नया विवाद : LIC ने ही पूरा ले लिया अदानी पोर्ट के 5000 करोड़ के बॉन्ड इश्यू को ,राहुल ने निशाने पर लिया

OO भारतीय जीवन बीमा निगम (LIC), भारत की सबसे बड़ी बीमा कंपनी और एक प्रमुख संस्थागत निवेशक, ने हाल ही में अदानी पोर्ट्स एंड स्पेशल इकोनॉमिक जोन लिमिटेड (APSEZ) में महत्वपूर्ण निवेश किया है। यह निवेश, विशेष रूप से ₹5,000 करोड़ के बॉन्ड इश्यू के पूर्ण सब्सक्रिप्शन के रूप में, चर्चा का विषय बन गया है।

 

OO विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने LIC के इस निवेश को निशाने पर लिया है।उन्होंने ब्लूमबर्ग की एक रिपोर्ट के स्क्रीन शॉट के साथ X पर LIC के पॉलिसी धारकों को संबोधित करते हुए पोस्ट किया है।जिसमें लिखा है कि पैसा,पॉलिसी,प्रीमियम आपका…सुरक्षा,सुविधा और फायदा अदानी का।उनके इस पोस्ट को पूर्व सीएम भूपेश बघेल सहित अनेक वरिष्ठ कांग्रेस नेताओं ने रिपोस्ट किया है।अब आइए जानते है इस विवाद के विभिन्न पहलुओं को विस्तार से….

TTN Desk

LIC ने अदानी पोर्ट्स के ₹5,000 करोड़ के बॉन्ड को पूरी तरह सब्सक्राइब किया30 मई 2025 को, अदानी पोर्ट्स एंड स्पेशल इकोनॉमिक जोन लिमिटेड (APSEZ) ने अपने अब तक के सबसे बड़े घरेलू बॉन्ड इश्यू के माध्यम से ₹5,000 करोड़ जुटाए। इस 15-वर्षीय नॉन-कन्वर्टिबल डिबेंचर (NCD) इश्यू को पूरी तरह से LIC ने सब्सक्राइब किया। यह कदम अदानी पोर्ट्स की ऋण परिपक्वता प्रोफाइल को बेहतर बनाने और विविध फंडिंग स्रोतों तक इसकी पहुंच को दर्शाता है।

O बॉन्ड इश्यू की विशेषताएं

राशि: ₹5,000 करोड़

अवधि: 15 वर्ष

प्रकार: नॉन-कन्वर्टिबल डिबेंचर (NCD)

उद्देश्य: कंपनी की ऋण परिपक्वता प्रोफाइल को मजबूत करना और विस्तार योजनाओं के लिए पूंजी जुटाना।

O LIC की हिस्सेदारी

LIC ने पहले से ही अदानी पोर्ट्स में 8.10% हिस्सेदारी रखी थी, जिसे मार्च 2025 तिमाही में ₹631 करोड़ के अतिरिक्त निवेश के साथ और बढ़ाया गया। इस बॉन्ड इश्यू के साथ, LIC ने कंपनी में अपनी वित्तीय भागीदारी को और मजबूत किया है।

O अदानी पोर्ट्स और LIC का संबंध

अदानी पोर्ट्स भारत में बंदरगाह और लॉजिस्टिक्स क्षेत्र में अग्रणी कंपनी है, जिसके पास कुल माल ढुलाई में 27% और कंटेनर माल ढुलाई में 45% बाजार हिस्सेदारी है। दूसरी ओर, LIC भारत की सबसे बड़ी बीमा कंपनी है, जिसके पास ₹54.52 ट्रिलियन की संपत्ति प्रबंधन के तहत है (मार्च 2025 तक)।

Oहिंडनबर्ग विवाद और LIC का निवेश

जनवरी 2023 में, हिंडनबर्ग रिसर्च की एक रिपोर्ट ने अदानी ग्रुप पर कॉर्पोरेट धोखाधड़ी के आरोप लगाए, जिसके बाद अदानी पोर्ट्स सहित ग्रुप की कंपनियों के शेयरों में भारी गिरावट आई। इस दौरान LIC को भी अपने निवेश पर सवालों का सामना करना पड़ा। हालांकि, LIC ने निवेश कम करने के बजाय, वित्त वर्ष 2023-24 में अदानी ग्रुप की कंपनियों में अपने निवेश को बढ़ाया, जिससे उसे 59% का लाभ हुआ।

O वित्त वर्ष 2023-24 में LIC का प्रदर्शन

अदानी पोर्ट्स में निवेश: ₹12,450.09 करोड़ से बढ़कर ₹22,776.89 करोड़।

अदानी एंटरप्राइजेज में निवेश: ₹8,495.31 करोड़ से बढ़कर ₹14,305.53 करोड़।

कुल निवेश वृद्धि: ₹38,471 करोड़ से ₹61,210 करोड़, यानी ₹22,378 करोड़ की बढ़ोतरी।

O मार्च 2025 तिमाही में LIC की खरीदारी

मार्च 2025 तिमाही में, LIC ने अदानी ग्रुप की कंपनियों में ₹2,050 करोड़ का निवेश किया, जिसमें अदानी पोर्ट्स में ₹631 करोड़ शामिल हैं। इस निवेश ने LIC की हिस्सेदारी को 8.10% तक बढ़ा दिया।

O अन्य घरेलू निवेशकों की भागीदारी

बीमा कंपनियां: ₹1,865 करोड़

पेंशन फंड्स: ₹1,050 करोड़

म्यूचुअल फंड्स: ₹1,600 करोड़

इसके विपरीत, विदेशी संस्थागत निवेशकों (FIIs) ने उसी तिमाही में अदानी ग्रुप की कंपनियों में अपनी हिस्सेदारी ₹3,600 करोड़ कम की।

O विवाद और आलोचना

LIC के इस बड़े निवेश ने कई सवाल खड़े किए हैं, विशेष रूप से सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर। कुछ उपयोगकर्ताओं ने इसे “क्रोनी कैपिटलिज्म” का उदाहरण बताया, यह दावा करते हुए कि LIC को जोखिम भरे निवेश में धकेला जा रहा है।

O प्रमुख आलोचनाएं,जोखिम का सवाल

कुछ X उपयोगकर्ताओं ने दावा किया कि अन्य निवेशक अदानी पोर्ट्स के बॉन्ड इश्यू से दूर रहे क्योंकि इसमें उच्च जोखिम था। LIC का पूर्ण सब्सक्रिप्शन इस बात को लेकर विवादास्पद रहा कि क्या यह निर्णय पूरी तरह से वाणिज्यिक था या इसमें कोई बाहरी दबाव शामिल था।

O पारदर्शिता की कमी

कुछ ने सवाल उठाया कि क्या LIC ने इस निवेश से पहले उचित Due Diligence की।

O हिंडनबर्ग की छाया:

हिंडनबर्ग रिपोर्ट के बाद अदानी ग्रुप की विश्वसनीयता पर सवाल उठे थे, और LIC का निरंतर निवेश कुछ लोगों को संदिग्ध लगता है।

Oअदानी पोर्ट्स का प्रदर्शन

अदानी पोर्ट्स ने हाल के वर्षों में मजबूत प्रदर्शन दिखाया है:वित्त वर्ष 2025 (9 महीने): 332 मिलियन मीट्रिक टन (MMT) कार्गो वॉल्यूम, जो पिछले वर्ष की तुलना में 7% अधिक है।

बाजार हिस्सेदारी: भारत में कुल माल ढुलाई में 27% और कंटेनर माल ढुलाई में 45% हिस्सेदारी।

विस्तार योजनाएं: कंपनी ने ऑस्ट्रेलिया के नॉर्थ क्वींसलैंड एक्सपोर्ट टर्मिनल (NQXT) को ₹2.5 बिलियन के वैल्यूएशन पर अधिग्रहण किया और 2025-26 में ₹12,000 करोड़ के पूंजीगत व्यय की योजना बनाई है।

O ब्रोकरेज की राय

मोतीलाल ओसवाल: अदानी पोर्ट्स के शेयर को ₹1,620 तक पहुंचने की संभावना, यानी 13% की संभावित वृद्धि।

मैक्वेरी: कंपनी की मजबूत स्थिति को देखते हुए शेयर पर सकारात्मक दृष्टिकोण।

O LIC की रणनीति और भविष्य

LIC का अदानी पोर्ट्स में निवेश इसकी दीर्घकालिक निवेश रणनीति का हिस्सा माना जा रहा है, जो स्थिर रिटर्न और मजबूत ब्रांड वैल्यू पर आधारित है। हालांकि, इस निवेश ने LIC के निवेश निर्णयों की पारदर्शिता और जोखिम प्रबंधन पर सवाल उठाए हैं।

O LIC की स्वास्थ्य बीमा में प्रवेश की तैयारी

LIC स्वास्थ्य बीमा क्षेत्र में प्रवेश की योजना बना रही है, जो इसके पोर्टफोलियो को और विविध बनाएगा।डिजिटल पहल: LIC ने अपने ई-सेवा पोर्टल के माध्यम से ग्राहक सेवाओं को बेहतर बनाया है, जिससे पॉलिसीधारकों को ऑनलाइन सुविधाएं मिल रही हैं।निष्कर्षLIC का अदानी पोर्ट्स में ₹5,000 करोड़ का बॉन्ड निवेश एक महत्वपूर्ण वित्तीय कदम है, जो कंपनी की मजबूत स्थिति और विकास योजनाओं में विश्वास को दर्शाता है। हालांकि, इस निवेश ने जोखिम, पारदर्शिता, और संभावित बाहरी दबावों को लेकर विवादों को भी जन्म दिया है। भविष्य में, यह देखना दिलचस्प होगा कि यह निवेश LIC और अदानी पोर्ट्स दोनों के लिए कितना लाभकारी साबित होता है।