OO एक्सप्रेस ट्रेन की स्लीपर कोच के नीचे दोनों पहियों के बीच एक्सल पर लेटकर यात्रा करने का रोंगटे खड़े कर देने वाला मामला सामने आया है। जबलपुर में पकड़ में आए युवक की पहचान तो उजागर नहीं हुई है। लेकिन उसका दावा है कि उसके पास किराया नहीं होने के कारण वह इटारसी में स्लीपर कोच के एक्सल के अंदर घुस गया था और 290 किलोमीटर दूर जबलपुर पहुंच गया। रेलवे इस घटना की जांच करा रहा है। यह पूरा मामला पुणे-दानापुर एक्सप्रेस का है।
TTN Desk
जबलपुर। आज तक आपने ट्रेन के बाथरूम के अंदर घुसकर, बोगी में चादर का झूला बना, बोगियों के बीच कपलिंग में बैठकर या फिर बोगियों के ऊपर बैठकर सफर करने के किस्से सुने व देखे होंगे। किन्तु बोगी के नीचे ट्रॉली में छिपकर सफर करते हुए शायद ही कभी किसी को देखा व सुना होगा। लेकिन ऐसा नजारा बुधवार को जबलपुर के इटारसी एण्ड में दानापुर एक्सप्रेस के प्लेटफार्म करते समय रोलिंग परीक्षण के दौरान कैरिज एण्ड वेगन विभाग(एसीएण्डडब्ल्यू) के कर्मचारियों ने जब देखा तो वे दंग रह गये और ट्रेन के प्लेटफार्म पर रुकते ही ट्रॉली में घुसे व्यक्ति को बाहर निकाला गया।
बताया जाता है कि दोपहर को जब इटारसी से चलकर जबलपुर पहुंचने वाली दानापुर एक्सप्रेस जब जबलपुर स्टेशन के इटारसी एण्ड पर पहुंची तो आउटर पर ट्रेन की रोलिंग परीक्षण के लिए बैठे कर्मचारी बारी बारी से सामने से गुजर रहे कोचों के अण्डर गियर का परीक्षण कर रहे थे। दौरान ट्रेन का जब एस:4 कोच सामने से गुजरा तो कैरिज एण्ड वेगन विभाग के कर्मचारी की नजर बोगी के नीचे लगी ट्रॉली पर पड़ी।
कर्मचारी ने देखा कि एक व्यक्क्ति ट्रेली में लेटा हुआ है। फिर क्या था ट्रेन के रुकते ही कर्मचारी एस-4 कोच के पास पहुंच गए और ट्रॉली में घुसे हुए व्यक्क्ति को किसी तरह से डांट डपटकर बाहर निकाला गया। बताया जाता है कि जिस किसी ने भी यह माजरा देखा वह दंग रह गया। ट्रॉली में छुपा हुआ व्यक्क्ति कौन था व कहां का रहने वाला है यह तो पुलिस की जांच का विषय है किन्तु ट्रॉली में बैठकर जबलपुर तक पहुंचने वाले ने यह जरूर बताया कि उसके पास टिकट लेने के पैसे नहीं थे और वह इटारसी से दानापुर एक्सप्रेस के कोच के नीचे अंदर घुसकर आया है।