पटना (एजेंसी)। बिहार विधानसभा चुनाव से पहले कल राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी की पार्टी हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा (एचएएम) एनडीए में शामिल होने जा रही है। पार्टी पिछले महीने ही महागठबंधन से अलग हुई थी।
आरजेडी के नेतृत्व वाले महागठबंधन में लगातार हो रही उपेक्षा से नाराज मांझी ने 22 अगस्त को महागठबंधन के साथ रिश्तों को तोड़ लिया। इसके लिए उन्होंने पार्टी की कार्यसमिति की बैठक की, जिसके बाद महागठबंधन छोडऩे पर निर्णय लिया गया। वहीं, जीतन राम मांझी ने 27 अगस्त को मुख्यमंत्री आवास पहुंचकर सीएम नीतीश कुमार से मुलाकात की थी।
मांझी और नीतीश की इस मुलाकात के बाद से ही इस बात के कयास लगाए जा रहे थे कि उनकी पार्टी का एनडीए में विलय हो सकता है। एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में जब उनसे एनडीए में शामिल होने को लेकर पूछा गया था तो उन्होंने कहा था कि 30 अगस्त को चीजें स्पष्ट हो जाएंगी। हिन्दुस्तानी आवामी मोर्चा के एक वरिष्ठ नेता ने कहा कि जब मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की अगुवाई वाले जदयू के साथ उत्साहजनक बातचीत चल रही है तब किसी और के साथ जाने का कोई तुक नहीं है। लगता है कि भाजपा ने मांझी के एनडीए में लौट आने को हरी झंडी दे दी है। प्रदेश भाजपा प्रमुख संजय जायसवाल ने शनिवार को कहा था कि जो भी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में विश्वास प्रकट करता है, उसका गठबंधन में स्वागत है।