ये भी गजब:भाजपा का मुस्लिम पार्षद जिसने चुनाव के लिए छुपाया अपना धर्म,अब कोर्ट ने दिया एफआईआर का आदेश

फाइल फोटो: भाजपा पार्षद नीरव कवि

TTN Desk

अहमदाबाद की सेशन कोर्ट ने ट्रायल कोर्ट को म्युनिसिपल कॉरपोरेशन के नवरंगपुरा वार्ड से भाजपा पार्षद नीरव कवि के खिलाफ मामला दर्ज करने को कहा है, जिसने 2021 में नवरंगपुरा वार्ड से नगर निगम चुनाव के लिए नामांकन पत्र दाखिल करते समय कथित तौर पर अपने धर्म का उल्लेख नहीं किया और गलत जन्मतिथि का उल्लेख किया।नीरव का असल नाम नीरव मीर है।

अदालत ने नीरव से हारने वाले कांग्रेस के प्रतिद्वंद्वी उम्मीदवार जय पटेल द्वारा दायर एक याचिका की सुनवाई के बाद यह आदेश जारी किया,याचिका में आरोप लगाया है कि भाजपा उम्मीदवार नीरव कवि ने चुनावी हलफनामे में अपने धर्म का उल्लेख नहीं किया है। उन्होंने अपनी जन्मतिथि भी गलत बताई।
याचिका में मांग की गई थी कि मनगढ़ंत दस्तावेजों को असली के रूप में प्रस्तुत करने सहित आईपीसी की विभिन्न धाराओं के तहत आपराधिक मामला दर्ज किया जाए।

लंबे समय से पुलिस कार्यवाही नहीं कर रही : जय पटेल

जय पटेल के अनुसार, उन्होंने कवि के खिलाफ कार्रवाई के लिए सबसे पहले नवरंगपुरा पुलिस के समक्ष यह मुद्दा उठाया था, लेकिन पुलिस ने लंबे समय तक कुछ नहीं किया। उन्होंने कहा कि उन्होंने एक आरटीआई आवेदन भी दिया, लेकिन उन्हें कोई संतोषजनक जवाब नहीं मिला। इसलिए, उन्होंने दंड प्रक्रिया संहिता की धारा 156 (3) के तहत कवि के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की। पटेल ने दावा किया,“मेरे पास सबूत है कि कवि वास्तव में एक मुसलमान है और उसने अपनी जन्मतिथि फर्जी बताई है। उन्होंने लॉ गार्डन के पास समर्थ विद्या विहार में पढ़ाई की और उनके स्कूल छोड़ने के प्रमाण पत्र में उनकी उपजाति ‘मुसलमान राज कवि मीर’ के रूप में दर्ज है। उनकी जन्मतिथि 6 जून, 1975 है, लेकिन उन्होंने चुनावी हलफनामे में इसे 11 नवंबर, 1977 बताया है।”
उन्होंने कहा, “मैंने सिविल कोर्ट के साथ-साथ सेशन कोर्ट में भी शिकायत दर्ज कराई । सेशन कोर्ट ने एक आदेश जारी कर ट्रायल कोर्ट को पार्षद नीरव कवि के खिलाफ धारा 191,192,193,196,199,414 और 420 के तहत अपराध दर्ज करने कहा है।

बीजेपी चुप,कांग्रेस ने लिया निशाने पर

आदेश के बाद इस संबंध में नीरव बीजेपी की कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है।हालांकि दो साल पहले जब ट्रायल कोर्ट ने पुलिस को मामले की जांच कर रिपोर्ट देने का आदेश दिया था तब उन्होंने कहा था कि ये सब राजनीतिक प्रतिद्वंदिता में विपक्ष द्वारा किया जा रहा।चुनाव के एफिडेविट में जाति का उल्लेख करना आवश्यक नहीं था सो नहीं किया पटेल ने भी अपनी जाति का उल्लेख नहीं किया था।नीरव ने ये भी कहा कि वो हिंदू धर्म के अनुसार अपना जीवन जीते है।
इधरअहमदाबाद कांग्रेस के अध्यक्ष तथा पदाधिकारियों ने प्रेस कॉन्फ्रेंस ले कहा है कि बीजेपी जाति और धर्म के नाम पर वैमनस्य फैलाती है किंतु उनका खुद का आचरण क्या है ये इस मामले ने साफ कर दिया है।उन्होंने नीरव के खिलाफ शीघ्र कार्यवाही की मांग की है।
नीरव से चुनाव हारने वाले पटेल ने कहा कि मुझे आज (शुक्रवार) कोर्ट के आदेश की कॉपी मिली। पुलिस को कार्रवाई करनी चाहिए और उसके खिलाफ अपराध दर्ज करना चाहिए क्योंकि मैं पुलिस और किसी भी कानूनी मंच पर दस्तावेज जमा करने के लिए तैयार हूं।