महाराष्ट्र : चुनाव नतीजे के चार दिन बाद भी सीएम तय नहीं,शिवसेना नेता ने कहा शिंदे नहीं बनेंगे डिप्टी सीएम,शिंदे लेंगे प्रेस कॉन्फ्रेंस…आखिर कहां फंसा है पेंच

OO महाराष्ट्र विधानसभा का चुनाव परिणाम घोषित होने के बाद भी मुख्यमंत्री पद के नाम को लेकर ऊहापोह की स्थिति बरकरार है. बीजेपी के नेता बेशक कुछ भी खुलकर नहीं कह रहे हों, लेकिन सहयोगी दल की ओर से ही देवेंद्र फडणवीस के नाम का ऐलान कर दिया गया. हालांकि महायुति में शामिल दूसरे दल कुछ भी खुलकर कहने से गुरेज कर रहे हैं.अभी कुछ देर में ही कार्यवाहक सीएम एकनाथ शिंदे की प्रेस कॉन्फ्रेंस होने जा रही जिस पर सबकी निगाहें टिकी है।

TTN Desk
विधानसभा चुनाव के नतीजे सामने आने के 4 दिन बाद भी सीएम पर फैसला नहीं हो पाया है। भाजपा आज यहां पर्यवेक्षक भेजेगी, जो विधायकों से रायशुमारी करके CM के नाम का ऐलान करेंगे। उधर शिवसेना नेता एकनाथ शिंदे थोड़ी देर में प्रेस कॉन्फ्रेंस करने जा रहे हैं। कयास लगाए जा रहे हैं कि शिंदे मुख्यमंत्री पद पर ऐलान कर सकते हैं। इससे पहले शिवसेना नेता संजय सिरसाट ने कहा कि शिंदे डिप्टी सीएम पद स्वीकार नहीं करेंगे।

O महाराष्ट्र पर अब तक का ये है अपडेट्स…

सूत्रों के मुताबिक, देवेंद्र फडणवीस को भाजपा हाईकमान ने दिल्ली बुलाया है।
मीडिया रिपोर्ट में सूत्रों का दावा- भाजपा ने चुनाव से पहले सीएम के लिए शिंदे के नाम पर सहमति जताई थी।

O क्या ये है नई सरकार पर संभावित फॉर्मूला

सूत्रों के मुताबिक, अगर फडणवीस CM बनते हैं तो नई सरकार में पहले की ही तरह दो डिप्टी CM होंगे। NCP की ओर से अजित पवार और शिवसेना की ओर से शिंदे किसी नए विधायक का नाम आगे कर सकते हैं।
नई सरकार का एजेंडा तय करने के लिए तीनों दलों की एक कमेटी बनाई जा सकती है, जिसके मुखिया एकनाथ शिंदे हो सकते हैं। हालांकि, शिवसेना प्रवक्ता कृष्ण हेगड़े ने इससे इनकार किया।

O दिल्ली में फडणवीस नहीं मिले पार्टी के आला नेताओं से

देवेंद्र फडणवीस सोमवार की शाम को दिल्ली पहुंचे थे. जहां, एक निजी शादी समारोह में वह शामिल हुए. कयास इस बात के लगाए जा रहे थे कि इस समारोह के बाद भारतीय जनता पार्टी के आली नेताओं से उनकी मुलाकात होगी लेकिन ऐसा कुछ नहीं हुआ और शादी समारोह के बाद सीधे वापस वह मुंबई लौट गए. ऐसे में इस तरह की चर्चा है कि आखिरकार आला नेताओं ने देवेंद्र फडणवीस से मिलने का मन क्यों नहीं बनाया, क्या इसके पीछे कोई और राजनीतिक कहानी तो नहीं है?

0 बीजेपी की ओर से ही हो रही देरी

मुख्यमंत्री का चेहरा कौन होगा इसके लिए यदि देर हो रही है तो कहीं ना कहीं भारतीय जनता पार्टी की ओर से यह देरी हो रही है. दरअसल शिवसेना की ओर से एकनाथ शिंदे को विधायक दल का नेता चुना जा चुका है. एनसीपी की ओर से भी अजित पवार को विधायक दल का नेता चुना जा चुका है जबकि भारतीय जनता पार्टी के विधायकों की ओर से अभी तक विधायक दल का नेता नहीं चुना गया है.

O बीजेपी ने अब तक नहीं भेजा ऑब्जर्वर, न ही की नाम की घोषणा

उसके पीछे की वजह यह है कि दिल्ली से कोई ऑब्जर्वर अभी तक महाराष्ट्र नहीं पहुंचा है. जानकार यह भी बता रहे हैं कि बीजेपी देवेंद्र फडणवीस के इतर भी मुख्यमंत्री पद के लिए कुछ नाम पर विचार कर रही है और अंतिम नाम अभी तक फाइनल नहीं हो पाया है जिसकी वजह से इस पूरे प्रक्रिया में देरी हो रही है.

O बीजेपी नेता ने कहा _ शोले में दो दोस्त हम तीन है,ये दोस्ती न तोड़ेंगे

भाजपा नेता सुधीर मुनगंटीवार ने कहा, ‘मुख्यमंत्री महायुति से ही होंगे। मुझे नहीं लगता कि कोई जल्दबाजी है। जब मौजूदा सरकार एक पार्टी की होती है और चुनी हुई सरकार दूसरी पार्टी की होती है, तो जल्दबाजी होती है…हमारी सरकार अभी भी सत्ता में है। इसलिए कोई जल्दी नहीं है। मुख्यमंत्री पद को लेकर अंदरूनी मतभेद की खबरों पर उन्होंने कहा, ऐसा कुछ भी नहीं है…’शोले’ के 2 दोस्त थे, हम 3 दोस्त हैं। ये दोस्ती हम नहीं तोड़ेंगे।’

O कहीं सोमवती अमावस्या का इंतजार तो नहीं?

मुंबई के सियासी पंडितों का ऐसा मानना है कि ग्रह नक्षत्रों कि यदि बात करें तो अगले महीने की 2 तारीख को सोमवती अमावस्या है. प्रचलित मान्यताओं के मुताबिक सोमवती अमावस्या के पहले किसी भी तरीके को शुभ कार्य नहीं किया जाता है. ऐसे में एक वजह यह भी मानी जा रही है कि 2 दिसंबर को सोमवती अमावस्या है. उसके बाद ही सरकार गठन के लिए शपथ विधि का वक्त तय किया जाए. हालांकि शिंदे गुट के विधायक संजय शिराट का मानना है की महाराष्ट्र की जनता ने यहां के जो भी राहु केतु थे उसको चुनाव में एक रास्ता दिखा दिया है. ऐसे में सारे ग्रह नक्षत्र अब महायुति के अनुकूल है.