भाजपा नेत्री सिपाही के साथ करोड़ों के जेवर और नकदी लेकर फरार
भदोही। भाजपा के टिकट पर चेयरमैन का चुनाव भी लड़ चुकी 45 वर्षीय भाजपा नेता अपने घर में किराए पर रहने वाले 30 साल के सिपाही के साथ फरार हो गई है। बताया जा रहा है कि महिला के दो बच्चे भी हैं। जिसमें सात साल के बेटे को वो अपने साथ ले गई है। महिला के पति ने साथ में भागे सिपाही पर पत्नी को फंसा कर भगाने का आरोप लगाया है। पैसों के लिए पत्नी को लेकर भागा है। पति ने आरोप लगाए कि सिपाही उसकी हत्या भी कर सकता है।पति ने कहा है कि उसकी पत्नी 45 साल की है और वो 30 साल का। दोनों में कोई मेल नहीं है। पति ने बताया कि उसकी पत्नी ने घर छोड़ते समय लगभग ढाई करोड़ का जेवर और घर में रखे हुए चार लाख रुपये नकद और अन्य सामान भी गाड़ी में लादकर ले गई है। पति की शिकायत पर इस मामले में पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर लिया है और जांच जुटी हुई है।
घर में किराए पर रहने आया सिपाही और फिर…
भाजपा नेता ने पुलिस की दी तहरीर में बताया- लगभग एक साल पहले गोंडा निवासी सिपाही विनय तिवारी उर्फ राज तिवारी उनके घर में किराए पर रहने आया था. सिपाही का कब उसकी बीवी से अफयेर चल पड़ा, उसे इसकी भनक तक नहीं लगी. सिपाही ने बड़ी ही चालाकी से उसकी बीवी को अपने झूठे प्यार के जाल में फंसा लिया. उसकी पत्नी की कुछ गलत तस्वीरें और फोटो खींचकर ब्लैकमेल करने लगा और कहा कि अगर मुंह खोला तो तुम सबको फंसा देंगे.
अफेयर का पता लगने पर घर से निकाला
बीजेपी नेता ने कहा- जब इसकी जानकारी मुझे हुई तो मैंने उसे अपने घर से निकाल दिया. इधर अपनी पत्नी को भी बहुत समझाने-बुझाने का प्रयास किया लेकिन कोई सुधार नहीं हुआ. सिपाही को घर से निकालने के बाद वह हम लोगों से रंजिश रखने लगा और षडयंत्र रचने लगा. उसी रंजिश में 28 अगस्त को उसने मेरी पत्नी को बहकाया और वह उसके साथ चली गई. उस समय घर पर कोई नहीं था. इसका फायदा उठाते हुए पत्नी जाते समय घर से ढाई करोड़ के जेवर और घर में रखी चार लाख रुपये की नकदी भी साथ ले गई. यही नहीं, सात साल के बेटे को भी अपने साथ ले गई.
ढूंढने की कोशिश रही नाकाम तब की रिपोर्ट
पति ने कहा- मैंने दोनों को ढूंढने की बहुत कोशिश की, लेकिन पता नहीं चला. भाजपा नेता ने यह भी आरोप लगाया कि इस पूरे घटना में यहां के कुछ स्थानीय लोग मिले हुए हैं. इससे पहले जब सिपाही विनय तिवारी किराए पर रहता था तो घर में कई बार गलत काम करते हुए पकड़ा गया था. इसकी सूचना थाने में भी दी थी. थाने की मदद से ही उसे घर से बाहर निकाला गया था.