तुमने हमारे भाई का नुकसान करवाया. पोस्ट में आगे कहा गया, आज बाबा सिद्दीकी की शराफत के पुल बनाए जा रहे हैं, एक टाइम में दाऊद के साथ मकोका एक्ट में था. इसके मरने का कारण अनुज थापन और दाऊद को बॉलीवुड, राजनीति, प्रॉपर्टी डीलिंग से जोड़ना था.

सलमान दाऊद की जो हेल्प करेगा वो….

सोशल मीडिया पर शेयर किए गए इस पोस्ट में कहा गया, हमारी किसी से कोई दुश्मनी नहीं है पर जो भी सलमान खान और दाऊद गैंग की हेल्प करेगा वो अपना हिसाब किताब लगा के रखना. पोस्ट में धमकी भरे अंदाज में कहा गया, हमारे किसी भी भाई को कोई भी मरवाएगा तो हम प्रतिक्रिया जरूर देंगे. हमने पहले वार कभी नहीं किया. इस पोस्ट में आखिर में हैशटैग लगा कर लिखा गया, लॉरेंस बिश्नोई ग्रुप, अनमोल बिश्नोई, अंकित भादू शेरेवाला.

असल में ये हो सकता है शुभम लोनकर….

इस पोस्ट के सामने आने के बाद सवाल खड़े हो गए हैं कि जिस सोशल मीडिया अकाउंट से यह पोस्ट शेयर किया गया वो शख्स कौन है. सूत्रों के मुताबिक, ये फेसबुक हैंडल जिस शुभु लोंकर का है उसका असली नाम शुभम लोंकर हो सकता है. शुभम लोंकर को इसी साल फरवरी के महीने में महाराष्ट्र पुलिस ने अकोला से अवैध हथियारों के साथ गिरफ्तार किया था. इसी के बाद पुलिस की जांच में शुभम लोंकर का कनेक्शन लॉरेंस बिश्नोई गैंग से सामने आया था. उसने पुलिस को पूछताछ में बताया था कि उसकी बात विदेश में बैठे लॉरेंस के करीबी अनमोल बिश्नोई से होती है. दोनों वीडियो कॉल के जरिये भी बात करते थे. साथ ही पुलिस की जांच में उस वक्त शुभम लोंकर ने ये भी कबूल किया था कि उसकी बात वीडियो कॉल के जरिये लॉरेंस बिश्नोई से भी हो चुकी है.

छत्तीसगढ़:पहले प्रेम विवाह किया फिर चार साल के बेटे को पटक पटक कर मार डाला

कोरबा। ग्राम पहरीपारा निवासी मंजीत शनिवार की रात नशे में धुत होकर अपने घर पहुंचा। घर पहुंचते ही वह पत्नी से झगड़ा करने लगा और उसे मारपीट कर कमरे से बाहर निकालकर कमरे में बंदकर 4 साल के सौतेले बेटे बिहान को पटक-पटक कर मार डाला। इस दौरान बिलखती माँ अपने बेटे को बचाने के लिए गिड़गिड़ाती रही लेकिन मदहोश पत्थरदिल मंजीत नहीं रुका।
थाना प्रभारी निरीक्षक युवराज तिवारी ने बताया कि आरोपी मंजीत ने कुछ महीने पहले ही बेवा रमशीला से प्रेम विवाह किया था। रमशीला हरदीबाजार थाना क्षेत्र के ग्राम ढोलपुर की निवासी है और पति की मौत उपरांत पहचान बढ़ने पर मंजीत से चूड़ी विवाह किया है। उसे अपने बच्चे के साथ अपने घर ग्राम पहरी पारा में रखा हुआ था।
कुछ समय बाद चुड़ियाही पत्नी का बेटा उसे खटकने लगा था और वह अपनी पत्नी को हमेशा बच्चे को दादा-दादी के पास छोड़कर आने को कहता था लेकिन पत्नी बच्चे को छोड़ना नहीं चाहती थी जिससे गुस्साया पति मंजीत शराब के नशे में कल देर रात घर आया और पत्नी से ‘तेरी जान है बेटा’ कहकर विवाद करने लगा। इसी बीच मंजीत ने पहले अपनी पत्नी को कमरे से बाहर निकाला और फिर अपने बेटे को पटक-पटक कर मौत की नींद सुला दिया।
इस घटना की सूचना पर पुलिस ने मंजीत को गिरफ्तार कर लिया है। घटना से गांव में शोक मिश्रित सन्नाटा पसरा हुआ है।

कोरबा।शिवाजी नगर डांडिया गरबा उत्सव समिति द्वारा रावण दहन का कार्यक्रम विजयदशमी के अवसर पर रखा गया जिसमें भाजपा नेता को गोपाल मोदी मुख्य अतिथि रहे,

शिवाजी नगर में शनिवार की रात रात 10 बजे रावण दहन मुख्य अतिथि के हाथों किया गया।उसके पूर्व आकर्षक एवं मनोहर आतिशबाजी का आनंद कॉलोनी के लोगों ने उठाया समिति द्वारा आतिशबाजी के बेहतरीन प्रबंध किए गए थे. मुख्य अतिथि गोपाल मोदी ने शिवाजी नगर डांडिया गरबा उत्सव समिति के इस प्रयास की काफी सराहना की और उन्हें उनके उज्जवल भविष्य के लिए शुभकामनाएं भी दी.

दशहरा उत्सव के दौरान समिति के अध्यक्ष राजकुमार गांगुली, शिव वैष्णव,अयोध्या प्रसाद सोनी,राजू पवार,मनोज रतन परखी, संतोष राय,पवन सिन्हा , विक्की गांगुली,पीतांबर चौहान, अभिषेक जनार्दन,रतन भाटिया, कान्हा,ओम पांचाल सहित मंदिर समिति की पुरी भजन मंडली के साथ कॉलोनी के बड़ी संख्या में लोग उपस्थित रहे

गरबा-डांडिया उत्सव का भव्य समापन: सांस्कृतिक धरोहर और उल्लास का अद्वितीय संगम

कोरबा,13 अक्टूबर :पं. रविशंकर शुक्ल नगर में आयोजित गरबा-डांडिया उत्सव का समापन समारोह के साथ हुआ. रविशंकर शुक्ल नगर में आयोजित यह उत्सव न केवल धार्मिक आस्था का प्रतीक बना, बल्कि एक ऐसा सांस्कृतिक उत्सव भी साबित हुआ, जिसने सभी आयु वर्ग के लोगों को एक साथ जोड़ दिया। आयोजन के समापन में उत्साह, नृत्य और उल्लास की ऐसी छटा बिखरी कि शहर के लोगों की स्मृतियों में यह आयोजन लंबे समय तक ताज़ा रहेगा।
समापन समारोह की शोभा बढ़ाने के लिए मुख्य अतिथि पद्माकर शिंदे (जिला कार्यक्रम प्रबंधक, राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन), थाना प्रभारी कोतवाली एम. बी. पटेल और कोरबा प्रेस क्लब के अध्यक्ष राजेंद्र जायसवाल विशेष रूप से मौजूद रहे। इन प्रतिष्ठित हस्तियों की उपस्थिति ने न केवल कार्यक्रम का महत्व बढ़ाया, बल्कि उन्होंने आयोजन के प्रति अपने गहरे सम्मान और समर्थन को भी दर्शाया।

विजेताओं का अद्भुत सम्मान: परफॉर्मेंस ने दर्शकों को मोहित किया

समारोह के अंतिम दिन गरबा और डांडिया की धुनों पर जब प्रतिभागियों ने अपने रंग-बिरंगे परिधानों में मंच संभाला, तो पूरा माहौल उल्लास और जोश से भर उठा। सभी की नजरें प्रतियोगिता के अंतिम परिणाम पर टिकी थीं। आराध्या पी.सी. ने अपने अद्भुत नृत्य कौशल के दम पर प्रथम स्थान प्राप्त किया और उन्हें फ्रिज से सम्मानित किया गया। आर्यन ने अपने नृत्य के माध्यम से दर्शकों का दिल जीतकर दूसरा स्थान हासिल किया और उन्हें रोटी मेकर भेंट किया गया। तृतीय स्थान की विजेता अशेलेषा सिंह राजपूत को साउंड सिस्टम प्रदान कर सम्मानित किया गया। इन पुरस्कारों ने न केवल उनकी कड़ी मेहनत को सराहा, बल्कि यह उनके समर्पण और नृत्य कला के प्रति उनके जुनून का प्रतीक भी बने।

सांत्वना पुरस्कार और बच्चों के लिए खास उपहार

इस आयोजन की विशेषता रही कि न केवल विजेताओं, बल्कि हर दिन के उत्कृष्ट प्रतिभागियों को भी मान्यता दी गई। पूरे नौ दिनों में 20 प्रतिभागियों को सांत्वना पुरस्कार प्रदान किए गए, जिससे उनके उत्साह और कला को प्रोत्साहन मिला। इसके अलावा, 70 मासूम बच्चों को आकर्षक उपहार भेंट किए गए, जिन्होंने अपने भोलेपन और मासूमियत से सभी का दिल जीता।

गरबा-डांडिया केवल नृत्य नहीं, बल्कि भारतीय संस्कृति का गहरा प्रतीक है, जिसने कोरबा के समाज को एक सूत्र में बांध दिया। इस आयोजन ने न केवल धार्मिक आस्था को जीवित रखा, बल्कि समाज के विभिन्न वर्गों को एक मंच पर लाकर सांस्कृतिक समृद्धि और सामूहिक सौहार्द का संदेश भी दिया।

मुख्य अतिथि पद्माकर शिंदे ने अपने उद्बोधन में कहा, “ऐसे आयोजनों से हमारी युवा पीढ़ी अपनी जड़ों से जुड़ी रहती है और यह आयोजन केवल नृत्य का नहीं, बल्कि हमारे सांस्कृतिक धरोहर के संरक्षण का माध्यम है।” एम. बी. पटेल ने कहा, “कोरबा जैसे शहर में इतना बड़ा और भव्य सांस्कृतिक कार्यक्रम होना गर्व की बात है। इस तरह के कार्यक्रम सामाजिक एकता और सांस्कृतिक धरोहर को मजबूत करते हैं।” कोरबा प्रेस क्लब के अध्यक्ष राजेंद्र जायसवाल ने भी आयोजन की भूरी-भूरी प्रशंसा करते हुए इसे सामाजिक सौहार्द का उत्कृष्ट उदाहरण बताया।

कोरबा की सांस्कृतिक पहचान का प्रतीक: हर साल नए कीर्तिमान

आयोजन समिति के अध्यक्ष गणेश्वर दुबे ने कहा, “हमारा लक्ष्य हर वर्ष इस आयोजन को और भी भव्य और विस्तृत बनाना है, ताकि यह न केवल मनोरंजन का माध्यम बने, बल्कि हमारी सांस्कृतिक धरोहर का वाहक भी।” तीन वर्षों से चल रहा यह उत्सव अब कोरबा की सांस्कृतिक पहचान बन चुका है, और आने वाले सालों में इसे और भी ऊंचाइयों तक पहुंचाने का लक्ष्य है।

यह आयोजन कोरबा के लोगों को न केवल मनोरंजन का अद्भुत अवसर प्रदान करता है, बल्कि यह समाज में आपसी सहयोग, सौहार्द और एकता को मजबूत करने वाला भी साबित होता है। पूरे 9 दिनों के इस भव्य आयोजन ने कोरबा के सांस्कृतिक इतिहास में एक सुनहरा अध्याय जोड़ा, जिसे यहां के लोग लंबे समय तक याद रखेंगे।

छत्तीसगढ़:दशहरा उत्सव के दौरान स्काई लिफ्ट गिरी,राम लक्ष्मण हनुमान बने कलाकार सहित अनेक को चोट लगी,एक गंभीर

चांपा। रावण दहन कार्यक्रम के दौरान जिस स्काई लिफ्ट क्रेन पर राम,लक्ष्मण,हनुमान का पात्र बने कलाकर सवार थे वह स्काई लिफ्ट पलट गया. हादसे में राम, लक्ष्मण और हनुमान बने तीनों कलाकारों को तो जहां चोट आई, वहीं तीन दर्शक को ज्यादा चोट आई है. इनमें से एक को बिलासपुर रेफर किया गया है.चांपा के भालेराव मैदान में शनिवार की रात प्रतिवर्ष होने वाला रावण दहन का कार्यक्रम आयोजित किया गया था. कार्यक्रम में सांसद कमलेश जांगड़े के साथ कलेक्टर आकाश छिकारा और एसपी विवेक शुक्ला मौजूद थे. रावण संवाद के लिए बेन स्काई लिफ्ट लगा वाहन लाया गया था, जो अचानक पलट गया. हादसे में राम, लक्ष्मण और हनुमान का पात्र निभा रहे कलाकार को हल्की चोट आई, वहीं नीचे खड़े तीन दर्शक गंभीर रूप से घायल हो गए. इनमें से एक अवधेश सिंह के दोनों पैर का घुटना टूट गया, जिसे उपचार के लिए बिलासपुर रेफर किया गया.

जामनगर राजघराने के वारिस बने अजय जडेजा,क्रिकेटर रहे, बैन झेला,फिल्मों में भी हाथ आजमाया

फाइल फोटो: अजय जडेजा , शत्रुशल्यसिंह
TTN Desk

गुजरात के जामनगर के शाही परिवार ने भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व खिलाड़ी अजय जडेजा को अपना उत्तराधिकारी घोषित किया है. जडेजा, जाम साहब शत्रुशल्यसिंह जी के करीबी रहे हैं, और शत्रुशल्यसिंह जी ने अपने पत्र में कहा है कि उन्होंने अजय को अपना वारिस चुना है. इस फैसले से जडेजा अब जामनगर के अगले जाम साहब बनेंगे. वर्तमान जाम साहब निःसंतानऔर उन्होंने जडेजा को उत्तराधिकारी बनाकर एक महत्वपूर्ण निर्णय लिया है.
सिंहजी के पिता दिग्विजय सिंह थे,जिन्होंने जाम साहब का पद 33 साल तक संभाला। उनके चाचा रणजीत सिंहजी ने उनको गोद लिया और अपना वारिस बनाया। जाम साहब रणजीत सिंह के नाम पर ही भारतीय क्रिकेट की डोमेस्टिक टूर्नामेंट रणजी ट्रॉफी खेली जाती है।

पूर्वजों के नाम पर रणजी और दलीप ट्रॉफी

जाम साहब रणजीत सिंह के नाम पर ही भारतीय क्रिकेट की डोमेस्टिक टूर्नामेंट रणजी ट्रॉफी खेली जाती है। रणजीत सिंह के भाई जुवान सिंह के बेटे दलीप सिंह के नाम पर दलीप ट्रॉफी खेली जाती है।

जाम साहब का इतिहास

जाम साहब नवानगर के शासक राजकुमार की उपाधि है, जो अब गुजरात में जामनगर है। जाम साहब राजपूतों के जाम जाडेजा वंश से थे। जाम रावलजी 1540 में नवानगर के पहले जाम साहब थे। उन्होंने कच्छ से प्रवास किया और हलार क्षेत्र में नवानगर की स्थापना की। इसमें 999 गांव शामिल हैं।

अभिनय में भी आजमाया हाथ

सिर्फ क्रिकेट ही नहीं, जडेजा ने बड़े पर्दे पर भी हाथ आजमाया है. जब 2000 में जडेजा को फिक्सिंग के आरोप में भारत के लिए क्रिकेट खेलने से बैन कर दिया गया था तब उन्होंने एक्टिंग का रुख किया. बाद में भले ही जडेजा निर्दोष साबित हो गए, लेकिन उन्होंने खेल, पल-पल दिल के साथ और काई पो चे जैसी फिल्मों में अभिनय किया. जडेजा ने डांस रिएलिटी शो झलक दिखला जा में भी हिस्सा लिया था.

जया जेटली की बेटी से की शादी

अजय जडेजा की शादी जया जेटली की बेटी अदिति जेटली से हुई है. उनके दो बच्चे हैं, और जडेजा अपनी निजी जिंदगी को मीडिया से दूर रखते हैं. जडेजा का पारिवारिक जीवन बेहद प्राइवेट रहता है, और वह अपने परिवार के साथ एक साधारण और शांत जीवन जीते हैं.

250 करोड़ की संपत्ति के मालिक

अजय जडेजा का नाम भारत के सबसे अमीर खिलाड़ियों में आता है. शाही परिवार से ताल्लुक रखने के साथ-साथ, उन्होंने अपने क्रिकेट करियर और अन्य क्षेत्रों में भी अच्छी खासी संपत्ति अर्जित की है. वर्तमान में उनकी कुल संपत्ति लगभग 250 करोड़ रुपये आंकी जाती है, जिसमें उनकी पारिवारिक संपत्ति भी शामिल है.

शाहरुख ,सलमान की दुबारा दोस्ती कराने में था बाबा का अहम रोल और अब यूं भून दिए गए गोलियों से

TTN Desk

एनसीपी नेता बाबा सिद्दीकी की शनिवार रात गोली मार हत्या कर दी गई । केवल एक राजनेता नहीं थे, बल्कि बाबा सिद्दीकी बॉलीवुड में भी अपनी एक खास पहचान बनाई थी। 2013 में आयोजित एक इफ्तार पार्टी में उन्होंने शाहरुख खान और सलमान खान के बीच सालों से चली आ रही दरार को खत्म करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी। 2008 में कटरीना कैफ की जन्मदिन पार्टी के बाद दोनों के बीच हुई गर्मागर्मी ने उनके रिश्तों में खटास डाल दी थी। लेकिन बाबा सिद्दीकी की कोशिशों से दोनों सितारे एक-दूसरे से मिले और उनके रिश्तों में एक नई शुरुआत हुई। इस पल की तस्वीरें सोशल मीडिया पर खूब वायरल हुईं, जिससे उनके प्रयासों की सराहना हुई।

कैटरीना की बर्थ डे पार्टी में भिड़ गए थे सलमान शाहरूख

उल्लेखनीय है कि 2008 में कटरीना कैफ की जन्मदिन पार्टी में दोनों के बीच गर्मागर्मी हुई थी, जिसके बाद से दोनों एक-दूसरे से दूरी बनाए हुए थे।

बाबा ने इफ्तार पार्टी में दोनों को फिर से मिलवाया

बाबा सिद्दीकी की इफ्तार पार्टी में दोनों सितारे गले मिले और उनके रिश्तों में नई शुरुआत हुई। इस पल की तस्वीरें सोशल मीडिया पर खूब वायरल हुईं थीं।

40 साल से राजनीति में,3 बार मंत्री विधायक,बॉलीवुड स्टार से गहरे संबंध

बाबा सिद्दीकी ने चालीस वर्षों से अधिक समय तक राजनीति में योगदान दिया। वह 1977 में कांग्रेस पार्टी में शामिल हुई थे। 1999, 2004 और 2009 में कांग्रेस-एनसीपी गठबंधन की सरकार में उन्होंने मंत्री पद की महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। उनकी राजनीतिक करियर की शुरुआत 1992 से 1997 के बीच नगरसेवक के रूप में हुई, जहां उन्होंने स्थानीय विकास के लिए काम किया। बांद्रा से तीन बार विधायक चुने जाने की वजह से बाबा सिद्घीकी के बॉलीवुड के सितारों के साथ भी अच्छे थे।

ब्रेकिंग न्यूज:एनसीपी नेता बाबा सिद्दीकी की गोली मारकर हत्या,दो हिरासत में

TTN Desk

एनसीपी (अजीत पवार गुट) नेता बाबा सिद्दीकी की गोली मारकर हत्या कर दी गई है.

शनिवार की देर रात मुंबई के बांद्रा ईस्ट में उन पर कई राउंड फायरिंग की गई. इसके बाद उन्हें गंभीर स्थिति में लीलावती अस्पताल में भर्ती कराया गया था. बताया जा रहा है कि उन्हें छाती पर गोलियां लगी थीं.

उन पर उस समय हमला किया गया जब वो अपने बेटे जीशान सिद्दीकी के दफ्तर जा रहे थे. मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के मुताबिक़, इस मामले में पुलिस ने दो लोगों को गिरफ़्तार किया है. उनसे पूछताछ की जा रही है.

इसी साल फरवरी में कांग्रेस छोड़कर बाबा सिद्दीकी एनसीपी (अजीत पवार गुट) में शामिल हुए थे. वो पिछले 48 साल से कांग्रेस में थे.

घटना के बारे में जानकारी देते हुए सीएम एकनाथ शिंदे ने कहा, ”बाबा सिद्दीकी पर जानलेवा हमला हुआ था, उनकी मृत्यु हो गई. यह एक दुखद घटना है. दो आरोपी गिरफ्तार हैं, एक फरार है. कमिश्नर ने मुझे बताया है कि तीसरे आरोपी को भी जल्द पकड़ा जाएगा. एक आरोपी हरियाणा का है और एक उत्तर प्रदेश का.”

बालको की विभिन्न परियोजनाओं से लड़कियां बन रही हैं सशक्त

बालकोनगर, 12 अक्टूबर, 2024। शक्ति की उपासना के ये नौ दिन, उर्जा आत्मसात करने के होते हैं। सही मायने में शक्ति को पहचानना ही नवरात्र उत्सव मनाना है। महिलाएं अपने आंतरिक शक्ति को पहचानते हुए समाज में खुद को सशक्त बना रही हैं। कंपनी ने स्थानीय समुदाय की लड़कियों को सशक्त और आत्मनिर्भर बनाने के लिए उल्लेखनीय पहल कियें हैं। समावेशी और समान गुणवत्तापूर्ण शिक्षा कंपनी के सामुदायिक विकास प्रयासों में प्रमुख स्तंभ है। लड़कियों के स्वास्थ्य, शिक्षा, स्वावलंबन, पोषण और मार्गदर्शन में कंपनी द्वारा संचालित नंदघर, वेदांता स्किल स्कूल, नयी किरण एवं कनेक्ट परियोजना महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहें हैं।

महिला एवं बाल विकास मंत्रालय के सहयोग से अनिल अग्रवाल फाउंडेशन द्वारा नंद घर अत्याधुनिक आंगनवाड़ी मॉडल प्रदान करता है, जो ई-लर्निंग से सुसज्जित है। बच्चे की विकासात्मक यात्रा में स्कूली शिक्षा की बहुत महत्वपूर्ण भूमिका होती है। यह आजीवन सीखने, मानसिक विकास और आवश्यक सामाजिक कौशल का निर्माण करता है। कंपनी, बाला (बिल्डिंग एज लर्निंग एड) पेंटिंग और डिजिटल लर्निंग सहित इंटरैक्टिव लर्निंग मॉडल के माध्यम से सर्वोत्तम श्रेणी के पाठ्यक्रम प्रदान करने का काम कर रही है। बालको द्वारा संचालित 33 नंद घर में 50 प्रतिशत से अधिक 423 बच्चियां बेहतर शिक्षा एवं पोषण प्राप्त कर रही हैं।

वर्ष 2016 में ‘परियोजना कनेक्ट’ की शुरूआत की गई। गुणवत्तापूर्ण शिक्षा के माध्यम से स्थानीय लड़कियों को आगामी पढ़ाई के लिए बेहतर अवसर प्राप्त हुए। कनेक्ट परियोजना के माध्यम से सेमा (विज्ञान, अंग्रेजी, गणित और लेखा) विषयों पर नियमित कक्षाओं से छात्राएं लाभान्वित हुई हैं। साथ ही व्यक्तित्व विकास पर ध्यान केंद्रित करते हुए इस परियोजना में कला, शिल्प, नृत्य, संगीत, कैलीग्राफी, स्पोकेन इंग्लिश, मिट्टी के बर्तन, योग और एरोबिक्स आदि का ज्ञान दिया जाता है।

कंपनी ने समुदाय में नयी किरण परियोजना के अंतर्गत माहवारी स्वास्थ्य एवं स्वच्छता प्रबंधन पर जागरूकता अभियान चलाया। माहवारी संबंधी मिथकों और भ्रांतियों को दूर करते हुए स्वच्छता प्रथाओं को विकसित किया है। कंपनी ने छत्तीसगढ़ राज्य में जागरूकता कार्यक्रम के माध्यम से 48,000 से अधिक लोगों को जागरूक किया है। इसकी मदद से लड़कियां खुलकर माहवारी जैसे विषय पर बात कर रही हैं।

रोजगारपरक कौशल से स्वावंलबी बनाने के उद्देश्य से बालको ने 2010 में वेदांता स्किल स्कूल की स्थापना की थी। वित्तीय वर्ष 2024 में 1241 प्रशिक्षार्थियों को कार्यक्रम से लाभ हुआ जिनमें 72% छात्राएं थीं। वेदांता स्किल कुल सात ट्रेडों में मुफ्त आवासीय प्रशिक्षण प्रदान कर रहा है। 45 से 60 दिनों के प्रशिक्षण कार्यक्रम को राष्ट्रीय कौशल विकास निगम (एनएसडीसी) के दिशानिर्देशों के अनुसार पाठ्यक्रम तैयार किया गया है। इससे स्थानीय लड़कियों को रोजगार के बेहतर अवसर प्राप्त हुए हैं तथा वो बाधाओं को पीछे छोड़ राष्ट्र विकास में अपनी उपस्थिति दर्ज करा रही हैं।
————————————–

जेल में रामलीला:सीता माता की खोज करने गया वानर बने कैदियों का दल और फिर दो दीवार फांद हो गए फरार

TTN Desk

हरिद्वार में रामलीला मंचन के दौरान जेल से दो कैदी फरार हो गए। शुक्रवार रात दोनों वानर का रोल निभा रहे थे। माता सीता की खोज का प्रसंग चल रहा था।
वानर सेना माता सीता की खोज के लिए निकली थी। मौका मिलते ही दोनों निर्माणाधीन हाई-सिक्योरिटी बैरक के पास पहुंचे। वहां रखी सीढ़ी के सहारे 22 फीट ऊंची दीवार फांदकर भाग गए। जेल के अफसरों को घटना का पता उस वक्त चला, जब कैदियों को गिनती हुई।

रोशनाबाद जेल की घटना

इसके बाद रातभर खोजबीन हुई, लेकिन दोनों कैदियों का पता नहीं चला। घटना रोशनाबाद जेल की है। जेल 8 से 10 एकड़ में फैली है। यहां करीब 1400 कैदी बंद हैं।

एक हत्या तो दूसरा अपहरण का है आरोपी

कैदियों की पहचान उत्तराखंड के रुड़की निवासी पंकज और यूपी के गोंडा के रहने वाले राजकुमार के रूप में हुई है। पंकज हत्या के केस में उम्रकैद की सजा काट रहा था। बाल्मीकी ग्रुप से भी जुड़ा हुआ है। वहीं, राजकुमार अपहरण के मामले में विचाराधीन है।

आखिर में गिनती हुई तो दो कैदी मिले कम

CCTV खंगाले, लेकिन कैदियों का पता नहीं चला जेल प्रशासन के एक सीनियर अफसर ने बताया- रामलीला खत्म होने के बाद कैदियों की गिनती कर बैरक के अंदर किया जा रहा था। इस दौरान दो कैदी कम पाए गए। इसके बाद जेल के अंदर उनकी तलाश की गई।

जब नहीं मिले कैदी तब दी पुलिस को सूचना

देर रात तक जेल प्रशासन अपने स्तर पर कैदियों को तलाश करता रहा। जेल में लगे CCTV के फुटेज खंगाल गए। मगर कैदियों का पता नहीं चला। इसके बाद पुलिस को सूचना दी।

Recent News