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बस और टैंकर की टक्कर में 18 लोगों की मौत

उन्नाव। जिले में बुधवार तड़के आगरा-लखनऊ एक्सप्रेसवे पर एक बस और टैंकर की टक्कर में 18 लोगों की मौत हो गई और 19 अन्य घायल हो गए। पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने यह जानकारी दी। अधिकारी ने बताया कि घटना तड़के करीब पांच बजे बांगरमऊ इलाके में जोजीकोट गांव के पास हुई जब बिहार के सिवान से दिल्ली जा रही एक डबल डेकर बस को दूध के टैंकर ने पीछे से टक्कर मार दी।

 

अपर पुलिस महानिदेशक (एडीजी) एसबी शिरोडकर ने ‘पीटीआई-भाषा’ को बताया कि दुर्घटना में 18 लोगों की मौत हो गई जिनमें 14 पुरुष, तीन महिलाएं और एक बच्चा शामिल हैं। उन्होंने बताया कि जान गंवाने वालों में बस और टैंकर चालक भी हैं।

 

उन्होंने बताया कि हादसे में 19 लोग घायल हो गये हैं। क्षेत्राधिकारी बांगरमऊ अरविंद कुमार ने बताया कि टक्कर इतनी जबरदस्त थी कि बस के दो हिस्से हो गये और टैंकर भी पलट गया। उन्होंने कहा, ‘‘टैंकर बस से आगे निकलने की कोशिश कर रहा था जिसके कारण यह हादसा हुआ।’’

 

कुमार ने बताया कि सूचना मिलने के बाद मौके पर पहुंची बांगरमऊ कोतवाली और उत्तर प्रदेश एक्सप्रेसवेज औद्योगिक विकास प्राधिकरण (यूपीडा) की टीम ने बस में फंसे लोगों को बाहर निकाल कर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र भेजा। उन्होंने बताया कि घायलों की हालत स्थिर बताई जा रही है।

पश्चिम बंगाल में महिला की दिल दहला देने वाली पिटाई का एक और मामला आया सामने देखे वायरल वीडीओ

कोलकाता।पश्चिम बंगाल में एक और लड़की की पिटाई का वीडियो वायरल हो रहा है. वीडियो भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता शहजाद पूनावाला ने साझा कर ममता बनर्जी सरकार पर हमला बोला है. उन्होंने उनकी पार्टी टीएमसी का मतलब ‘ तालिबानी मुझे चाहिए’ बताया है.

 

लड़की की पिटाई का वीडियो वायरल पर टीमसी ने कहा कि यह वीडियो 2021 का है और दो आरोपी जेल में है. जिसकी पिटाई हो रही है वो पुरुष हो सकता है. लोकसभा में हार के बाद बीजेपी साजिश रच रही है.जबकि विपक्षी आरोप लगा रहे है कि टीएमसी विधायक मदन मित्रा के करीबी जयंत सिंह और उसके गुर्गे महिला को पीट रहे है।

 

BJP प्रवक्ता ने कहा कि पश्चिम बंगाल में एक और तालिबानी वीडियो सामने आया है. चोपड़ा के बाद यह एक और वीडियो, जिसमें यह दिखाई दे रहा है कि एक महिला को तृणमूल कांग्रेस के नेताओं का करीबी बेरहमी से पीट रहा है. इस प्रकार की घटनाएं लगातार हो रही है.

 

पुलिस ने कहा …जुर्म दर्ज,

दो पहले से हिरासत में

 

इधर बंगाल की बैरकपुर पुलिस ने माइक्रोब्लॉगिंग साइट एक्स पर लिखा, बीकेपी पीसी ने सोशल मीडिया पर एक लड़की पर हमले से जुड़े एक पुराने वीडियो पर एक्शन लिया है. इस पुराने मामले पर स्वत: संज्ञान लेकर आपराधिक मामला शुरू कर दिया गया है. वीडियो में देखे गए व्यक्तियों के खिलाफ सभी कानूनी कार्रवाई की जा रही है जिनमें से दो लोग पहले से ही हिरासत में हैं.

बजट की तारीख का हो गया ऐलान, वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण बनाएंगी नया रिकॉर्ड

संसद का नया सत्र 22 जुलाई से शुरू होगा, जोकि 12 अगस्त तक चलेगा. भारत सरकार की सिफारिश को राष्‍ट्रपति मुर्मू ने मंजूरी दे दी है.

 

Budget 2024: देश में 18वीं लोकसभा के गठन के बाद केंद्र की मोदी सरकार अब अपने तीसरे कार्यकाल का पहला बजट पेश करने जा रही है. वित्त वर्ष 2024-25 के लिए केंद्रीय बजट कब पेश होगा इसकी तारीखों का ऐलान हो गया है. वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण आने वाली 23 जुलाई को संसद में बजट (Budget 2024) पेश करेंगी. केंद्रीय संसदीय कार्यमंत्री किरेन रिजिजू ने शनिवार को इस बात की घोषणा की.निर्मला सीतारमन लगातार सातवीं बार बजट पेश करने वाली देश की पहली वितमंत्री बन जाएंगी इससे पहले मोरारजी भाई देसाई ने कांग्रेस की सरकार में वितमंत्री रहते हुए लगातार छह बार बजट पेश किया था।

 

केंद्रीय मंत्री किरेन रिजिजू ने बताई बजट की तारीख

उन्होंने ‘एक्‍स’ पर एक पोस्‍ट कर कहा, भारत की माननीय राष्‍ट्रपति ने भारत सरकार की सिफारिश पर बजट सत्र 2024 के लिए 22 जुलाई 2024 से 12 अगस्त 2024 तक संसद के दोनों सदनों को बुलाने के प्रस्ताव को मंजूरी दे दी है (संसदीय कार्य की अत्यावश्यकताओं के अधीन). केंद्रीय बजट 2024-25 को लोकसभा में 23 जुलाई 2024 को पेश किया जाएगा

ब्रिटेन में चुने गए 15 पाकिस्तानी, लेकिन सब पर भारी 29 हिंदुस्तानी

चुनाव में लेबर पार्टी ने कंजर्वेटिव पार्टी की 14 साल की सत्ता को खत्म कर बागडोर अपने हाथों में ले ली है. कीर स्टार्मर देश के 58वें प्रधानमंत्री बने हैं. हाउस ऑफ कॉमन्स की 650 सीटों में से लेबर पार्टी ने 412, सुनक की कंजर्वेटिव पार्टी ने 121, लिबरल डेमोक्रेट्स ने 71, अन्य ने 11, SNP-9, सिन फिन ने 7, रिफॉर्म यूके ने 5, डीयूपी ने 5, ग्रीन (ई&डब्लू) ने 4 और प्लेड सिमरू ने 4 सीटों पर जीत हासिल की है. खास बात यह है कि ब्रिटेन चुनाव में इस बार भारतीयों का दबदबा रहा है. इस साल भारतीय मूल के रिकॉर्ड 29 सांसद चुने गए हैं. जिनमें लेबर पार्टी के 19, कंजर्वेटिव पार्टी के 7, निर्दलीय 2 और एक डेमोक्रेटिक सांसद हैं. वहीं वहीं बात अगर पाकिस्तान की की जाए तो ब्रिटेन चुनाव में पाकिस्तानी मूल के संसदों की संख्या 15 है. मतलब भारतीय यहां भी पाकिस्तानियों पर भारी पड़ते दिखे हैं. पाकिस्तानी सासंदों से भारतीय मूल के 14 सांसद ज्यादा हैं. इस तरह से ब्रिटेन में भी भारतीयों का डंका बजा है. इन नवनिर्वाचित सांसदों पर एनडीटीवी ने विस्तृत जानकारी दी है।आइए जानते है इन भारतीय मूल के नए सांसदों के बारे में….

लेबर पार्टी के नए सांसद (भारतीय मूल)

1-बग्गी शंकर: एक सिख सांसद हैं. उन्होंने डर्बी साउथ सीट पर जीत हासिल की है. वह शुरुआत से ही लेबर पार्टी में हैं. उनका जन्म यूके में ही गुआ और वह यहीं पर पले-पढ़े हैं. उनके पिता 1950 के दशक में यूके आए थे और एक फाउंड्री में काम करने लगे. वह रोल्स-रॉयस के लिए काम करते हैं. साथ ही वह लेबर काउंसलर भी हैं. वह 18 जून तक डर्बी सिटी काउंसिल के लेबर नेता थे, लेकिन विपक्षी पार्षदों के अविश्वास प्रस्ताव के बाद उन्हें बाहर कर दिया गया था.
2-गुरिंदर सिंह जोसन: ने 51 साल की उम्र में स्मेथविक की सुरक्षित सीट से जीत हासिल की है. उन्हें साल 2019 में नए साल के सम्मान में “राजनीतिक सेवा के लिए” सीबीई नियुक्त किया गया था. वह गुरु नानक गुरुद्वारा, स्मेथविक के ट्रस्टी भी रहे, जहां पिछले साल अवतार सिंह का अंतिम संस्कार हुआ था.

3-हरप्रीत उप्पल: एक ब्रिटिश सिख सांसद हैं. उन्होंने हडर्सफ़ील्ड सीट पर जीत हासिल की है. इस निर्वाचन क्षेत्र में जीत हासिस करने वाली ये पहली महिला सांसद हैं. उप्पल का जन्म फारटाउन में हुआ था. वह वहीं पर पली-बढ़ी हैं. वह टेक्सटाइव वर्कर लम्बर सिंह उप्पल और उनकी पत्नी सतविंदर की बेटी हैं. उनके पिता 1962 में भारत से यूके आए थे और यहीं बस गए.

4-जस अठवाल: 60 साल के जस अठवाल ने इलफ़र्ड साउथ सुरक्षित सीट से जीत हासिल की है. अठवाल का जन्म पंजाब में एक पंजाबी जाट सिख परिवार में हुआ था. जब वह 7 साल के थे, तभी उनका परिवार इलफ़र्ड में आकर बस गया था. तब से वह यहीं रह रहे हैं.

5-जीवुन संधेर: 33 साल के जीवुन संधेर ने लॉफबोरो सीट से जीत हासिल की है. उनका जन्म ब्रिटेन में हुआ था. उनका उनका परिवार पंजाब के जालंधर के पास से ताल्लुक रखता है. वह एक ब्रिटिश सिख हैं और थिंक टैंक न्यू इकोनॉमिक्स फाउंडेशन में अर्थशास्त्र टीम का नेतृत्व कर रहे हैं. वह पहले ट्रेजरी में काम करते थे. उससे पहले वह सोमालीलैंड के वित्त मंत्रालय में अर्थशास्त्री थे, जहां उन्होंने उनकी राष्ट्रीय विकास योजना और बजट का सह-लेखन किया था.

6-कनिष्क नारायण:  34 साल के कनिष्क नारायण ने वेले ऑफ़ ग्लेमोर्गन सीट से जीत हासिल की है. पहले यह सीट कंजर्वेटिव पार्टी के पास थी. वह वेस्टमिंस्टर में वेल्श निर्वाचन क्षेत्र का प्रतिनिधित्व करने के लिए चुने गए फर्स्ट एथनिक अल्पसंख्यक सांसद बन गए. उनका जन्म बिहार में हुआ था. 12 साल की उम्र में वह परिवार के साथ वेल्स आकर बस गए. उनकी पढ़ाई ऑक्सफोर्ड और स्टैनफोर्ड से हुई. वह कैबिनेट कार्यालय में वरिष्ठ सलाहकार और पर्यावरण सचिव के विशेषज्ञ सलाहकार थे. वह एक टेक्नोलॉडी कंसल्टेंट हैं, जिन्होंने जलवायु और फिनटेक स्टार्ट-अप में निवेश किया है.

7-किरिथ एंटविस्टल:  किरिथ एंटविस्टल ने बोल्टन नॉर्थ ईस्ट सीट से जीत हासिल की है. वह एक ब्रिटिश पंजाबी हैं. उनका जन्म साउथहॉल में हुआ था. उनके भारत में जन्मे नाना-नानी 1970 के दशक में केन्या से ब्रिटेन चले गए थे. उनके पिता 1980 के दशक में दिल्ली से यूके आकर बस गए थे.

8-सतवीर कौर: सतवीर कौर भी ब्रिटिश सिख सांसद हैं. उन्होंने साउथेम्प्टन टेस्ट से जीत हासिल की है. वह साउथेम्प्टन सिटी काउंसिल की पार्षद और पूर्व लेबर नेता हैं, तब वह इस सीट का नेतृत्व करने वाली पहली एथनिक अल्पसंख्यक सदस्य थीं.

9-वारिंदर जस: वारिंदर जस एक सिख हैं. उन्होंने वॉल्वरहैम्प्टन वेस्ट सीट पर जीत हासिल की है. उन्होंने इस सीट को कंजर्वेटिवो से छीन कर कब्जा जमा लिया है.

10-सोजन जोसेफ: सोजन जोसेफ केरल से ताल्लुक रखते हैं. वह मूल रूप से केरल के कोट्टायम के कैपुझा के रहने वाले हैं, उन्होंने काउंटी के एशफोर्ड क्षेत्र से जीत हासिल की है. उन्होंने 22 साल पहले यूके में रहने आए थे. इस दौरान उन्होंने यहां पर एनएचएस नर्स के रूप में काम किया. बाद में वह लेबर काउंसलर बन गए.

11-सोनिया कुमार: सोनिया कुमार सिख कम्यूनिटी से ताल्लकु रखती हैं. उन्होंने अपने कंजर्वेटिव प्रतिद्वंद्वी मार्को लोंघी को हराकर डुडले सीट से जीत हासिल की है. उन्होंने ब्रिटिश पाकिस्तानी कॉन्टीट्यूएंट को चिट्ठी लिखकर संसद में कश्मीर का प्रतिनिधित्व करने और अपने नाम को रेखांकित करने को लेकर सवाल उठाया था.

12-सुरीना ब्रैकेनरिज: सुरीना ब्रैकेनरिज ने वॉल्वरहैम्प्टन नॉर्थ से जीत हासिल की है.

13-प्रीत कौर गिल: प्रीत कौर गिल ने बर्मिंघम एजबेस्टन सीट पर जीत हासिल की है. उन्होंने सुरक्षित लेबर सीट पर 16,599 वोट हासिल किए . 44.3 प्रतिशत वोट के साथ जीत हासिल की है. उनका जन्म बर्मिंघम में हुआ था.उनके माता-पिता भारतीय हैं. उनके पिता गुरुनानक गुरुद्वारा, स्थिथविक के प्रजिडेंट रह चुके हैं, जो कि यूके का पहला गुरुद्वारा था.

14-तन्मनजीत सिंह ढेसी: मूल रूप से पंजाब के जालंधर के रहने वाले तनमनजीत सिंह ने स्लोघा सीट से जीत हासिल की है.

15-नवेंदु मिश्रा: नवेंदु मिश्रा ने स्टॉकपोर्ट सीट से जीत हासिल की है. वह मूल रू से उत्तर प्रदेश के कानपुर के रहने वाले हैं. उनका ननिहाल गोरखपुर से हैं. उन्होंने ब्रिटेन चुनाव में दूसरी बार जीत हासिल की है.

16-सीमा मल्होत्रा: सीमा मल्होत्रा फेल्थम एंड हेस्टम सीट से लेबर पार्टी के टिकट पर जीत हासिल की है.

17-वालेरी वैज: मूल रूप से गोवा मूल की रहने वाली वालेरी वाज ने वाल्सॉल और ब्लॉक्सविच सीट से जीक हासिल की है. वह कीथ वाज की बहन हैं.

18-लीसा नंदी: लीसा नंदी ने विगान सीट से भारी वोटों से जीत हासिल की है. उनको कीर स्टार्मर की कैबिनेट में संस्कृति, मीडिया एवं खेल मंत्रालय की जिम्मेदारी सौंपी गई है.

19-नादिया व्हिटोम: नादिया व्हिटोम ने नॉटिंघम ईस्ट से लेबर पार्टी के टिकट पर जीत हासिल की है. वह समलैंगिक सिख सांसद हैं. उन्होंने इस सीट से दोबारा जीत हासिल की है.
लिव डेम्स

20- मुनीरा विल्सन:  मुनीरा विल्सन ने ट्विकेनहैम सीट से एक बार फिर से जीत हासिल की है.

ये है निर्दलीय उम्मीदवार

21-इक़बाल मोहम्मद: इक़बाल मोहम्मद ने के माता-पिता 1960 के दशक में भारत से ब्रिटेन आकर बस गए थे. उन्होंने ड्यूसबरी और बैटले सीट से जीत हासिल की है.

22-शौकत आदम: शौकत आदम ने लीसेस्टर साउथ सीट से जीत हासिल की है. वह 3 साल की उम्र में अपने माता-पिता के साथ मलावी से यूके आ गए थे.

24-सुएला ब्रेवरमैन: सुएला ब्रेवरमैन ने कंजर्वेटिक पार्टी के टिकट पर फेयरहम और वाटरलूविले सीट से जीत हासिल की है. लेकिन अपनी पार्टी की हार पर उन्होंने देश की जनता से माफी मांगते हुए कहा क् हम अपने वादे पूरे नहीं कर सके.

25-प्रीति पटेल: प्रीति पटेल ने कंजर्वेटिव पार्टी के टिकट पर विथम इन एसेक्स सीट से जीत हासिल की है.

26-गगन मोहिंद्रा: गगन मोहिंद्रा ने साउथ वेस्ट हर्टफोर्डशायर सीट पर जीत हासिल की है.

27-शिवानी रजा: ने लीसेस्टर ईस्ट निर्वाचन क्षेत्र से जीत हासिल की है.

28-नील शास्त्री-हर्स्ट : नील ने इंग्लैंड के सोलिहुड और सिर्ले सीट से जीत हासिल की है. वह मूल रूप से गुजरात से ताल्लुक रखते हैं. उनके पिता का जन्म वडोदरा में हुआ था लेकिन वह 1970 के दशक में यूके आ गए थे.यहां उन्होंने एक ब्रिटिश महिला से शादी कर ली.  नील का जन्म भी यूके में ही हुआ था.

14 साल बाद लेबर पार्टी की ब्रिटेन में वापसी,कौन है किएर जो अब बनेंगे पीएम, कंजर्वेटिव पार्टी की ऐतिहासिक हार पर सुनक ने माफी मांगी

ब्रिटेन के चुनाव में लेबर पार्टी ने किएर स्टार्मर के नेतृत्व में बड़ी जीत दर्ज की है.

14 साल बाद लेबर पार्टी की सत्ता में वापसी हो रही है और वो भी ऐतिहासिक जीत के साथ.

लेबर पार्टी अब तक 411 सीटें जीत चुकी है और ऋषि सुनक के नेतृत्व में कंज़र्वेटिव पार्टी 119 सीटें ही जीत सकी है. पीएम ऋषि सुनक ने पार्टी कार्यकर्ताओं से क्षमा मांगते हुए इस ऐतिहासिक हार की जिम्मेदारी खुद ली है।

 

ब्रिटेन में 650 सीटों में से सरकार बनाने के लिए 326 सीटों का आँकड़ा पार करना होता है. यानी लेबर पार्टी को बहुमत मिल गया है.ये कंजर्वेटिव पार्टी की अब तक की सबसे बड़ी हार होगी.लेबर पार्टी 2010 के बाद सत्ता में आई है. ये साल 1997 में टोनी ब्लेयर के बाद लेबर पार्टी की सबसे बड़ी जीत है. लेकिन लेबर पार्टी को इस ऐतिहासिक जीत तक ले जाने वाले किएर स्टार्मर कौन हैं.

 

बीबीसी की एक रिपोर्ट के मुताबिक किएर स्टार्मर का संसदीय क्षेत्र साल 2015 से हॉबर्न और सेंट पैनक्रास है. स्टार्मर ख़ुद को “वर्किंग क्लास की पृष्ठभूमि” से बताते हैं.

उनके पिता एक टूलमेकर थे और उनकी माँ एक नर्स के रूप में काम करती थीं.

 

उनकी माँ को स्टिल्स रोग था जो एक दुर्लभ ऑटोइम्यून बीमारी है.

 

उन्होंने रीगेट ग्रामर स्कूल में पढ़ाई की है. उनके दाखिला लेने के दो साल बाद ये एक निजी स्कूल बन गया था.

 

16 साल की उम्र तक उनकी फीस स्थानीय परिषद भरता था. स्कूल के बाद यूनिवर्सिटी जाने वाले वह अपने परिवार के पहले सदस्य बने और लीड्स यूनिवर्सिटी में दाखिला लिया.

 

कानून की पढ़ाई और अफ्रीका में काम

 

लीड्स के बाद उन्होंने ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी में क़ानून की पढ़ाई की.

 

1987 में वो बैरिस्टर बने और मानवाधिकार क़ानून में उनकी विशेषज्ञता है. अपने काम के सिलसिले में वो कैरिबिया और अफ्रीका में रहे, जहाँ उन्होंने मौत की सज़ा का सामना कर रहे क़ैदियों का केस लड़ा.

 

90 के दशक के अंत में उन्होंने तथाकथित मैक्लिबेल कार्यकर्ताओं का केस फ्री में लड़ा.

 

मैकडॉनल्ड्स कॉर्पोरेशन बनाम स्टील एंड मॉरिस 1997 केस को “मैक्लिबेल केस” के रूप में जाना जाता है.

 

इसमें मैकडॉनल्ड्स कॉर्पोरेशन ने कंपनी की आलोचना करने वाले पर्यावरण कार्यकर्ताओं के ख़िलाफ़ मानहानि का केस किया था. इन कार्यकर्ताओं ने एक पर्चा बाँटा था, जिसमें मैकडॉनल्ड कंपनी के पर्यावरण के दावों पर सवाल उठाए गए थे.

 

साल 2008 में किएर डॉयरेक्टर ऑफ़ पब्लिक प्रॉसिक्यूशन चुने गए. जो इंग्लैंड और वेल्स में सबसे वरिष्ठ क्रिमिनल प्रॉसिक्यूटर का पद है.

 

राजनीति में कब आए

किएर स्टार्मर

 

साल 2015 में वो उत्तरी लंदन में हॉबर्न और सेंट पैनक्रास से सांसद बने.

 

उन्होंने पूर्व लेबर नेता जर्मी कॉर्बिन की फ्रंटबेंच टीम में उनके ब्रेग्ज़िट सचिव के रूप में काम किया जहाँ उन्होंने दूसरे ब्रेग्ज़िट चुनाव पर विचार किए जाने की बात कही थी. ब्रेग्ज़िट यूरोपियन यूनियन से ब्रिटेन को अलग करने की प्रक्रिया थी.

 

साल 2019 के आम चुनाव में पार्टी की भारी हार के बाद सर किएर स्टार्मर ने लेबर नेता पद का चुनाव लड़ा और 2020 में पार्टी के नेता बने. जीत के बाद अपने भाषण में उन्होंने कहा था कि वो लेबर को “विश्वास और आशा के साथ एक नए युग में ले जाएंगे.”

Neet PG परीक्षा की आई नई तारीख,जून में हो गई थी रद्द

नई दिल्ली।नेशनल बोर्ड ऑफ एग्जामिनेशन इन मेडिकल साइंसेज (NBEMS) ने नीट पीजी की नई एग्जाम डेट का नोटिस जारी कर दिया है. यह परीक्षा अब 11 अगस्त 2024 को आयोजित की जाएगी. परीक्षा दो शिफ्ट में आयोजित की जाएगी. एसओपी और प्रोटोकॉल की समीक्षा के बाद नीट पीजी की नई तारीख का ऐलान किया गया है.

 

दो शिफ्ट में आयोजित होने वाले नीट पीजी एग्जाम से संबंधित अधिक जानकारी जल्द ही बोर्ड की आधिकारिक वेबसाइट natboard.edu.in पर दी जाएगी. जिन उम्मीदवारों ने पोस्टग्रेजुएट मेडिकल एंट्रेंस एग्जाम (NEET PG) के लिए आवेदन किया था और 23 जून को परीक्षा में बैठने वाले थे, वे एनबीई की आधिकारिक वेबसाइट पर जाकर नई एग्जाम डेट का नोटिस चेक कर सकते हैं.

रायपुर ब्रेकिंग : हाउसिंग बोर्ड कर्मी ने दफ्तर की चौथी मंजिल से कूद के की आत्महत्या,देखे वीडीओ

 

नवा रायपुर स्थित पर्यावास भवन के चौथे माले से युवक ने कूदकर की खुदकुशी,

 

बिल्डिंग से कूदते CCTV फूटेज आया सामने,

 

युवक की पहचान नरेश साहू 35 साल के रूप में हुई है,

 

मृतक उसी बिल्डिंग में हाउसिंग बोर्ड के अकाउंट शाखा में था पदस्थ,

 

मामले की जांच में जुटी पुलिस,

 

राखी थाना क्षेत्र का मामला,

कटघोरा में कुंए में डूबने से हुई चार की मौत , जांजगीर में गई है आज ही 5 की जान

कोरबा। कोरबा जिले के कटघोरा थानांतर्गत ग्राम जुराली के डिपरा पारा में चार लोगों की कुुंआ में डूबने से मौत हो गयी। प्रारंभिक जानकारी के मुताबिक कुंआ में ग्रामीण के गिरने के बाद उसे बचाने के लिए बेटी कुंआ में कूद गयी। इसके बाद परिवार के ही दो अन्य लोग कुंआ में नीचे उतरे लेकिन सभी की मौत हो गयी। पुलिस मौके पर पहुंच गयी है। एसडीआरएफ की टीम को बुलाया गया है।

जानकारी के मुताबिक ग्राम जुराली के डिपरा पारा में रहने वाला ग्रामीण जहरू आज कुंआ में अचानक गिर गया था। घटना की जानकारी मिलते ही पिता को बचाने उसकी बेटी कुंआ में कूद गयी। इस दौरान पिता-पुत्री के कुुंआ से बाहर नहीं निकलने पर दो अन्य लोग कुंआ में उतरे लेकिन वे सभी भी बाहर नही आये और अंदर ही बेहोश होकर गिर गये। घटना की जानकारी के बाद गांव में हड़कंप मच गया। आनन-फानन में घटना की जानकारी पुलिस को दी गयी। पुलिस ने आसपास के क्षेत्र को सील कर एसडीआरएफ की टीम को रेस्क्यू के लिए मौके पर बुलवाया है। इस घटना के बाद से पूरे गांव में हड़कंप मची हुई है। बता दें कि छत्तीसगढ़ राज्य में आज इस तरह का यह दूसरा मामला है। इससे पहले जांजगीर चांपा जिले के बिर्रा में कुएं में जहरीली गैस के कारण 5 लोगों की मौत हुई है।

पड़ोसी को बचाने की कोशिश में पिता,2 पुत्र सहित 5 की मौत,सभी कुंए में उतरे और दम घूंट गया

जांजगीर-चांपा में कुएं में जहरीली गैस के रिसाव से पिता और दो बेटों समेत 5 लोगों की मौत हो गई। शुक्रवार सुबह करीब 7.30 बजे एक व्यक्ति को बचाने के चक्कर में लोग कुएं के अंदर एक के बाद एक व्यक्ति उतरते गए। घटना बिर्रा थाना क्षेत्र की है।

SDOP यदुमणि सिदार ने बताया कि राजेंद्र जायसवाल नाम का एक व्यक्ति कुएं में लकड़ी अंदर गिरने पर उसे निकालने घुसा था, तभी गैस का रिसाव होने लगा और वह बहोश हो गया। इसके बाद पत्नी के शोर मचाने पर ये लोग उसे निकालने कुएं में घुसे थे, लेकिन कोई जिंदा नहीं लौट सका।

पिता के साथ 2 बेटे पड़ोसी को बचाने गए थे

 

राजेंद्र जायसवाल को बचाने सबसे पहले पड़ोसी रमेश पटेल आया और वह कुएं के अंदर गया। उसकी भी सांसें भरने लगीं, फिर उसे बचाने उसके दो बेटे राजेंद्र और जितेंद्र भी कुएं के अंदर चले गए। जब चारों कुछ देर तक नहीं लौटे तो पड़ोस में रहने वाला टिकेश चन्द्रा भी इन लोगों को बचाने के लिए कुएं अंदर चला गया। लेकिन जहरीली गैस के रिसाव से पिता और 2 बेटों समेत 5 लोगों की जान चली गई।

 

घटना की जानकारी मिलने के बाद बिर्रा पुलिस और तहसीलदार अपनी टीम के साथ मौके पर पहुंचे हैं। वहीं SDRF की टीम को भी बुलाया गया है।

 

मृतक टीकेश्वर की पत्नी का आज जन्मदिन

 

इस घटना में अंतिम में सभी लोगों को बचाने के लिए घुसे टीकेश्वर चंद्रा की 3 महीने पहले ही शादी हुई थी। संयोग से आज उसकी पत्नी का जन्मदिन। उसने वॉट्सऐप पर बर्थडे स्टेटस भी लगाया था।

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