कनाडा ने खालिस्तानी आतंकी अर्शदीप को हिरासत में लिया,निज्जर हत्याकांड में है हाथ

 

TTN Desk

निज्जर हत्याकांड और खालिस्तान को लेकर चल रहे विवाद के बीच कनाडा से भारत के लिए बड़ी है।

जानकारी के मुताबिक, कनाडा पुलिस ने गैंगस्टर अर्शदीप सिंह गिल उर्फ अर्श डाला को हिरासत में लिया है। हालांकि, अभी इसकी आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है।

बता दें कि अर्श डाला को भारत ने आतंकवादी घोषित कर रखा है और वो देश में कई अपराधों में शामिल रहा है।

डाला को क्यों हिरासत में लिया गया?

मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, कनाडा के मिल्टन टाउन में 27-28 अक्टूबर को हुई गोलीबारी की एक घटना के चलते डाला को हिरासत में लिया गया है। इस दौरान डाला खुद घटनास्थल पर मौजूद था। हैल्टन क्षेत्रीय पुलिस सेवा (HRPS) इस मामले की जांच कर डाला से पूछताछ कर रही है। भारत की खुफिया एजेंसियों से जुड़े सूत्रों ने भी डाला को हिरासत में लिए जाने की पुष्टि की है।

क्या थी गोलीबारी की घटना?

दरअसल, 29 अक्टूबर को 2 लोग गुएल्फ के अस्पताल में लाए गए थे, जिनमें से एक को गोल लगने का मामूली घाव था, जबकि दूसरे को कोई चोट नहीं लगी थी।

संदेह होने पर पुलिस ने दोनों को गिरफ्तार कर लिया था। पुलिस ये पता लगाने की कोशिश कर रही है कि युवक एक-दूसरे पर गोली चला रहे थे या ये गैंगवार था। पुलिस ने लोगों से भी घटना के बारे में सूचना देने की अपील की थी।

कौन है अर्श डाला?

डाला पंजाब के मोगा जिले का रहने वाला है और फिलहाल कनाडा में रह रहा है। वह खालिस्तान टाइगर फोर्स (KTF) नामक संगठन से जुड़ा हुआ है। डाला के आतंकवादी हरदीप सिंह निज्जर से भी संबंध थे।

राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) ने डाला के खिलाफ कई मामले दर्ज कर रखे हैं। बीते साल गृह मंत्रालय ने उसे आतंकवादी घोषित किया था।मई, 2022 में उसके रेड कॉर्नर नोटिस भी जारी हो चुका ह

2020 में कनाडा भाग गया था डाला

जुलाई, 2020 में डाला भारत छोड़कर भाग गया था। वह कनाडा में अपनी पत्नी और एक बेटी के साथ रह रहा है।डाला का KTF और इंटरनेशनल सिख यूथ फेडरेशन (ISYF) समेत कई अलगाववादी संगठनों से जुड़ा है। पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी ISI और आतंकी संगठन लश्कर-ए-तैयबा से भी उसके संबंध बताए जाते हैं।उसे जालंधर से 1 सितंबर, 2017 को पासपोर्ट जारी किया गया था, जो 31 अगस्त, 2027 तक वैध है।