बंगलादेश में हो रही हिंसा मामला में अब इंटरनेशनल स्तर पर बांग्लादेश की प्रतिष्ठा बिगड़ती जा रही है। इस्कान प्रमुख की गिरफ्तारी के बाद बांग्लादेश ही नहीं भारत में भी गुस्से की लहर है। अब इस मामले में सुत्रों की मांनें तो भारत बांग्लादेश को बड़ा अल्टीमेटम देने की तैयारी में है।
O वकील की मौत पर हुआ हंगामा
चटगांव में हुए हिंसक प्रदर्शनों में एक वकील की मौत हुई है, जिससे तनाव बढ़ गया है। कई शहरों में हिंदुओं ने विरोध प्रदर्शन किया है। कुछ जगहों पर मंदिरों पर हमले होने की बात कही गई हैं। घटनाक्रम पर प्रतिक्रिया देते हुए भारत ने बांग्लादेश में हिंदुओं की सुरक्षा पर चिंता जताई है।
O कैसे हुई वकील की मौत
मंगलवार को चटगाँव में पुलिस और इस्कॉन मंदिर से जुड़े चंदन कुमार धर के समर्थकों के बीच झड़प हुई थी. इसी में सैफ़ुल इस्लाम अलिफ़ मारे गए थे. यह झड़प चटगाँव कोर्ट बिल्डिंग के पास हुई थी. चंदन कुमार धर चिन्मय कृष्ण दास के सहयोगी हैं.”सैफ़ुल चटगाँव कोर्ट में अस्टिटेंट पब्लिक प्रॉसिक्युटर थे
O झड़प में कई लोग ज़ख़्मी हुए
चटगाँव मेडिकल कॉलेज हॉस्पिटल में इमर्जेंसी डिपार्टमेंट की डॉ निवेदिता घोष ने कहा कि घायलों का इलाज चल रहा है.घायलों में श्रीबास दास, शार्कु दास, छोटन, शुजीत घोष, उत्पल और इनामुल हक़ हैं.
O वकील को उसके चैंबर से खींच कर ला मारने का दावा
चटगाँव लॉयर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष नाज़िमुद्दीन चौधरी ने मीडिया से चर्चा में कहा कि प्रदर्शनकारियों ने वकील को उनके चेंबर से बाहर खींचकर निकाला था और पीट-पीटकर हत्या कर दी.मंगलवार को चिन्मय को जेल भेजने के बाद हिंसक झड़प शुरू हो गई थी.
O चिन्मयदास ने की शांति की अपील,तब आगे बढ़ पाई वैन
विभिन्न मिडिया आउटलेट की रिपोर्ट के मुताबिक ”कोर्ट के फ़ैसले के बाद सुरक्षा बल चिन्मय कृष्ण की वैन को कोर्ट कैंपस से जेल ले जाने में ख़ुद को अक्षम पा रहे थे क्योंकि वहाँ भारी भीड़ जमा हो गई थी. इसके बाद उन्हें पुलिस वैन से ले जाया गया. चिन्मय ने हाथ में माइक लेकर भीड़ को संबोधित किया और भीड़ से शांति बनाए रखने की अपील की. दोपहर बाद 2:45 बजे सुरक्षा बलों ने भीड़ को तितर-बितर करने के लिए आँसू गैस के गोले दागे. इसके बाद चिन्मय को जेल में शिफ़्ट किया गया.”
O कृष्णदास पर है यह आरोप
बांग्लादेश पुलिस ने कृष्णदास पर राष्ट्रीय ध्वज के अपमान में जेल भेजा गया है। उन पर राजद्रोह का मामला दर्ज हुआ है। मंगलवार को अदालत से उनकी जमानत अर्जी भी खारिज हो गई थी। दास बांग्लादेश में हिंदुओं के अधिकारों की वकालत करने वाले एक संगठन के प्रवक्ता भी हैं। उनकी गिरफ्तारी के विरोध में हिंदू समुदाय सड़कों पर उतरा है।
O लोगों ने की रिहाई की मांग
बांग्लादेश में इस साल अगस्त में सियासी उलटफेर के बीच अल्पसंख्यकों पर हमलों की एक सीरीज देखी गई थी। चिन्मय कृष्ण दास की गिरफ्तारी के बाद फिर से इसी हमले के हमले देखे जा रहे हैं। दरअसल, मंगलवार को अदालत के बाहर दास की वैन को उनके समर्थकों घेर लिया था। चटगांव में हजारों लोग अदालत परिसर में जमा हो गए और दास की रिहाई की मांग की।
O तीन मंदिरों को बनाया निशाना
ऐसी ही हिंसा में कई मामले सामने आ रहे हैं जैसे कि चटगांव के अदालत परिसर में हिंसा के बाद तीन हिंदू मंदिरों को निशाना बनाया गया। इनमें फिरंगी बाजार का लोकोनाथ मंदिर, हजारी लेन का मनसा माता मंदिर और काली माता मंदिर शामिल हैं। ढाका विश्वविद्यालय में भी वकील की हत्या के विरोध में मार्च निकाला गया। इस दौरान इस्कॉन विरोधी नारे लगाए गए।