TTN Desk
आज श्री गणेश चतुर्थी है और दीपावली अब ज्यादा दूर नहीं।दीपावली में मां लक्ष्मी और गणेश जी की पूजा का विधान है। आखिर ऐसा क्यों है कि भगवान गणेश की पूजा सभी जगह पहले की जाती है। आइये आज हम जानते हैं कैसे बने भगवान गणेश प्रथम पूज्यनीय देवता।
दीपावली का दिन अब ज्यादा दूर नहीं हैं। अगले हफ्ते ही दीपावली है और इस दिन मां लक्ष्मी और गणेश जी की पूजा की जाती है। दीपावली के दिन मां लक्ष्मी और भगवान गणेश की पूजा का विशेष महत्व है। आप ने एक बात पर गौर किया होगा कि कोई भी पूजा हो, लेकिन भगवान गणेश की पूजा सभी जगहों पर सबसे पहले की जाती है। तो आइये जानते हैं, आखिर कैसे भगवान गणेश बने दवेताओं में प्रथम पूज्यनीय देव।
श्री गणेश ने की सबसे पहले परिक्रमा
पौराणिक कथा के अनुसार एक बार सभी देवता भगवान शिव के पास गए और उनसे पूछा कि, है माहादेव आपी ही बताएं सभी देवताओं में से सबसे पहले किस देवता की पूजा होनी चाहिए। तब भगवान शिव समझ गए की सभी देवता अपने आप को श्रेष्ठ मानने का अहंकार लेकर आएं है। भगवान शिव ने सभी देवताओं से कहा कि, जो संपूर्ण ब्रह्माण्ड की परिक्रमा सबसे पहले कर के आएगा। वही सबसे पहले इस जगत में पूजा जाएगा। सभी देवता अपने वाहन पर बैठ कर पूरे ब्रह्माणड की परिक्रमा करने निकल गए। लेकिन गणेश जी ने उस समय सभी देवताओं की तरह ब्रह्माणड की परिक्रमा न करने की जगह भगवान शिव और मां पार्वती की सात परिक्रमा करी और फिर उनके सामने होथ जोड़ कर उनसे आशीर्वाद लिया।