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वेदांता एल्यूमिनियम द्वारा ओडिशा में पहले अंतरराष्ट्रीय एल्यूमिनियम सम्मेलन का आयोजन*

 

 

एल्यूमिनियम एसोसिएशन ऑफ इंडिया की साझेदारी में आयोजित होगा सम्मेलन।

एल्यूमिनियम उद्योग के अगुवा कर सकेंगे नए विचारों , उत्कृष्ट कार्य संस्कृतियों एवं प्रक्रियाओं का आदान-प्रदान।

सम्मेलन में प्रतिभागी हो सकेंगे एल्यूमिनियम क्षेत्र के नवाचारों और प्रगति से रूबरू।

 

नई दिल्ली,  फरवरी 2023। देश में एल्यूमिनियम की सबसे बड़ी उत्पादक कंपनी वेदांता एल्यूमिनियम की ओर से पहले अंतरराष्ट्रीय एल्यूमिनियम सम्मेलन (आईएसी-2023) का आयोजन कंपनी के झारसुगुड़ा स्थित प्रचालन परिसर में 9 और 10 फरवरी, 2023 को किया जाएगा। एल्यूमिनियम एसोसिएशन ऑफ इंडिया (एएआई) के सहयोग से आयोजित सम्मेलन की थीम है – ‘‘भारत को बनाएं दुनिया की एल्यूमिनियम राजधानी’’।

आईएसी-2023 का उद्देश्य वैश्विक एल्यूमिनियम उद्योग और उनके स्टेकहोल्डरों को एक मंच पर लाना है। आयोजन में ग्राहकों, उपभोक्ताओ, एल्यूमिनियम उद्योग संबंधी तकनीक एवं कच्चे माल के आपूर्तिकर्ताओं, सेवा प्रदाताओं और मूल्य श्रृंखला के अन्य भागीदारों को शामिल होने का अवसर मिलेगा। सम्मेलन के दौरान एल्यूमिनियम उद्योग के नेतृत्वकर्ता श्रेष्ठ विचारों, कार्य संस्कृतियों एवं प्रक्रियाओं का आदान-प्रदान करेंगे। एल्यूमिनियम उद्योग के नवाचारों, प्रगति, सस्टेनिबिलिटी प्रोत्साहन और चक्रीय अर्थव्यवस्था की निरंतरता में उद्योग के योगदान से प्रतिभागी रूबरू होंगे।

सम्मेलन में विभिन्न प्रतिभागियों की तकनीकी प्रस्तुतियां होंगी। इनमें प्राथमिक धातु उत्पादकों, उपकरणों के आपूर्तिकर्ताओं, उत्पाद विकास करने वाली टीमों, शैक्षणिक संस्थाओं, अनुसंधान केंद्र और प्रमुख अंतरराष्ट्रीय विशेषज्ञों द्वारा प्रस्तुतियां दी जाएंगी। उद्योग के नेतृत्वकताओं की ओर से वैश्विक एल्यूमिनियम उद्योग के भविष्य एवं इसे मजबूत बनाने की रणनीतियों पर पैनल सत्रों के दौरान विचार साझा किए जाएंगे: विनिर्माण क्षेत्र में वैश्विक निवेश आकर्षित करने की दिशा में भारतीय एल्यूमिनियम उद्योग के समक्ष अवसर, उभरते क्षेत्रों में एल्यूमिनियम मिश्रधातुओं का इस्तेमाल, एल्यूमिनियम उद्योग को कार्बन मुक्त बनाने और हरित एल्यूमिनियम की संभावनाएं, एल्यूमिनियम के नए उत्पादों का विकास तथा विभिन्न क्षेत्रों में बढ़ते प्रयोग और एल्यूमिनियम उद्योग में सस्टेनेबलिटी को प्रोत्साहन।

एल्यूमिनियम एसोसिएशन ऑफ इंडिया के अध्यक्ष और वेदांता लिमिटेड के एल्यूमिनियम, पावर और पोर्ट बिजनेस के मुख्य कार्यकारी अधिकारी श्री राहुल शर्मा ने कहा कि ‘‘हमारा यह दृढ़ विश्वास है कि एल्यूमिनियम उद्योग में असीम संभावनाएं हैं और पहले अंतरराष्ट्रीय एल्यूमिनियम सम्मेलन की मेजबानी कर हम गौरवान्वित हैं। भारत में एल्यूमिनियम क्रांति के विचार को जन्म देना इसका उद्देश्य है। आईएसी-2023 एल्यूमिनियम उद्योग बिरादरी की एकजुटता और सस्टेनेबल भविष्य की दिशा में आगे बढ़़ने का बेहतरीन अवसर है। दुनियाभर के उद्योगों के नेतृत्वकर्ताओं के झारसुगुड़ा में स्वागत के लिए हम तत्पर हैं। मुझे विश्वास है कि भारतीय एल्यूमिनियम उद्योग का भविष्य हम मिलकर संवारेंगे।’’

आईएसी-2023 के दौरान आयोजित दो दिवसीय अंतरराष्ट्रीय प्रदर्शनी में उद्योग के नेतृत्वकर्ता, नए युग के स्टार्ट-अप और एल्यूमिनियम उद्योग मूल्य श्रृंखला के वैश्विक आपूर्तिकर्ता अपनी विनिर्माण क्षमता का प्रदर्शन करेंगे। अधिक जानकारी के लिए aluminiumsummit.jsg@vedanta.co.in पर मेल कर सकते हैं।

भारतीय एल्यूमिनियम उद्योग की जरूरतों को पूरा करने के उद्देष्य से 1981 में एल्यूमिनियम एसोसिएशन ऑफ इंडिया (एएआई) की स्थापना की गई। प्राथमिक उत्पादकों और डाउनस्ट्रीम विनिर्माताओं से लेकर अंतिम उपभोक्ताओं तक तथा अनुसंधान एवं विकास संगठनों को एएआई भारतीय एल्यूमिनियम औद्योगिक परिदृश्य में प्रतिनिधित्व प्रदान करता है। एएआई का मिशन एल्यूमिनियम उद्योग और उसके भागीदारों का मंच तैयार करना है जो इस उद्योग की साझा नीतियां और रणनीतियां बना कर एल्यूमिनियम और उसके अनुप्रयोगों के विकास और बढ़ोत्तरी में योगदान दे।

वेदांता लिमिटेड की इकाई वेदांता एल्यूमिनियम भारत की सबसे बड़ी एल्यूमिनियम उत्पादक है। वित्तीय वर्ष 2021-22 में 22.7 लाख टन उत्पादन के साथ कंपनी ने भारत के कुल एल्यूमिनियम का आधे से ज्यादा हिस्सा उत्पादित किया। यह मूल्य संवर्धित एल्यूमिनियम उत्पादों के मामले में अग्रणी है, इन उत्पादों का प्रयोग कई अहम उद्योगों में किया जाता है। वेदांता एल्यूमिनियम को एल्यूमिनियम उद्योग में डाउ जोंस सस्टेनेबिलिटी इंडेक्स (डीजेएसआई) 2022 में दूसरी वैश्विक रैंकिंग मिली है, जो इसकी सस्टेनेबल डेवलपमेंट प्रक्रियाओं का प्रमाण है। देश भर में अपने विश्वस्तरीय एल्यूमिनियम स्मेल्टर्स, एल्यूमिना रिफाइनरी और पावर प्लांट्स के साथ कंपनी हरित भविष्य के लिए विभिन्न कार्यों में एल्यूमिनियम के प्रयोग को बढ़ावा देने और इसे ‘भविष्य की धातु’ के रूप में पेश करने के अपने मिशन को पूरा करती है।

एनकेएच बालको ब्रांच का राजस्व मंत्री जय सिंह अग्रवाल ने किया शुभारंभ

 

 

क्षेत्र के लोगों को मिलेगी इलाज की बेहतर सुविधा

 

कोरबा। बालको क्षेत्र के लोगों के लिए एनकेएच द्वारा बालको ब्रांच हॉस्पिटल की सुविधा प्रारम्भ की गई है। बुधवार को राजस्व मंत्री जयसिंह अग्रवाल ने ब्रांच हॉस्पिटल का शुभारंभ किया। शुभारम्भ समारोह को संबोधित करते हुए राजस्व मंत्री ने कहा कि कोरोना संक्रमण की आपदा में चिकित्सकों की भूमिका अहम रही। वे अपनी जान की परवाह न करते हुए लगातार मरीजों की सेवा में लगे रहे। वे आज भी निरंतर सेवा में लगे हैं। बालकोवासियों के लिये एनकेएच हॉस्पिटल एक शुभ संकेत है । इससे आसपास के मरीजों को यहां हर तरह की बेहतर चिकित्सा सुविधा एक ही छत के नीचे मिलेगी।

हॉस्पिटल के डायरेक्टर डॉ. एस. चंदानी ने कहा कि वे पिछले 15 वर्षों से भी अधिक समय से रोगियों की सेवा में लगे हैं। दुर्घटना के दौरान हड्डी के साथ सिर में गंभीर चोट होने पर मरीज को बिलासपुर या रायपुर भेजा जाता था। रास्ते में कितने मरीज दम तोड़ देते थे। मरीजों की इलाज के अभाव में असामयिक मौत न हो इस उद्देश्य से एनकेएच ग्रुप द्वारा कोरबा सुपरस्पेशलिटी (एनएबीएच से मान्यता प्राप्त) के साथ-साथ चाम्पा, जमनीपाली व बालको हॉस्पिटल की शुरूआत की गयी है। एनकेएच के बालको ब्रांच अस्पताल में स्त्री एवं प्रसूति, जनरल सर्जन , जनरल मेडिसिन , शिशु रोग विशेषज्ञ, हड्डी रोग विशेषज्ञ सहित अन्य विशेषज्ञ चिकित्सको को एक छत के नीचे 24 घंटे सातों दिन रोगियों की सेवा के लिए उपलब्ध कराया है। इमरजेंसी की सेवा भी यहां उपलब्ध है। बहुत जल्द ही इस अस्पताल में कई अन्य आधुनिक चिकित्सीय सुविधाएं भी उपलब्ध हो जाएगी। उद्घाटन अवसर पर नगर पालिक निगम के महापौर राज किशोर प्रसाद, सभापति श्यामसुंदर सोनी, नेता प्रतिपक्ष हितानंद अग्रवाल, महेश भावनानी सहित शहर के गणमान्य नागरिक, पत्रकार बंधु उपस्थित रहे। साथ ही एनकेएच परिवार से एडीसी लैब की डायरेक्टर डॉ वंदना चंदानी, डॉ.एस.पालीवाल, डॉ. आर.पालीवाल, डॉ.अविनाश तिवारी, डॉ.डी.एच.मित्तल, डॉ. यशा मित्तल, डॉ.एस.पी.पांडे, डॉ. विकास डहरिया, डॉ. सुदीप्ता शाह, डॉ. सचिन, डॉ.आस्था आदि भी उपस्थित थे।

बालको प्रबंधन अव्यवस्थाओं को 15 दिवस में सुधारे नही तो उग्र आंदोलन :- हितानंद अग्रवाल

 

 

छत्तीसगढ़/कोरबा :- भाजपा नेता, नगर निगम कोरबा नेता प्रतिपक्ष हितानंद अग्रवाल ने 7 सूत्रीय मांगो को लेकर मुख्य कार्यपालन अधिकारी एवम पूर्णकालिक निदेशक बालको को ज्ञापन दिया है, हितानंद ने प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी, केंद्रीय वाणिज्य एवम उद्योग मंत्री पीयूष गोयल, मुख्यमंत्री भूपेश बघेल, भाजपा प्रदेशाध्यक्ष बिलासपुर सांसद अरुण साव, कलेक्टर संजीव झा, पुलिस अधीक्षक संतोष कुमार सिंह सहित थाना प्रभारी बालको को ज्ञापन दिया है |

 

नेता प्रतिपक्ष हितानंद अग्रवाल ने कहा कि बालको प्रबंधन द्वारा किए जा रहे है राखड़ परिवहन के कारण आमजनों का जीवन दयनीय हो चुकी है, बालको प्रबंधन लगातार पर्यावरण नियमों का उलघन कर रहा है, क्षेत्र की जनता बालको प्रबंधन की इस नीति से परेशान है।

 

बजरंग चौक से रिसदी चौक तक रोड किनारे खड़ी रहीं है गाड़िया

 

बजरंग चौक परसभाटा से रिसदा चौक तक जाम लगा रहता है,राखड-कोयला परिवहन की गाड़ियां सड़क किनारे कही पर भी खड़ा कर दिया जाता है जिसके कारण आम जनता को काफी परेशानी का सामना करना पड़ता है |

 

बालको खुली गाड़ियों में करता है राखड परिवहन

 

खुली गाड़ियों में राखड परिवहन होने के कारण लगातार राखड़ उड़ता है जिसके कारण आम जनता बहुत ज्यादा परेशान है, सड़क पर राखड़ गिर जाता है। जिसके कारण बाइक चालक अक्सर फिसल कर गिर जाते है। नियमानुसार राखड परिवहन कैप्सूल्स वाहनों में करवाया जाए, साथ ही सड़क की सफाई और लगातार पानी का छिड़काव कराया जायें |

 

सड़कों की हालत जर्जर

 

बस स्टैंड जोन कार्यालय के पास से भद्रापारा से रिसदा मुख्य मार्ग पूरी तरह जर्जर हो चुका है, पूर्व में आपके द्वारा बारिश के बाद नई सड़क बनाने का आश्वासन दिया था किंतु आज दिनांक तक सड़क की स्थिति जस की तस बनी हुई है, अतिशीघ्र नई सड़क बनवाने का काम प्रारंभ किया जाएं |

 

NH पर बालको का कब्जा

 

बालको कोरबा पुरानी सड़क जो की एडीएम बिल्डिंग के सामने से होते हुए परसभाटा तक आती थी उसे बालको द्वारा अतिक्रमण कर लिया गया है जिसे अविलंभ आवागमन के लिए खोला जाएं |

 

बालको के द्वारा लगातर पेड़ों की अवैध कटाई

 

बालको के द्वारा विस्तार योजना का मुख्य द्वार कोरबा मार्ग पर बनाया गया है उक्त स्थान पर दोनो तरफ वृक्षों की अवैध कटाई करके कई बिचिंग प्लांट बनाया गया है, वहां पर गाड़ियों एवम मशीनों के अव्यवस्थित संचालन एवम पार्किंग के कारण लगातार यातायात बाधित होता है जिसके कारण जनता को परेशानी का सामना करना पड़ता है, अतिशीघ्र उसे सुगम किया जाएं, साथ ही बालको कोरबा मुख्य मार्ग पर चेक पोस्ट के पास बालको की रेलवे लाइन है, जिसमे परिवहन हेतु ट्रेन का परिचालन होता है जिसके कारण फाटक बंद होने से आवागमन बाधित होता है, साथ ही आपातकालीन स्थिति में लोगो को चिकित्सालय, विद्यालय या अन्य कारणो से जाने में विलंब होने के कारण उनके कार्य नहीं हो पाते जिसके कारण जनता में रोष व्याप्त है, जनता की सुविधा को ध्यान में रखते हुए उक्त रेलवे क्रासिंग पर ओवर ब्रिज बनाने की आवश्यकता है |

 

नेता प्रतिपक्ष हितानंद ने कहा कि स्थानीय बेरोजागारो को तत्काल रोजगार दिया जाए। बालको प्रबंधन के द्वारा लगातार स्थानीय बेरोजगार की भर्ती नहीं कि जा रही है। जिसके कारण शिक्षत स्थानीय बेरोजगार रोजी रोटी कमाने के लिए मजबूर है।

 

बालको प्रबंधन जनता की सुविधाओं को ध्यान में रखते हुए तत्काल आप इन समस्याओं का निराकरण करने की करें, नहीं तो 15 दिवस के अंदर मांग पूरी नहीं होने पर हम उग्र आन्दोलन, चक्काजाम, आमरण अनशन के लिए बाध्य होंगे जिसकी संपूर्ण जवाबदेही बालको प्रबंधन की होगी |

वेदांता बालको ने अपने एल्यूमिनियम स्मेल्टर में बायोडीजल के उपयोग का सफलतापूर्वक परीक्षण किया  

 

बालकोनगर,  नवंबर 2022। वेदांता समूह की कंपनी भारत एल्यूमिनियम कंपनी (बालको) ने स्मेल्टर संचालन में बायोडीजल उपयोग करने के अपने पहले परीक्षण में सफलता प्राप्त की। कंपनी ने पिघले हुए गर्म धातु (एल्यूमिनियम) को लेकर जाने वाले लैडल्स को गर्म करने के लिए बायोडीजल का इस्तेमाल किया। गर्म धातु को उच्च ताप पर ही पॉटलाइन से कास्ट हाउस तक लेकर जाने के लिए लैडल्स की जरूरत पड़ती है। एक बड़े क्षेत्र में फैले हुए पॉटलाइन में एल्यूमिना पाउडर को इलेक्ट्रोलिसिस प्रक्रिया के द्वारा पिघले एल्यूमिनियम में परिवर्तित किया जाता है। लैडल के भीतर की नमी को खत्म करने के लिए प्रीहीटिंग प्रक्रिया अत्यंत महत्वपूर्ण है जिससे पिघले हुए एल्यूमिनियम को विभिन्न उत्पादों में परिवर्तित करने के लिए कास्ट हाउस लेकर जाने के दौरान धातु की शुद्धता और उच्च ताप को बनाये रखा जा सके।

बायोडीजल कार्बनिक पदार्थों से प्राप्त ईंधन का रूप है जिसके उपयोग से जीवाश्म ईंधन की तुलना में काफी कम ग्रीनहाउस गैस (जीएचजी) उत्सर्जन होता है तथा साथ ही यह किसानों की आय वृद्धि में सहायक है। यह परीक्षण वेदांता कंपनी के विजन नेट जीरो कार्बन के अनुरूप है। इस दिशा में बालको हरित ईंधन के विभिन्न स्रोतों जैसे नवीकरणीय ऊर्जा, बायोमास, बायोडीजल आदि के माध्यम से अपने ऊर्जा मिश्रण में हरित ऊर्जा की मात्रा को बढ़ाने पर विचार कर रही है। कंपनी वर्तमान में प्रतिदिन 40-50 टन बायोमास ब्रिकेट का उपयोग करते हुए जीवाश्म ईंधन पर अपनी निर्भरता को कम कर रही है। भविष्य में बायोमास खपत की मात्रा को और बढ़ाने की योजना है।

डीकार्बोनाइजेशन की यात्रा में ऊर्जा संरक्षण और हरित ईंधन में वृद्धि बालको के दो महत्वपूर्ण पहल है। वित्त वर्ष 2022 में बालको ने विभिन्न उर्जा संरक्षण के माध्यम से लगभग 22000 गीगा जूल ऊर्जा की बचत की है।

बालको के मुख्य कार्यकारी अधिकारी एवं निदेशक श्री अभिजीत पति ने कहा कि 2050 तक या उससे पहले कार्बन उत्सर्जन को शून्य करने की प्रतिबद्धता के अनुरूप हम संयंत्र को डीकार्बोनाइज करने के लिए मजबूत कदम उठा रहे हैं। हमने ग्रीन हाउस गैसों के उत्सर्जन को कम करने के तरीकों में सुधार एवं ऊर्जा के नवीकरणीय स्रोतों का अधिकतम उपयोग करने के लिए नवीन तकनीकों को अपनाया है। हमारे स्मेल्टर में बायोडीजल के सफल प्रायोगिक परीक्षण हमें अपने कार्बन फुटप्रिंट को कम करने की दिशा में प्रोत्साहित करते है। ईएसजी में उत्कृष्टता पहल के साथ बालको निरंतर सामाजिक-आर्थिक विकास के लिए व्यवसाय और पर्यावरण संरक्षण को एक साथ लाने की दिशा में लगातार काम कर रहा है।

ईएसजी लक्ष्यों की दिशा में उत्कृष्ट कार्यों हेतु बालको को विभिन्न प्रतिष्ठित पुरस्कारों से सम्मानित किया जा चुका है। कंपनी को सबसे प्रतिष्ठित सम्मान आईएमसी आरबीएनक्यू माइलस्टोन मेरिट्स रिकग्निशन 2021 पुरस्कार से सम्मानित किया गया है। साथ ही वित्तीय वर्षों में नेशनल एनर्जी लीडर्स अवार्ड 2022 तथा धातु क्षेत्र में उत्कृष्ट ऊर्जा प्रबंधन के लिए 23वां सीआईआई नेशनल अवार्ड फॉर एक्सीलेंस इन एनर्जी मैनेजमेंट पुरस्कार मिला। सीआईआई द्वारा लगातार तीसरी बार उत्कृष्ट ऊर्जा कुशल इकाई के रूप में मान्यता दी गई है।

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राज्योत्सव में बालको के पैवेलियन ने जीता प्रथम पुरस्कार

 

बालकोनगर, 3 नवंबर 2022। छत्तीसगढ़ राज्य के 22वें स्थापना दिवस पर आयोजित राज्योत्सव-2022 में भारत एल्यूमिनियम कंपनी लिमिटेड (बालको) के पैवेलियन ने उत्कृष्ट साज-सज्जा और आकर्षक प्रस्तुति के लिए श्रेष्ठ पैवेलियन का प्रथम पुरस्कार जीता। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि झारखंड के मुख्यमंत्री श्री हेमंत सोरेन और कार्यक्रम अध्यक्ष छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल के हाथों बालको की कंपनी संवाद प्रमुख सुश्री मानसी चैहान और हेड कॉरपोरेट अफेयर्स श्री आशीष शर्मा ने पुरस्कार ग्रहण किया। इस अवसर पर हरियाणा के सहकारिता मंत्री डॉ. बनवारी लाल तथा छत्तीसगढ़ मंत्रीमंडल से गृहमंत्री ताम्रध्वज साहू, आदिवासी और अनुसूचित जाति मंत्री डॉ. प्रेमसाय सिंह टेकाम, वाणिज्य और उद्योग, वाणिज्यिक कर (उत्पाद शुल्क) मंत्री कवासी लखमा, श्रम एवं नगरीय प्रशासन मंत्री डॉ. शिव डहरिया और खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति तथा उपभोक्ता संरक्षण मंत्री अमरजीत भगत सदस्यों सहित अनेक जन प्रतिनिधि और छत्तीसगढ़ शासन के अधिकारी मौजूद थे। राज्योत्सव रायपुर के साइंस कालेज मैदान में आयोजित हुआ।

 

राज्योत्सव के दौरान मुख्यमंत्री श्री बघेल सहित अनेक जन प्रतिनिधियों, प्रशासनिक अधिकारियों तथा बड़ी संख्या में नागरिकों ने बालको के पैवेलियन का अवलोकन किया। पैवेलियन में मौजूद अधिकारियों ने आगंतुकों को बालको के अनेक सामुदायिक विकास कार्यों एवं एल्यूमिनियम निर्माण प्रक्रिया की जानकारी दी। प्रदर्शनी में आगंतुकों को वेदांता समूह की नंदघर परियोजना, नए राजधानी क्षेत्र के सेक्टर-36 में स्थापित बालको मेडिकल सेंटर, कोविड-19 के नियंत्रण में बालको के योगदान के अलावा शिक्षा उन्नयन, युवा स्वावलंबन, आधारभूत संरचना विकास संबंधी अनेक परियोजनाओं एवं एल्यूमिनियम निर्माण प्रक्रिया की विस्तृत जानकारी डिस्प्ले पैनलों एवं अनेक ब्रोशरों के जरिए दी गई। आगंतुकों ने बालको पैवेलियन की खूब सराहना की।

बालको के मुख्य कार्यकारी अधिकारी एवं निदेशक श्री अभिजीत पति ने पुरस्कार मिलने पर बालको परिवार को शुभकामनाएं दी हैं। उन्होंने कहा कि राज्योत्सव के माध्यम से छत्तीसगढ़ के नागरिकों को राज्य और राष्ट्र की उत्तरोत्तर प्रगति में बालको के योगदान से अवगत कराया गया। अपनी स्थापना के साढ़े पांच दशकों में बालको ने चहमुंखी प्रगति के नए आयाम स्थापित किए हैं। बालको की उपलब्धियों का श्रेय बालको परिवार के प्रत्येक सदस्य को जाता है।

 

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बालको ने महावारी स्वास्थ्य प्रबंधन पर जिला स्तरीय प्रशिक्षण कार्यशाला का आयोजन किया

 

बालकोनगर, 2022। वेदांता समूह की कंपनी भारत एल्यूमिनियम कंपनी लिमिटेड (बालको) ने महावारी स्वास्थ्य प्रबंधन पर दो दिवसीय जिला स्तरीय प्रशिक्षण कार्यशाला आयोजित की। महिला एवं बाल विकास विभाग, छत्तीसगढ़ और सार्थक जन विकास संस्थान के सहयोग से राजीव गांधी ऑडोटिरियम में आयोजित कार्यशाला का उद्देश्य आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं और महिला पर्यवेक्षकों को ऐसे लीडर्स के तौर पर विकसित करना था जिससे वे समुदाय में जाकर माहवारी स्वास्थ्य एवं स्वच्छता के प्रति बालिकाओं और महिलाओं को जागरूक कर सकें। प्रशिक्षण सत्र में कोरबा जिले के विभिन्न ब्लॉकों से 130 से अधिक आंगनवाड़ी कार्यकर्ता और महिला पर्यवेक्षकों ने भाग लिया।
दो दिवसीय प्रशिक्षण कार्यशाला में प्रतिभागियों को माहवारी की जैविक प्रक्रिया और उसके महत्व, शारीरिक परिवर्तनों, हार्मोन संबंधी बदलावों, इससे जुड़े सामाजिक कलंक, मासिक धर्म से जुड़ी स्वास्थ्य समस्याएं और उपचार और मासिक धर्म के दौरान पालन किए जाने वाले पोषण आहार शामिल थे। प्रतिभागियों को मासिक धर्म स्वास्थ्य प्रबंधन के बारे में किशोर लड़कियों को और अधिक संवेदनशील बनाने के बारे में भी प्रशिक्षित किया गया। सत्र के दौरान, प्रतिभागियों ने किशोर लड़कियों को उनके लिए विभिन्न सरकारी योजनाओं का लाभ उठाने में मदद करने के लिए एक रणनीति तैयार की।
महिला एवं बाल विकास के जिला कार्यक्रम अधिकारी श्री एम.डी. नायक ने कहा कि आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं और महिला पर्यवेक्षकों से इस विषय पर समुदाय के सदस्यों को इस महत्वपूर्ण विषय पर और अधिक संवेदनशील बनाने का आग्रह किया। उन्होंने बताया कि यह एक चुनौतीपूर्ण अभियान है जिसमें अब बड़ी संख्या में महिलाएं आगे बढ़कर अपनी भागीदारी सुनिश्चित कर रही हैं। मुझे विश्वास है कि हमारे प्रयासों से इस क्षेत्र में महिलाओं के स्वास्थ्य के स्तर में सुधार होगा। महावारी स्वास्थ्य प्रबंधन पर समर्पित कार्यशाला बालको के सराहनीय प्रयास से सफल रहा।
बालको के मुख्य कार्यकारी अधिकारी एवं निदेशक श्री अभिजीत पति ने सामाजिक चेतना की दृष्टि से महत्वपूर्ण आयोजन की प्रशंसा करते हुए कहा कि बालको अपने सामुदायिक विकास कार्यक्रम के जरिए जरूरतमंदों की हरसंभव मदद करने के लिए कटिबद्ध है। महिलाओं के स्वास्थ्य पर केंद्रित ‘नई किरण’ परियोजना बालको और जिला प्रशासन का महत्वपूर्ण कदम है। महिलाओं से जुड़े अत्यंत संवेदनशील विषय पर गोष्ठियों और कार्यशालाओं के माध्यम से जागरूकता का संचार कर हम अपनी बेटियों को सुरक्षित बना रहे हैं। उन्होंने कहा कि ऐसे कार्यशालाओं का मुख्य उद्देश्य मासिक धर्म स्वास्थ्य प्रबंधन को एक विषय के रूप में मुख्यधारा में लाना है जिससे इस मुद्दे के प्रति एक बेहतर और स्थायी दृष्टिकोण की ओर अग्रसर हो सके। हमें विश्वास है कि जिला प्रशासन के सहयोग से हमारे समर्पित प्रयास वास्तव में स्थानीय समुदायों के जीवन में बदलाव लाएंगे।
कार्यशाला की महिला पर्यवेक्षक कीर्ति जैन ने बताया कि माहवारी स्वच्छता और स्वास्थ्य प्रबंधन के नजरिए से अनेक नई बातें सीखने को मिलीं। माहवारी संबंधी अनेक भ्रांतियां दूर हुईं। इससे महिलाओं को अपने स्वास्थ्य का ध्यान रखने में मदद मिलेगी। प्रशिक्षण के बाद महिलाएं इस विषय पर खुलकर चर्चा कर सकने में सक्षम हुई हैं। कार्यशाला के विशेषज्ञ श्री ओम प्रकाश ने बताया कि माहवारी स्वास्थ्य संबंधी प्रशिक्षण से महिलाओं तक सही जानकारी पहुंचाने में मदद मिलती है।
बालको ने वर्ष 2019 से सार्थक जन विकास संस्थान के सहयोग ‘नई किरण’ परियोजना की शुरूआत की। अबतक कोरबा जिले के 45 गांव इस अभियान में शामिल हो चुके हैं। 2022 में अबतक लगभग 33,400 महिलाओं, पुरुषों एवं किशोरी बालक और बालिकाओं को नुक्कड़ नाटक, जागरूकता अभियान द्वारा संवेदनशील बनाया गया है। इस परियोजना ने लगभग 60 किशोर लड़कियों के समूह, 60 महिला स्वयं सहायता समूहों और 60 फ्रंटलाइन कार्यकर्ताओं के साथ क्षमता निर्माण और नेतृत्व सत्र शुरू किया है। उन्हें ऐसे लीडर्स के तौर पर विकसित किया गया है जिससे वे समुदाय में जाकर माहवारी स्वास्थ्य एवं स्वच्छता के प्रति बालिकाओं और महिलाओं को जागरूकता फैलाने में अग्रणी हो।

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सिटी बसों का नियमित संचालन पुनः प्रारम्भ किया जाए नहीं तो होगा उग्र आंदोलन: नवीन पटेल(भाजपा)

 

 

छत्तीसगढ़/कोरबा. छत्तीसगढ़ राज्य के विभिन्न जिलों में शहरी क्षेत्र की सीमा के भीतर व आसपास के इलाकों में सस्ता और सुगम आवागमन के लिए सिटी बस सेवा प्रारंभ की गई है। सिटी बसों की यह सेवा कोविड महामारी के संक्रमण के कारण बंद तो कर दी गई लेकिन अब जबकि सब कुछ सामान्य हो चुका है, तब भी सिटी बसों का संचालन प्रारम्भ नहीं कराया जा सका है।

 

राज्य के ऐसे सभी जिला, शहर जहां सिटी बसों का संचालन शुरू हुआ है वहां सिटी बसों की सेवा नगरजनों को मिल रही है, लेकिन कोरबा एक ऐसा जिला है जहां के सिटी बसों को कंडम हालत में पहुंचने के लिए छोड़ दिया गया है। सिटी बसों का परिचालन नहीं होने से यात्रियों को न सिर्फ महंगा किराया देना पड़ रहा है बल्कि कई मौकों पर भारी दिक्कतों का भी सामना करना पड़ जाता है।

 

सिटी बसें एक तरह से कोरबा वासियों के लिए लाइफ लाइन हैं, इस लाइफ लाइन को बंद कर दिए जाने के कारण काफी दिक्कतें उठानी पड़ रही है। छोटी-छोटी दूरियों की यात्रा के लिए सिटी बस सुविधा किसी वरदान से कम नहीं थी जिसमें गांव तक पहुंचने के लिए भी साधन मिलने केसाथ-साथ किराए की दर भी कम रही है। रोजी-मजदूरी करने वालों से लेकर स्कूल और कॉलेज के छात्र-छात्राओं के लिए सिटी बस काफी लाभकारी रहा है।

 

अभी छोटी-छोटी दूरी के लिए भी ऑटो रिक्शा को बुकिंग में ले जाने की मजबूरी है जिसके एवज में डेढ़ सौ से 300 रुपये तक लिए जा रहे हैं। सामान्य किराया भी बहुत ज्यादा है। खासकर रात के वक्त कोरबा रेलवे स्टेशन में आने वाले यात्री ट्रेनों से उतरकर अपने गंतव्य की ओर पहुंचने के लिए सिटी बस सहज, सस्ता और सुलभ साधन रहा है। शहर से लेकर कोयलांचल जैसे कुसमुंडा, बांकीमोगरा आदि क्षेत्रों के लिए भी आवागमन सुगम रहा लेकिन सिटी बसों का परिचालन बंद किया जाना आम जनता के लिए परेशानी का कारण बना हुआ है।

 

दूसरे जिलों की तरह कोरबा जिले में भी संचालित होने वाले सिटी बसों का परिचालन पुनः निर्धारित किये गए मार्गों पर प्रारंभ कराया जाए। इसके लिए आवश्यक प्रक्रियाओं को जल्द से जल्द पूरा करने के निर्देश जिला स्तर के अधिकारियों को दिए जाएं। यदि 1 माह के भीतर यह सुविधा प्रारम्भ नहीं की जाती है तो मेरे द्वारा आम जनता के लिए आन्दोलन, धरना प्रदर्शन किया जाएगा जिसके लिए शासन,नगर निगम और जिला प्रशासन जिम्मेदार होगा।

 

इसको लेकर भाजपा के पूर्व जिला महामंत्री नवीन पटेल ने मुख्यमंत्री के नाम पर कलेक्टर को ज्ञापन दिया साथ में भाजपा के मंडल अध्यक्ष कोसाबाड़ी अजय विश्वकर्मा, जिला संयोजक झुगी झोपड़ी प्रकोष्ठ सतीश झा, पार्षद नारायण दास, पार्षद अजय गोड, राजेंद्र साहू, लव सिंह राजपूत, सैलेश पांडे, राकेश मिश्रा, नवल कश्यप, राकेश मिश्रा, स्वाति कश्यप आदि उपस्थित रहें।

बालको अस्पताल में ब्रेन हैमरेज की जटिल सर्जरी संपन्न

 

बालकोनगर, सितंबर 2022। वेदांता समूह की कंपनी भारत एल्यूमिनियम कंपनी लिमिटेड (बालको) के अस्पताल में ब्रेन हैमरेज की जटिल सर्जरी सफलतापूर्वक संपन्न हुई। बालको अस्पताल के मुख्य चिकित्सा अधिकारी एवं हड्डी रोग विशेषज्ञ डॉ. विवेक सिन्हा और उनकी टीम ने पहली बार बालको अस्पताल में 73 वर्षीय वृद्ध के ब्रेन हैमरेज की सफल सर्जरी की। मरीज के परिवारजनों ने बालको अस्पताल की सुविधाओं और चिकित्सकों व चिकित्साकर्मियों के व्यवहार की दिल खोलकर प्रशंसा की।

डॉ. सिन्हा ने बताया कि मरीज अपने घर में 10 दिन से बेहोशी की हालत में थें। परिवारजनों ने प्राथमिक चिकित्सा के बाद स्थिति में सुधार न होते देख कोरबा के न्यूरोसर्जन डॉ. प्रदीप त्रिपाठी से संपर्क किया। विस्तृत जांच और मरीज की जटिल स्थिति देखकर डॉ. त्रिपाठी ने उन्हें बालको अस्पताल रेफर कर दिया। बालको अस्पताल में एमआरआई देखने के बाद पता चला कि उन्हें ब्रेन हैमरेज की समस्या है। डॉ. विवेक सिन्हा और डॉ. राहुल अग्रवाल एनेस्थीसिया स्पेशलिस्ट ने आपस में विचार विमर्श कर इस जटिल ऑपरेशन का निर्णय लिया। न्यूरोसर्जन डॉ. त्रिपाठी एवं डॉ. हेमंत काजा के द्वारा बालको अस्पताल में लगभग 2 घंटे की सर्जरी की गई। बालको अस्पताल में पहली बार हुई यह सर्जरी 100 फीसदी सफल रही।

डॉ. सिन्हा ने यह भी बताया कि बालको अस्पताल में ट्रॉमा सर्जरी के अलावा अब घुटना प्रत्यारोपण, कुल्हे के प्रत्यारोपण आदि के साथ मेरूदंड से संबंधित सर्जरी किए जा रहे हैं जिससे बड़ी संख्या में जरूरतमंदों को लाभ मिल रहा है।

मरीज के परिवारजनों ने बताया कि बालको अस्पताल की सुविधाएं उत्कृष्ट हैं। ऑपरेशन के बाद मरीज की स्थिति में तेजी से सुधार आ रहा है। परिजनों ने बालको प्रबंधन के प्रति आभार जताते हुए कहा कि बालको अस्पताल के चिकित्सकों और चिकित्साकर्मियों का व्यवहार मरीजों और उनके परिवारजनों के प्रति बेहतरीन है। बालको अस्पताल की सेवाओं से वह और उनके परिवारजन पूरी तरह संतुष्ट हैं।

इस महत्वपूर्ण उपलब्धि के लिए बालको के मुख्य कार्यकारी अधिकारी एवं निदेशक श्री अभिजीत पति ने बालको अस्पताल की टीम को बधाई एवं शुभकामनाएं दी हैं। उन्होंने कहा कि बालको अस्पताल साढ़े चार दशकों से ऐसे स्वास्थ्य केंद्र के रूप में काम कर रहा है जहां क्षेत्रीय नागरिकों के लिए विभिन्न विशेषज्ञ सेवाएं मौजूद हैं। बालको कर्मचारियों और उनके परिवारजनों के अलावा अन्य स्थानीय नागरिकों को भी उत्कृष्ट चिकित्सा सेवाएं दी जाती हैं। श्री पति ने कहा कि बालको अस्पताल के जरिए क्षेत्र के जरूरतमंदों को हरसंभव चिकित्सा सुविधाएं देने के प्रति बालको प्रबंधन कटिबद्ध है।

बालको अस्पताल पर एक नजर: बालको के 75 बिस्तरों के सुपर स्पेशिएलिटी अस्पताल ने अपने विशेषज्ञ चिकित्सकों की मदद से बालको अधिकारियों, कर्मचारियों, उनके परिवारजनों, ठेकाश्रमिकों और स्थानीय नागरिकों की स्वास्थ्य संबंधी जरूरतों की पूर्ति पूरी दक्षता से की है। यहां पांच बिस्तरों वाला गहन चिकित्सा कक्ष मौजूद है जहां गंभीर रूप से पीड़ित मरीजों का इलाज एमडी मेडिसिन की देखरेख में किया जाता है। बालको अस्पताल उच्च गुणवत्ता की चिकित्सा सेवाओं के प्रति कटिबद्ध है। चिकित्सा के क्षेत्र में उत्कृष्ट प्रबंधन एवं गुणवत्ता के लिए बालको अस्पताल को आई.एस.ओ. 9001-2015 प्रमाणपत्र मिल चुका है।

भारत सरकार की आयुष्मान योजना के अंतर्गत अस्पताल में जरूरतमंदों का ईलाज किया जाता है। बालको अस्पताल में मेडिसीन, आर्थोपेडिक्स, ई.एन.टी., रेडियोलॉजी, पैथोलॉजी, फिजियोथेरेपी और सामान्य सर्जरी आदि की सुविधाएं हैं। ओपन एवं लेप्रोस्कोपिक सर्जरी भी किए जा जाते हैं। सामान्य व सिजेरिएयन प्रसव तथा स्त्री रोग संबंधी इलाज के साथ ही महीने में एक बार हृदय रोग विशेषज्ञ, मूत्र रोग विशेषज्ञ, कैंसर रोग विशेषज्ञ, पेट एवं लीवर रोग विशेषज्ञ और न्यूरोसर्जन संबंधित विज़िटिंग कंसल्टेंट डॉक्टर अपनी सेवाएं देते हैं। कोविड-19 टीकाकरण महाअभियान के साथ ही सरकार द्वारा निर्धारित समस्त टीकाकरण कार्यक्रमों का अनुसरण बालको अस्पताल में किया जाता है।

 

 

मेडिकल कॉलेज खोलने को लेकर कांग्रेसियों में झूठा श्रेय लेने में मची है होड़ भाजपा के वरिष्ठ नेता व पूर्व महामंत्री नवीन नवीन ने कहा

केंद्र की श्री नरेन्द्र मोदी सरकार द्वारा 300 करोड़ रुपए प्रदान किए गए हैं ,कोरबा , महासमुंद और कांकेर जिला के लिए जिसमें छत्तीसगढ़ सरकार का कोई लेना देना नहीं है इसके लिए प्रधानमंत्री मा.श्री नरेन्द्र मोदी जी व केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख भाई माडवीया जी को श्रेय जाता है ।

 

वही कोरबा जिले के दौरे के दरमियान केंद्रीय मंत्री श्री अश्विनी चौबे, केंद्रीय मंत्री श्री गिरिराज सिंह जब दौरे में आए थे तब भाजपा के नेताओं ने मेडिकल कॉलेज खोलने को लेकर अनुरोध किया गया था ,जिसे लेकर आश्वासन भी दिया गया था कि केंद्र में जाकर केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री से अनुरोध करेंगे जिसका परिणाम स्वरूप आज कोरबा महासमुंद और कांकेर जिले में मेडिकल कॉलेज खोलने की अनुमति केंद्र सरकार द्वारा दी गई है और राशि भी जारी की गई है ॥

 

कोरबा के वरिष्ठ भाजपा नेता पूर्व महामंत्री श्री नवीन पटेल ने कहा कि अगर श्रेय लेना है तो कोरबा की सड़क की दुर्दशा को लेकर कांग्रेसियों को श्रेय लेना चाहिए जो वर्षा ऋतु के पहले सड़क बनी थी और आज पूरी सड़क उखड़ के गिट्टी सड़क में नजर आने लगी है और गढो में तब्दील होने लगी है

अगर श्रेय लेना है तो मां सर्वमंगला चौक से बरमपुर, वैशाली नगर,कुसमुंडा,इमली छापर,मार्ग का श्रेय लेना चाहिए ,जिसमें लोगों को चलने में काफी कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है। इसके लिए भी केंद्र सरकार द्वारा 27 किलोमीटर की 3 अलग-अलग सड़क निर्माण कार्य के लिए 200 करोड़ रुपए की राशि सीएसआर मद से केंद्र सरकार द्वारा दिया गया है वही बिलासपुर से पाली कटघोरा नेशनल हाईवे का काम भी केंद्र सरकार के द्वारा किया जा रहा है ।

वही चांपा से कोरबा जो नेशनल हाईवे रोड का काम वर्तमान में चल रहा है वह भी केंद्र सरकार की योजना है।

 

आज आप ध्यानचंद चौक से एसटीपीपी दर्री होते हुए गोपाल पुर छुरी, कटघोरा नहीं जा सकते इतनी सड़क की दुर्दशा है।

 

अगर कोंग्रेसियो को श्रेय लेना है तो नरवा गरवा घुरवा बाड़ी का श्रेय ले जो छत्तीसगढ़ सरकार के सबसे बहुप्रतिक्षित योजना में से एक है जो गांव में कहीं नजर नहीं आ रहे हैं सारे जानवर शहर के रोड में हाईवे के रोड में नजर आ रहे हैं और उनकी वाहनों से अकाल मृत्यु हो रही है सड़कों में।

 

वही भाजपा के पूर्व महामंत्री नवीन पटेल ने कहा इसके लिए हमारे भाजपा के पूर्व मुख्यमंत्री डॉ रमन सिंह, भाजपा के यशस्वी प्रदेश अध्यक्ष अरुण साव,राज्यसभा सांसद सुश्री सरोज पांडे हमारे रामपुर विधानसभा के लोकप्रिय विधायक ननकीराम कंवर जैसे सभी नेताओं के अथक प्रयास से कोरबा जिले सहित 3 जिले को मेडिकल कॉलेज खोलने की सौगात केंद्र सरकार से मिला है ,वहीं भाजपा के शासनकाल में विकास की गंगा चारों ओर बह रही थी उसका जीता जागता उदाहरण कोरबा स्थित आईटी कॉलेज भाजपा की सरकार में खोला गया था जहां युवाओं को तकनीकी शिक्षा मिल सके कहीं युवाओं को भटकने की जरूरत ना पड़े वहीं केंद्र की सरकार ने कोरबा रामपुर स्थित ई.एस.आइ.सी वातानुकूलित हॉस्पिटल का निर्माण किया गया जिससे कोरबा के मजदूरों को निशुल्क इलाज मिल सके साथ ही कोरबा जिले के सभी आम जनों को इलाज मिल सके ,जो कोरोनावायरस के समय इलाज के लिए निशुल्क रूप से संचालित किया गया था और हजारों लोग वहां से ठीक होकर अपने घर लौटे हैं छत्तीसगढ़ के रायपुर स्थित एम्स हॉस्पिटल का निर्माण भी भाजपा के शासन काल में किया गया स्वर्गीय अटल बिहारी वाजपेई के नाम से बनाया गया जो वर्तमान में लाखों लोग इलाज करा रहे हैं और वहा स्वस्थ सुंदर हो रहे हैं छत्तीसगढ़ की जनता को दिल्ली एम्स जाने की जरूरत नहीं है

 

 

दर्री स्याहिमूडी में प्लास्टिक ईजींनीयरींग़ कोलेज का सीपेट का निर्माण किया गया,जिसमें करोना काल में आम लोगों का इलाज निशुल्क किया गया सभी योजना केंद्र सरकार की है और इलाज के दौरान जिस पैसे का इस्तेमाल किया जा रहा था वह भी केंद्र सरकार द्वारा जिला खनिज न्याय मत की राशि से खर्च किया गया राज्य सरकार कोरबा जिले में अभी तक ऐसे कौन सा कांक्रीट कार्य किए हैं जिसको कांग्रेसी बताएं सिर्फ वाहवाही लूटने के लिए प्रेस विज्ञप्ति जारी कर या प्रेस कॉन्फ्रेंस के माध्यम से अपनी पीठ थपथपा ने में लगे हुए हैं उनको याद रखना चाहिए छत्तीसगढ़ की जनता और खासकर की कोरबा की जनता ठगी हुई महसूस कर रही है कांग्रेस चुनाव से पहले जो घोषणा पत्र 36 पॉइंट में जारी किया गया था उसे आज 4 साल के कार्यकाल पूरा होने पर भी विकास की एक ईट छत्तीसगढ़ की सरकार कोरबा जिले में नहीं रख पाई है 10 लाख बेरोजगार युवाओ को रोज़गार देने का वादा किया गया था या बेरोज़गार युवाओं को 2500 रुपए भत्ता देने की बात कही गई थी कहाँ गया बेरोज़गारी भत्ता कांग्रेस को इस पर विचार करते हुए गंभीरता पूर्वक मंथन करने की जरूरत है और अपनी घोषणा पत्र को कांग्रेस की सरकार समय रहते पूरा करें इधर उधर की बात कर कोरबा की जनता को दिग्भ्रमित करने का प्रयास ना करें अब कोरबा की जनता कांग्रेस की वादाखिलाफी को अच्छे से समझ रही है केंद्र सरकार की योजनाओं को लेकर वाहवाही लूटना बंद करें।

 

भाजपा के वरिष्ठ नेता पूर्व महामंत्री नवीन पटेल ने कोरबा वासियों की व्यथा को देखते हुए उन्होंने यह बातें कहीं।

बालको के खिलाफ जारी हड़ताल रोकने श्रम न्यायालय ने दिया स्थगन आदेश

 

 

बालकोनगर, 20 अप्रैल। भारत एल्यूमिनियम कंपनी लिमिटेड (बालको) के खिलाफ बालको कर्मचारी संघ (भारतीय मजदूर संघ संबद्ध इकाई) द्वारा 13 अप्रैल, 2022 से जारी हड़ताल को माननीय श्रम न्यायालय, कोरबा ने रोकने का आदेश दिया है। माननीय श्रम न्यायालय के समक्ष बालको ने आवेदन प्रस्तुत किया था ताकि बालको संयंत्र के परसाभाठा गेट के समक्ष जारी हड़ताल एवं धरना प्रदर्शन पर सुनवाई की जा सके। न्यायालय ने मामला क्र. 05/सीजीआईआर/2022 पंजीबद्ध करते हुए सुनवाई के बाद यह आदेश दिया है कि जारी हड़ताल को आगामी पेशी दिनांक 22 अप्रैल, 2022 से पूर्व रोक दिया जाए। अपने एकपक्षीय स्थगन आदेश में माननीय श्रम न्यायालय ने यह भी कहा है कि चूंकि आवेदक संस्थान में हड़ताल से औद्योगिक, सुरक्षा व शांति एवं व्यवस्था प्रभावित होगी, परिणामस्वरूप हड़ताल से आवेदक संस्थान में एल्यूमिनियम उत्पादन एवं विनिर्माण तथा विद्युत उत्पादन का कार्य भी प्रभावित हो जाएगा।

 

न्यायालय के आदेश की सूचना प्रति बालको कर्मचारी संघ को उपलब्ध करा दी गई है। बालको प्रबंधन ने बालको कर्मचारी संघ से यह कहा है कि वे अपने संगठन द्वारा माननीय न्यायालय के आदेश का अनुपालन सुनिश्चित करें। बालको ने यह स्पष्ट किया है कि प्रबंधन ने सदैव ही श्रमिकों के हितों में अपनी नीतियां पारस्परिक विचार-विमर्श के माध्यम से तैयार करते हुए अनेक कल्याणकारी योजनाएं लागू की हैं। बालको प्रबंधन ने यह अपील की है कि कामगार किसी भी उकसावे में न आएं। अपने कार्यस्थलों पर उपस्थित होकर बालको संयंत्र के सुचारू प्रचालन में अपना योगदान सुनिश्चित करें। एकजुट होकर औद्योगिक शांति एवं सौहार्द्र के जरिए बालको परिवार के नागरिक देश की उत्तरोत्तर प्रगति में अपना योगदान कर सकते हैं।

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