दोस्ती दुश्मनी : ट्रंप की धमकी से बढ़ा मस्क संग विवाद ,नई पार्टी की अटकलों ने मचाया तहलका

TTN Desk

अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और टेस्ला-स्पेसएक्स के सीईओ एलन मस्क के बीच एक समय गहरी दोस्ती थी, जिसने 2024 के राष्ट्रपति चुनाव में ट्रंप की जीत में अहम भूमिका निभाई। लेकिन अब यह रिश्ता तनाव और सार्वजनिक आरोप-प्रत्यारोप का रूप ले चुका है। मस्क द्वारा ट्रंप के “बिग ब्यूटीफुल बिल” की आलोचना और सरकारी नीतियों पर मतभेद ने दोनों के बीच खाई पैदा कर दी है। इस बीच, मस्क के एक नए राजनीतिक दल के गठन की संभावना ने अमेरिकी राजनीति में हलचल मचा दी है। आइए, इस विवाद के हर पहलू को विस्तार से समझते हैं….

O विवाद की शुरुआत हुई बिग ब्यूटीफुल बिल पर टकराव से

ट्रंप प्रशासन द्वारा प्रस्तावित “बिग ब्यूटीफुल बिल” इस विवाद की जड़ बना। इस बिल में विनिर्माण और ऊर्जा कंपनियों के लिए टैक्स राहत और नियामक उपाय शामिल हैं, लेकिन इसमें इलेक्ट्रिक वाहनों (EV) के लिए टैक्स क्रेडिट को खत्म करने का प्रावधान है। मस्क ने इस बिल को “घृणित और शर्मनाक” करार देते हुए इसकी कड़ी आलोचना की, क्योंकि इससे उनकी कंपनी टेस्ला को लगभग 1.2 अरब डॉलर का नुकसान हो सकता है। मस्क ने दावा किया कि बिल को रातोंरात पारित किया गया, जिसे कांग्रेस के अधिकांश सदस्य पढ़ भी नहीं पाए। जवाब में, ट्रंप ने कहा कि मस्क को बिल की पूरी जानकारी थी और उन्होंने पहले कोई आपत्ति नहीं जताई।

O मस्क का DOGE से इस्तीफा – एक बड़ा झटका

मस्क ट्रंप प्रशासन में डिपार्टमेंट ऑफ गवर्नमेंट एफिशिएंसी (DOGE) के सलाहकार के रूप में कार्यरत थे, जिसका उद्देश्य सरकारी खर्चों में कटौती करना था। लेकिन 30 मई 2025 को, मस्क ने अचानक इस पद से इस्तीफा दे दिया। उन्होंने टेस्ला और अन्य व्यवसायों पर ध्यान केंद्रित करने की बात कही, लेकिन विश्लेषकों का मानना है कि बिग ब्यूटीफुल बिल पर असहमति और ट्रंप के साथ बढ़ते तनाव ने इस फैसले को प्रेरित किया। मस्क के इस्तीफे ने व्हाइट हाउस में हलचल मचा दी, और इसे ट्रंप-मस्क दोस्ती के अंत की शुरुआत माना गया।

O ट्रंप का पलटवार – सब्सिडी और कॉन्ट्रैक्ट्स खत्म करने की धमकी

मस्क की आलोचना से नाराज ट्रंप ने उनके खिलाफ कड़ा रुख अपनाया। ट्रंप ने मस्क की कंपनियों, विशेष रूप से टेस्ला और स्पेसएक्स, को मिलने वाली सरकारी सब्सिडी और कॉन्ट्रैक्ट्स को रद्द करने की धमकी दी। उन्होंने कहा कि मस्क को उनकी नीतियों से बहुत लाभ हुआ, फिर भी वह अब उनके खिलाफ खड़े हैं। जवाब में, मस्क ने कहा कि उन्हें सब्सिडी की परवाह नहीं है और उनकी कंपनियां अपने दम पर चल सकती हैं। इस बीच, ट्रंप ने मस्क के करीबी जारेड इसाकमैन की नासा प्रमुख के पद के लिए नामांकन रद्द कर दिया, जिसे मस्क के लिए एक व्यक्तिगत और राजनीतिक झटका माना गया।

O मस्क का नया दांव – नई राजनीतिक पार्टी की बात शिगूफा या फिर…

विवाद के बीच, मस्क ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर एक सर्वे शुरू किया, जिसमें उन्होंने पूछा कि क्या अमेरिका को एक नई राजनीतिक पार्टी की जरूरत है जो मध्यमार्गी 80% जनता का प्रतिनिधित्व करे। इस सर्वे में 5 लाख से अधिक लोगों ने हिस्सा लिया, जिसमें 83% ने नई पार्टी के पक्ष में मत दिया। मस्क के इस कदम ने रिपब्लिकन पार्टी में खलबली मचा दी, क्योंकि मस्क ने 2024 के चुनाव में ट्रंप के लिए 250 मिलियन डॉलर से अधिक का दान दिया था। विश्लेषकों का मानना है कि मस्क की नई पार्टी की योजना रिपब्लिकन पार्टी के लिए खतरा बन सकती है।

O शेयर बाजार पर असर , टेस्ला को भारी नुकसान

ट्रंप-मस्क विवाद का असर शेयर बाजार पर भी पड़ा। टेस्ला के शेयरों में 6 जून 2025 को 14% तक की गिरावट दर्ज की गई, जिससे कंपनी का मार्केट कैप 150 अरब डॉलर कम हो गया। मस्क की नेटवर्थ में भी 33.9 अरब डॉलर की कमी आई। विश्लेषकों का कहना है कि यदि ट्रंप मस्क की कंपनियों के कॉन्ट्रैक्ट्स रद्द करते हैं, तो टेस्ला, स्पेसएक्स, और अन्य व्यवसायों पर इसका दीर्घकालिक असर पड़ सकता है।

O सोशल मीडिया पर मीम्स का तूफान

यह विवाद सोशल मीडिया पर भी छाया रहा। X पर यूजर्स ने ट्रंप और मस्क के बीच टकराव को लेकर मजेदार मीम्स बनाए। कुछ ने इसे “2025 का सबसे बड़ा ब्रेकअप” करार दिया, तो कुछ ने हिंदी फिल्मों के दृश्यों के साथ इसे जोड़ा। मीम्स में दोनों को पुराने दोस्तों से दुश्मनों में बदलते हुए दिखाया गया, जिसने इस विवाद को एक मनोरंजक मोड़ दिया।

O मस्क की भारत पर नजर – मिला स्टारलिंक को लाइसेंस

ट्रंप प्रशासन से अलग होने के बाद, मस्क ने भारत में अपनी सैटेलाइट इंटरनेट सेवा स्टारलिंक लॉन्च करने की घोषणा की।शुक्रवार को भारत में इन सेवाओं के लिए लाइसेंस भी मिल गया। यह सेवा ग्रामीण और दूरदराज के क्षेत्रों में हाई-स्पीड इंटरनेट प्रदान करेगी। मस्क ने इस साल के अंत में भारत यात्रा की योजना भी बनाई है, ताकि पीएम नरेंद्र मोदी के साथ तकनीकी सहयोग पर चर्चा की जा सके। इस कदम को मस्क की रणनीति का हिस्सा माना जा रहा है, ताकि वह वैश्विक स्तर पर अपने व्यवसाय को मजबूत करें।

O अमेरिकी अर्थव्यवस्था पर पड़ेगा असर

ट्रंप और मस्क के बीच यह टकराव अमेरिकी राजनीति और अर्थव्यवस्था पर गहरा प्रभाव डाल सकता है। मस्क की नई पार्टी की अटकलें रिपब्लिकन पार्टी के लिए चुनौती बन सकती हैं, जबकि ट्रंप की नीतियां मस्क के व्यवसायों को नुकसान पहुंचा सकती हैं। डेमोक्रेटिक पार्टी इस स्थिति का फायदा उठाने की कोशिश कर रही है, क्योंकि मस्क पहले उनके डोनर रह चुके हैं। हालांकि, मस्क ने अभी तक स्पष्ट रूप से नई पार्टी बनाने की पुष्टि नहीं की है। दूसरी ओर, ट्रंप ने मस्क को “निराशाजनक” बताते हुए कहा कि वह उनकी कंपनियों को निशाना बना सकते हैं।

O आगे क्या होगा टिकी नजर

ट्रंप और मस्क के बीच का यह विवाद केवल दो व्यक्तियों की टकराहट नहीं है, बल्कि यह अमेरिकी राजनीति, अर्थव्यवस्था, और तकनीकी क्षेत्र में बड़े बदलावों का संकेत देता है। मस्क की नई पार्टी की संभावना और ट्रंप की नीतियों का उनके व्यवसायों पर असर इस कहानी को और जटिल बनाता है। आने वाले दिन इस बात का फैसला करेंगे कि क्या यह टकराव एक नई राजनीतिक शुरुआत की ओर ले जाएगा या फिर दोनों पक्ष अपने मतभेदों को सुलझा लेंगे।