*मनोज शर्मा*
00 कोरबा चांपा हाइवे पर स्थित अदानी पावर प्लांट (पूर्व का लैंको अमरकंटक पावर) को अधिग्रहित करने के बाद अदानी समूह के चेयरमैन गौतम अदानी का 12 जनवरी को वहां पहला प्रवास होना है।उनके साथ अन्य बोर्ड डायरेक्टर होंगे।उनका यह दौरा प्लांट विस्तार योजना के लिए महत्वपूर्ण माना जा रहा है।कंपनी ने तीसरे चरण में अब यहां 660 की बजाय 800 मेगावाट की इकाइयां बनाने का निर्णय लिया है।
अडानी ग्रुप के चेयरमैन गौतम अडानी 12 जनवरी को छत्तीसगढ़ के कोरबा जिले के कोरबा चांपा हाइवे पर ग्राम पताडी स्थित अदानी पावर प्लांट का अधिग्रहण के बाद पहली बार दौरा करेंगे।पूर्व में यह पावर प्लांट लैंको समूह का था,जिसके दिवालिया होने के बाद अदानी समूह ने 4101 करोड़ में इसका अधिग्रहण किया।
कम्पनी सूत्रों के मुताबिक गौतम अडानी 12 जनवरी को चार्टर प्लेन से रायगढ़ पहुंचेंगे। यहां से वे हेलीकॉप्टर के माध्यम से कोरबा के पताड़ी स्थित अदानी पॉवर लिमिटेड प्लांट पहुंचेंगे। जिसके परिसर में हेलीपेड बना हुआ है। गौतम अडानी का आगमन 11.30 से 12 बजे के बीच होगा। बताया गया है कि वे लगभग एक घण्टा रूकेंगे और संयंत्र का जायजा लेते हुए संबंधित अधिकारियों से चर्चा करेंगे।
इस प्लांट से वर्तमान में 600 मेगावाट बिजली का उत्पादन हो रहा है। लैंको का अधिग्रहण के साथ ही अडानी पॉवर लिमिटेड की छत्तीसगढ़ में विद्युत उत्पादन क्षमता बढ़कर 2570 मेगावाट हो गई है। अदानी पॉवर लिमिटेड का रायगढ़ जिले में 600 मेगावाट का कोरबा वेस्ट तथा रायपुर जिले में 1370 मेगावाट क्षमता वाला थर्मल पावर प्लांट संचालित है।छत्तीसगढ़ में ही जांजगीर चांपा जिला स्थित निजी डीबी पावर प्लांट का भी अदानी ने 7200 करोड़ में दो साल पहले सौदा किया था किंतु बाद में इसे निरस्त कर दिया।
O थर्मल पावर में है अदानी का बड़ा दांव,छत्तीसगढ़ महत्वपूर्ण
विविधतापूर्ण अदानी समूह का एक हिस्सा अदानी पावर लिमिटेड भारत में सबसे बड़ा निजी ताप विद्युत उत्पादक है। जिसके पास 15,250 मेगावाट की बिजली उत्पादन क्षमता है जिसमें गुजरात, महाराष्ट्र, कर्नाटक, राजस्थान, छत्तीसगढ़, मध्य प्रदेश और झारखंड में ताप विद्युत संयंत्र और गुजरात में 40 मेगावाट की सौर ऊर्जा परियोजना शामिल है।थर्मल पावर के क्षेत्र में अदानी की आक्रमक रणनीति के तहत छत्तीसगढ़ का खासा महत्व है । अदानी जांजगीर चांपा जिला के अकलतरा स्थित के एस के महानदी पावर प्लांट का भी अधिग्रहण करना चाहते थे किंतु दो महीने पहले इसमें सज्जन जिंदल की कंपनी ने बाजी मार ली।
O अधिग्रहित पॉवर प्लांट की क्षमता में विस्तार पर होगा फोकस
एक जानकार ने बताया कि ऐसे में अदानी समूह अब थर्मल पावर सेक्टर में आगे बढ़ने उसके द्वारा छत्तीसगढ़ में पूर्व में अधिग्रहित पावर प्लांट की अधूरी और प्रस्तावित परियोजनाओं को तेजी से पूरा करने की और बढ़ेगी वरन पूर्व प्रस्तावित परियोजनाओं की क्षमता में वृद्धिऔर इकाइयों की टेक्नोलॉजी में भी बड़े बदलाव को अपनाने जा रही है।इसी सिलसिले में समूह प्रमुख गौतम अदानी का यह प्रवास महत्वपूर्ण माना जा रहा हैं।जहां तक कोरबा के अदानी पावर प्लांट (पूर्व में लैंको) के पहले चरण में 300 मेगावाट की 2 मतलब कुल 600 मेगावाट की इकाई चालू है।दूसरे चरण में 660 की दो इकाइयों का बजट वर्ष 2025/26 में निर्माण पूर्ण कर लेने का लक्ष्य रखा गया है । अब बात सबसे महत्वपूर्ण तीसरे चरण की ,जिसके तहत भी 660 मेगावाट की दो इकाइयों बनाने की योजना थी।
O अब 660 नहीं 800 मेगावाट की इकाइयां बनेंगी
हमारे सूत्रों ने बताया कि अब समूह ने निर्णय लिया है कि कंपनी आगे 800 मेगावाट की आधुनिक सुपर क्रिटिकल इकाइयां ही लगाएगी।रायपुर के पास अधिग्रहित प्लांट में भी 800 मेगावाट की ही 2 यूनिट बनाई जा रही है।ऐसा ही मध्यप्रदेश के अधिग्रहित महान में भी किया जा रहा है।कोरबा के तीसरे चरण के विस्तार में भी कंपनी ने यह बड़ा बदलाव तय कर लिया है।अब तीसरे चरण में 1320 नहीं 1600 मेगावाट का प्लांट बनेगा जिसमें 800 मेगावाट की सुपर क्रिटिकल टेक्नोलॉजी वाली 2 इकाइयां बनाई जाएगी।इसके लिए कंपनी को अतिरिक्त जमीन की भी जरूरत होगी।बताया गया है कि चेयरमैन गौतम अदानी के प्रस्तावित दौरे में प्रबंधन इस संबंध में विस्तृत जानकारी देगा और इस पर अंतिम निर्णय चेयरमैन लेंगे।