OO मेघालय के शिलांग में हनीमून मनाने गए इंदौर के ट्रांसपोर्ट कारोबारी राजा रघुवंशी की हत्याकांड के चौथे आरोपी आनंद को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है।सोनम के लवर राज कुशवाह ने हत्या की सुपारी दी।गिरफ्तार किए गए अन्य तीन भाड़े के हत्यारे है।
O क्या बताया मेघालय पुलिस ने
मामले में मेघालय पुलिस ने सोमवार की दोपहर में प्रेस कॉन्फ्रेंस की। इस दौरान ईस्ट खासी हिल्स के पुलिस अधीक्षक विवेक सिम ने कहा कि गिरफ्तार किया गया पहला व्यक्ति ललितपुर का 19 वर्षीय आकाश राजपूत है। दूसरा आरोपी विशाल सिंह चौहान (उम्र 22 वर्ष) इंदौर का है। तीसरा राज सिंह कुशवाहा (उम्र 21 वर्ष) इंदौर का है। कल सोनम रघुवंशी गाजीपुर में थी। आज दोपहर हमने सागर जिले से एक और आरोपी आनंद को गिरफ्तार किया। नंदगढ़ थाने में एक व्यक्ति को हिरासत में लिया गया है। तीसरी टीम सोनम रघुवंशी को गिरफ्तार करने के लिए जा रही है। इन लोगों ने 23 मई को वारदात को अंजाम दिया और तुरंत भाग निकले। उस समय हमें नहीं पता था कि यह एक हत्या है। हम उनकी तलाश कर रहे थे। हमने गुमशुदगी की रिपोर्ट देखी, लेकिन कोई नहीं मिला। शव 2 जून को ही मिला, जिसके बाद एसआईटी का गठन किया गया और जांच शुरू हुई। इन 7 दिनों में एसआईटी ने पर्याप्त सबूत जुटाए। राजा के सिर पर धारदार हथियार से वार के दो निशान थे। सोनम मुख्य आरोपियों में से एक है। शुरुआती जांच के मुताबिक, दूसरे आरोपियों ने हत्या को अंजाम दिया, लेकिन हत्या की साजिश रचने में सोनम की भूमिका से इनकार नहीं किया जा सकता। आखिर सोनम भी इतने दिनों तक अंडरग्राउंड थी। अभी यह कहना मुश्किल है कि हत्या का मकसद क्या था, लेकिन अगर हम सभी तारों को जोड़ते हैं तो पता चलता है कि राज कुशवाहा और सोनम की इसमें मिलीभगत रही होगी। राज कुशवाहा यहां नहीं था, लेकिन वह अन्य तीन आरोपियों के संपर्क में था।
O पर्यटक गाइड के खुलासे के बाद जांच को मिली दिशा
इससे पहले बीते दिनों मामले एक महत्वपूर्ण खुलासा हुआ था। दरअसल, एक पर्यटक गाइड ने दावा किया था कि जिस दिन यह जोड़ा लापता हुआ, उस दिन उनके साथ तीन अन्य युवक भी थे। 23 मई को दंपती लापता हुआ था। राजा का शव 2 जून को एक गहरी खाई में मिला था।
O ‘चार लोग थे, हिंदी में बात कर रहे थे’
मावलाखियात के गाइड अल्बर्ट पैड ने बताया था कि उन्होंने दंपती को तीन पुरुष पर्यटकों के साथ 23 मई को सुबह 10 बजे के आसपास नोंग्रियात से मावलाखियात तक 3,000 से अधिक सीढ़ियां चढ़ते हुए देखा था। अल्बर्ट ने कहा था कि वह इंदौर के दंपती को पहचानते हैं, क्योंकि उन्होंने एक दिन पहले उन्हें नोंग्रियात तक चढ़ने के लिए अपनी सेवाएं देने की पेशकश की थी, लेकिन उन्होंने मना कर दिया था और एक अन्य गाइड को किराये पर कर लिया था।
O ‘चारों पुरुष आगे चल रहे थे, जबकि महिला पीछे थी’
उन्होंने बताया था कि चारों पुरुष आगे चल रहे थे, जबकि महिला पीछे थी। चारों पुरुष हिंदी में बातचीत कर रहे थे, लेकिन मैं समझ नहीं पाया कि वे क्या बोल रहे थे, क्योंकि मैं केवल खासी और अंग्रेजी ही जानता हूं। उन्होंने बताया कि उन लोगों ने शिपारा होमस्टे में रात बिताई और अगले दिन बिना गाइड के ही लौट आए। अल्बर्ट ने दावा किया था कि जब मैं मावलाखियात पहुंचा, उनका स्कूटर वहां नहीं था। इंदौर के दंपती का किराये का स्कूटर मावलाखियात के पार्किंग स्थल से कई किलोमीटर दूर सोहरारिम में पाया गया और उसमें चाबी लगी हुई थीं।
O पहला वार करने वाला आनंद सागर से गिरफ्तार
आरोपी आनंद सागर जिले के बीना तहसील स्थित किमलासा पुलिस थाना क्षेत्र में अपने चाचा के घर छिपा था। अब तक मिली जानकारी के मुताबिक, आरोपी आनंद ने सबसे पहले राजा पर वार किया था।
O सिर पर किए वार,सोनम की भूमिका से इनकार नहीं
पुलिस के मुताबिक राजा के सिर पर धारदार हथियार से वार के दो निशान थे। सोनम मुख्य आरोपियों में से एक है। शुरुआती जांच के मुताबिक, दूसरे आरोपियों ने हत्या को अंजाम दिया, लेकिन हत्या की साजिश रचने में सोनम की भूमिका की इनकार नहीं किया जा सकता। आखिर सोनम भी इतने दिनों तक अंडरग्राउंड थी। अभी यह कहना मुश्किल है कि हत्या का मकसद क्या था, लेकिन अगर हम सभी तारों को जोड़ते हैं तो पता चलता है कि राज कुशवाहा और सोनम की इसमें मिलीभगत रही होगी। राज कुशवाहा यहां नहीं था, लेकिन वह अन्य तीन आरोपियों के संपर्क में था।
O तीन आरोपियों को कोर्ट ले गई पुलिस, भारी सुरक्षा बल तैनात
इस हत्याकांड में शामिल सोनम के लवर राज कुशवाह, विशाल उर्फ विक्की चौहान, आकाश राजपूत को पुलिस कोर्ट में पेश करने की तैयारी कर रही हैं। दोपहर में तीनों आरोपियों का इंदौर के जिला अस्पताल में मेडिकल कराया गया। मेडिकल के बाद आरोपियों को कोर्ट भेजा गया। कोर्ट में भारी पुलिस बल तो तैनात किया गया हैं।