कोरबा।विज्ञान सभा कोरबा इकाई ने विश्व पर्यावरण दिवस के अवसर पर आज एक शानदार वृक्षारोपण कार्यक्रम आयोजित किया। इसका मुख्य उद्देश्य पर्यावरण संरक्षण के प्रति जागरूकता फैलाना और एक हरे-भरे भविष्य के निर्माण में अपना योगदान देना था।
यह कार्यक्रम स्याहीमुड़ी स्थित सार्वजनिक पार्क में आयोजित किया गया, जहाँ विज्ञान सभा के सदस्यों के साथ-साथ स्थानीय नागरिक, स्कूली छात्र, शिक्षक और विभिन्न समाजसेवी संगठनों के प्रतिनिधि बड़ी संख्या में उपस्थित थे। इस अवसर पर विभिन्न प्रकार के छायादार और औषधीय पौधे लगाए गए।
O वृक्ष जीवन के संवाहक : निधि सिंह
विज्ञान सभा की संयुक्त सचिव निधि सिंह ने सभा को संबोधित करते हुए कहा, “पेड़ केवल हरियाली नहीं देते, बल्कि वे जीवन के सच्चे संवाहक हैं। आज हम सभी को यह प्रण लेना चाहिए कि हम न केवल पौधे लगाएंगे, बल्कि उनका सही तरीके से संरक्षण भी करेंगे।”
O पर्यावरण बचाने प्लास्टिक का उपयोग कम करें : फरहाना अली
प्राचार्य फरहाना अली ने बताया कि इस वर्ष विश्व पर्यावरण दिवस की थीम ‘प्लास्टिक प्रदूषण को मात दें’ रखी गई है। उन्होंने लोगों से दैनिक जीवन में प्लास्टिक का कम से कम उपयोग करने और उपयोग के बाद उसका उचित निपटान करने का आग्रह किया। साथ ही, उपस्थित लोगों को बेकार प्लास्टिक थैलियों से डोर मैट, टेबल मैट, पर्स और थैले जैसी उपयोगी चीजें बनाना भी सिखाया गया।
O अतिथि को पौधा भेंट,विद्यार्थियों की सराहनीय प्रस्तुति
कार्यक्रम के विशिष्ट अतिथि राजू ठाकुर, सर्वमंगला गौ धाम से, ने पशु संरक्षण के महत्व पर प्रकाश डाला। विज्ञान सभा ने उन्हें एक पौधा भेंट कर सम्मानित किया।इस अवसर पर विद्यार्थियों ने पर्यावरण जागरूकता से संबंधित गीत और नारे प्रस्तुत किए, जिसने सभी को मंत्रमुग्ध कर दिया। कार्यक्रम के अंत में, सभी प्रतिभागियों को वृक्षारोपण के लिए प्रेरित करने हेतु एक-एक पौधा वितरित किया गया।
O आयोजन को सफल बनाने इनकी रही भागीदारी
इस कार्यक्रम को सफल बनाने में विज्ञान सभा कोरबा इकाई के सचिव दिनेश कुमार, कवयित्री और विज्ञान कार्यकर्ता ज्योति दीवान, गौ सेवा से रोहन कुमार मंडल, विज्ञान सभा से विक्की सोनी, कार्यकर्त्ता रामेश्वरी श्रीवास, सुमित्रा मानिकपुरी, विमला, राजकुमारी, आनंदा, कमलेश दास और ओमकुमार श्रीवास सहित कई सक्रिय कार्यकर्ताओं ने महत्वपूर्ण योगदान दिया।
O विज्ञान सभा का प्रेरणादाई आयोजन
विज्ञान सभा कोरबा इकाई की यह पहल निश्चित रूप से पर्यावरण संरक्षण की दिशा में एक प्रेरणादायक कदम है, जो समाज में हरियाली बढ़ाने और जलवायु परिवर्तन की चुनौतियों से निपटने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी।