भारत सरकार ने बैन की पबजी तो कंपनी को 2.48 लाख करोड़ का हुआ नुकसान

नई दिल्ली (एजेंसी)। हाल ही में भारत सरकार ने कई मोबाइल एप्स को बैन किया। इसमें गेमिंग एप से लेकर डेटिंग, बिजनेस और दूसरी तरह के एप शामिल हैं। लेकिन हर जगह चर्चा पबजी मोबाइल गेम बैन की ही हो रही है। पबजी मोबाइल का स्वामित्व चीनी कंपनी टेनसेंट के पास है। भारत में पबजी की रेवेन्यू हिस्सेदारी पांच फीसदी से भी कम है। लेकिन पबजी पर प्रतिबंध लगाने से कंपनी को तगड़ा झटका लगा है।
पबजी के बैन होने से टेनसेंट को बड़ा झटका लगा है। बीते दिनों टेनसेंट का बाजार पूंजीकरण (बाजार हैसियत) 2.48 लाख करोड़ रुपये कम हो गया, जो इस साल की दूसरी सबसे बड़ी गिरावट है। ब्लूमबर्ग के अनुसार, जब अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने उसके एप वीचैट पर प्रतिबंध लगाया था, तब कंपनी को 4.81 लाख करोड़ रुपये का घाटा हुआ था। भारत में सबसे ज्यादा यूजर्स साल 2018 में लॉन्च हुई पबजी के 2020 तक भारत में सबसे ज्यादा यूजर्स थे। दुनिया के कुल यूजर्स में से भारत के 24 फीसदी यूजर्स हैं, वहीं चीन में 16 फीसदी। अमेरिका में यह आंकड़ा 6.4 फीसदी है।

सबसे ज्यादा रेवेन्यू चीन से

वहीं अगर रेवेन्यू की बात करें, तो सबसे ज्यादा यानी 52 फीसदी रेवेन्यू चीन से आ रहा है। अमेरिका से 14 फीसदी और जापान से 5.6 फीसदी। भारत में गेमिंग स्ट्रीमिंग साइट, रूटर्स के सीईओ पीयूष कुमार के मुताबिक, ‘भारत में सिर्फ पबजी की बात करें तो इस गेम के 1750 लाख डाउनलोड्स हैं, जिसमें से एक्टिव यूजर 750 लाख के आसपास हैं। चीन से ज्यादा लोग भारत में पबजी खेलते हैं। लेकिन कमाई की बात करें तो वो भारत से बहुत कम होती है। ऐसा इसलिए क्योंकि पैसा खर्च कर गेम खेलने वालों की तादाद भारत में कम है।