ग्वालियर। मध्य प्रदेश के ग्वालियर से पुलिस की बरर्बता का मामला सामने आया है। यहां ऑटो ड्राइवर को चोरी के शक में पुलिस ने जमकर मारा है। वह पुलिस दया की भीख मांगता रहा कि मैंने कुछ नहीं किया, टीआई ने उसकी बात नहीं सुनी और पेशाब पिला दी। और उसके बाद ऑटो ड्राइवर के पैर तोड़ दिए।
जानकारी के मुताबिक, पीड़ित ऑटो ड्राइवर का नाम दीपक शिवहरे है। दीपक ग्वालियर के सिंकदर कंपनी के इलाके में रहते हैं। दीपक के माता पिता का स्वर्गवास कई साल पहले ही हो चुका है, पत्नी की भी मौत हो गई है। दीपक किराए के मकान में अपने 5 महीने के बेटे के साथ रह रहें हैं और अपने बेटे का परवरिश ऑटो चलाकर कर रहे हैं और इस वक्त अपने बहन के घर अपना टूटा पैर लिए बैठा है जिसमें उसकी उंगलियों में फ्रैक्चर हो चुका है।
ये है पूरा मामला
दरअसल बीते 17 जून को पड़ाव थाना क्षेत्र के स्टेशन बजरिया बस स्टैंड तिराहे पर चोरी हुई थी, यहां पर कारोबारी के कार से 15 लाख रूपये की कीमत का गहनों से भरा बैग गायब हो गया था, जिसके बाद पुलिस को सीसीटीवी रिकार्ड में ऑटो खड़ा मिला, इसके बाद पुलिस को शक हुआ कि चोरी में ऑटो ड्राइवर का लिंक है.
पुलिस ने ऐसे बुलाया
ऑटो ड्राइवर ने बताया कि पुलिस ने ऑटो मालिक को फोन करके कहा कि उसके ऑटो से किसी का एक्सीडेंट हो गया है, ड्राइवर को पड़ाव थाने पर ले आओ, इसके बाद ड्राइवर थाने पहुंचा तो उससे सोना चोरी के बारे में पूछताछ की, जब वो मना किया तो उसे खूब पीटा इसके बाद छोड़ दिया.
फिर बुलाया और….
ड्राइवर ने बताया कि उसे 24 जून को फिर से पड़ाव थाने के आरक्षक ने बुलाया, इसके बाद उसे थाटीपुर क्राइम ब्रांच के हवाले कर दिया, वहां पर पड़ाव थाने के आरक्षक सहित पुलिसकर्मियों ने जमीन पर लेटाकर पीटा, इसके बाद क्राइम ब्रांच टीआई ने शराब पिलाई, पैर तोड़ा, तबियत खराब होने पर उसे अस्पताल में भर्ती कराया गया. ड्राइवर के मुताबिक उसका 5 साल का बेटा है, उसकी पत्नि का निधन हो गया है, वह दूसरे की गाड़ी चलाता है, ऐसे में कैसे चोरी कर सकता है.
ड्राइवर के आरोप की होगी जांच: एसपी
बता दें कि ड्राइवर पर शांति भंग करने का केस लगाया गया है, वहीं मामले को लेकर ग्वालियर एसपी ने कहा कि सराफा कारोबारी के साथ हुई चोरी में ऑटो ड्राइवर के खिलाफ कुछ सुबूत मिले हैं. साथ ही साथ कहा कि उसने जो आरोप लगाया है, उसकी जांच की जाएगी.