बड़ी खबर: उज्जैन मंदिर परिसर में भारी बारिश के बीच दीवार गिरी,दो की मौत,अनेक घायल

TTN Desk

मध्य प्रदेश के उज्जैन में बड़ा हादसा हो गया है। यहां तेज बारिश के बाद महाकाल मंदिर के सामने बड़ा गणेश मंदिर के पास एक पुरानी दीवार ढह गई है।
इस हादसे में 2 लोगों की मौत हो गई और करीब 10 लोग घायल हुए हैं।
बताया जा रहा है कि अचानक तेज बारिश के चलते दीवार गिर गई, जिसकी चपेट में मंदिर के सामने दुकान लगाकर पूजन सामग्री बेचने वाले लोग आ गए हैं।

पुरानी दीवार ढहने से हुआ हादसा

रिपोर्ट्स के मुताबिक, महाकाल मंदिर के गेट नंबर 4 के सामने बड़ा गणेश मंदिर के समीप महाराजवाड़ा स्कूल की पुरानी दीवार गिरने से ये हादसा हुआ है।
हादसे की सूचना मिलने पर मंदिर प्रशासन, पुलिस, और राहत और बचाव दल के अधिकारी-कर्मचारी मौके पर पहुंचे और रेस्क्यू अभियान शुरू किया। घायलों को इलाज के लिए जिला अस्पताल में भर्ती करवाया गया है।

स्मार्ट सिटी ने रंगाई पुताई की मजबूती नहीं दी

महाकालेश्वर मंदिर में गेट नंबर 4 के सामने काफी पुरानी दीवार थी जिसे स्मार्ट सिटी के माध्यम से रंगाई पुताई कर नया बनाया गया था. इस दीवार के ऊपरी हिस्से में मध्य प्रदेश पर्यटन विकास निगम ने एक लग्जरी होटल बनाया है. इस होटल के गार्डन का पूरा पानी इसी दीवार के रास्ते नीचे उतरता था. शुक्रवार को उज्जैन में शाम 4:00 बजे से ही लगातार तेज बारिश हो रही थी, जिसकी वजह से पूरा पानी दीवार के ऊपर दबाव बनाने लगा. इसी बीच दीवार में जमीन छोड़ दी.

2 गंभीर घायलों की इलाज के दौरान मौत हो गई है।

घायलों में बच्ची भी शामिल

घायलों में एक छोटी बच्ची भी शामिल है, जिसके पैर में चोट लगी है। एक महिला को गंभीर चोट आई है और उसे इंदौर भेजा गया है।
बताया जा रहा है कि बारिश से बचने के लिए लोग दीवार के पास खड़े हुए थे, तभी ये हादसा हो गया।
महाकाल मंदिर विस्तार योजना के तहत पुराने महाराजावाड़ा स्कूल को यहां से स्थानांतरित कर दिया गया है। यहां अब श्रद्धालुओं के लिए एक सुविधा केंद्र बताया जा रहा है।

महाकालेश्वर मंदिर में चल रहा करोड़ों का विस्तारीकरण कार्य

उज्जैन के महाकालेश्वर मंदिर में प्रथम चरण के विस्तारीकरण के तहत महाकाल लोग का निर्माण किया गया जिसमें लगभग 460 करोड रुपए की लागत आई. इसके बाद दूसरे चरण का कार्य भी चल रहा है. मंदिर में लगभग 700 करोड़ से ज्यादा के निर्माण कार्य हो चुके हैं. ऐसी स्थिति में मंदिर के आसपास के परिसर को भी सुंदर बनाने के लिए कई कार्य किए गए लेकिन इस दीवार को लेकर लापरवाही कैसे बरती गई, यह सवाल अधिकारियों के बीच चर्चा का विषय बना हुआ है.