TTN ब्रेकिंग…गुजरात में गजब के कारनामे:सूरत मे झोला छाप डॉक्टर्स ने खोल दिया मल्टी सुपर स्पेशियलिटी हॉस्पिटल, वहीं फर्जी मेडिकल इंस्टीट्यूट भी खुला,पुलिस ने कर दिया सही इलाज

O फर्जी कॉर्ट,पुलिस स्टेशन,जांच चौकी,फर्जी एन आई ए अधिकारी जैसे चर्चित मामलों के बाद अब फर्जी हॉस्पिटल और मेडिकल इंस्टीट्यूट का हैरान करनेवाला मामला सामने आया है।

TTN Desk

सूरत में फर्जीवाड़े का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है।फर्जी मल्टीस्पेशलिटी हॉस्पिटल के बाद अब शहर में एक और चौंकाने वाला मामला सामने आया है। एनएसयूआई और युवा कांग्रेस के एक स्टिंग ऑपरेशन में खुलासा हुआ है कि सूरत के पूना पाटिया स्थित ला सिटाडेल वाणिज्यिक परिसर में एक छोटी सी दुकान में ‘जीवनदीप मेडिकल इंस्टीट्यूट’ के नाम से फर्जी नर्सिंग और अन्य मेडिकल कोर्स चलाए जा रहे थे।

इस दुकान में महज 10×20 वर्गफीट के क्षेत्रफल में पांच तरह के मेडिकल कोर्स संचालित किए जा रहे थे। संस्थान छात्रों से भारी भरकम फीस वसूल कर रहा था और उन्हें बताया जा रहा था कि उनकी पढ़ाई बेंगलुरु में होगी। हालांकि, जांच में पता चला कि यहां कोई भी व्यावहारिक प्रशिक्षण नहीं दिया जा रहा था और छात्रों को सिर्फ फर्जी दस्तावेज दिए जा रहे थे।

O नर्सिंग कौंसिल ने भी बताया फर्जी

एनएसयूआई महासचिव रवि पुछड़िया ने बताया कि इस संस्थान के द्वारा दिए जाने वाले सर्टिफिकेट किसी भी भर्ती प्रक्रिया में मान्य नहीं हैं। छात्रों को गुमराह करके उनका भविष्य बर्बाद किया जा रहा है। गुजरात नर्सिंग काउंसिल के उपाध्यक्ष इकबाल कड़ीवाला ने भी इस संस्थान को फर्जी बताया है और कहा है कि यह काउंसिल में पंजीकृत नहीं है।

O सूरत का फर्जी हॉस्पिटल उद्घाटन के अगले दिन ही सील

अभी दो दिन पहले ही इधर सूरत शहर में एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है, जहां फर्जी डॉक्टरों के एक समूह ने न केवल नर्सिंग होम खोला, बल्कि एक पूर्ण विकसित अस्पताल भी स्थापित कर दिया। इस अस्पताल का नाम जनसेवा मल्टीस्पेशलिटी हॉस्पिटल रखा गया था, जो पांडेसरा इलाके में स्थित है। रविवार को इसका उद्घाटन भी भव्य तरीके से हुआ, लेकिन अगले ही दिन इसे सील कर दिया गया।

O फर्जी डिग्री का खेल

पुलिस जांच में पाया गया कि अस्पताल के 5 को-फाउंडरों में से 2 के पास फर्जी डिग्री हैं। बीआर शुक्ला, जो खुद को आयुर्वेदिक डॉक्टर बताते हैं और आरके दुबे, जो इलेक्ट्रो-होम्योपैथी की डिग्री का दावा करते हैं, दोनों पर गुजरात मेडिकल प्रैक्टिशनर्स एक्ट के तहत मामला दर्ज किया गया है। अन्य 3 सह-संस्थापकों की डिग्रियों की जांच जारी है।

O उद्घाटन समारोह के कार्ड में प्रशासनिक अधिकारियों का जिक्र

उद्घाटन के निमंत्रण में सूरत नगर निगम आयुक्त शालिनी अग्रवाल, पुलिस आयुक्त अनुपम सिंह गहलोत और संयुक्त पुलिस आयुक्त राघवेंद्र वत्स के नाम शामिल थे। हालांकि, अधिकारियों ने इस निमंत्रण की जानकारी से इनकार किया और कार्यक्रम में कोई नहीं आया।

Oअस्पताल सील, आगे की जांच जारी

पुलिस ने अस्पताल परिसर को सील कर दिया है और सह-संस्थापकों की डिग्रियों की पुष्टि की जा रही है। वरिष्ठ पुलिस अधिकारी विजय सिंह गुर्जर ने कहा कि फर्जी डिग्री के मामले में सख्त कार्रवाई की जाएगी।

Oनिषेध अधिनियम के तहत मामला दर्ज

सह-संस्थापक जीपी मिश्रा पर पहले से ही निषेध अधिनियम के तहत तीन मामले दर्ज हैं। उनके साथ-साथ अन्य दो सह-संस्थापकों की भी डिग्रियां संदिग्ध हैं। फर्जी डिग्री और धोखाधड़ी के इस मामले ने राज्य सरकार और स्वास्थ्य विभाग की गंभीरता पर सवाल खड़े कर दिए हैं। लोगों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए प्रशासन ने इस मामले में कड़े कदम उठाने का आश्वासन दिया है।