जैन मंदिर को किया ध्वस्त, नाराज समाज ने पीएम तक पहुंचाई बात

कोरबा। मुंबई के विले पार्ले में 30 वर्ष पुराने जैन मंदिर को बिना किसी न्यायिक आदेश के महानगर पालिका के द्वारा ध्वस्त करने से भारत का समस्त जैन समाज आक्रोशित है। समाज ने धार्मिक स्वतंत्रता के अधिकारों की उपेक्षा बताते हुए इस घटना का विरोध किया। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को पत्र भेजकर गंभीर आपत्ति दर्ज कराई गई है। जैन समाज ने इस मामले में दोषी अधिकारियों व कर्मियों पर कार्यवाही की भी मांग की। जैन समाज ने आरोप लगाया कि एक व्यक्ति द्वारा उक्त मंदिर के सामने मांस एवं मद्य की दुकान खोलने का प्रयास किया गया, जिसका स्थानीय जैन समाज द्वारा शांतिपूर्ण विरोध किया गया। इसके पश्चात, कथित रूप से राजनीतिक दबाव के माध्यम से बीएमसी ने यह दुर्भाग्यपूर्ण कार्यवाही की। इस प्रकार की घटनाएँ धर्मनिरपेक्ष भारत की मूल भावना के सर्वथा विपरीत हैं। समाज के जिलाध्यक्ष डॉ. प्रदीप जैन ने इससे पहले सम्मेत शिखर और श्रवण बेलगोला सहित कुछ स्थानों पर जैन समाज के आचार्यों के साथ हुई घटनाओं का जिक्र करते हुए कहा है कि यह सब क्या है। उन्होंने कहा है कि जैन समाज सहिष्णु जरूर है लेकिन जिस प्रकार की घटनाएं हो रही है, उसका जवाब देना भी जानता है।