O शेयर बाजार में आज तूफानी रैली की मुख्य वजह में से महाराष्ट्र चुनाव रिजल्ट को भी माना जा रहा है. दरअसल, सभी एक्जिट पोल्स का अनुमान है कि अच्छी मजोरिटी के साथ एक बार फिर बीजेपी के नेतृत्व वाली माहायुति गठबंधन सत्ता में आएगी.23 नवंबर को चुनाव के नतीजे आयेंगे तब साफ हो जाएगा कि एग्जिट पोल के नतीजे एग्जेट निकले या लोकसभा चुनाव नतीजे की कहानी फिर हो गई।हालांकि अब शेयर बाजार सोमवार को खुलेगा और तब तक साफ हो जाएगा कि निवेशकों का भरोसा और मजबूत होगा या ढह जाएगा।
TTN Desk
भारतीय शेयर बाजार कारोबारी हफ्ते के आखिरी दिन शुक्रवार को शानदार तेजी के साथ बंद हुआ। भारतीय बेंचमार्क सूचकांकों पर बुल्स की धूम रही, क्योंकि सेंसेक्स में 1,961 अंक से अधिक और निफ्टी में 557 अंक की तेजी आई। बाजार में इस तेजी का नेतृत्व मुख्य रूप से लार्ज-कैप शेयरों ने किया।
O अदानी समूह के 6 शेयर झटके से उभरे
सेंसेक्स 1961 अंक चढ़कर 79117 पर बंद हुआ वही गुरुवार को गोता लगा गए अडाणी ग्रुप के 10 में से 6 शेयर्स में फिर से तेजी आई।
22 नवंबर को सेंसेक्स 1961 अंक (2.54%) की तेजी के साथ 79,117 के स्तर पर बंद हुआ। निफ्टी में भी 557 अंक (2.39%) की तेजी रही, ये 23,907 के स्तर पर बंद हुआ।
सेंसेक्स के 30 शेयरों में से 29 में तेजी और 1 में गिरावट रही। निफ्टी के 50 शेयरों में से 49 में तेजी और 1 में गिरावट रही। निफ्टी मीडिया छोड़कर NSE के सभी सेक्टोरल इंडेक्स बढ़त के साथ बंद हुए। आईटी और रियल्टी इंडेक्स सबसे ज्यादा चढ़ा।
O निवेशकों की वेल्थ 7.25 लाख करोड़ रुपए बढ़ी
शेयर बाजार में खरीदारी से निवेशकों की वेल्थ 7.25 लाख करोड़ रुपए बढ़ गई। शुक्रवार, 22 नवंबर को BSE पर लिस्टेड कंपनियों का ओवरऑल मार्केट कैप 432 लाख करोड़ रुपए हो गया। 21 नवंबर को यह लगभग 425 लाख करोड़ रुपए था।
आइए पहले विश्लेषकों की नजर से जानते है कि इस तूफानी तेजी के क्या प्रमुख तीन कारण रहे और फिर विभिन्न वित्तीय जानकारों की राय क्या है…
1. आईटी स्टॉक्स में तेजी: अमेरिका से मजबूत लेबर मार्केट डेटा के कारण निफ्टी आईटी इंडेक्स आज के कारोबारी सत्र में लगभग 3.29% बढ़ गया। टीसीएस, इंफोसिस और एम्फैसिस आईटी इंडेक्स के टॉप गेनर है। ये 3.5% से ज्यादा चढ़े हैं।
2. निचले स्तर पर वैल्यू बाइंग: शुक्रवार के कारोबार में निचले स्तरों पर वैल्यू बाइंग देखी गई, जिससे ब्लू-चिप बैंक शेयरों में तेजी आई। इंडेक्स हैवीवेट रिलायंस इंडस्ट्रीज, SBI, ICICI बैंक, जैसे लार्जकैप शेयरों में तेजी देखी गई।
3. अडाणी स्टॉक्स में रिकवरी: गुरुवार के कारोबार में बड़े नुकसान के बाद अडाणी ग्रुप की 10 कंपनियों के शेयरों में से 6 में तेजी देखने को मिली। अडाणी ग्रुप की फ्लैगशिप कंपनी अडाणी एंटरप्राइजेज में आज 2% की तेजी रही।
वित्तीय शेयरों में तेजी और यूएस लेबर मार्केट के मजबूत आंकड़ों के कारण सेंसेक्स और निफ्टी में 2 प्रतिशत से अधिक की तेजी आई। ब्लू-चिप बैंक शेयरों में तेजी ने भी शुक्रवार के कारोबार में बेंचमार्क सूचकांकों को उछालने में मदद की।
क्या हुआ था लोकसभा चुनाव नतीजे से पहले
यह 5 जून के बाद सबसे बड़ी तेजी है, जब बीएसई सेंसेक्स 3.20 प्रतिशत या 2,303.19 अंक बढ़कर 74,382.24 पर पहुंच गया था। जबकि, एनएसई निफ्टी 3.36 प्रतिशत या 735.85 अंक बढ़कर 22,360.25 पर था।
बाजार पर नजर रखने वालों ने कहा कि व्यापक बाजार में सुधार मजबूत बुनियादी बातों और व्यापक आर्थिक दबावों के प्रति लचीलेपन वाले गुणवत्ता वाले शेयरों को इकट्ठा करने के अवसर पैदा कर रहे हैं।
O कैपिटलमाइंड रिसर्च के कृष्ण अप्पाला ने कहा, “वैश्विक चुनौतियों के बावजूद, भारत की दीर्घकालिक ग्रोथ स्टोरी बरकरार है। निवेशकों को शहरीकरण, बुनियादी ढांचे और उपभोग वृद्धि जैसे विषयों से जुड़े क्षेत्रों पर ध्यान केंद्रित करना चाहिए। रणनीतिक पोर्टफोलियो एडजस्टमेंट, अनुशासित निवेश और दीर्घकालिक दृष्टिकोण वर्तमान परिवेश को नेविगेट करने के लिए महत्वपूर्ण हैं।”
आईटी क्षेत्र, अपने हालिया खराब प्रदर्शन के बावजूद, मध्यम अवधि में वैश्विक बाधाओं के कम होने के साथ सुधार के लिए तैयार है।
O जियोजित फाइनेंशियल सर्विसेज के शोध प्रमुख विनोद नायर ने कहा कि जापान की अक्टूबर की मुद्रास्फीति में मामूली गिरावट और 39 ट्रिलियन येन के प्रोत्साहन पैकेज के कारण वैश्विक बाजारों में भी सकारात्मक गति देखी गई।
नायर ने कहा, “वैश्विक और घरेलू राजनीति में नरमी ने घरेलू बाजार को राहत प्रदान की।”
घरेलू संस्थागत निवेशकों (डीआईआई) की मजबूत खरीदारी और अमेरिकी बाजारों में मजबूत रुझानों ने घरेलू इक्विटी में सुधार को बढ़ावा दिया।
30 शेयरों वाले सेंसेक्स पैक में से, भारतीय स्टेट बैंक, आईसीआईसीआई बैंक, इंडसइंड बैंक, टाटा मोटर्स, पावर ग्रिड, बजाज फाइनेंस, बजाज फिनसर्व और टेक महिंद्रा टॉप गेनर्स रहे।
विदेशी संस्थागत निवेशकों (एफआईआई) ने गुरुवार को 5,320.68 करोड़ रुपये के शेयर बेचे, जबकि डीआईआई ने 4,200.16 करोड़ रुपये के शेयर खरीदे।