प्रधानमंत्री पहले राजघाट पहुंचकर राष्ट्रपिता महात्मा गांधी को दी श्रद्धांजली फिर लाल किला में फहराया तिरंगा
नई दिल्ली (एजेंसी)। लाल किले से पीएम मोदी ने चेतावनी दी है कि एलएसी से एलओसी तक आंख उठाने वाले को करारा जवाब देंगे। घर-घर से फौजी निकलेगा। संप्रुभता के लिए दुश्मन को उसी की भाषा में जवाब देने सक्षम हैं। हम क्या कर सकते हैं लद्दाख में पूरी दुनिया ने देखा। जिसने भी आंख उठाई भारतीय सेना ने उसे करारा जवाब दिया है। अपनी संप्रभुता के लिए भारत किसी तरह का कोई समझौता नहीं करेगा। प्रधानमंत्री का यह कड़ा संदेश संभवत चीन व पाकिस्तान के लिए माना जा रहा है।
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भारत आज अपना 74 वां स्वतंत्रता दिवस मना रहा है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इस ऐतिहासिक अवसर पर लाल किले की प्राचीर से तिरंगा फहराया। इससे पहले प्रधानमंत्री ने राजघाट जाकर राष्ट्रपिता महात्मा गांधी को श्रद्धांजलि दी। समारोह स्थल पहुंचने पर रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने पीएम मोदी का स्वागत किया। प्रधानमंत्री ने देश को संबोधित करते हुए यह भी कहा कि आज भारत ने असाधारण समय में असंभव को संभव किया है। इसी इच्छाशक्ति के साथ प्रत्येक भारतीय को आगे बढऩा है। 21वीं सदी के इस दशक में अब भारत को नई नीति और नई रीति के साथ ही आगे बढऩा होगा। अब साधारण से काम नहीं चलेगा। हमारी पॉलिसी, हमारे प्रोसेस, हमारे प्रोडक्ट, सब कुछ बेस्ट होना चाहिए, सर्वश्रेष्ठ होना चाहिए। तभी हम एक भारत-श्रेष्ठ भारत की परिकल्पना को साकार कर पाएंगे। हमारे देश में 1300 से ज्यादा आइसलैंड हैं। इनमें से कुछ चुनिंदा आइसलैंड को, उनकी भौगोलिक स्थिति को ध्यान में रखते हुए, देश के विकास में उनके महत्व को ध्यान में रखते हुए, नई विकास योजनाएं शुरू करने पर काम चल रहा है। देश की सुरक्षा में हमारे बॉर्डर और कोस्टल इंफ्रास्ट्रक्चर की भी बहुत बड़ी भूमिका है। हिमालय की चोटियां हों या हिंद महासागर के द्वीप, आज देश में रोड और इंटरनेट कनेक्टिविटी का अभूतपूर्व विस्तार हो रहा है, तेज़ गति से विस्तार हो रहा है। भारत के जितने प्रयास शांति और सौहार्द के लिए हैं, उतनी ही प्रतिबद्धता अपनी सुरक्षा के लिए, अपनी सेना को मजबूत करने की है। भारत अब रक्षा उत्पादन में आत्मनिर्भरता के लिए भी पूरी क्षमता से जुट गया है।
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बीते 5 साल अपेक्षाओं व अब के 5 साल आकांक्षाओं की पूति के लिए
पीएम मोदी ने यह भी कहा कि बीते वर्ष मैंने यहीं लाल किले से कहा था कि पिछले पाँच साल देश की अपेक्षाओं के लिए थे, और आने वाले पांच साल देश की आकांक्षाओं की पूर्ति के लिए होंगे। बीते एक साल में ही देश ने ऐसे अनेकों महत्वपूर्ण फैसले लिए, अनेकों महत्वपूर्ण पड़ाव पार किए। आत्मनिर्भर भारत के निर्माण में, आधुनिक भारत के निर्माण में, समृद्ध और खुशहाल भारत के निर्माण में, देश की शिक्षा का बहुत बड़ा महत्व है। इसी सोच के साथ देश को तीन दशक के बाद एक नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति मिली है। देश के हर कोने में इसका स्वागत हो रहा है।
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कोरोना की एक नहीं, तीन वैक्सीन टेस्टिंग के चरण में
उन्होंने कहा कि आज भारत में कोराना की एक नहीं, दो नहीं, तीन-तीन वैक्सीन्स इस समय टेस्टिंग के चरण में हैं। जैसे ही वैज्ञानिकों से हरी झंडी मिलेगी, देश की तैयारी उन वैक्सीन्स की बड़े पैमाने पर प्रोडक्शन की भी तैयारी है। स्वतंत्रता दिवस पर अपने संबोधन के दौरान पीएम मोदी ने नेशनल डिजिटल हेल्थ मिशन की घोषणा की है। इसके तहत सभी भारतीय को एक आईडी दी जीएगी। देश के किसानों को आधुनिक इंफ्रास्ट्रक्चर देने के लिए कुछ दिन पहले ही एक लाख करोड़ रुपए का एग्रीकल्चर इनफ्रास्ट्रक्चर फंड बनाया गया है।