TTN Desk
सीरिया में पिछले 11 दिन से गृह युद्ध जारी है। राष्ट्रपति बशर अल-असद देश छोड़कर भाग चुके हैं। विद्रोही लड़ाकों ने रविवार को राजधानी दमिश्क पर कब्जा कर लिया। PM मोहम्मद गाजी अल जलाली ने विद्रोहियों को सत्ता सौंपने का प्रस्ताव दिया है। राष्ट्रपति के भागते ही लोगों की भीड़ राष्ट्रपति भवन में घुस गई और सामान लूट कर ले गई।
O 50 साल से अधिक की सत्ता का अंत
बशर अल असर का परिवार 50 साल से ज्यादा वक्त से सीरिया की सत्ता पर काबिज था। बशर के पिता हाफिज अल-असद साल 1971 में सीरिया के राष्ट्रपति बने थे और अगले 29 सालों तक देश के राष्ट्रपति रहे। उनकी मौत के बाद बशर ने साल 2000 में सीरिया की कमान संभाली थी।
रुस के विदेश मंत्रालय ने कहा कि बशर अल-असद ने इस्तीफा देने से पहले संघर्ष में शामिल कई लोगों से बातचीत की थी. रूस ने यह भी दावा किया कि असद ने शांति पूर्ण तरीके से सत्ता के हस्तांतरण का निर्देश देने के बाद सीरिया छोड़ दिया.
O मॉस्को के विदेश मंत्रालय की प्रतिक्रिया
मॉस्को के विदेश मंत्रालय ने कहा, “बी. असद और सीरियाई अरब गणराज्य के क्षेत्र में संघर्ष में शामिल कई लोगों के बीच बातचीत के बाद उन्होंने अपने राष्ट्रपति पद से इस्तीफा देने और देश छोड़ने का फैसला किया और सत्ता के पीसफुल ट्रांसफर के लिए आगे बढ़ने के निर्देश दिए.” मॉस्को ने कहा कि रूस ने इन बातचीत में भाग नहीं लिया.
O असद के पिता हाफ़िज़ की मूर्तियों को लोगों ने तोड़ा
रविवार (8 दिसंबर) को बताया गया कि असद दमिश्क से किसी गुप्त जगह के लिए रवाना हो गए थे, क्योंकि विद्रोही सेना की तैनाती के बिना राजधानी में घुस आए थे. अभी तक असद और उनकी पत्नी अस्मा और दो बच्चों का कुछ सटीक जानकारी पता नहीं चला है. इस बीच, असद के दशकों लंबे शासन के अंत होने के बाद सीरिया में जश्न मनाया गया. दमिश्क में बशर अल-असद के दिवंगत पिता हाफ़िज़ की मूर्तियों को लोगों ने गिरा दिया और रौंद दिया. उत्तरी सीरिया के अलेप्पो में तस्वीरों में लोगों को बशर अल-असद के भाई बैसेल की मूर्ति को गिराते हुए दिखाया गया.
O विक्ट्री साइन दिखाते हुए लोग बोले अल्लाहु अकबर
सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे एक वीडियो में विद्रोहियों को राजधानी दमिश्क में राष्ट्रपति भवन के अंदर घूमते हुए दिखाया गया है. उन्हें राष्ट्रपति भवन में असद के परिवार के तस्वीरों को तोड़ते हुए देखा गया. सीरियाई राजधानी में निवासियों को सड़कों पर जयकारा लगाते हुए देखा गया. दमिश्क से AFPTV की तस्वीरों में विद्रोहियों को सूर्योदय के समय हवा में गोलियां चलाते हुए दिखाया गया है, कुछ लोग विक्ट्री साइन दिखाते हुए और अल्लाहु अकबर सबसे महान है चिल्लाते हुए दिखे.
O जश्न मनाने टैंक पर चढ़े लोग
कुछ लोग जश्न मनाने के लिए एक टैंक पर चढ़ गए, जबकि अन्य ने असद के पिता हाफ़िज़ की गिरी हुई मूर्तियों को तोड़ा. तस्वीरों में एक विद्रोही लड़ाका सड़क पर मोटरसाइकिल चलाते हुए और हाफ़िज़ अल-असद की गिरी हुई मूर्ति को अपने पीछे घसीटते हुए दिखाया गया.
O सभी भारतीय सुरक्षित
भारतीय विदेश मंत्रालय ने अपने एक बयान में कहा कि सीरिया संकट के दौरान सभी भारतीय नागरिक सुरक्षित हैं और दमिश्क में भारतीय दूतावास काम कर रहा है. साथ ही विदेश मंत्रालय ने कहा कि दूतावास भारतीय नागरिकों के संपर्क में है.