ट्वीट कर कोर्ट की अवमानना करने के मामले में माफी मांगने से किया इंकार
नई दिल्ली। प्रशांत भूषण ने कोर्ट के अवमानना केस में हलफनामा दाखिल करते हुए कहा कि अगर वे अगर उन ट्वीट्स की लेकर बिना शर्त या शर्तों के साथ माफी मांगते हैं तो ये उनकी अंतरात्मा के खिलाफ होगा। साथ ही साथ यह सुप्रीम कोर्ट और न्याय पालिका की भी अवमानना होगी। जिसके लिए उनके मन में सर्वोच्च सम्मान की भावना है।
उन्होंने यह भी कहा कि उन्होंने वो ट्वीट सीबीआई या सुप्रीम कोर्ट की गरिमा का अपमान करने के लिए नहीं किया था। लेकिन वो आज भी अपने बयान पर कायम हैं।
सुप्रीम कोर्ट ने पहले ही इस मामले में सजा का फैसला सुरक्षित रख लिया है। और प्रशांत भूषण को माफी मांगने के लिए 2 दिन का वक्त दिया था। अगर प्रशांत आज माफी मांगते तो उनकी सजा पर कल 25 अगस्त को सुनवाई होती लेकिन प्रशांत के इनकार करने के बाद अब कोर्ट कभी भी सजा का फैसला सुना सकती है।