नई दिल्ली (एजेंसी)। मध्य प्रदेश में उपचुनावों को लेकर जारी सियासी वार पलटवार के बीच कांग्रेस के वरिष्ठ नेता एवं पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ भाजपा प्रत्याशी इमरती देवी के खिलाफ अमर्यादित टिप्पणी कर बुरी तरह घिर गए हैं। चुनाव आयोग ने इस मामले में कमलनाथ को नोटिस जारी करके 48 घंटे के भीतर जवाब मांगा है। बता दें कि निर्वाचन आयोग ने सोमवार को इस मामले में मध्य प्रदेश के मुख्य निर्वाचन अधिकारी से डिटेल रिपोर्ट तलब की थी। इससे पहले राष्ट्रीय महिला आयोग ने मुख्य निर्वाचन आयुक्त को पत्र लिखकर कमलनाथ के खिलाफ जरूरी कार्रवाई करने को कहा था।
राष्ट्रीय महिला आयोग ने मुख्य निर्वाचन आयुक्त को लिखे पत्र में कहा था कि कमलनाथ ने जिन शब्दों का इस्तेमाल किया वह एक महिला के आत्मसम्मान को चोट पहुंचाता है। ऐसे समय जब हम देश की राजनीति में महिलाओं की बढ़चढ़ कर भागीदारी चाह रहे हैं… एक जिम्मेदार व्यक्ति द्वारा महिला नेता पर इस तरह की अभद्र टिप्पणी बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है। हम कमलनाथ से इस पर जवाब मांगते हैं। सनद रहे कि कांग्रेस के दिग्गज नेता राहुल गांधी ने भी कमलनाथ के बयान की निंदा की है।
राहुल गांधी ने कमलनाथ के बयान को दुर्भाग्?पूर्ण बताते हुए कहा था कि वह इस तरह की भाषा पसंद नहीं करते हैं। यह दुर्भाग्यपूर्ण है। महिलाएं हर क्षेत्र में बढ़-चढ़कर भाग ले रही हैं। हमें महिलाओं का सम्मान करना चाहिए। इस तरह की भाषा का महिलाओं के लिए इस्तेमााल मुझे कतई पसंद नहीं है। बड़ी बात यह कि जब कमलनाथ से राहुल गांधी की नाराजगी पर प्रतिक्रिया मांगी गई तो उन्होंने बीते दिनों कहा था कि अब वो राहुल जी की राय है। और उनको जो समझाया गया…! अब मैं क्यों माफी मांगूंगा, मैंने तो कह दिया कि मेरा लक्ष्य किसी का अपमान करना नहीं था। यहां देखना यह होगा कि अब कमलनाथ चुनाव आयोग को क्या जवाब देते हैं। बीते दिनों कमलनाथ ने कहा था… मुझे नाम याद नहीं था। स्वाभाविक है कि सबके नाम याद नहीं रहते हैं। यह शब्द आइटम लोकसभा-विधानसभा में आता है। आज कार्यक्रम में जाता हूं तो उसमें भी इसका इस्तेमाल होता है। फिर इसमें असम्मानित क्या है?