नई दिल्ली: जीटीबी अस्पताल के चौथी मंजिल के वॉर्ड नंबर 24 में गोलियों की तड़तड़ाहट से पूरा अस्पताल थर्रा गया है। मरीजों से लेकर तीमारदारों में दहशत का माहौल है। आखिर बिना किसी जांच के आरोपी हथियार से लैस होकर चौथी मंजिल तक कैसे पहुंचा? इससे अस्पताल की सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल खड़े हो रहे हैं। हैरत की बात यह है कि आरोपी घटना को अंजाम देकर चौथी मंजिल से भागने में सफल कैसे हो गए।
डॉक्टर,गार्ड सभी मौजूद थे और मारी गोली
जानकारी के मुताबिक, वॉर्ड नंबर 24 में करीब 20 मरीज भर्ती थे। साथ ही तीन नर्सिंग स्टाफ और तीन रेजिडेंट डॉक्टर थे। गोलीबारी की घटना करीब 4 बजे की है। सूत्रों ने बताया कि करीब चार युवक वॉर्ड नंबर 24 के पास पहुंचे। वॉर्ड में गार्ड तो तैनात था, लेकिन आने जाने वाले तीमारदारों से न तो पूछताछ हो रही थी और न ही चेकिंग। जिसका फायदा उठाकर एक युवक अंदर घुस गया और गोली चला दी। घटना के बाद वॉर्ड को बंद कर दिया गया। तीमारदारों की एंट्री भी बंद कर दी गई। वहीं, घटनास्थल से महज कुछ दूर तैनात एक गार्ड ने नाम न बताने की शर्त पर बताया कि अचानक पटाखे फूटने की आवाज आई। वह चौंक उठे तो देखा कि सामने के वॉर्ड में लोग चिल्ला रहे हैं। तभी मौके पर पहुंचा, तो वहां मौजूद एक गार्ड ने एक दरवाजा बंद कर दिया। जिसे देख आरोपी दूसरे साइड के दरवाजे से भाग निकला। ऐसे में सवाल यह उठ रहा है कि आरोपी चौथी मंजिल से ग्राउंड फ्लोर तक पहुंच गया, लेकिन किसी ने रोका तक नहीं।
मृतक की पत्नी का दावा :गलत पहचान पर हुई हत्या
मृतक की पत्नी ने बताया, “मैं कल अपने पति से मिली थी. जब मैं अस्पताल पहुंची तो मुझे पता चला कि उन्हें गोली मार दी गई है. वे किसी और को मारने आए थे, लेकिन गलती से मेरे पति को गोली मार दी.” उन्होंने कहा, “दूसरे वार्ड में भर्ती एक व्यक्ति को धमकियां दी गई थीं और ऐसा लगता है कि हमलावर उसे मारना चाहते थे, लेकिन उन्होंने मेरे पति को गोली मार दी.”