OO साल 2024 में सेंसेक्स 86000 अंक के करीब पहुंचने के बाद बाद अब 2025 में 1 लाख अंक के पार पहुंच सकता है। यह अनुमान मॉर्गन स्टेनली ने लगाया है। मॉर्गन स्टेनली के मुताबिक अगले साल सेंसेक्स 1 लाख का स्तर भी पार कर सकता है। हालांकि, ये तेजी तब आएगी जब बाजार में तेजी का माहौल होगा। वहीं, बेस केस में दिसंबर 2025 तक सेंसेक्स 93 हजार अंक के स्तर तक पहुंच सकता है। बता दें कि अभी 10 दिसंबर 2024 को दोपहर एक बजे सेंसेक्स 81,301 अंक के स्तर पर करीब 200 अंक की गिरावट पर कारोबार कर रहा है।
TTN Desk
द इकोनॉमिक टाइम्स की एक रिपोर्ट के अनुसार मॉर्गन स्टेनली ने कहा कि 2025 में भारत का शेयर बाजार शानदार परफॉर्मेंस देगा। ग्लोबल ब्रोकरेज फर्म ने अनुमान लगाया है कि मजबूत आय वृद्धि, व्यापक आर्थिक स्थिरता और मजबूत घरेलू पूंजी प्रवाह द्वारा समर्थित तेजी के आउटलुक में बीएसई सेंसेक्स 1,05,000 तक बढ़ सकता है।
O ये स्थिति आई तो हो सकती है गिरावट भी
हालांकि, मार्केट को लेकर कुछ चुनौतियां भी हैं. अगर कच्चे तेल की कीमतें 110 डॉलर प्रति बैरल से ज्यादा हो जाती हैं या बढ़ती महंगाई के बीच आरबीआई पॉलिसीज को सख्त कर देता है, तो टेंशन बढ़ सकती है. इसके अलावा अमेरिका में मंदी का भारत के बाजार पर भी निगेटिव असर पड़ सकता है. ऐसी स्थिति में सेंसेक्स 70,000 अंक तक गिर सकता है और आय 15% की धीमी दर से बढ़ सकती है.
O सेंसेक्स में 30 फीसदी मुनाफे की संभावना
मॉर्गन स्टेनली ने दिसंबर 2025 तक सेंसेक्स के 1,05,000 अंक तक पहुंचने की 30 प्रतिशत संभावना की भविष्यवाणी की है। इसका बेस आउटलुक 93,000 का लक्ष्य निर्धारित करता है, जो मौजूदा स्तरों से 14 प्रतिशत अधिक है। मॉर्गन स्टेनली के रिधम देसाई का हवाला देते हुए रिपोर्ट में कहा गया है कि बेस आउटलुक यह मानता है कि भारत राजकोषीय अनुशासन बनाए रखेगा। मॉर्गन स्टेनली का आउटलुक यह भी मानता है कि भारत व्यापक आर्थिक स्थिरता बनाए रखेगा, जिससे निवेशकों का विश्वास बढ़ेगा।
O किन कंपनियों पर फोकस
मॉर्गन स्टेनली फाइनेंस, टेक्नोलॉजी, कंज्यूमर ड्यूरेबल और इंडस्ट्रियल सेक्टर में उत्साहित है। ब्रोकरेज का अनुमान है कि हालिया सुधारों के बाद छोटे और मिड-कैप स्टॉक निकट भविष्य में लार्ज-कैप शेयरों से बेहतर प्रदर्शन कर सकते हैं। ब्रोकरेज का फोकस मारुति सुजुकी, रिलायंस इंडस्ट्रीज, आईसीआईसीआई बैंक, एसबीआई लाइफ इंश्योरेंस और इंफोसिस जैसी प्रमुख कंपनियों पर है।