कोरबा : नाबालिग छात्रा ने हॉस्टल में दिया बच्चे को जन्म,बच्चे को फेंका,अधीक्षिका सस्पेंड,विभागीय हल्के में हड़कंप

OO छत्तीसगढ़ के कोरबा जिला अंतर्गत पोड़ी-उपरोड़ा ब्लॉक के 100 सीटर कन्या छात्रावास में एक नाबालिग छात्रा ने बच्चे को जन्म देने के बाद फेंक दिया।छात्रावास की अधीक्षिका जय कुमारी रात्रे को निलंबित कर दिया गया है। साथ ही पूरे मामले की जांच के लिए स्वास्थ्य और महिला बाल विकास विभाग को निर्देशित किया गया है और जांच रिपोर्ट आने उपरांत अग्रिम कार्रवाई की जाएगी। कलेक्टर अजीत वसन्त ने यह जानकारी दी है।
TTN Desk

छत्तीसगढ़ के कोरबा जिले के वनांचल से एक चौंकानेवाली सूचना आ रही है। जहां पोड़ी उपरोड़ा स्थित कस्तूरबा बालिका हॉस्टल में रहकर 11 वीं में अध्ययन करने वाली एक नाबालिग छात्रा ने बीती रात हॉस्टल में एक बच्ची को जन्म दिया है। इस घटना के बाद शिक्षा विभाग में हड़कंप मच गया है।

O छात्रा का इंकार

यह जानकारी जब हॉस्टल अधीक्षिका श्रीमती जयकुमारी रात्र को मिली तो उन्होंने छात्रा के कमरे में जाकर बच्चे के बारे में पूछा। पूछने पर छात्रा ने अपनी संतान होने से इंकार कर दिया।

O माता पिता को नहीं मालूम कि बेटी थी गर्भवती

हॉस्टल प्रबंधन की ओर से पौड़ी उपरोड़ा से लगभग 40 किलोमीटर दूर निवासरत छात्रा के माता-पिता को बुलाकर जब उनसे पूछा गया तो छात्रा की मां ने बताया कि, उन्हें भी उनकी बेटी ने गर्भवती होने की सूचना कभी नहीं दी।

O टॉयलेट की खिड़की से नवजात को फेंका

वार्डन जयकुमारी ने बताया कि बच्चे की रोने की आवाज आने पर उसने जाकर देखा तो छात्रावास परिसर में नवजात पड़ी हुई थी। जांच के दौरान बात सामने आई कि एक छात्रा ने प्रसव होने के बाद बाथरूम की खिड़की से उसे नीचे फेंक दिया गया था।

O चिकित्सकीय जांच में प्रसव की पुष्टि

अधीक्षिका ने आगे बताया कि घटना के सामने आने के बाद उसने छात्रावास में सभी बच्चों से पूछताछ की। जहां एक छात्रा की तबीयत खराब होना बताया गया। उसे जब पौड़ी उपरोड़ा स्थित उप स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती कराया गया। जांच के दौरान सामने आया कि प्रसव हुआ है।प्रीमेच्योर बच्ची को कोरबा के मेडिकल कॉलेज हॉस्पिटल के विशेष नवजात शिशु वार्ड में भर्ती किया गया है।जहां उसकी स्थिति गंभीर बताई गई है।

O विभाग कर रहा संचालन

मामला पौड़ी जिला मुख्यालय से 42 किलोमीटर दूर उपरोड़ा विकासखंड स्थित कस्तूरबा गांधी सरकारी गर्ल्स हॉस्टल का है। यहां आदिम जाति कल्याण विभाग के द्वारा आवासीय गर्ल्स हॉस्टल का संचालन किया जा रहा है।