रूममेट की धार्मिक कट्टरता से परेशान था MBBS का छात्र, कर ली सुसाइड: दोस्त को बताया दिन भर मेरा धर्म महान नहीं सुन सकता

TTN Desk

धार्मिक कट्टरता लोगों के दिमाग में इस कदर हावी हो चुकी है कि लोग इसके लिए कुछ भी करने के लिए तैयार हैं। धार्मिक कट्टरता लोगों को आत्महत्या तक करने पर मजबूर कर दे रही है। ऐसा ही मामला बुधवार को उज्जैन से सामने आया है। जहां एक MBBS के छात्र ने अपने रूम मेट की धार्मिक बातों और उसके प्रति कट्टरता से तंग आकर एक दिन पहले ही मौत को गले लगा लिया। छात्र ने अपने एक दोस्त के साथ चैट में इन बातों का जिक्र किया है कि उसका रूम मेट दिन भर अपने धर्म को लेकर बातें करता है। मामले में पुलिस को सुसाइड नोट नहीं मिला लेकिन मृतक छात्र के दोस्त के साथ चैट मिली है। जिससे इस बात का खुलासा हुआ।

इंदौर में MBBS की पढ़ाई करता था पंशुल

मृतक छात्र पंशुल के चचेरे भाई तुषार ने बताया कि पंशुल इंदौर के एमजीएम मेडिकल कॉलेज में एमबीबीएस की दूसरे साल का छात्र था। उन्होंने दो साल पहले नीट परीक्षा में उज्जैन में टॉप किया था। पंशुल के मोबाइल फोन में कुछ करीबी दोस्तों के साथ चैटिंग मिली है, जिसमें उन्होंने अपने रूममेट्स द्वारा प्रताड़ित किए जाने का उल्लेख किया है। वह अपने धर्म को लेकर काफी कट्टर है और अक्सर उसको धार्मिक मान्यताओं को लेकर नीचा दिखाते रहता है।

परिजनों ने लगाए मानसिक प्रताड़ना के आरोप

प्रांशुल की मां ने बताया कि उसके रूममेट्स सरल जैन और आदित्य जैन उस पर अपनी धार्मिक मान्यताएं थोपने की कोशिश करते थे। इस वजह पंशुल मानसिक रूप से बहुत परेशान था। पंशुल की मां उसके रूममेट की गिरफ्तारी की मांग कर रही हैं। उनका कहना है ये हत्या है। बता दें कि प्रांशुल मार्च से इन दोनों छात्रों के साथ किराए के मकान में रह रहा था। इस मामले में उज्जैन नानाखेड़ा के थाना प्रभारी नरेंद्र यादव का कहना है। मामले की गहराई से जांच की जा रही है। बता दें पंशुल के पिता संतोष व्यास एमआईटी कॉलेज में प्रोफेसर हैं और मां प्राइवेट स्कूल में शिक्षिका हैं।उन्होंने राहुल के दोनों रूम मेट के खिलाफ कार्यवाही की मांग की है।राहुल की मां ने उज्जैन एसपी से मिल कर भी ये सारी बातें बताई है।पंशुल के मोबाइल की भी जांच की जा रही है।

*पंशुल की चैट में धार्मिक कट्टरता का जिक्र*
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पंशुल- मेरे रूममेट से मेरा झगड़ा हो गया।

बहुत गंदे है ये

मेरे रूम मेट को गोली मार दो बस।

हम जैन है, हम जैन है, बहुत-बहुत महान लोग हैं अरे हो भैया हो तो महान।

इनकी रोज मीटिंग होती है कि जैनिज्म कैसे फैलाएं।

मुझे डिप्रेशन हो गया है, इसलिए में आज उज्जैन आ गया।

मेरे फ्लेट वाले मुझसे बात ही नहीं कर रहे।

इतना गन्दा लग रहा है एक हफ्ते से।

मैं कुछ उल्टा सीधा कर लूं इससे पहले घर भाग लूं।

मेरी तो मरने की इच्छा हो रही है, सच में इतना मेन्टल टार्चर नहीं झेल सकता मैं

दिनभर मेरा धर्म महान नहीं सुना जा रहा