उद्योग मंत्री देवांगन के जन्मदिन पर दिखा भक्ति ,सेवा और उल्लास का त्रिवेणी संगम


कोरबा। प्रदेश के वाणिज्य, उद्योग एवं श्रम मंत्री और कोरबा विधायक लखनलाल देवांगन ने 12 अप्रैल को अपने जन्मदिवस और हनुमान जयंती के अवसर पर धार्मिक, सामाजिक और जनसेवी गतिविधियों में भाग लेकर इस दिन को एक प्रेरणास्पद रूप दिया।

सुबह सर्वमंगला मंदिर में हनुमान जयंती के अवसर पर भगवान श्री हनुमान और मां सर्वमंगला की पूजा-अर्चना कर उन्होंने प्रदेशवासियों के सुख-समृद्धि की कामना की। मंदिर में मत्था टेकने के बाद उन्होंने मंदिर परिसर में आयोजित भंडारा कार्यक्रम में भाग लेकर श्रद्धालुओं के साथ प्रसाद ग्रहण किया।

इसके पश्चात श्री देवांगन वृद्धाश्रम पहुंचे, जहां उन्होंने बुजुर्गों से आशीर्वाद लिया और उन्हें उपहार भेंट किए। यह भावुक क्षण सभी के लिए प्रेरणादायी रहा, जिसमें मंत्री जी ने अपने स्नेह और सम्मान से बुजुर्गों का दिल जीत लिया।

इस अवसर पर आयोजित कार्यक्रमों में भाजपा जिला अध्यक्ष मनोज शर्मा, महापौर श्रीमती संजू देवी राजपूत, पूर्व महापौर जोगेश लांबा, अशोक चावलानी, पूर्व जिला अध्यक्ष डॉ. राजीव सिंह, पार्षदगण, मंडल अध्यक्षगण और अनेक कार्यकर्ता उपस्थित रहे।

O छुरीकला में हुआ भव्य स्वागत

छुरीकला में जन्मदिन के मौके पर भाजपा नेता प्रीतम देवांगन, नरेश देवांगन, नगर पंचायत अध्यक्ष श्रीमती पदमिनी देवांगन व उपाध्यक्ष हीरानंद पंजवानी के द्वारा एक भव्य स्वागत समारोह का आयोजन किया गया। यहां श्री देवांगन ने बच्चों के साथ केक काटा और सबका स्नेहपूर्वक धन्यवाद ज्ञापित किया।

O सभी मंडलों में जन्मोत्सव का उल्लास

दर्री मंडल, कोरबा मंडल, बालको मंडल और कोसाबाड़ी मंडल सहित विभिन्न क्षेत्रों में कार्यकर्ताओं ने मंत्री जी का जन्मदिन उत्साहपूर्वक मनाया। इन सभी कार्यक्रमों में स्वयं श्री देवांगन उपस्थित रहे और कार्यकर्ताओं से आत्मीय संवाद करते हुए कहा, “आप सभी देवतुल्य कार्यकर्ताओं का अपनत्व, स्नेह, शुभकामनाएं और आशीर्वाद ही मेरी सबसे बड़ी ताकत है।”

O सामाजिक सरोकार और कार्यकर्ताओं से जुड़ाव का परिचायक

श्री देवांगन का यह जन्मदिवस केवल एक व्यक्तिगत उत्सव नहीं, बल्कि एक सामाजिक संदेश और जनसेवा की भावना का परिचायक बना। पूजा-अर्चना, वृद्धाश्रम भ्रमण, कार्यकर्ताओं से संवाद और श्रद्धालुओं के साथ प्रसाद ग्रहण इन सभी गतिविधियों ने यह दर्शाया कि एक जनप्रतिनिधि अपने जीवन के विशेष अवसरों को भी समाजसेवा और जनसंपर्क के माध्यम से सार्थक बना सकता है।