*मनोज शर्मा”
क्या महाराष्ट्र में बीजेपी आलाकमान एक बार फिर चौंकाने वाला निर्णय लेने जा रहा है जैसे एमपी,राजस्थान,छत्तीसगढ़ के विधानसभा चुनाव के नतीजों के बाद लेते हुए सीएम तय किए थे।ये बात आज शुक्रवार को महाराष्ट्र और खास करके विदर्भ के राजनीतिक जानकारों के बीच चर्चा में है।विदर्भ के नागपुर में संघ का मुख्यालय है और केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी और अब तक सीएम की रेस में सबसे आगे माने जा रहे देवेंद्र फडणवीस की राजनैतिक भूमि भी यही है।गुरुवार रात को अमित शाह के घर दिल्ली में महायुति के प्रमुख नेताओं की करीब तीन घंटे लंबी बैठक हुई मगर फिर भी सीएम के नाम की घोषणा तो ठीक साफ संकेत भी नहीं आया।इधर शुक्रवार को मुंबई में शिंदे,पावर,फडणवीस की उपस्थिति में महायुति की बैठक होनी थी पर शिंदे अचानक अपने गृहग्राम सतारा चले गए। जानकार सूत्र बता रहे कि पेंच मराठा भावनाओं का शिंदे अजीत पवार ने फंसा दिया है।फडणवीस ब्राह्मण है ।बताया जा रहा कि यदि मराठा नेतृत्व पर सहमति बनी तो फडणवीस को बीजेपी का राष्ट्रीय अध्यक्ष बनने की पेशकश की गई है।जिस पर अभी अंतिम निर्णय होना बाकी है। मराठा कार्ड चला तो मोदी शाह के भरोसेमंद केंद्रीय राज्य मंत्री मुरलीधर मोहोल को सीएम बनाया जा सकता है।
O शिंदे का रुख नरम हुआ
महाराष्ट्र चुनाव के रिजल्ट आए एक हफ्ते बीतने के बाद भी राज्य में अब तक सरकार का गठन नहीं हो सका है. हाल में संपन्न हुए विधानसभा चुनाव में महायुति गठबंधन को प्रचंड बहुमत हासिल हुआ है. हालांकि मुख्यमंत्री को लेकर अब तक सस्पेंस बना हुआ है. सूत्रों से खबर है कि देवेंद्र फडणवीस रेस में सबसे आगे चल रहे हैं. अमित शाह से साथ दिल्ली में गुरुवार को हुई बैठक में एकनाथ शिंदे को यह संकेत दे दिया गया था फडणवीस ही मुख्यमंत्री होंगे. एकनाथ शिंदे शुरुआत में डिप्टी CM के लिए तैयार नही थें, लेकिन बाद में उनका रुख नरम हुआ. शिंदे गृह मंत्रालय अपने पास चाहते हैं. लेकिन अब मंत्रालय के बंटवारे पर भी पेंच फंसा हुआ है.
O शिंदे-फडणवीस और अजित पवार की बैठक रद्द
मुंबई में महायुति गठबंधन के तीनों नेताओं की आज शाम (29 नवंबर) को बैठक होनी थी, लेकिन रिपोर्ट के मुताबिक वह रद्द हो गई है. बैठक से पहले ही एकनाथ शिंदे अचानक अपने गांव सतारा रवाना हो गए. NDTV ने सूत्रों के हवाले से बताया है कि एकनाथ शिंदे सतारा में अपने गांव जा रहे हैं और उनके लौटने के बाद बैठकें होंगी. उनकी अचानक गांव जाने की योजना के बाद अटकलें लगाई जा रही हैं कि वे सरकार गठन की बातचीत से नाखुश हैं. बताया जा रहा है कि मुख्यमंत्री पद को लेकर तो अब कोई सस्पेंस नहीं है, लेकिन मंत्रियों के विभागों के बंटवारे पर पेंच फंसा हुआ है.
शाह संग बैठक के बाद क्या बोले थे शिंदे?
अमित शाह से साथ हुई बैठक के बाद एकनाथ शिंदे ने चर्चा को ‘अच्छा और सकारात्मक’ बताया था. उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र के अगले मुख्यमंत्री पर निर्णय राज्य की राजधानी में महायुति गठबंधन की एक और बैठक में लिया जाएगा. उन्होंने पत्रकारों से यह भी कहा कि वे राज्य में सरकार गठन में बाधा नहीं बनेंगे और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अमित शाह की तरफ से लिए गए फैसले का सम्मान करेंगे.
कौन हैं मुरलीधर मोहोल?
मुरलीधर मोहोल 2024 के लोकसभा चुनाव में महाराष्ट्र के पुणे निर्वाचन क्षेत्र से बीजेपी के सांसद हैं. मुरलीधर मोहोल की शैक्षणिक योग्यता स्नातक है और उन्होंने कृषि और व्यवसाय को अपना पेशा घोषित किया है.
महाराष्ट्र के पुणे से पहली बार सांसद बने मुरलीधर मोहोल ने नरेंद्र मोदी सरकार में सहकारिता एवं नागरिक उड्डयन राज्यमंत्री है. मुरलीधर मोहोल को बीजेपी ने पुणे से टिकट दिया था. मोहोल ने लोकसभा चुनाव में कांग्रेस प्रत्याशी रवींद्र धांगेकर को 1.25 लाख मतों के अंतर से हराया है.
मुरलीधर मोहोल पुणे के मेयर रह चुके हैं. उन्होंने तीन दशक पहले बीजेपी में अपना राजनीतिक जीवन शुरू किया था. हाल के दिनों में, उन्होंने विविध सांस्कृतिक और खेल आयोजनों का आयोजन करके सामुदायिक संबंधों को सक्रिय रूप से बढ़ावा दिया है. इन पहलों में ‘महाराष्ट्र केसरी’ जैसे आयोजनों की व्यवस्था करना और बड़े पैमाने पर रक्तदान अभियान चलाना शामिल है. मोहोल का उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस और महाराष्ट्र बीजेपी प्रमुख चंद्रशेखर बावनकुले के साथ अच्छा संबंध है.