OO मध्य प्रदेश के सीहोर जिले के आष्टा में कारोबारी पति-पत्नी ने फांसी लगाकर सुसाइड कर लिया। सुसाइड के पहले कारोबारी ने 5 पेज का सुसाइड नोट भी छोड़ा है। बताया जा रहा है कि 5 दिसंबर को पंजाब नेशनल बैंक से 6 करोड़ के फ्रॉड मामले में ईडी ने कारोबारी के सीहोर ओर इंदौर स्थित ठिकानों पर छापेमारी की थी। कांग्रेस ने आरोप लगाया है कि भारत जोड़ो न्याय यात्रा के दौरान कारोबारी ने राहुल गांधी को गुल्लक भेंट की थी। इसी के बाद से वह भाजपा के निशाने पर थे। वहीं, घटना को लेकर पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह ने एक्स हैंडल पर ईडी द्वारा परमार को परेशान करने का आरोप लगाया है।
TTN Desk
मध्यप्रदेश के आष्टा निवासी व्यवसाई पति-पत्नी द्वारा आत्महत्या करने की सूचना मिलने के बाद थाना प्रभारी रविंद्र यादव मौके पर पहुंचे। घटनास्थल पर सुसाइड नोट भी मिला है। जिसमें ईडी अफसर पर गंभीर आरोप लगाए गए है।कारोबारी सीहोर जिले के आष्टा में शांति नगर में रहते थे।
O दंपत्ति के है तीन बच्चे,राहुल गांधी को दी थी न्याय यात्रा में गुल्लक भेंट
कारोबारी मनोज परमार और उनकी पत्नी नेमा परमार का शव शुक्रवार सुबह घर में फंदे पर लटका मिला। मनोज के तीन बच्चे हैं। इसमें 18 साल की बेटी जिया सबसे बड़ी है। उसके बाद 16 साल का जतिन और 13 साल का बेटा यश है। बताया जा रहा कि कुछ दिनों पूर्व ईडी की छापेमारी के बाद से कारोबारी मनोज परेशान चल रहे थे। मनोज राहुल गांधी की भारत छोड़ो न्याय यात्रा से सुर्खियों में आए थे। उन्होंने बच्चों के साथ मिलकर एक गुल्लक राहुल गांधी को भेंट की थी।
O कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष पटवारी पहुंचे हॉस्पिटल, ईडी पर प्रताड़ना का आरोप
कारोबारी मनोज के सुसाइड की खबर मिलते ही कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष जीतू पटवारी आष्टा सिविल अस्पताल के पोस्टमार्टम हाउस पहुंचे। उन्होंने परमार के परिजन से बात की और पुलिस अधिकारियों से मामले का अपडेट लिया। पटवारी ने कहा कि ईडी से परेशान होकर मनोज ने पत्नी समेत आत्महत्या की। दोषी अधिकारियों के खिलाफ केस दर्ज होना चाहिए। ऐसा नहीं होता है तो कांग्रेस आंदोलन करेगी।
O शाम को बच्चों के साथ किये मंदिर दर्शन
जानकारी के अनुसार, कारोबारी मनोज गुरुवार को पत्नी और बच्चों के साथ सुसनेर के पास बगलामुखी मंदिर में दर्शन करने गए थे। रात करीब 8 बजे घर लौटे और शांति नगर स्थित मकान में तीनों बच्चों को सुला दिया। खुद पत्नी के साथ दूसरे मकान में पत्नी नेहा के साथ सोने चले गए। शुक्रवार सुबह काफी देर तक दोनों नहीं आए तो बड़ा बेटा जतिन वहां देखने पहुंचा। कमरे का दरवाजा बंद नहीं था। बेटे ने अंदर जाकर देखा तो माता-पिता फंदे पर लटके थे। उसके बाद बेटे ने अन्य परिजन को जानकारी दी और पुलिस को भी फोन लगाया। पुलिस सुबह करीब 8 बजे मौके पर पहुंची। पुलिस ने दोनों को फंदे से उतारकर मर्ग कायम कर पंचनामा बनाया और शव को पोस्टमार्टम के लिए अस्पताल भिजवाया।
बेटे का आरोप _ ईडी ने प्रेशर बनाया
मनोज परमार के तीन बच्चे हैं-बेटी जिया (18), बेटे जतिन (16) और यश (13)। जतिन ने कहा, ‘ED वालों ने मानसिक तौर पर प्रेशर बनाया था। इस कारण माता-पिता ने सुसाइड किया है।’ मनोज के भाई और हर्षपुर के सरपंच राजेश परमार ने बताया कि मनोज पर ED का मानसिक दबाव था। इससे पहले भी कार्रवाई हुई थी, इससे वह परेशान हो चुका था। साथ में बीजेपी वाले भी परेशान कर रहे थे, इसीलिए उसने यह कदम उठाया।
O सुसाइड नोट में ईडी अफसरों पर प्रताड़ना के साथ लगाए ये गंभीर आरोप
पुलिस सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक, मनोज परमार का 5 पेज का सुसाइड नोट मिला है। जिसमें सिलसिलेवार 7 पॉइंट्स लिखे गए है। इस नोट में 5 दिसंबर को ईडी की रेड के बारे में लिखा है। अफसरों का नाम और किस तरह प्रताड़ित किया यह लिखा है।आगे जानिए इस सुसाइड नोट की प्रमुख बातें….
5 दिसंबर को ईडी ने सुबह 5 बजे रेड मारी। मेरे घर पर कागज का एक टुकड़ा नहीं छोड़ा। दूसरे के 10 लाख रुपए, ज्वैलरी और ओरिजनल दस्तावेज लेकर गए।
ईडी के असिस्टेंट डायरेक्टर संजीत कुमार साहू ने गाली-गलौज की। मारपीट की। भगवान शिव की मूर्ति को खंडित किया। कहा- भाजपा में होते, तो तुम पर केस नहीं होता।
ईडी के असिस्टेंट डायरेक्टर संजीत कुमार साहू ने मेरे कंधे पर पैर रखा। कहा- अपने बच्चों को भाजपा जॉइन करवा दे। राहुल गांधी के खिलाफ वीडियो बनवा दे।
बिना बयान लिए, खुद से बयान लिख लिए। मेरे हस्ताक्षर भी करवा लिए। घर से मोबाइल फोन और पेपर ले गए।
अफसर बार-बार बाेलते रहे- इतनी धाराएं जोडूंगा कि राहुल गांधी
प्रधानमंत्री बनने के बाद भी नहीं हटा पाएगा। इसलिए मामला सेटल करो और फ्री हो जाओ।
मैंने परिवार के बारे में कहा कि सब लोग बेकसूर हैं लेकिन उन्होंने एक नहीं सुनी।राहुल गांधी जी से निवेदन है कि मेरे जाने के बाद बच्चों का ख्याल रखना। बच्चों को अकेला मत छोड़ना।