OO विश्वप्रसिद्ध तबला वादक जाकिर हुसैन की रविवार को अचानक तबीयत बिगड़ गई। उन्हें अमेरिका एक अस्पताल में हृदय संबंधी समस्या के चलते अस्पताल में एडमिट कराया गया। उनका स्वास्थ्य बिगड़ता गया इस बीच मीडिया में चल रही उनके निधन की खबरों को उनके परिवार ने खंडन किया मगर अंततः वे नहीं रहे।उनके निधन की पुष्टि अब सोमवार सुबह परिजनों ने भी कर दी है।
OO भारत के केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय ने भी पहले निधन की सूचना दी, फिर पोस्ट डिलीट किया। हुसैन को 1988 में पद्म श्री, 2002 में पद्म भूषण 2023 में पद्म विभूषण अलंकरण से सम्मानित किया गया था।
TTN Desk
विश्व विख्यात तबला वादक और पद्म विभूषण उस्ताद जाकिर हुसैन का निधन हो गया है। उन्हें हाई ब्लड प्रेशर की परेशानी हुई। वे फेफड़े की गंभीर बीमारी से पीड़ित थे उन्हें सैन फ्रांसिस्को के अस्पताल में भर्ती कराया गया था।रविवार को पहले उनके निधन की खबर सामने आई थी, जिसे जाकिर की बहन खुर्शीद औलिया ने खारिज किया था।
उन्होंने एक न्यूज एजेंसी से कहा, ‘भाई की हालत बहुत गंभीर है, उनकी सांसें बहुत तेज चल रही हैं। हम भारत और दुनिया भर में उनके प्रशंसकों से उनके लिए प्रार्थना करने के लिए कह रहे हैं।’
O पिता भी थे महान तबला वादक
उस्ताद जाकिर हुसैन का जन्म मुंबई में 9 मार्च 1951 को हुआ था। वह एक बेहतरीन तबलावादक की नहीं बल्कि एक संगीतकार और शिक्षक भी रहे। उनके पिता और गुरु उस्ताद अल्ला रक्खा खुद एक महान तबला वादक थे। छोटी उम्र से ही जाकिर हुसैन संगीत में रुचि रखते हैं। 12 वर्ष की उम्र में पेशेवर रूप में उन्होनें प्रदर्शन करना शुरू कर दिया था। उन्होनें शास्त्रीय संगीत और फ्यूजन शैलियों दोनों में काम किया है। उन्हें तबले का बादशाह भी कहा जाता है।
O हुसैन के परिवार में कौन-कौन?
हुसैन के परिवार में उनकी पत्नी एंटोनिया मिन्नेकोला, उनकी बेटियां अनीसा कुरैशी और इसाबेला कुरैशी हैं. उनके परिवार में उनके भाई तौफीक और फजल कुरैशी तथा उनकी बहन खुर्शीद औलिया भी हैं.