TTN Desk
घरेलू शेयर बाजारों में गुरुवार को भारी गिरावट आई थी वहीं शुक्रवार को भी शुरुआती कारोबार में बाजार में गिरावट थी लेकिन दिन चढ़ने के साथ-साथ स्थिति बदल गई। शुरुआती कारोबार में उनमें करीब 0.6% गिरावट आई थी। लेकिन आईटी और बैंकिंग शेयरों में बढ़त के कारण सेंसेक्स और निफ्टी ने गजब की पलटी मारी। दोपहर 12 बजे बीएसई सेंसेक्स 811 अंक या 0.98% बढ़कर 83,307.67 पर पहुंच गया जबकि निफ्टी50 इंडेक्स भी 210 अंक या 0.83% बढ़कर 25,460 पर आ गया। लेकिन अगले 45 मिनट में स्थिति एक बार फिर बदल गई और शेयर बाजार में एक बार फिर मंदड़िए हावी हो गए। 12.45 बजे सेंसेक्स 234.81 अंक यानी 0.28% के साथ 82,262.29 अंक पर ट्रेड कर रहा था। निफ्टी 56.95 अंक यानी 0.23 फीसदी गिरावट के साथ 25,193.15 अंक पर आ गया। सेंसेक्स में 808 अंक की गिरावट के साथ बाजार बंद हुआ ,यूं आज का बाजार अपने इंट्रा डे हाई से कोई 1500 अंक गिर गया।अब सोमवार को बाजार खुलने पर क्या स्थिति बनती है यह देखने वाली बात होगी।
पिछले दो साल में ये सबसे खराब सत्र
भारतीय बाजार दो साल से अधिक समय में अपने सबसे खराब सप्ताह की ओर बढ़ रहे हैं। एफआईआई की निकासी और मध्य पूर्व में बढ़ते संघर्ष पर बढ़ती चिंताओं के कारण इस हफ्ते शेयर बाजार में काफी गिरावट रही। आज की रिकवरी के बावजूद निफ्टी और सेंसेक्स में इस हफ्ते 3.3% गिरावट है जो जून 2022 के बाद से उनका सबसे खराब प्रदर्शन है। इसकी सबसे बड़ी वजह गुरुवार को आई गिरावट है।
किन शेयरों में रही तेजी
आज शुक्रवार को सेंसेक्स के शेयरों में इन्फोसिस, एचडीएफसी बैंक, एक्सिस बैंक, टीसीएस, एसबीआई और टाटा मोटर्स में तेजी रही जबकि एमएंडएम, बजाज फाइनेंस, एशियन पेंट्स, नेस्ले और भारती एयरटेल में गिरावट रही। सेक्टोरल मोर्चे पर निफ्टी आईटी में 1.6% की वृद्धि हुई और निफ्टी पीएसयू बैंक में 1.6% की तेजी रही। इसके अतिरिक्त, निफ्टी बैंक, वित्तीय सेवाएं, धातु, फार्मा, उपभोक्ता टिकाऊ वस्तुएं और तेल एवं गैस में भी तेजी रही।
एफआईआई की बिकवाली बड़ा कारण
जानकारों का कहना है कि गुरुवार को निफ्टी में आई 2.1% की गिरावट की मुख्य वजह एफआईआई की भारी बिकवाली रही। पिछले तीन दिनों में एफआईआई (विदेशी संस्थागत निवेशक)ने 30614 करोड़ रुपये की भारी बिकवाली की है। डीआईआई (घरेलू संस्थागत निवेशक) ने बीच में खरीदारी की जिससे बाजार ऊपर की और आया भी किंतु आखिर में 808 प्वाइंट की गिरावट रही।