तमिलनाडु। देश corona की चपेट में है। लोगो को आधारभूत सुविधाओं के लिए भी दर दर भटकना पड़ रहा है। देश को इस त्रासदी से बचाने के लिए सबसे कारगर और सुरक्षित उपाय वैक्सिनेशन है। दुनिया के कई देश जैसे इजराइल इसका उदाहरण हैं कि जल्द से जल्द और ज्यादा लोगो को वैक्सीनेशन कर के इस महामारी से जल्दी उबरा जा सकता है। इसके तहत सरकार ने भी 1 मई से 18 से 45 आयु वर्ग के लोगो के लिए वैक्सीनेशन शुरू करने का ऐलान कर दिया है।
लेकिन इसमें सबसे बड़ी समस्या यह है कि दुनिया की सबसे बड़ी आबादी वाले देश में कई राज्यों के पास भरपूर मात्रा में वैक्सीन उपलब्ध ही नही है।
छत्तीसगढ़, महाराष्ट्र दिल्ली के बाद मध्यप्रदेश ने भी 1 मई से शुरू होने वाले वैव्सिनेशन अभियान को टाल दिया है।
लेकिन न्यूज़ वेबसाइट ‘Newsclick.in’ के अनुसार सरकार के पास पहले से एक आधारभूत ढांचा पहले से तैयार है जिससे इस कमी को बहुत हद तक कम किया जा सकता है।
तमिलनाडु के चेंगलपट्ट जिले में स्थित HBL यानी एचएलएल बायोटेक लिमिटेड सरकारी वैक्सीन निर्माता कंपनी है जिसकी दैनिक क्षमता लगभग 40 लाख vaccine है। लेकिन यह फिलहाल बंद पड़ी है। अगर सरकार भारत बायोटेक या सीरम इंस्टीट्यूट में से किसी भी एक कंपनी से बातचीत कर किसी फैसले पर पहुंचे तो इस कंपनी की सहायता से वैक्सीन का दैनिक प्रोडक्शन बढ़ाया जा सकता है लेकिन इस दिशा में कोई काम होता नही दिख रहा। देश के स्वास्थ्य मंत्री ने 2020 में यहां का दौरा किया था और विश्वास दिलाया था कि 100 एकड़ में फैली इस संस्था को जल्दी ही फंड अलॉट कर काम में लाया जाएगा। लेकिन ऐसा नहीं हुआ और पहले से कार्यरत सभी कर्मचारियों की या तो छुट्टी कर दी गई या आधी तनख्वाह दी जा रही है। अगर यह कंपनी फिर से कार्यरत होती है तो रोजगार के नए अवसर मिलेंगे, वैक्सीनेशन को नई गति मिलेगी।
NewsClick.in की वीडियो लिंक : https://youtu.be/-ZPNGjNkB7w