कोरबा। नदी संरक्षण और संवर्धन की भावना से कोरबा में नमामि हसदेव संगठन काफी समय से काम कर रहा है। इस पावन अभियान में लोगो को जोड़ा जा रहा है।इस हेतु प्रतिमाह हर पखवाड़े अमावस्या और पूर्णिमा पर हसदेव पूजन और आरती की जाती है।15 नवंबर देव दीवाली के दिन महाआरती का आयोजन किया जाएगा।जिसकी तैयारी में संगठन के सदस्य जुट गए है।आयोजन के अवसर पर वृहद पूजन अनुष्ठान भी होगा,जिसमें नगरवासियों से भागीदारी देने की अपील संगठन प्रमुख रणधीर पांडेय ने की है।
पिछले लगभग एक वर्ष से नमामि हसदेव के द्वारा हर महीने की अमावस्या और पूर्णिमा को हसदेव आरती की जा रही है। इसमें अधिकारियों से लेकर सामाजिक कार्यकर्ता और समाज के विभिन्न क्षेत्रों में काम कर रहे लोग यजमान बनाए गए। इनकी उपस्थिति में शाम 5 बजे से पूजा अर्चना और हवन पूजन आदि कार्य संपन्न किए गए। इसके पश्चात् गंगा तट पर विभिन्न स्थान में होने वाली गंगा आरती के तर्ज पर यहां भी हसदेव की आरती की गई। समय के साथ इसमें लोगों की संख्या बढ़ी। संगठन के प्रमुख रणधीर पांडेय ने बताया कि परंपरा का निर्वहन करते हुए कार्तिक अमावस्या 31 मई और कार्तिक पूर्णिमा 15 नवंबर को इस प्रकार का कार्यक्रम हसदेव तट पर संपन्न होगा। इसके लिए संगठन भावनात्मक रूप से अधिकतम लोगों को जोडऩे की तैयारी में है। श्री पांडेय ने बताया कि नदियां सनातन काल से हिंदुओं की आस्था और श्रद्धा का केंद्र रही है। उनके सामने मौजूद चुनौतियां कुल मिलाकर मानवीय कारणों से है। अनावश्यक प्रदर्शन के बजाय इस दिशा में निष्ठा से काम करने की जरूरत है तभी कुछ अच्छे नतीजे आएंगे और लोगों की सोच बदलेगी।