TTN Desk
गोवा के एक इंजीनियर सिद्धार्थ सिंह गौतम ने भारत छोड़कर हमेशा के लिए सिंगापुर शिफ्ट होने की अपनी योजना की घोषणा करके इंटरनेट पर नई बहस छेड़ दी है. उन्होंने लोगों को यह भी सलाह दी है कि अगर उनके पास अच्छा पैसा है, तो वे भी जल्द भारत छोड़कर दूसरे विकसित देशों में शिफ्ट हो जाएं.
गोवा के रहने वाले एक सिविल इंजीनियर और इन्वेस्टर के ट्वीट ने सोशल मीडिया पर हंगामा मचा दिया है. अपने पोस्ट में सिद्धार्थ सिंह गौतम नाम के इस शख्स ने कहा कि वह 2025 में हमेशा के लिए भारत छोड़ देंगे. यही नहीं, सिद्धार्थ ने अन्य लोगों से भी अपील की है कि हो सके, तो वे भी जल्द से जल्द भारत छोड़ने की कोशिश करें. सिद्धार्थ के ट्वीट ने सोशल मीडिया पर एक विवादास्पद बहस को जन्म दिया है, क्योंकि उनकी राय ने कई लोगों को सहमति और असहमति के लिए प्रेरित किया है.
O राजनैतिक कुप्रबंधन,खराब हवा और भारी तक को बताया कारण
दरअसल, सिद्धार्थ ने राजनीतिक कुप्रबंधन, उच्च टैक्स दर और लगातार बिगड़ती वायु गुणवत्ता से निराश होकर अपने विचार साझा करने के लिए एक्स (पहले ट्विटर) का सहारा लिया. उन्होंने ट्वीट किया, ‘मैं 2025 में भारत छोड़कर हमेशा के लिए सिंगापुर शिफ्ट हो जाऊंगा. डॉक्युमेंट प्रोसेस में है. मैं अब यहां के राजनेताओं को बर्दाश्त नहीं कर सकता.’ शख्स ने उच्च कर बोझ की आलोचना करते हुए लिखा, ‘मैं 40% टैक्स का भुगतान नहीं कर सकता, प्रदूषित हवा में सांस नहीं ले सकता. किसी चीज की कोई जवाबदेही नहीं है.’
O 50 हजार मासिक कमाई वालों के लिए बाली और थाईलैंड अच्छा विकल्प
सिद्धार्थ ने अपने एक अन्य पोस्ट में लोगों को यह भी सलाह दी कि जिनके पास अच्छा पैसा है, वे जल्द भारत छोड़ने की तैयारी करें, क्योंकि वह सिंगापुर जैसे विकसित देशों में भारत से कहीं बेहतर लाइफ जी सकते हैं. वहीं, कम इनकम वालों को सलाह देते हुए उन्होंने कहा कि जिन लोगों की तनख्वाह 50,000 रुपये महीना है, उनके लिए बाली और थाईलैंड सबसे बेस्ट ऑप्शन है.
सिद्धार्थ की इस पोस्ट ने इंटरनेट पर नई बहस छेड़ दी है. कुछ लोग उनकी बातों से सहमत थे, तो कई लोगों का कहना है कि विदेश जाकर एक बेहतर जिंदगी जीने की इच्छा स्वाभाविक है, लेकिन सिद्धार्थ जैसे लोगों के विचार देश की समस्याओं से भागने जैसा है.
0 भरी टैक्स दिन और डेवलेपमेंट भी न हो…ये नाजायज
एक यूजर ने सवाल किया, देश छोड़कर भागने के बजाय उसकी बेहतरी के लिए आगे क्यों नहीं आते. इस पर सिद्धार्थ ने जवाब दिया, भारी टैक्स भी चुकाऊं और डेवलपमेंट भी नसीब न हो, ये कहां तक जायज है. हर कोई भ्रष्टाचार और करों से पैसे बना रहा है. उम्मीद है आपको समझ में आ गया होगा कि मैं कहना क्या चाह रहा हू
O मुझे दिक्कत देश के झंडे से नहीं नेताओं से है
दूसरे भड़के यूजर ने लिखा, अपने एक्स हैंडल से देश का झंडा हटा दो. इससे दोगलापन कम होगा. इस पर सिद्धार्थ ने जवाब दिया, मुझे राष्ट्रध्वज से नहीं बल्कि देश के नेताओं और पर्यावरण से समस्या है, जो खतरनाक लेवल पर पहुंच गया है. एक और यूजर ने सवाल किया, अगर परिवार कष्ट में है. बहुत सारी समस्याएं हैं, तो क्या आप उन्हें भी छोड़कर भाग जाएंगे.
O पिछले पांच साल में 8 लाख 34 हजार ने छोड़ी भारतीय नागरिकता
भारतीय लोगों में विदेश में बसने का चलन तेजी से बढ़ रहा है. ऐसे में पिछले 5 सालों में 8 लाख, 34,000 भारतीयों ने अपनी नागरिकता छोड़ दी है. इससे सवाल उठता है कि आखिर क्यों इतने सारे लोग भारत छोड़कर विदेश में बसने के लिए जा रहे हैं. विदेश राज्य मंत्री कीर्ति वर्धन सिंह ने पिछले 5 वर्षों में अपनी नागरिकता छोड़ने वाले भारतीय नागरिकों पर पूछे गए सवालों के लिखित जवाब में यह जानकारी दी. विदेश मंत्री ने अपने जवाब में 2011-2018 का डेटा भी शेयर किया.
केंद्र की मोदी सरकार ने गुरुवार (1 अगस्त) को राज्यसभा में बताया था कि साल 2023 में 2.16 लाख से ज्यादा भारतीयों ने अपनी नागरिकता छोड़ दी. विदेश मंत्री ने बताया कि 2023 में अपनी नागरिकता छोड़ने वाले भारतीयों की संख्या 2,16,219 (2.16 लाख) थी. सरकार ने बताया कि 2022 में यह आंकड़ा 2,25,620 (2.25 लाख) था, जबकि 2021 में 1,63,370 (1.63 लाख); 2020 में 85,256; और 2019 में 1,44,017 (1.44 लाख) था.