दुर्ग। बहुप्रतीक्षित विशाखापट्टनम वंदेभारत एक्सप्रेस का रैक दुर्ग पहुंच गया है। देशभर में शुरू होने जा रहे 10 वंदेभारत एक्सप्रेस में यह ट्रेन भी शामिल है, जिसे पीएम नरेंद्र मोदी झंडी दिखाकर रवाना करेंगे।उद्घाटन समारोह रायपुर में होगा।
मिली जानकारी के मुताबिक विशाखापट्टनम वंदेभारत एक्सप्रेस को 15 सितंबर को हरी झंडी दिखाई जाएगी। हालांकि इसमें सफर के लिए अब तक टिकिट बुकिंग शुरू नहीं की गई है। फिलहाल इस ट्रेन के ट्रायल रन को लेकर कोई शेड्यूल नहीं है।
यदि आप अमूमन ट्रेन से यात्रा करते हैं और आपका संबंध छत्तीसगढ़ से हैं तो हम आपको आज एक अच्छी खबर देते हैं. जी हां…दरअसल, सूबे में दूसरी वंदेभारत एक्सप्रेस 15 सितंबर से पटरी पर दौड़ेगी, जो दुर्ग से विशाखापटनम के बीच चलेगी. राजधानी रायपुर से विशाखापटनम की 300 किलोमीटर दूरी अब मात्र 5 घंटे में यात्री पूरी कर सकेंगे. रेलवे मंडल की ओर से इसकी तैयारी शुरू कर दी गई है. एक वंदे भारत एक्सप्रेस प्रदेश में पहले से चल रही है. ये दिसंबर, 2022 से बिलासपुर से नागपुर के बीच शनिवार को छोड़कर सप्ताह में छह दिन चल रही है.
इस रूट से चलेगी ट्रेन
बिलासपुर से नागपुर के बीच वंदे भारत के बाद दूसरी ट्रेन केंद्र सरकार की ओर से दी गई है. रेलवे सूत्रों के हवाले से मीडिया में जो खबर है उसके अनुसार, देश भर में 10 अलग-अलग स्थानों से वंदे भारत ट्रेन को 15 सितंबर को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी हरी झंडी दिखाएंगे. इसमें से एक ट्रेन छत्तीसगढ़ को भी मिलने जा रही है. दुर्ग से शुरू होने वाली इस नई वंदे भारत ट्रेन का छत्तीसगढ़ में रायपुर, महासमुंद, ओडिशा में खरियार रोड, टिटिलागढ़, रायगढ़ और आंध्र प्रदेश के विजय नगर में स्टॉपेज होगा.
ये है टाइम टेबल
यह ट्रेन दुर्ग से सुबह 6 बजे खुलेगी. इसके बाद यह दोपहर 2:30 बजे के करीब विशाखापट्टनम पहुंच जाएगी. वहां से दोपहर करीब 3 बजकर 15 बजे यह खुलकर रात 11 बजकर 50 मिनट पर दुर्ग लौट जाएगी. नई वंदे भारत ट्रेन की साफ सफाई और रखरखाव दुर्ग रेलवे स्टेशन के कोचिंग यार्ड में किया जाएगा.
रेलवे की ओर से बताया गया कि वंदे भारत ट्रेन का रैक दुर्ग स्टेशन पहुंच गया है. वंदे भारत ट्रेन चेयर कार होगी. स्लीपर की सुविधा इसमें नहीं होगी. नई वंदे भारत ट्रेन रायपुर की जगह दुर्ग से चलेगी. यह फैसला इसलिए किया गया क्योंकि यहां पर कोचिंग यार्ड है. ट्रेन स्टापेज पर किन-किन स्टेशनों पर किराया क्या होगा? इसकी अधिकृत जानकारी फिलहाल रेलवे की ओर से नहीं दी गई है.