OO महाराष्ट्र की नई सरकार के पांच दिसंबर को मुंबई के आजाद मैदान में शपथ लेने के ऐलान के एक दिन बाद केयरटेकर सीएम और शिवसेना के मुखिया एकनाथ शिंदे ने मुख्यमंत्री पद पर अपनी वापसी की जोरदार वकालत की। उन्होंने कहा कि उन्होंने आम आदमी की तरह काम किया है, इसलिए आम आदमी को लगता है कि उन्हें फिर से मुख्यमंत्री होना चाहिए।उनके इस बयान के बाद फिर से बीजेपी और शिंदे शिवसेना के बीच सबकुछ ठीक नहीं होने की अटकलें तेज हो गई है।ये बयान देवेंद्र फडणवीस को भी टेंशन देने वाला है।वहीं पता चला है कि बीजेपी विधायकों की बैठक जो मंगलवार को होने वाली थी वो भी एक दिन आगे टाल दी गई है।
TTN Desk
महाराष्ट्र के कार्यवाहक मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने कहा है कि जनता चाहती है कि CM वही रहें। शिंदे ने रविवार को इंडियन एक्सप्रेस को दिए इंटरव्यू में कहा है, ‘मैं आम लोगों के लिए काम करता हूं। मैं जनता का मुख्यमंत्री हूं। इसी वजह से लोग मानते हैं कि मुझे ही मुख्यमंत्री बनना चाहिए।’
इससे पहले शिंदे रविवार दोपहर अपने गृह जिले सातारा से मुंबई लौट आए। 29 नवंबर को दिल्ली में शाह से मिलने के बाद वे मुंबई के सारे कार्यक्रम रद्द कर सातारा अपने गांव चले गए थे। रविवार को उन्होंने मीडिया से बातचीत में कहा- मोदी और शाह जिसे मुख्यमंत्री बनाएंगे, मैं उसका समर्थन करूंगा। महायुति में कोई विवाद नहीं है। 2 दिसंबर यानी आज हम CM चुन लेंगे।
सूत्रों के मुताबिक शिंदे की नाराजगी के बीच भाजपा विधायक दल की बैठक की तारीख तीसरी बार बदलने के कयास हैं। अब यह 4 दिसंबर को हो सकती है। पहली बार 29 नवंबर को होने वाली बैठक 1 दिसंबर तय की गई। इसके बाद दोबारा इसे 3 दिसंबर के लिए रखा गया। अब ये फिर 4 दिसंबर के लिए टालने की खबर है। भाजपा ने देवेंद्र फडणवीस का नाम CM के लिए फाइनल कर दिया है। अब औपचारिक घोषणा भर बाकी है।