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बालको अस्पताल में ब्रेन हैमरेज की जटिल सर्जरी संपन्न

 

बालकोनगर, सितंबर 2022। वेदांता समूह की कंपनी भारत एल्यूमिनियम कंपनी लिमिटेड (बालको) के अस्पताल में ब्रेन हैमरेज की जटिल सर्जरी सफलतापूर्वक संपन्न हुई। बालको अस्पताल के मुख्य चिकित्सा अधिकारी एवं हड्डी रोग विशेषज्ञ डॉ. विवेक सिन्हा और उनकी टीम ने पहली बार बालको अस्पताल में 73 वर्षीय वृद्ध के ब्रेन हैमरेज की सफल सर्जरी की। मरीज के परिवारजनों ने बालको अस्पताल की सुविधाओं और चिकित्सकों व चिकित्साकर्मियों के व्यवहार की दिल खोलकर प्रशंसा की।

डॉ. सिन्हा ने बताया कि मरीज अपने घर में 10 दिन से बेहोशी की हालत में थें। परिवारजनों ने प्राथमिक चिकित्सा के बाद स्थिति में सुधार न होते देख कोरबा के न्यूरोसर्जन डॉ. प्रदीप त्रिपाठी से संपर्क किया। विस्तृत जांच और मरीज की जटिल स्थिति देखकर डॉ. त्रिपाठी ने उन्हें बालको अस्पताल रेफर कर दिया। बालको अस्पताल में एमआरआई देखने के बाद पता चला कि उन्हें ब्रेन हैमरेज की समस्या है। डॉ. विवेक सिन्हा और डॉ. राहुल अग्रवाल एनेस्थीसिया स्पेशलिस्ट ने आपस में विचार विमर्श कर इस जटिल ऑपरेशन का निर्णय लिया। न्यूरोसर्जन डॉ. त्रिपाठी एवं डॉ. हेमंत काजा के द्वारा बालको अस्पताल में लगभग 2 घंटे की सर्जरी की गई। बालको अस्पताल में पहली बार हुई यह सर्जरी 100 फीसदी सफल रही।

डॉ. सिन्हा ने यह भी बताया कि बालको अस्पताल में ट्रॉमा सर्जरी के अलावा अब घुटना प्रत्यारोपण, कुल्हे के प्रत्यारोपण आदि के साथ मेरूदंड से संबंधित सर्जरी किए जा रहे हैं जिससे बड़ी संख्या में जरूरतमंदों को लाभ मिल रहा है।

मरीज के परिवारजनों ने बताया कि बालको अस्पताल की सुविधाएं उत्कृष्ट हैं। ऑपरेशन के बाद मरीज की स्थिति में तेजी से सुधार आ रहा है। परिजनों ने बालको प्रबंधन के प्रति आभार जताते हुए कहा कि बालको अस्पताल के चिकित्सकों और चिकित्साकर्मियों का व्यवहार मरीजों और उनके परिवारजनों के प्रति बेहतरीन है। बालको अस्पताल की सेवाओं से वह और उनके परिवारजन पूरी तरह संतुष्ट हैं।

इस महत्वपूर्ण उपलब्धि के लिए बालको के मुख्य कार्यकारी अधिकारी एवं निदेशक श्री अभिजीत पति ने बालको अस्पताल की टीम को बधाई एवं शुभकामनाएं दी हैं। उन्होंने कहा कि बालको अस्पताल साढ़े चार दशकों से ऐसे स्वास्थ्य केंद्र के रूप में काम कर रहा है जहां क्षेत्रीय नागरिकों के लिए विभिन्न विशेषज्ञ सेवाएं मौजूद हैं। बालको कर्मचारियों और उनके परिवारजनों के अलावा अन्य स्थानीय नागरिकों को भी उत्कृष्ट चिकित्सा सेवाएं दी जाती हैं। श्री पति ने कहा कि बालको अस्पताल के जरिए क्षेत्र के जरूरतमंदों को हरसंभव चिकित्सा सुविधाएं देने के प्रति बालको प्रबंधन कटिबद्ध है।

बालको अस्पताल पर एक नजर: बालको के 75 बिस्तरों के सुपर स्पेशिएलिटी अस्पताल ने अपने विशेषज्ञ चिकित्सकों की मदद से बालको अधिकारियों, कर्मचारियों, उनके परिवारजनों, ठेकाश्रमिकों और स्थानीय नागरिकों की स्वास्थ्य संबंधी जरूरतों की पूर्ति पूरी दक्षता से की है। यहां पांच बिस्तरों वाला गहन चिकित्सा कक्ष मौजूद है जहां गंभीर रूप से पीड़ित मरीजों का इलाज एमडी मेडिसिन की देखरेख में किया जाता है। बालको अस्पताल उच्च गुणवत्ता की चिकित्सा सेवाओं के प्रति कटिबद्ध है। चिकित्सा के क्षेत्र में उत्कृष्ट प्रबंधन एवं गुणवत्ता के लिए बालको अस्पताल को आई.एस.ओ. 9001-2015 प्रमाणपत्र मिल चुका है।

भारत सरकार की आयुष्मान योजना के अंतर्गत अस्पताल में जरूरतमंदों का ईलाज किया जाता है। बालको अस्पताल में मेडिसीन, आर्थोपेडिक्स, ई.एन.टी., रेडियोलॉजी, पैथोलॉजी, फिजियोथेरेपी और सामान्य सर्जरी आदि की सुविधाएं हैं। ओपन एवं लेप्रोस्कोपिक सर्जरी भी किए जा जाते हैं। सामान्य व सिजेरिएयन प्रसव तथा स्त्री रोग संबंधी इलाज के साथ ही महीने में एक बार हृदय रोग विशेषज्ञ, मूत्र रोग विशेषज्ञ, कैंसर रोग विशेषज्ञ, पेट एवं लीवर रोग विशेषज्ञ और न्यूरोसर्जन संबंधित विज़िटिंग कंसल्टेंट डॉक्टर अपनी सेवाएं देते हैं। कोविड-19 टीकाकरण महाअभियान के साथ ही सरकार द्वारा निर्धारित समस्त टीकाकरण कार्यक्रमों का अनुसरण बालको अस्पताल में किया जाता है।

 

 

मेडिकल कॉलेज खोलने को लेकर कांग्रेसियों में झूठा श्रेय लेने में मची है होड़ भाजपा के वरिष्ठ नेता व पूर्व महामंत्री नवीन नवीन ने कहा

केंद्र की श्री नरेन्द्र मोदी सरकार द्वारा 300 करोड़ रुपए प्रदान किए गए हैं ,कोरबा , महासमुंद और कांकेर जिला के लिए जिसमें छत्तीसगढ़ सरकार का कोई लेना देना नहीं है इसके लिए प्रधानमंत्री मा.श्री नरेन्द्र मोदी जी व केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख भाई माडवीया जी को श्रेय जाता है ।

 

वही कोरबा जिले के दौरे के दरमियान केंद्रीय मंत्री श्री अश्विनी चौबे, केंद्रीय मंत्री श्री गिरिराज सिंह जब दौरे में आए थे तब भाजपा के नेताओं ने मेडिकल कॉलेज खोलने को लेकर अनुरोध किया गया था ,जिसे लेकर आश्वासन भी दिया गया था कि केंद्र में जाकर केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री से अनुरोध करेंगे जिसका परिणाम स्वरूप आज कोरबा महासमुंद और कांकेर जिले में मेडिकल कॉलेज खोलने की अनुमति केंद्र सरकार द्वारा दी गई है और राशि भी जारी की गई है ॥

 

कोरबा के वरिष्ठ भाजपा नेता पूर्व महामंत्री श्री नवीन पटेल ने कहा कि अगर श्रेय लेना है तो कोरबा की सड़क की दुर्दशा को लेकर कांग्रेसियों को श्रेय लेना चाहिए जो वर्षा ऋतु के पहले सड़क बनी थी और आज पूरी सड़क उखड़ के गिट्टी सड़क में नजर आने लगी है और गढो में तब्दील होने लगी है

अगर श्रेय लेना है तो मां सर्वमंगला चौक से बरमपुर, वैशाली नगर,कुसमुंडा,इमली छापर,मार्ग का श्रेय लेना चाहिए ,जिसमें लोगों को चलने में काफी कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है। इसके लिए भी केंद्र सरकार द्वारा 27 किलोमीटर की 3 अलग-अलग सड़क निर्माण कार्य के लिए 200 करोड़ रुपए की राशि सीएसआर मद से केंद्र सरकार द्वारा दिया गया है वही बिलासपुर से पाली कटघोरा नेशनल हाईवे का काम भी केंद्र सरकार के द्वारा किया जा रहा है ।

वही चांपा से कोरबा जो नेशनल हाईवे रोड का काम वर्तमान में चल रहा है वह भी केंद्र सरकार की योजना है।

 

आज आप ध्यानचंद चौक से एसटीपीपी दर्री होते हुए गोपाल पुर छुरी, कटघोरा नहीं जा सकते इतनी सड़क की दुर्दशा है।

 

अगर कोंग्रेसियो को श्रेय लेना है तो नरवा गरवा घुरवा बाड़ी का श्रेय ले जो छत्तीसगढ़ सरकार के सबसे बहुप्रतिक्षित योजना में से एक है जो गांव में कहीं नजर नहीं आ रहे हैं सारे जानवर शहर के रोड में हाईवे के रोड में नजर आ रहे हैं और उनकी वाहनों से अकाल मृत्यु हो रही है सड़कों में।

 

वही भाजपा के पूर्व महामंत्री नवीन पटेल ने कहा इसके लिए हमारे भाजपा के पूर्व मुख्यमंत्री डॉ रमन सिंह, भाजपा के यशस्वी प्रदेश अध्यक्ष अरुण साव,राज्यसभा सांसद सुश्री सरोज पांडे हमारे रामपुर विधानसभा के लोकप्रिय विधायक ननकीराम कंवर जैसे सभी नेताओं के अथक प्रयास से कोरबा जिले सहित 3 जिले को मेडिकल कॉलेज खोलने की सौगात केंद्र सरकार से मिला है ,वहीं भाजपा के शासनकाल में विकास की गंगा चारों ओर बह रही थी उसका जीता जागता उदाहरण कोरबा स्थित आईटी कॉलेज भाजपा की सरकार में खोला गया था जहां युवाओं को तकनीकी शिक्षा मिल सके कहीं युवाओं को भटकने की जरूरत ना पड़े वहीं केंद्र की सरकार ने कोरबा रामपुर स्थित ई.एस.आइ.सी वातानुकूलित हॉस्पिटल का निर्माण किया गया जिससे कोरबा के मजदूरों को निशुल्क इलाज मिल सके साथ ही कोरबा जिले के सभी आम जनों को इलाज मिल सके ,जो कोरोनावायरस के समय इलाज के लिए निशुल्क रूप से संचालित किया गया था और हजारों लोग वहां से ठीक होकर अपने घर लौटे हैं छत्तीसगढ़ के रायपुर स्थित एम्स हॉस्पिटल का निर्माण भी भाजपा के शासन काल में किया गया स्वर्गीय अटल बिहारी वाजपेई के नाम से बनाया गया जो वर्तमान में लाखों लोग इलाज करा रहे हैं और वहा स्वस्थ सुंदर हो रहे हैं छत्तीसगढ़ की जनता को दिल्ली एम्स जाने की जरूरत नहीं है

 

 

दर्री स्याहिमूडी में प्लास्टिक ईजींनीयरींग़ कोलेज का सीपेट का निर्माण किया गया,जिसमें करोना काल में आम लोगों का इलाज निशुल्क किया गया सभी योजना केंद्र सरकार की है और इलाज के दौरान जिस पैसे का इस्तेमाल किया जा रहा था वह भी केंद्र सरकार द्वारा जिला खनिज न्याय मत की राशि से खर्च किया गया राज्य सरकार कोरबा जिले में अभी तक ऐसे कौन सा कांक्रीट कार्य किए हैं जिसको कांग्रेसी बताएं सिर्फ वाहवाही लूटने के लिए प्रेस विज्ञप्ति जारी कर या प्रेस कॉन्फ्रेंस के माध्यम से अपनी पीठ थपथपा ने में लगे हुए हैं उनको याद रखना चाहिए छत्तीसगढ़ की जनता और खासकर की कोरबा की जनता ठगी हुई महसूस कर रही है कांग्रेस चुनाव से पहले जो घोषणा पत्र 36 पॉइंट में जारी किया गया था उसे आज 4 साल के कार्यकाल पूरा होने पर भी विकास की एक ईट छत्तीसगढ़ की सरकार कोरबा जिले में नहीं रख पाई है 10 लाख बेरोजगार युवाओ को रोज़गार देने का वादा किया गया था या बेरोज़गार युवाओं को 2500 रुपए भत्ता देने की बात कही गई थी कहाँ गया बेरोज़गारी भत्ता कांग्रेस को इस पर विचार करते हुए गंभीरता पूर्वक मंथन करने की जरूरत है और अपनी घोषणा पत्र को कांग्रेस की सरकार समय रहते पूरा करें इधर उधर की बात कर कोरबा की जनता को दिग्भ्रमित करने का प्रयास ना करें अब कोरबा की जनता कांग्रेस की वादाखिलाफी को अच्छे से समझ रही है केंद्र सरकार की योजनाओं को लेकर वाहवाही लूटना बंद करें।

 

भाजपा के वरिष्ठ नेता पूर्व महामंत्री नवीन पटेल ने कोरबा वासियों की व्यथा को देखते हुए उन्होंने यह बातें कहीं।

बालको के खिलाफ जारी हड़ताल रोकने श्रम न्यायालय ने दिया स्थगन आदेश

 

 

बालकोनगर, 20 अप्रैल। भारत एल्यूमिनियम कंपनी लिमिटेड (बालको) के खिलाफ बालको कर्मचारी संघ (भारतीय मजदूर संघ संबद्ध इकाई) द्वारा 13 अप्रैल, 2022 से जारी हड़ताल को माननीय श्रम न्यायालय, कोरबा ने रोकने का आदेश दिया है। माननीय श्रम न्यायालय के समक्ष बालको ने आवेदन प्रस्तुत किया था ताकि बालको संयंत्र के परसाभाठा गेट के समक्ष जारी हड़ताल एवं धरना प्रदर्शन पर सुनवाई की जा सके। न्यायालय ने मामला क्र. 05/सीजीआईआर/2022 पंजीबद्ध करते हुए सुनवाई के बाद यह आदेश दिया है कि जारी हड़ताल को आगामी पेशी दिनांक 22 अप्रैल, 2022 से पूर्व रोक दिया जाए। अपने एकपक्षीय स्थगन आदेश में माननीय श्रम न्यायालय ने यह भी कहा है कि चूंकि आवेदक संस्थान में हड़ताल से औद्योगिक, सुरक्षा व शांति एवं व्यवस्था प्रभावित होगी, परिणामस्वरूप हड़ताल से आवेदक संस्थान में एल्यूमिनियम उत्पादन एवं विनिर्माण तथा विद्युत उत्पादन का कार्य भी प्रभावित हो जाएगा।

 

न्यायालय के आदेश की सूचना प्रति बालको कर्मचारी संघ को उपलब्ध करा दी गई है। बालको प्रबंधन ने बालको कर्मचारी संघ से यह कहा है कि वे अपने संगठन द्वारा माननीय न्यायालय के आदेश का अनुपालन सुनिश्चित करें। बालको ने यह स्पष्ट किया है कि प्रबंधन ने सदैव ही श्रमिकों के हितों में अपनी नीतियां पारस्परिक विचार-विमर्श के माध्यम से तैयार करते हुए अनेक कल्याणकारी योजनाएं लागू की हैं। बालको प्रबंधन ने यह अपील की है कि कामगार किसी भी उकसावे में न आएं। अपने कार्यस्थलों पर उपस्थित होकर बालको संयंत्र के सुचारू प्रचालन में अपना योगदान सुनिश्चित करें। एकजुट होकर औद्योगिक शांति एवं सौहार्द्र के जरिए बालको परिवार के नागरिक देश की उत्तरोत्तर प्रगति में अपना योगदान कर सकते हैं।

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वेदांता एल्यूमिनियम ने स्थानीय ब्लड बैंकों की मदद के लिए चलाया रक्तदान अभियान

 

नई दिल्ली, 2022। देश की सबसे बड़ी एल्यूमिनियम उत्पादक कंपनी वेदांता एल्यूमिनियम ने विश्व स्वास्थ्य दिवस के अवसर पर स्वैच्छिक रक्तदान अभियान संचालित किया। छत्तीसगढ़ में भारत एल्यूमिनियम कंपनी लिमिटेड (बालको) तथा उड़ीसा में झारसुगुड़ा व लांजीगढ़ स्थित वेदांता एल्यूमिनियम के कर्मचारियों तथा व्यवसाय के साझेदारों ने रक्तदान अभियान में बढ़चढ़ कर भागीदारी की। 900 यूनिट रक्त स्थानीय ब्लड बैंकों में जमा किए गए।

 

उड़ीसा में वेदांता एल्यूमिनियम ने वेदांता अस्पताल लांजीगढ़ व मेडीकव्हर अस्पतालों के संयुक्त तत्वावधान में कालाहांडी जिले में स्थानीय नागरिकों के लिए मल्टी स्पेशलिटी स्वास्थ्य शिविर आयोजित किया। लगभग 35 गांवों के 300 नागरिकों ने स्वास्थ्य शिविरों में परामर्श लिए। झारसुगुड़ा में वाहन चालकों के लिए विशेष नेत्र जांच शिविर आयोजित किया गया। इसके साथ ही कर्मचारियों, उनके परिवारजनों, स्थानीय नागरिकों और स्कूल के विद्यार्थियों के लिए स्वास्थ्य जागरूकता शिविर आयोजित किया गया।

 

एल्यूमिनियम व्यवसाय, वेदांता लिमिटेड के मुख्य कार्यकारी अधिकारी श्री राहुल शर्मा ने रक्तदान अभियान के उत्कृष्ट आयोजन पर प्रसन्नता जताई। उन्होंने कहा कि अभियान से स्थानीय ब्लड बैंकों में जमा रक्त के जरिए जरूरतमंद मरीजों को समय पर प्रभावी इलाज मिल सकेगा। उन्होंने कहा कि कंपनी के सामाजिक कार्यक्रमों के अंतर्गत सामुदायिक स्वास्थ्य महत्वपूर्ण स्तंभ है। लांजीगढ़ में वेदांता अस्पताल स्थापित किया गया है। झारसुगुड़ा में पैथोलॉजी एवं जांच केंद्र की स्थापना की जाएगी। स्थानीय समुदायों की आवश्यकता के अनुरूप चलित स्वास्थ्य इकाइयों के जरिए शिविरों के आयोजन से क्षेत्रीय नागरिकों के जीवन स्तर में सुधार की दृष्टि से बड़ा लाभ मिल रहा है। स्वास्थ्य के साथ ही सामाजिक-आर्थिक प्रगति में भागीदारी के उद्देश्य से वेदांता एल्यूमिनियम आजीविका, शिक्षा, कौशल उन्नयन, महिला सशक्तिकरण, आधारभूत संरचना विकास आदि क्षेत्रों में योगदान कर रही है।

 

ओडीशा रेड क्रॉस ब्लड बैंक, झारसुगुड़ा की प्रभारी डॉ. सिलवंती जोजो ने वेदांता एल्यूमिनियम के उत्कृष्ट योगदान को प्रशंसनीय बताया। उन्होंने कहा कि रक्तदान महादान है। इससे अमूल्य मानव जीवन की रक्षा की जा सकती है। बड़े रक्तदान अभियानों से स्थानीय ब्लड बैंकों में रक्त की आपूर्ति सुनिश्चित होती है जिससे समय पर जरूरतमंदों की मदद की जाती है। उन्होंने कहा कि वेदांता एल्यूमिनियम कंपनी अपने सामाजिक उत्तरदायित्व कार्यक्रम के जरिए समाज में सकारात्मक परिवर्तन लाने में महत्वपूर्ण योगदान कर रही है। रक्तदान अभियान से आने वाले समय में बड़ी संख्या में जरूरतमंद लाभान्वित होंगे।

 

छत्तीसगढ़ और उड़ीसा में वेदांता एल्यूमिनियम की ओर से स्वास्थ्य के क्षेत्र में अनेक आधारभूत और विशेषीकृत सेवाएं दी जा रही हैं। छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में अत्याधुनिक कैंसर चिकित्सालय बालको मेडिकल सेंटर (बीएमसी) संचालित है। केंद्र में कैंसर पीड़ितों की चिकित्सा के लिए विश्वस्तरीय सुविधाएं और चिकित्सक मौजूद हैं। बालको में 75 बिस्तरों का सुपर स्पेशिएलिटी अस्पताल मौजूद है। केंद्र में विशेषज्ञ चिकित्सकों की मदद से बालको अधिकारियों, कर्मचारियों, उनके परिवारजनों, ठेकाश्रमिकों और स्थानीय नागरिकों की स्वास्थ्य संबंधी जरूरतों की पूर्ति पूरी दक्षता से की जाती है। चिकित्सा के क्षेत्र में उत्कृष्ट प्रबंधन एवं गुणवत्ता के लिए बालको अस्पताल को आई.एस.ओ. 9001-2015 प्रमाणपत्र मिल चुका है।

 

 

वेदांता अस्पताल, लांजीगढ़ में 20 बिस्तरों वाला मल्टी-स्पेशलिटी स्वास्थ्य केंद्र स्थापित है। यहां विशेषज्ञ चिकित्सक और फिजियोथैरेपिस्ट उपलब्ध हैं। अनेक चिकित्सा विशेषज्ञ नियमित दौरे पर आते हैं। एंबुलेंस के जरिए रेफरल सुविधा चौबीस घंटे दी जाती है। वेदांता अस्पताल की ओर से चलाए गए जागरूकता अभियानों और निःशुल्क स्वास्थ्य सेवाओं से कालाहांडी जिले में मलेरिया के संक्रमण दर में कमी आई है। प्रति वर्ष लगभग 60000 नागरिक वेदांता अस्पताल, लांजीगढ़ के जरिए लाभान्वित होते हैं।

 

झारसुगुड़़ा में कंपनी की ओर से वेदांता पैथोलॉजी लैब एवं जांच केंद्र की स्थापना की जा रही है। इस अत्याधुनिक केंद्र में नागरिकों को रेडियोलॉजी, मेमोग्राफी, ईसीजी, पीएफटी, टीएमटी, दृष्टि जांच, डिजिटल एक्स-रे, ऑडियोमेट्री सहित अन्य सुविधाएं मिल सकेंगी। कंपनी अपने प्रचालन क्षेत्रों में चलित स्वास्थ्य इकाइयां संचालित कर रही हैं। आधारभूत स्वास्थ्य सेवा के जरिए दूरदराज के ग्रामीण क्षेत्रों के लगभग 55000 नागरिकांे को लाभ मिल रहा है।

 

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बालको अस्पताल में सर्वाइकल स्पाइन की जटिल सर्जरी संपन्न

 

 

बालकोनगर, 12 अप्रैल। वेदांता समूह की कंपनी भारत एल्यूमिनियम कंपनी लिमिटेड (बालको) के अस्पताल में गर्दन की हड्डी (सर्वाइकल स्पाइन) की जटिल सर्जरी सफलतापूर्वक संपन्न हुई। बालको अस्पताल के मुख्य चिकित्सा अधिकारी एवं हड्डी रोग विशेषज्ञ डॉ. विवेक सिन्हा और उनकी टीम ने पहली बार बालको अस्पताल में हुई इस महत्वपूर्ण सर्जरी के जरिए आईटीआई रामपुर निवासी 40 वर्षीय महिला के हाथों में आई संवेदनहीनता की स्थिति को दूर करने में कामयाबी पाई। ऑपरेशन के बाद मरीज बालको अस्पताल में स्वास्थ्य लाभ ले रही हैं। उनके परिवारजनों ने बालको अस्पताल की सुविधाओं और चिकित्सकों व चिकित्साकर्मियों के व्यवहार की दिल खोलकर प्रशंसा की है।

 

डॉ. सिन्हा ने बताया कि मरीज अपने घर में सीढ़ी से फिसलकर घायल हो गई थीं। परिवारजनों ने प्राथमिक चिकित्सा के बाद स्थिति में सुधार न होते देख कोरबा के न्यूरोसर्जन डॉ. प्रदीप त्रिपाठी से संपर्क किया। विस्तृत जांच और मरीज की जटिल स्थिति देखकर डॉ. त्रिपाठी ने उन्हें बालको अस्पताल रेफर कर दिया। बालको अस्पताल में हुए परीक्षणों में यह पाया गया कि गर्दन की हड्डियों सी5-सी6 में लिसथिसिस और सी6-सी7 में डिस्क प्रोलैप्स की समस्या उत्पन्न हो गई थी। मरीज के स्पाइनल कॉर्ड में दबाव से हाथों के संचालन पर विपरीत प्रभाव पड़ा। यह स्थिति भी आई कि मरीज के हाथों की संवेदना लगभग समाप्त हो गई। वह मुट्ठी बांधने, चीजों को पकड़ने और रोजमर्रा के अन्य कार्य करने में असमर्थ हो गईं।

 

न्यूरोसर्जन डॉ. त्रिपाठी के सहयोग से बालको अस्पताल में लगभग 4 घंटे की सर्जरी की गई। इस दौरान इलियक क्रेस्ट बोन ग्राफ्टिंग यानी कुल्हे की हड्डी को सही आकार देकर गर्दन की क्षतिग्रस्त हड्डी के स्थान पर लगाया गया। इसके साथ ही टाइटेनियम स्पेसर की मदद से डिस्क प्रोलैप्स की स्थिति को ठीक किया गया। डॉ. सिन्हा ने बताया कि बालको अस्पताल में पहली बार हुई यह सर्जरी 100 फीसदी सफल रही। ऑपरेशन के बाद अब मरीज अपने हाथों का संचालन ठीक से कर पा रही हैं। डॉ. सिन्हा ने यह भी बताया कि बालको अस्पताल में ट्रॉमा सर्जरी के अलावा अब घुटना प्रत्यारोपण, कुल्हे के प्रत्यारोपण आदि के साथ मेरूदंड से संबंधित सर्जरी किए जा रहे हैं जिससे बड़ी संख्या में जरूरतमंदों को लाभ मिल रहा है।

 

मरीज के परिवारजनों ने बताया कि बालको अस्पताल की सुविधाएं उत्कृष्ट हैं। ऑपरेशन के बाद मरीज की स्थिति में तेजी से सुधार आ रहा है। अस्पताल के चिकित्सकों और चिकित्साकर्मियों का व्यवहार मरीजों और उनके परिवारजनांे के प्रति बेहतरीन है। बालको अस्पताल की सेवाओं से वह और उनके परिवारजन पूरी तरह संतुष्ट हैं।

 

इस महत्वपूर्ण उपलब्धि के लिए बालको के मुख्य कार्यकारी अधिकारी एवं निदेशक श्री अभिजीत पति ने बालको अस्पताल की टीम को बधाई एवं शुभकामनाएं दी हैं। उन्होंने कहा कि बालको अस्पताल साढ़े चार दशकों से ऐसे स्वास्थ्य केंद्र के रूप में काम कर रहा है जहां क्षेत्रीय नागरिकों के लिए विभिन्न विशेषज्ञ सेवाएं मौजूद हैं। बालको कर्मचारियों और उनके परिवारजनों के अलावा अन्य स्थानीय नागरिकों को भी उत्कृष्ट चिकित्सा सेवाएं दी जाती हैं। श्री पति ने कहा कि बालको अस्पताल के जरिए क्षेत्र के जरूरतमंदों को हरसंभव चिकित्सा सुविधाएं देने के प्रति बालको प्रबंधन कटिबद्ध है।

 

बालको अस्पताल पर एक नजर: बालको के 75 बिस्तरों के सुपर स्पेशिएलिटी अस्पताल ने अपने विशेषज्ञ चिकित्सकों की मदद से बालको अधिकारियों, कर्मचारियों, उनके परिवारजनों, ठेकाश्रमिकों और स्थानीय नागरिकों की स्वास्थ्य संबंधी जरूरतों की पूर्ति पूरी दक्षता से की है। यहां पांच बिस्तरों वाला गहन चिकित्सा कक्ष मौजूद है जहां गंभीर रूप से पीड़ित मरीजों का इलाज एमडी मेडिसिन की देखरेख में किया जाता है। 10 विशेषज्ञ चिकित्सक, आठ चिकित्सा अधिकारी, दो फिजियोथैरेपिस्ट, एक दंत चिकित्सक के अलावा 27 नर्सों और 80 सहायक कर्मचारियों के साथ बालको अस्पताल उच्च गुणवत्ता की चिकित्सा सेवाओं के प्रति कटिबद्ध है। हृदय, मूत्र, और मेरूदंड संबंधी बीमारियों के विशेषज्ञ नियमित रूप से दौरे पर आते हैं। चिकित्सा के क्षेत्र में उत्कृष्ट प्रबंधन एवं गुणवत्ता के लिए बालको अस्पताल को आई.एस.ओ. 9001-2015 प्रमाणपत्र मिल चुका है।

 

भारत सरकार की आयुष्मान योजना के अंतर्गत अस्पताल में जरूरतमंदों को आर्थोपेडिक्स, ई.एन.टी., सामान्य सर्जरी आदि की सुविधाएं दी जाती हैं। ओपन एवं लेप्रोस्कोपिक सर्जरी किए जा जाते हैं। सामान्य व सिजेरिएयन प्रसव तथा स्त्री रोग संबंधी अनेक सेवाएं अस्पताल में उपलब्ध हैं। शुरूआती अवस्था में ही बीमारी की पहचान के लिए समय-समय पर शिविर आयोजित किए जाते हैं। एंटीनेटल शिविर, कैंसर जागरूकता शिविर, अस्थि घनत्व मापन शिविर आदि के जरिए नागरिकों को बीमारियों के लक्षणों और उसकी चिकित्सा पद्धतियों से अवगत कराया जाता है। राष्ट्रीय पल्स पोलियो टीकाकरण अभियान के साथ ही सरकार द्वारा निर्धारित समस्त टीकाकरण कार्यक्रमों का अनुसरण बालको अस्पताल में किया जाता है।

 

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बालको : 1144 बच्चों को मिली पल्स पोलियो दवा

 

बालकोनगर, 3 मार्च। राष्ट्रीय पल्स पोलियो टीकाकरण अभियान में भागीदारी करते हुए भारत एल्यूमिनियम कंपनी लिमिटेड (बालको) के मुख्य चिकित्सालय ने 1144 बच्चों को पल्स पोलियो की खुराक पिलाई। बालको के मुख्य कार्यकारी अधिकारी एवं निदेशक श्री अभिजीत पति ने अस्पताल में नन्हे-मुन्नों को पल्स पोलियो की खुराक पिलाकर कार्यक्रम की शुरूआत की। पल्स पोलियो कार्यक्रम में श्री पति तथा बालको अस्पताल के चिकित्सकों और चिकित्साकर्मियों ने बच्चों को पल्स पोलियो की खुराक पिलाई। बालको अस्पताल के अलावा बालकोनगर के विभिन्न स्थानों पर अलग-अलग टीमें तैनात की गई थीं। 28 फरवरी और 1 मार्च, 2022 को घर-घर टीकाकरण किया गया।

 

बालको को मिला ‘बेस्ट वर्कप्लेस इन मैन्यूफैक्चरिंग’ प्रमाणपत्र-2022

 

 

बालकोनगर, 2022। वेदांता समूह की कंपनी भारत एल्यूमिनियम कंपनी लिमिटेड (बालको) ने मानव संसाधन के उत्कृष्ट प्रबंधन एवं कार्य शैली के लिए वर्ष 2022 का ‘बेस्ट वर्कप्लेस इन मैन्यूफैक्चरिंग’ प्रमाणपत्र प्राप्त किया है। प्रमाणपत्र प्राप्त करने की प्रक्रिया में मैन्यूफैक्चरिंग श्रेणी के अंतर्गत 132 उद्योग शामिल थे। बालको देश की उन टॉप 30 कंपनियों में शामिल है जिन्हें यह प्रमाणपत्र दिया गया है। प्रमाणपत्र ग्रेट प्लेस टू वर्क इंस्टीट्यूट की ओर से प्रदान किया गया।

 

ग्रेट प्लेस टू वर्क इंस्टीट्यूट उद्योगों के मानव संसाधन प्रबंधन, कार्य शैली और कर्मचारियों के अनुभवों के आधार पर पिछले तीन दशकों से आंकड़े तैयार करने के क्षेत्र में कार्यरत है। प्रति वर्ष 60 से अधिक देशों के लगभग 10 हजार संगठन अपनी मानव संसाधन नीतियों को उत्कृष्ट बनाने, कार्य शैली में उत्तरोत्तर सुधार करने की योजनाएं तैयार करने, बेंचमार्किंग, मूल्यांकन आदि के लिए ग्रेट प्लेस टू वर्क इंस्टीट्यूट के साथ साझेदारी करते हैं। बेस्ट वर्कप्लेस चुनाव की प्रक्रिया के दौरान 75 फीसदी महत्व कर्मचारी सर्वेक्षण को दिया जाता है जिसके अंतर्गत कर्मचारियों के विचारों का अध्ययन किया जाता है। कार्य संस्कृति अंकेक्षण के आधार पर संगठन को 25 फीसदी अंक दिए जाते हैं।

 

इस उपलब्धि पर बालको के मुख्य कार्यकारी अधिकारी एवं निदेशक श्री अभिजीत पति ने कहा कि मानव संसाधन के श्रेष्ठ प्रबंधन, कर्मचारियों के कैरियर विकास और उन्हें कार्य का बेहतरीन वातावरण उपलब्ध कराने की दिशा में बालको कटिबद्ध है। अत्याधुनिक तकनीक, डिजिटलाइजेशन और नवाचार आदि आधारों पर बालको ने अपने कर्मचारियों को प्रगति के हरसंभव अवसर मुहैया कराए हैं।

 

विविधतापूर्ण कार्य संस्कृति के विकास और कर्मचारियों के प्रोत्साहन की दिशा में बालको ने प्रतिष्ठित प्रबंधन संस्थाओं के सहयोग से अनेक कार्यक्रम संचालित किए हैं। वेदांता समूह के वरिष्ठ अधिकारियों के मार्गदर्शन में कर्मचारियों को कार्यशालाओं के जरिए प्रबंधन की विश्वस्तरीय तकनीकों से परिचित कराया जाता है। संगठन में महिला कर्मचारियों की सशक्त भूमिका के लिए वरिष्ठ प्रबंधन के साथ संवाद कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं। कर्मचारियों की उत्तरोत्तर प्रगति के लिए कार्यस्थल पर विविधतापूर्ण समावेशी वातावरण बनाने के लिए बालको कटिबद्ध है।

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बालको में आयोजित हुआ 73वा गणतंत्र दिवस समारोह

73 वें गणतंत्र दिवस पर बालको में श्री अभिजीत पति ने फहराया तिरंगा

 

बालकोनगर। ‘‘संविधान लागू होने के बाद देश ने विकास के अनेक दौर देखे हैं। हम सभी का सौभाग्य है कि बालको के माध्यम से हम देश की सेवा कर रहे हैं।’’ ये उद्गार बालको के मुख्य कार्यकारी अधिकारी एवं निदेशक श्री अभिजीत पति ने बालको के प्रशासनिक भवन परिसर में आयोजित 73 वें गणतंत्र दिवस समारोह में व्यक्त किए। श्री पति ने ध्वज फहराया।

 

श्री पति ने अपने संदेश में कहा कि हम सब मिलकर ऐसा भारत बनाएं जो सामाजिक, आर्थिक और वैज्ञानिक प्रगति में पूरी दुनिया के लिए मिसाल हो। उन्होंने कहा कि गुणवत्ता के मामले में पूरा विश्व बालको के उत्पादों की सराहना कर रहा है। वर्ष 2025 तक देश में एल्यूमिनियम की मांग आज के मुकाबले दोगुनी हो जाएगी। ऐसे में हम सभी के लिए बड़ा अवसर है कि हम बाजार की मांग पूरा करने के लिए खुद को तैयार कर लें। बालको ने तकनीकी और आर्थिक प्रगति में योगदान के साथ ही औद्योगिक स्वास्थ्य, सुरक्षा, पर्यावरण, सस्टेनिबिलिटी और गवर्नेंस की दिशा में अनेक महत्वपूर्ण काम किए हैं। बालको अपने प्रचालन में ‘शून्य क्षति, शून्य अपशिष्ट, शून्य उत्सर्जन’ नीति का पालन करता है। पहली बार बालको ने सीमेंट उद्योगों तक फ्लाई ऐश पहुंचाने में सफलता पाई। बालको ने एनआईटी, नागपुर के साथ समझौता किया है जिसके अंतर्गत संयंत्र परिसर और आसपास के क्षेत्रों में होने वाले सड़क निर्माण में व्हीएनआईटी की ओर से विकसित ग्रीन कांक्रीट का प्रयोग किया जाएगा।

 

 

देश के एल्यूमिनियम उद्योगों में बालको की विशिष्ट ऊर्जा खपत सबसे कम है। 28 लाख सर्टिफिकेट के साथ 59 प्रतिशत नवीकरणीय ऊर्जा सर्टिफिकेट हासिल कर बालको देश में पहले स्थान पर रहा। बालको ने पीएटी साइकल-2 योजना के अंतर्गत भारतीय एल्यूमिनियम उत्पादकों में सबसे अधिक ऊर्जा बचत प्रमाण पत्र हासिल किए हैं। लो कार्बन ऑपरेशन और कार्बन फुटप्रिंट कम करने के लिए हरित ऊर्जा को बढ़ावा देने की दिशा में बालको प्रतिबद्ध है।

 

कोरोना की चुनौतियों के बीच बालको कर्मचारियों और व्यवसाय के साझेदारों ने कंधे से कंधा मिलाकर काम करते हुए चुनौतीपूर्ण दौर में भी संयंत्र प्रचालन को सुचारू बनाए रखा। बालको ने वयस्क नागरिकों के साथ ही किशोर बच्चों के कोरोना टीकाकरण की व्यवस्था की। अपने प्रचालन क्षेत्रों में बालको ने स्थानीय जन प्रतिनिधियों के सहयोग से जरूरतमंदों के लिए शिक्षा, स्वास्थ्य, स्वावलंबन, महिला सशक्तिकरण, आधारभूत संरचना विकास की परियोजनाएं संचालित की हैं। चलित स्वास्थ्य वाहन, परियोजना नई किरण, परियोजना आरोग्य, परियोजना मोर जल मोर माटी, परियोजना कनेक्ट, वेदांता स्किल स्कूल आदि से जरूरतमंद नागरिकों को लाभ मिल रहा है।

 

समारोह में बालकोनगर क्षेत्र में संचालित सेंट्रल बोर्ड और छत्तीसगढ़ बोर्ड के स्कूलों विद्यार्थियों को उत्कृष्ट शैक्षणिक प्रदर्शन के लिए पुरस्कार दिए गए। कक्षा 10वीं में टॉप करने वाले विद्यार्थियों को स्वर्ण पदक तथा 10 हजार रुपए नगद तथा कक्षा 12वीं के टॉपर विद्यार्थियों को स्वर्ण पदक तथा लैपटॉप प्रदान कर उनके परिवारजनों की उपस्थिति में सम्मानित किया गया। सिक्योरिटी विभाग की ओर से डॉग शो आयोजित किया गया जिसमें प्रशिक्षित कुत्ते की मदद से अपराधियों की पहचान करने और उसे पकड़ने की तकनीकों का प्रदर्शन किया गया।

 

कार्यक्रम में बड़ी संख्या में बालको अधिकारी, कर्मचारी और व्यवसाय के साझेदार मौजूद थे। बालको के उप मुख्य मानव संसाधन प्रमुख श्री शुभदीप खान ने आभार जताया।

 

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जिले में दुकानें खुलने-बंद होने का समय निर्धारित, जिले के सभी आंगनबाड़ी, स्कूल, सिनेमाघर, थियेटर रहेंगे बंद, कलेक्टर श्रीमती रानू साहू ने जारी किए आदेश

 

 

 

कोरबा 06 जनवरी 2022/ कोरोना के बढ़ते संक्रमण को देखते हुए  जिले में कोविड संक्रमण के रोकथाम के लिए दुकानों के खुलने और बंद होने की समय अवधि तय कर दी गई है। कलेक्टर श्रीमती रानू साहू ने इस संबंध में जरूरी आदेश जारी कर दिए हैं।  जिले के सभी दुकाने रात्रि 10 बजे से सुबह 6 बजे तक बंद रहेंगे।  इस अवधि में केवल लोडिंग अनलोडिंग का काम किया जाएगा। सभी स्कूल, आंगनबाड़ी केंद्र, पंचायत एवं समाज कल्याण विभाग, आदिवासी विकास विभाग, स्कूल शिक्षा विभाग एवं महिला बाल विकास विभाग द्वारा संचालित आवासीय  संस्थाएं आगामी आदेश तक बंद रहेंगे। ऑनलाइन मोड में कक्षाएं संचालित होंगी।

 

जारी आदेशानुसार सभी पुस्तकालय, स्विमिंग पूल, जिम, सिनेमाघर एवं थिएटर बंद रहेंगे। सभी जुलूस और रैलियोंं, सार्वजनिक समारोहों, सामाजिक, धार्मिक, सांस्कृतिक और खेल आदि के सामूहिक आयोजन बंद रहेंगे। रेस्टोरेंट्स एवं होटल को उनके क्षमता के एक तिहाई उपस्थिति के साथ संचालन करने की अनुमति होगी। सभी सार्वजनिक स्थानों, भीड, बाजारों एवं दुकानों में  लोगों को मास्क लगाना अनिवार्य होगा। दुकानदार एवं उनके कर्मचारियों को भी मास्क लगाना अनिवार्य होगा। मास्क नहीं पहनने वालों के विरुद्ध दंडात्मक कार्यवाही की जाएगी।

कृषि कानून वापस होंगे : पीएम मोदी का ऐलान

नई दिल्ली। आज सुबह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राष्ट्र के नाम संदेश देते हुए कहा की तीनों कृषि कानून वापस होंगे। सारे आंदोलनकारी किसान अपने घर जाए। उन्होंने आगे कहा की वे आने वाले समय में भी किसानों के हित के लिए काम करते रहेंगे।

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