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छत्तीसगढ़ ब्रेकिंग न्यूज़ : कल से खुल सकेंगे होटल मॉल और रेस्टोरेंट्स, राज्य के ही अंदर बस सर्विस को भी मिली अनुमति

रायपुर। कोरोना काल में लॉकडाउन वन के समय से बंद होटल मॉल्स और रेस्टोरेंट को कल से खुलने की अनुमति प्राप्त हो गई। एसोसिएशन बहुत लंबे समय से इसकी मांग कर रहा था। ऑर्डर के तहत होटल रेस्टोरेंट्स और मॉल्स में सोशल डिस्टेंसिंग के नियमों का पालन करना अनिवार्य होगा। हालांकि मॉल्स में आर्केड गेम्स और सिनेमा हॉल्स को अभी खोलने की अनुमति नहीं दी गई है। पढ़े पूरा ऑर्डर

 

दूसरी तरफ राज्य के ही भीतर बस परिचालन को भी अनुमति प्रदान की गई। इसके तहत यात्रियों को 1 जिले से दूसरे जिले में जाने के लिए ईपास बनाने की आवश्यकता नहीं होगी। बस मालिक समय-समय पर बसों को सैनिटाइज करने का प्रबंध करेंगे। ऑर्डर की कॉपी

बरिश और बिजली गिरने से इस राज्य में गई 23 लोगो की जान,

बिहार के कई जिलों में बारिश और बिजली गिरने से आज गुरुवार को अब तक 23 लोगों की मौत हो गई है।

गोपालगंज में 13, मधुबनी, पूर्वी चंपारण, बेतिया, पश्चिमी चंपारण में 2-2 लोगों की, पूर्णिया और बांका में 1-1 की मौत हुई है। वहीं दर्जनों लोगों के झुलसने की भी खबर है।

गोपालगंज जिले में गुरुवार की सुबह से हो रही बारिश के बीच वज्रपात से 13 लोगों की मौत हो गई। वज्रपात से उचकागांव में चार, मांझा में दो व विजयीपुर, कटेया एवं बरौली में एक-एक शख्स की मौत हो गई। वज्रपात में जान गंवाने वाले अधिकतर लोग खेत में धान की रोपनी करने या बिचड़े उखाड़ने गए थे। बरौली व मांझा में वज्रपात से झुलसकर जख्मी हुए चार लोगों को इलाज के लिए सदर अस्पताल में इलाज के लिए भर्ती कराया गया है। पुलिस ने सभी शवों को अपने कब्जे में लेकर पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया है। वहीं उत्तर बिहार में भी बिजली गिरने के 4 लोगों मौत हो गई है। पूर्वी चंपारण में वज्रपात से नाबालिग बच्ची सहित दो लोगों की मौत हुई है।

सुशांत सिंह राजपूत की आखरी फिल्म होगी डिजिटल प्लेटफॉर्म पर रिलीज, देखिए पूरी खबर:

मुंबई। दिवंगत अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत की आखरी फिल्म ‘दिल बेचारा’ hotstar पर 24 जुलाई को रिलीज होने जा रही है। इसकी आधिकारिक पुष्टि फिल्म के मेकर्स की तरफ से आई है। फिल्म को सिर्फ पेड सब्सराइबर्स तक सीमित ना रख के सभी के लिए अवैलीबल कराया जाएगा।

यह फिल्म अग्रेजी फिल्म ‘fault in our stars’ की‌ आधिकारिक रिमेक है। और इसे मुकेश छाबड़ा ने निर्देशित किया है। और लीड रोल में सुशांत सिंह राजपूत के साथ नई अभिनेत्री संजना संघी हैं।

10 वी बोर्ड में इस छात्रा को मिले 100 फीसदी अंक, देखें 10,12 की पूरी मेरिट लिस्ट

रायपुर। आज घोषित हुए छत्तीसगढ़ माध्यमिक शिक्षा मंडल के नतीजों में कक्षा 10वीं में मुंगेली की छात्रा प्रज्ञा कश्यप ने 100 प्रतिशत अंक हासिल किये…तो वहीं दूसरे नंबर पर प्रशंसा साय ने 99.63 अंकों के साथ दूसरा और भारती ने 98.07 अंकों के साथ तीसरा स्थान हासिल किया।

वहीं कक्षा 12वी में छात्र जितेंद्र वैष्णव ने 97.80 अंकों के साथ पहला, श्रेया अग्रवाल ने दूसरा और तनु यादव ने तीसरा स्थान हासिल किया। देखें पूरी मेरिट लिस्ट इस पीडीएफ फाइल में :

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छत्तीगढ़ शिक्षा मंडल के कक्षा 10वी और 12वी के परिणाम घोषित, देखने के लिए क्लिक करें यह लिंक :

छत्तीसगढ़ माध्यमिक शिक्षा मंडल द्वारा आयोजित कक्षा दसवीं और बारहवीं की परीक्षाओं के परिणाम 23 जून को प्रातः 11 बजे को जारी होंगे। स्कूल शिक्षा मंत्री डॉ. प्रेमसाय सिंह टेकाम 23 जून को सवेरे 11 बजे सिविल लाइन स्थित चिप्स कार्यालय से वीडियो कॉन्फ्रेंस द्वारा आयोजित पत्रकार-वार्ता में हाईस्कूल, हायर सेकंडरी एवं हायर सेकंडरी व्यावसायिक पाठ्यक्रम के परीक्षा परिणामों की घोषणा करेंगे। परीक्षा परिणाम मंडल की वेबसाइट www.cgbse.nic.in तथा http://results.gov.in/cgresults और www.results.cg.nic.in पर जाकर आप देख सकते हैं।

कर्फ्यू के बीच निकली भगवान जगन्नाथ की रथयात्रा, देखें वीडियो

पूरी। 284 साल में पहली बार भगवान जगन्नाथ की रथ यात्रा मंगलवार की सुबह कर्फ्यू के बीच शुरू हुई। सुप्रीम कोर्ट ने इसकी सशर्त अनुमति दी है। कोरोना के कारण इस बार रथ यात्रा को देखते हुए पूरी में सोमवार की रात से बुधवार दोपहर 2:00 बजे तक कर्फ्यू लगा दिया गया है। हर साल रथ यात्रा में 20 लाख से अधिक लोग शामिल होते हैं किंतु इस बार यह संख्या केवल 2000 में सिमट जाएगी यह सभी भी रथयात्रा के सेवादार वह सुरक्षा कर्मी है। देखें वीडियो :

ब्रेकिंग छत्तीसगढ़ : जगदलपुर में महसूस हुए भूकंप के झटके, पढ़े पूरी खबर

जगदलपुर, 22 जून। जिले में आज करीब 4 बजकर 40 मिनट पर हल्के भूकंप के झटके महसूस किया गया। भूकंप का केंद्र जगदलपुर से 122 किलोमीटर पूर्वोत्तर दिशा मे और 5 किलोमीटर सतह के भीतर था। रिक्टर स्केल पर भूकंप की तीव्रता 3.6 अंक दर्ज की गई। कम तीव्रता होने के कारण जान माल की कोई हानि नहीं हुई है। लेकिन वैज्ञानकों का कहना है कि पिछले कुछ दिनों से देश के विभिन्न हिस्सों में छोटे छोटे भूकंप आना एक खतरे कि घंटी की तरह है।

रायपुर : कोरोना ने राजधानी में बढ़ाई चिंता, शहर के बीच स्थित गोलबाजार का एक व्यापारी निकला कोराेना पॉजिटिव,

रायपुर। रायपुर के गोल बाजार का एक दुकानदार कोरोना संक्रमित मिला है, स्वास्थ विभाग के सूत्रों के अनुसार रायपुर में सोमवार शाम तक 11 लोगों के सैंपल पॉजिटिव पाए गए थे। दस्तावेज देखने पर पता चला की व्यक्ति गोल बाजार का एक दुकानदार है। बीच गोल बाजार का एक दुकानदार कोरोना संक्रमित मिला है अधिकारियों के अनुसार इस दुकान में हर दिन सैकड़ों ग्राहक आते हैं इसलिए अच्छे से पड़ताल की जा रही है कि दुकानदार संक्रमण के दौरान घर में था या दुकान में बैठता था। उसके बाद ही आगे ही स्थिति को लेकर कुछ कहा जा सकेगा। वहीं दुकानदार के संक्रमित मिलने के बाद उनके कर्मचारी और परिजनों को भी क्वारंटाइन कर जांच करने की तैयारी की जा रही है और पूछताछ की जा रही कि इस दौरान व्यापारी कहां रहा।। संक्रमित व्यक्ति का नाम सार्वजनिक नहीं करने का प्रावधान है जिसके कारण नाम तो बताना संभव नही है लेकिन सूत्रों ने संकेत दिए हैं कि उस दुकान से मिलती-जुलती आसपास और 4 दुकानें हैं और सभी का नाम एक सा है। व्यापारी के अलावा रायपुर से चार अन्य लोग संक्रमित मिले हैं। इसमें एक व्यक्ति विदेश से लौटा है जबकि इसमें भर्ती एक व्यक्ति संक्रमित मिला है अन्य दो व्यक्ति की भी ट्रेवल हिस्ट्री बताई जा रही है।

Quarantine सेंटर्स से से बाहर से आने वाले पॉजिटिव केसेस राज्य में बड़ी चिंता का विषय बनते जा रहे हैं। पिछले दिनों राजनंगदगांव में शहर के विभिन्न हिस्सों से मरीजों की पुष्टि होने के बाद शहर में पूर्ण लॉकडन लगा दिया गया है। अगर स्तिथि में सुधार ना हुए तो हो सकता है आने वाले दिनों में राजधानी में भी कुछ और कड़े कदम उठाए जाएं।

छत्तीगढ़ : प्राइवेट कंपनीयो से प्रतिस्पर्धा को तैयार है कोल इंडिया, मुनाफे में नहीं पड़ेगा कोई असर : चेयरमैन अग्रवाल

देश के विकास के साथ ऊर्जा आवश्यकता भी बढ़ रही है। ऊर्जा का प्रमुख स्त्रोत कोयला होने के कारण इसकी आवश्यकता पूर्व से भी अधिक मात्रा में महसूस हो रही है।

महारत्न कोयला कम्पनी कोल इण्डिया लिमिटेड देश में कोयला आवश्‍कताओं की पूर्ति हेतु अपने 8 अनुषंगी कम्पनियों के माध्यम से कोयला उत्पादन में सक्रिय भूमिका निभाता है। आने वाले समय में भी कोल इण्डिया लिमिटेड अपने इस तमगे को बरकरार रखेगा।

प्रमोद अग्रवाल, चेयरमेन कोल इण्डिया लिमिटेड ने कहा है कि हाल ही में भारत-सरकार द्वारा किए गए कमर्शियल कोल माइनिंग के फैसले से कोल इण्डिया के उत्पादन एवं लाभप्रदता पर कोई असर नहीं पड़ेगा। कोयले की समान गुणवत्ता, कम लागत में उत्पादन करने की क्षमता एवं उपभोक्ताओं को समय पर कोयला प्रेषण, आदि, के माध्यम से कोल इण्डिया लिमिटेड कोयला उत्पादन के क्षेत्र में आने वाली अन्य कम्पनियों से हमेशा ही आगे रहेगी। नयी तकनीक एवं अधिक प्रेषण भी निश्‍चित इसमें सहायक होंगे।

केल इण्डिया लिमिटेड के एक अन्य अधिकारी ने कहा कि कमर्शियल कोल माइनिंग के माध्यम से देश के कोयला अवश्‍यकताओ की बेहतर पूर्ति की जा सकेगी एवं यह कोल इण्डिया के उत्पादन का पूरक होगा।

केल इण्डिया लिमिटेड के पास देश का 54 प्रतिशत कोयला रिजर्व अर्थात कुल 319 बिलियन टन कोयला उपलब्ध है। हाल ही में भारत सरकार द्वारा कोल इण्डिया लिमिटेड को 16 कोल ब्लाक दिए गए, जिससे कोयला उत्पादन की क्षमता 9 बिलियन टन से बढ़कर कुल 172 बिलियन टन हो गयी है। इसमें से डब्ल्यूसीएल एवं बीसीसीएल को 5 कोल ब्लाक दिए गए, वहीं ईसीएल को 3, सीसीएल को 2 एवं एमसीएल को 1 कोल ब्लाक दिए गए। कमर्शियल कोल माइनिंग के अंतर्गत ऑक्शन किये जाने वाले 41 कोल ब्लाकों में से कोई भी कोल इण्डिया का नहीं है।

विगत कई वर्षों में कोल इण्डिया ने उत्पादन की लागत एवं कोयले की गुणवत्ता बेहतर बनाने पर निरंतर कार्य किया है। फलस्वरूप प्रतिस्पर्धा के इस दौर में भी कोल इण्डिया गुणवत्तापूर्ण कोयला समुचित दर पर अपने कोयला उपभोक्ताओं को उपलब्ध कराएगा।

कोल इण्डिया लिमिटेड का साढ़े चार दशक से अधिक की कोयला उत्पादन की कुशलता, प्रशिक्षित मानव संसाधन, स्थापित बुनियादी ढांचा, सुव्यवस्थित संचालन, नई तकनीक अपनाने के लिए समुचित लागत, वर्तमान में उपलब्ध कोल रिजर्व एवं उपभोक्ता के अनुकूल उपायों के आधार पर कोल इण्डिया आने वाले समय में भी कोयला आवश्यकताओं की पूर्ति करने में अग्रणी रहेगा।

बालको की पहल : आत्मनिर्भर भारत की तर्ज पर आत्मनिर्भर गांव

कोरबा । काम  की तलाश में मजदूरों और किसानों का दूसरे प्रदेशों या शहरों की ओर पलायन देश भर में बड़ी समस्या है। बालको संयंत्र के आसपास स्थित ग्रामीण क्षेत्रों की तस्वीर भी कुछ ऐसी ही थी। बालको प्रबंधन ने स्थानीय जन प्रतिनिधियों की मदद से समस्याओं का विश्लेषण किया और सामुदायिक विकास कार्यक्रम के अंतर्गत स्वावलंबन एवं आजीविका उपार्जन की दिशा में ऐसी अनेक परियोजनाएं प्रारंभ कीं जिनसे बड़ी संख्या में युवाओं, महिलाओं और किसानों को लाभ हुआ है। ग्रामीण क्षेत्रों में आधुनिक कृषि प्रोत्साहन का परिणाम यह हुआ है कि सिंचाई सुविधाएं विकसित हुई हैं। खेती की नई तकनीकों से परिचित होकर किसान आर्थिक रूप से मजबूत बन रहे हैं।
ग्राम बेला के कोमल भगत किसान के साथ ही एक दिहाड़ी मजदूर हैं। बालको की कृषि प्रोत्साहन परियोजना ‘जलग्राम’ के क्रियान्वयन से पहले उनके गांव में सिंचाई की सुविधाएं नहीं थीं। वे खेती की नई तकनीकांे से भी परिचित नहीं थे। इस कारण वे अपने खेतों में सिर्फ धान की फसल ही ले पाते थे। बाकी समय वे आजीविका के लिए दूसरे शहरों की ओर पलायन कर जाते थे। जब उन्हें पता चला कि बालको की ओर से ग्राम बेला में सिंचाई सुविधाओं के विकास की दिशा में काम किया जा रहा है और किसानों को खेती की आधुनिक तकनीकों का प्रशिक्षण दिया जा रहा है तब वे दूसरे शहर से अपने गांव लौट आए। बालको की योजनाओं से परिचित होकर कोमल ने पहले वर्ष अपने एक एकड़ खेत में पारंपरिक पद्धति से खेती की। इसी दौरान बालको के सामुदायिक विकास विभाग के माध्यम से उन्हें शासन की विभिन्न योजनाओं से परिचित होने का अवसर मिला। बालको ने उन्हें ड्रिप प्रणाली की स्थापना, खेत की बाड़बंदी में मदद के साथ ही अनेक नए उपकरणों के माध्यम से खेती का प्रशिक्षण दिया। कोमल बताते हैं कि अब वे अपने तीन एकड़ खेत में आधुनिक तरीके से खेती कर रहे हैं। इस वर्ष गर्मी के मौसम में उन्होंने लगभग डेढ़ लाख रुपए के तरबूज बेचे। इसके अलावा खेती से वे प्रतिमाह लगभग 25000 रुपए की आमदनी अर्जित कर रहे हैं।
ग्राम दोंदरो के 21 वर्षीय दिहाड़ी मजदूर अविनाश कुमार बताते हैं कि बालको की कृषि प्रोत्साहन परियोजना ‘उन्नति’ से प्रेरित होकर उन्होंने गांव में ही ज़मीन अधिया में लेकर खेती की शुरूआत की। बालको ने उन्हें प्रशिक्षण और उच्च गुणवत्ता के बीज प्रदान किए। आज अविनाश सब्जियों से प्रतिमाह 15000 रुपए तक कमा लेते हैं। बालको और नाबार्ड की ओर से स्थापित वेदांता एग्रीकल्चर रिसोर्स सेंटर ने उन्हें सब्जियों की नई किस्में उगाने की प्रेरणा दी है। पिछले वर्ष पहली बार उन्होंने अपने खेत में गेहूं बोकर लाभ कमाया। अविनाश कहते हैं कि कुछ नया करने की इच्छा ही जीवन में आगे ले जाती है। बालको ने किसानों की मदद की दिशा में नया आयाम बनाया है।
किसानों को हो रहे लाभ को देखते हुए ग्राम चुईया में बालको और नाबार्ड ने एग्रीकल्चर इनपुट सेंटर नव किसान कृषि सेवा केंद्र की शुरूआत की है। किसानों के संगठन नव किसान बहुउद्देशीय सहकारी समिति मर्यादित, भटगांव की ओर से संचालित केंद्र से 10 गांवों के 500 से अधिक किसान लाभान्वित होंगे। केंद्र के माध्यम से किसानों को उच्च गुणवत्ता के बीज, उर्वरक और कीटनाशक न्यूनतम कीमत पर उपलब्ध कराए जाएंगे।
बालको के मुख्य कार्यकारी अधिकारी एवं निदेशक अभिजीत पति ने सामुदायिक विकास कार्यक्रम के अंतर्गत कृषि सेवा केंद्र की शुरुआत पर प्रसन्नता जाहिर की। उन्होंने कहा कि किसानांे को बालको की मदद से आधुनिक खेती का प्रशिक्षण दिया गया है। गांव में कृषि सेवा केंद्र के संचालन से किसानों की शहरों पर निर्भरता कम हो जाएगी। केंद्र के जरिए उन्हें शासन की कृषि संबंधी अनेक योजनाओं की जानकारी भी मिलेगी जिससे उनकी उत्पादकता बढ़ेगी। उन्होंने किसानों का आह्वान किया है कि वे बालको-नाबार्ड संचालित परियोजना का भरपूर लाभ उठाएं

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