तेलुगु जाति एकता वेदिका का हुआ सम्मेलन,एकजुटता पर दिया गया बल

TTN Desk

पश्चिम बंगाली तेलुगु जाति एकता वेदिका बैनर तले, खड़गपुर में विगत रविवार को बड़ा सम्मेलन किया गया। प्रमुख रूप से भाषा के आधार पर अलग राज्य के लिए 56 दिन आमरण अनशन पर बैठ कर अपना जान देने वाला अमरजीवी श्री पोट्टी श्रीरामुलु जी को श्रद्धांजलि दी गई। ,इन्ही के बदौलत आंध्र प्रदेश अलग राज्य 01 नवंबर 1956 बना ।

O अपनी संस्कृति का संरक्षण करने का आह्वान

इस कार्यक्रम में सांस्कृतिक प्रदर्शन और अलग अलग राज्यों से आए तेलुगु समाज के वक्ताओं के द्वारा समाज विकास के लिए अपने उद्बोधन में मातृ भाषा और संस्कृति संरक्षण का संकल्प लेने का आह्वान किया गया। एकता बने रहने का संदेश मंच से दिया गया ।
छत्तीसगढ़ तेलुगु महासंघम के सभी कार्यकारिणी ने भी खड़गपुर आयोजन में भागीदारी देते हुए कहा कि ऐसा कार्यक्रम हर साल अलग अलग राज्य में किया जाना चाहिए जिससे कि प्रवासी आंध्र समाज के सदस्यों की समस्याओं के बारे में चर्चा करके उसका निदान हो सके।

O सम्मेलन में छत्तीसगढ़ से ये हुए शामिल

इस सम्मेलन में कोरबा से पि. आदिनारायण , भिलाई से बी. तुलसी राव , रायपुर से एस.गणेश , डी. ईश्वर राव , जे.श्रीनिवास राव ,
सी एच . भीमा राव , बिलासपुर से बी. वेणुगोपाल राव , डी.कृष्ण राव , वी.रवि कुमार जी. जी. वी.प्रसाद राव , वी. मधुसूदन कुमार , उपस्थित रहे ।