महाकुंभ : फूट फूट कर रोती दिखी हर्षा रिछारिया,महाकुंभ छोड़ने का ऐलान,माता पिता कर रहे शादी की तैयारी

TTN Desk

खुद को निरंजनी अखाड़े के आचार्य महामंडलेश्वर स्वामी श्री कैलाशानंदगिरि जी महाराज की शिष्या बताने वाली हर्षा रिछारिया महाकुंभ छोड़ने वाली हैं. उन्होंने खुद के सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर एक वीडियो शेयर किया है. जिसमें हर्षा ने एक संत पर गंभीर आरोप लगाते हुए महाकुंभ छोड़ने की बात कही.

O फूट-फूट कर रोती नजर आईं हर्षा रिछारिया

इस वीडियो में हर्षा रिछारिया फूट-फूट कर रोती नजर आ रही हैं. रोते-रोते हर्षा कहती हैं, “शर्म आनी चाहिए कि एक लड़की जो धर्म से जुड़ने आई थी, धर्म को समझने आई थी, सनातन संस्कृति को समझने आई थी. आपने उसको इस लायक नहीं छोड़ा कि वो पूरे कुंभ में रुक पाए. वो कुंभ जो हमारी जीवन में एक बार आएगा. आपने वो कुंभ एक इंसान से छीन लिया. इसके पुण्य का तो नहीं पता लेकिन ये जो आनंद स्वरुप जी हैं, उनको इसका पाप जरूर लगेगा.”

O इससे बेटर है कि मैं कुंभ से चली जाऊं

हर्षा रिछारिया ने आगे कहा कि यहां कुछ लोगों ने मुझे धर्म से जुड़ने का मौका नहीं दिया. संस्कृति में रमने का मौका नहीं दिया. इस कॉटेज में रहकर मुझे यह फील हो रहा है कि मैंने कोई बड़ा गुनाह कर दिया है. जबकि मेरी गलती नहीं है. पहले मैं आई थी पूरे महाकुंभ में रहने की मंशा से आई थी. पूरे 24 घंटे इसी रूम को देखना पड़ रहा है तो इससे बेटर है कि मैं महाकुंभ से चली जाऊं.

O स्वामी आनंद स्वरुप पर लगाया गंभीर आरोप

इस वायरल वीडियो में हर्षा रिछारिया जिस संत आनंद स्वरुप पर उन्हें कुंभ छोड़ने के लिए विवश करने का आरोप लगाया वो शांभवी पीठाधीश्वर स्वामी हैं. आनंद स्वरूप जी महाराज ने बीते दिनों हर्षा रिछारिया को निरंजनी अखाड़े की पेशवाई के दौरान रथ पर बैठाने को लेकर तीखी प्रतिक्रिया दी थी.

O रथ पर बैठने से विवाद

निरंजनी अखाड़े के छावनी प्रवेश के दौरान एक रथ पर संतों के साथ हर्षा रिछारिया के बैठने को लेकर विवाद पैदा हो गया. काली सेना के प्रमुख स्वामी आनंद स्वरूप ने इस पर आपत्ति जताई है. उन्होंने फेसबुक पर लिखा है, “महाकुंभ मेले में निरंजनी अखाड़े के छावनी में अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष महंत रवींद्र पुरी जी महाराज से भोजन प्रसाद पर चर्चा हुई. मैंने कहा कि यह कुंभ अखाड़ों को मॉडल दिखाने के लिए नहीं आयोजित है, यह कुंभ जप, तप और ज्ञान की गंगा के लिए है. इसलिए इस कुकृत्य पर आप कार्रवाई कीजिए.”

O कौन है हर्षा रिछारिया?

महाकुंभ में खूबसूरती की वजह से वायरल हुई हर्षा रिछारिया सोशल मीडिया इन्फ्लुंएसर हैं. अपने इंस्टाग्राम पेज पर उन्होंने खुद को एंकर बताया है. उनके पेज पर 1.1 मिलियन से अधिक फॉलोअर्स हैं.30 साल की मॉडल और एंकर हर्षा रिछारिया उत्तराखंड से आयी हैं। वह मूल रूप से मध्य प्रदेश की रहने वाली हैं। उन्होंने जब महाकुंभ में एंट्री की थी उस समय पारंपरिक गेरूए रंग की पोशाक के साथ रुद्राक्ष की माला और माथे पर तिलक लगा रखा था। हर्षा ने बड़ी संख्या में वहां उपस्थित लोगों और सोशल मीडिया यूजर्स का ध्यान अपनी ओर आकर्षित कर लिया। देखते ही देखते प्रयागराज महाकुंभ में, वह एक युवा सुंदर साध्वी के रूप में छा गयी। हर तरफ उनकी चर्चा होने लगी। उनकी फोटोज और वीडियो सोशल मीडिया पर सुंदर साध्वी और वायरल साध्वी जैसे टाइटल के साथ तेजी से वायरल होने लगे थे।

O माता पिता ने कहा ..कर रहे है हर्षा की शादी की तैयारी

हर्षा के माता-पिता ने मीडिया से बात की और शादी की तैयारियों की जानकारी दी। हर्षा के पिता, दिनेश रिछारिया और मां, किरण रिछारिया ने बताया कि उन्होंने अपनी बेटी के लिए दो लड़कों को देखा है और दोनों ही रिश्तों पर गंभीरता से विचार किया जा रहा है। परिवार ने कहा कि जल्द ही हर्षा की शादी तय की जाएगी।

O तेजी से बन रही हर्षा की शादी की योजना

हर्षा के पिता, दिनेश रिछारिया ने बताया कि परिवार इस मामले में गंभीर है और हर्षा की शादी की योजना तेजी से बन रही है। उन्होंने बताया कि उन्होंने दो लड़कों को देखा है – एक लड़का देहरादून से है, जबकि दूसरा लड़का नासिक से है। उन्होंने यह भी कहा कि जल्द ही दोनों में से किसी एक रिश्ते को फाइनल किया जाएगा और परिवार की तरफ से शादी की पूरी तैयारी की जाएगी। दिनेश रिछारिया ने कहा, “हमने अपनी बेटी के लिए बहुत संघर्ष किया है और अब हम चाहते हैं कि वह खुश रहे। जहां रिश्ता तय होगा, वहां हम शादी कर देंगे।”

O करियर के लिए हर्षा का समर्पण और मेहनत

हर्षा रिछारिया के माता-पिता ने अपनी बेटी के शिक्षा और करियर के बारे में भी जानकारी दी। दिनेश रिछारिया ने कहा कि हर्षा ने बीबीए किया है और हमेशा ही पढ़ाई में अव्‍ल रही है। उनकी प्रारंभिक शिक्षा झांसी में हुई थी, फिर वह भोपाल आईं, जहां उन्‍होंने एंकरिंग का कोर्स किया। हर्षा ने हमेशा अपने करियर के लिए समर्पण दिखाया है और आज जिस मुकाम पर हैं, उनके माता-पिता को उस पर गर्व है। हर्षा के पिता ने कहा, “हर्षा का समर्पण और मेहनत उसे आज इस मुकाम तक लेकर आई है, और हमें इस पर गर्व है। वह हमेशा अपने परिवार के लिए प्रेरणा रही है।”