जशपुर से शुरू हुई यात्रा का था दूसरा दिन, लोरो घाटी में रोकी गई,सैकड़ों यात्रियों में बड़ी संख्या में महिलाएं भी
बीजेपी विधायक भगत की कथित आपत्तिजनक टिप्पणी का विरोध,गिरफ्तारी की कर रहे है मांग
विशेष संवाददाता द्वारा
जशपुर।26 अक्टूबर। जशपुर की बीजेपी विधायक रायमुनी भगत के ईसाई परंपरा और संस्कारों पर दिए गए कथित बयान का ईसाई आदिवासी महासभा द्वारा विरोध किया जा रहा है।विधायक भगत पर अपराध दर्ज कर उन्हें गिरफ्तार करने की मांग की जा रही है।यह मामला अब बवाल का रूप ले रहा है।महासभा की जशपुर से बगिया जा रही न्याय यात्रा को पुलिस ने शनिवार को बीच रास्ते में ही लोरो घाटी में बैरिकेटिंग लगा कर रोकने की कोशिश की गई ।फिर भी जब यात्रा में शामिल सैकड़ों लोगों ने आगे बढ़ने की कोशिश की तो उन पर वाटर कैनन से पानी की भारी बौछार की।तब आंदोलनकारी जिनमें बड़ी संख्या में महिलाएं थी ,वहीं सड़क पर डेरा जमा कर बैठ गए और नारेबाजी करने लगे।
डेंगनी में दिया था बयान
मसीही समाज का आरोप है कि विधायक रायमुनी भगत ने ग्राम डेंगनी में भुईहर समाज के सामुदायिक भवन के निर्माण के समय प्रभु यीशु और ईसाई परंपरा पर कथित तौर पर आपत्तिजनक टिप्पणी की।जिसका वीडीओ भी वायरल हुआ।आरोप है कि ये बयान समुदायों के बीच वैमनस्य उत्पन्न करने वाला और मसीही समाज के लोगों की भावना आहत करने वाला है।सो विधायक पर अपराध दर्ज कर कार्यवाही हो।
विरोध में पहले भी निकाली पदयात्रा
इसे ले कर मसीही समाज और आदिवासी ईसाई महासभा ने प्रदेश के विभिन्न थानों में आवेदन दिया किंतु कोई कार्यवाही नहीं हुई।पूर्व में भी पत्थलगांव से लोदाम तक 130 किलोमीटर की पदयात्रा निकली गई।
शुक्रवार को शुरू की न्याय यात्रा
अब 25 अक्टूबर से इस तीन दिवसीय पदयात्रा की अनुमति के लिए आवेदन कलेक्टर,एसपी को दिया पर अनुमति नहीं दी गई।शुक्रवार को यात्रा शुरू हुई इसे आज शाम कुनकुरी पहुंचना था जहां से रविवार को सीएम कैंप कार्यालय बगिया जाती।इससे पहले ही यात्रा को पुलिस ने लोरो घाटी में रोक दिया।
पूर्व विधायक मिंज ने की निंदा
कुनकुरी के पूर्व विधायक यू डी मिंज ने पुलिस द्वारा यूं यात्रा को रोके जाने को गलत बताया है।उन्होंने कहा कि ईसाई समुदाय के पूज्य आराध्यदेव के बारे में यूं विधायक का आपत्तिजनक बयान देना निंदनीय है। उन पर अपराध दर्ज कर कार्यवाही होनी चाहिए।