बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना ने इस्तीफ़ा दे दिया और देश छोड़ दिया है. बताया जा रहा है कि देश छोड़ते वक़्त उनके साथ उनकी बहन शेख रेहाना भी थीं.
अब खबरें आ रही हैं कि बांग्लादेश की राजधानी ढाका में हजारों प्रदर्शनकारी प्रधानमंत्री शेख हसीना के आधिकारिक आवास पर धावा बोल रहे हैं.
बांग्लादेश में आरक्षण को लेकर चल रहा आंदोलन सोमवार को और व्यापक हो गया है.
छात्र नेताओं की ओर से किए गए ‘ढाका तक लॉंग मार्च’ के आह्वान पर हज़ारों लोग ढाका के उपनगरीय इलाक़ों की ओर कूच कर रहे हैं.
बांग्लादेश के आर्मी चीफ़ आज शाम तीन बजे मीडिया को संबोधित करने वाले हैं.
रविवार को दोबार शुरूहुई हिंसा में अबतक कम से कम 90 लोगों के मारे जाने की ख़बर है.
ढाका के मोहाखाली इलाक़े में मौजूद बीबीसी बांग्ला के संवाददाताओं के मुताबिक, हज़ारों लोग शाहबाग़ की ओर पैदल और रिक्शा से मार्च कर रहे हैं.
मार्च करने वालों में काफ़ी संख्या में महिलाएं भी हैं.
मीरपुर इलाक़े में मौजूद एक अन्य संवाददाता ने भी बताया है कि हज़ारों लोग शाहबाग़ की ओर मार्च कर रहे हैं.
यह इलाक़ा आवागमन का एक बड़ा हब है और शहर का केंद्र है, यहां कई पार्क और विश्वविद्यालय हैं.
सेना सड़कों पर तैनात है लेकिन वो मार्च करने वलों को रोक नहीं रही है और दोपहर बाद से ही सड़कों पर पुलिस की मौजूदगी बहुत कम देखी जा रही है.