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प्रो.जीएन साईबाबा का निधन:माओवादी कनेक्शन के आरोप में 10 साल जेल में रहने के बाद सिद्ध नहीं हुआ आरोप तब हुए थे रिहा

TTN Desk

माओवादी से तालुकात में 10 साल जेल की सजा काटने वाले दिल्ली यूनिवर्सिटी के पूर्व प्रोफेसर जीएन साईबाबा का निधन हो गया है. हैदराबाद के एक सरकारी अस्पताल में उन्होंने शनिवार रात को अंतिम सांस ली. जीएन साईबाबा 57 साल के थे. वह पिछले 20 दिन से निजाम्स इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज (NIMS) में भर्ती थे.

बॉम्बे हाई कोर्ट ने इसी साल मार्च में माओवादियों से संबंध मामले में उन्हें बरी किया था और उनकी उम्र कैद की सजा भी रद्द कर दी थी. बॉम्बे हाई कोर्ट की नागपुर ने बेंच ने अपने फैसले में कहा था कि अभियोजन पक्ष उनके खिलाफ मामला साबित करने में विफल रहा. साईबाबा को 2014 में इस मामले में गिरफ्तार किया गया था. तब से वह मार्च 2024 तक जेल में बंद थे. इस मामले में उन्होंने करीब 10 साल की सजा काटी.

जीएन साईबाबा कौन थे?

जीएन साईबाबा दिल्ली यूनिवर्सिटी के राम लाल आनंद कॉलेज में अंग्रेजी के प्रोफेसर थे. 2014 में महाराष्ट्र पुलिस ने माओवादियों से संबंध रखने के संदेह में उन्हें गिरफ्तार किया. इसके बाद उन्हें कॉलेज से सस्पेंड कर दिया गया. 2014 में निलंबन के बाद से उनके परिवार को सिर्फ आधा वेतन दिया जा रहा था लेकिन 31 मार्च 2021 को कॉलेज उनकी सेवाएं समाप्त कर दीं. साईबाबा तब से नागपुर सेंट्रल जेल में बंद थे. इस साल मार्च में बरी होने के बाद साईबाबा व्हीलचेयर पर बैठकर 10 साल बाद नागपुर सेंट्रल जेल से बाहर आए.

आजीवन व्हील चेयर पर ही रहे

जीएन साईबाबा शारीरिक रूप से असक्त थे, लेकिन वैचारिक रूप से बेहद दृढ़ थे. पांच साल की उम्र में उन्हें पोलियो हो गया था और वे आजीवन व्हील चेयर पर ही रहे. साईबाबा कॉमरेड थे. वो नागरिक और लोकतांत्रिक अधिकारों के लिए साहसिक संघर्ष करने वाले थे. साईं बाबा पर शहर में रहकर माओवादियों के लिए काम करने का भी आरोप लगा.

हालांकि, वह हमेशा ही माओवादियों का साथ देने के आरोप से इनकार करते रहे.

अनुकरणीय :देहदानी प्रदीप महतो के पुत्र,पुत्रवधु ने देहदान ,पत्नी ने लिया नेत्रदान का संकल्प

0 भारत विकास परिषद ने परिवार को सम्मानित किया

कोरबा। कोरबा जिले के ग्राम बरपाली के महतो परिवार ने देहदान व नेत्रदान की घोषणा कर समाजसेवा के लिए उत्कृष्ट व अनुकरणीय मिसाल प्रस्तुत की है। इस विशाल हृदय कार्य हेतु भारत विकास परिषद के प्रकल्प प्रभारी महेश गुप्ता, प्रकल्प सह प्रभारी धर्मेंद्र कुदेसिया व अन्य ने परिवार को सम्मानित किया।

बरपाली निवासी सेवाभावी, पत्रकार 01मई 2019 को अपने जन्मदिन के अवसर पर देहदान की घोषणा की थी। हालांकि उनके इस फैसले का पूरे परिवार ने विरोध किया था, सिर्फ पुत्र एवं पुत्रवधु को छोड़कर। मृत्यु उपरांत अंतिम क्रिया के लिए पार्थिव देह का मिलना सम्भव नहीं होता है, इसलिए विरोध हुआ किंतु बाद में सबको समझा लिया गया और श्री महतो देहदानी हो गए।

4 अक्टूबर 2024 को विधि का विधान के आगे नतमस्तक होकर उन्होंने नश्वर संसार को अलविदा कह दिया। देहदान के कारण अंतिम संस्कार हेतु पार्थिव देह नहीं मिलने से यह क्षण परिवार के असहनीय पीड़ा का था किंतु इस बात का संतोष भी, कि जिस विचारधारा को उन्होंने जिया, उसे मरने के पश्चात भी फलीभूत कर गए।

स्व.महतो का दशगात्र एवं चंदनपान की रस्म 13 अक्टूबर 2024 को पूरे विधि से सम्पन्न कराई गई। इस अवसर पर पिता के नक़्शे कदम पर चलते हुए उनके पुत्र महेन्द्र महतो (संपादक आधार स्तंभ) एवं पुत्रवधू श्रीमती प्रीति महतो (प्राचार्य जी.पी.कान्वेंट हाईस्कूल बरपाली) ने भी देहदान की घोषणा की। इन्होंने देहदान का घोषणा पत्र भरकर पिता को अपनी श्रद्धांजली दी। इसी तरह स्व.महतो की धर्मपत्नी ने अपने नेत्रों का दान करने की घोषणा की। इन घोषणाओं ने कार्यक्रम में उपस्थित लोगों की आंखों को सहसा छलका ही दिया। इस दौरान कोरबा मेडिकल कॉलेज की टीम मौजूद रही।

0 प्रदीप महतो के कृतित्व को याद किया पत्रकारों ने

कार्यक्रम में उपस्थित वरिष्ठ पत्रकार सनन्द दास दीवान , कमलेश यादव , रमेश राठौर, रामेश्वर ठाकुर, इंद्रकुमार बघेल, श्रीमती रेणु जायसवाल, प्रीतम जायसवाल, हीराराम राठौर, राजेश मिश्रा, मोती लाल नायक, दर्शनदास मानिकपुरी, पूर्व विधायक श्याम लाल कंवर, घांसीगिरी, गोस्वामी, मनोज गुप्ता, जी.डी.मिश्रा, लखन गोस्वामी, संजीव शर्मा , विरेन्द्र शुक्ला, निमेश राठौर, सरोज रात्रे, मदन दास महंत, अजय कंवर, रितिक वैष्णव ,दुलीचंद धीवर, प्रेम शंकर हलवाई, सतीश हलवाई, मनोज महतो, दीपका प्रेस क्लब अध्यक्ष श्रीमती आरती महतो, राजकुमार खत्री, अमन सोनी, सत्यनारायण अग्रवाल, प्रदीप अग्रवाल आदि ने स्व. महतो को पुष्पांजलि अर्पित की। उनके समकालीन पत्रकारों ने संक्षिप्त में कृतित्व को याद किया। सत्यसंवाद भी उन्हें अपनी श्रद्धांजलि अर्पित करता है।

बेशकीमती पत्थर के नाम पर कारोबारी से 72 लाख की ठगी, आरोपियों की तलाश जारी

रायपुर : राजधानी से ठगी का बड़ा मामला समाने आ रहा है, यहां ठगों ने एक कारोबारी को 72 लाख का चूना लगा दिया। ठगों ने कारोबारी को बताया था कि उसके बाद बेशकीमती रत्न है, जिसकी मार्केट में वैल्यू करोड़ों रुपये है। इसी बेशकमीती पत्थर के नाम पर ही कारोबारी से 72 लाख की ठगी की गयी। कारोबारी से ठगों ने बेशकीमती पत्थर के बहाने कई किस्तों में रुपए वसूल कर लिए। इसके बाद भी जब उन्होंने धातु का बना पत्थर नहीं दिया।

जानकारी के मुताबिक राजा तालाब के रहने वाले तेज कुमार बजाज संबलपुर के रहने वाले एक व्यक्ति से संपर्क में आये। उसने बेशकीमती धातु के पत्थर के बारे में बताया। शातिरों ने कहा कि इस पत्थर को बाजार में बेचने पर तीन गुना मुनाफा मिलेगा। इसके बाद कारोबारी उनके झांसे में आ गया। 3 साल तक कई किस्तों में 72 लख रुपए वसूल कर लिए। जब तेज उन्हें कीमती पत्थर देने की बात करता वह टाल मटोल कर देते थे।

आखिरकार व्यापारी ने सिविल लाइन थाने में जाकर शिकायत दर्ज कराया है। पुलिस ने संबलपुर के रहने वाले प्रेमानंद जति विजय कुमार और आलोक प्रधान समेत तीन अन्य लोगों के खिलाफ धोखाधड़ी का केस दर्ज किया है। मामले में सिविल लाइन पुलिस जांच शुरू कर दी है। जल्द ही आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी चल रही है।

विद्युतनगर काॅलोनी में उत्साह से मना विजयादशमी पर्व

जांजगीर, 13 अक्टूबर 2024-अटल बिहारी वाजपेयी ताप विद्युत संयंत्र के आवासीय काॅलोनी विद्युतनगर बसंतपुर में अन्याय एवं बुराई के प्रतीक रावण के पुतले का दहन किया गया। काॅलोनी के खेल मैदान पर 40 फीट ऊंचा रावण का पुतला जलाया गया। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि मुख्य अभियंता एचएन कोसरिया ने विजयादशमी पर्व पर सभी को मिल-जुलकर सामाजिक समरसता के साथ एकजुट होकर रहने का संदेश दिया। रावण दहन के पूर्व काॅलोनी में बाजे-गाजे के साथ मर्यादा पुरुषोत्तम श्री राम एवं भ्राता श्री लक्ष्मण की झांकी निकाली गई। मुख्य अभियंता एचएन कोसरिया एवं उनकी धर्मपत्नी शशि कोसरिया द्वारा प्रभु श्रीराम-लक्ष्मण की पूजा-अर्चना की गई। इसके साथ ही मैदान पर आकर्षक आसमानी आतिशबाजी भी की गई। इस अवसर पर अतिरिक्त मुख्य अभियंता प्रवीण श्रीवास्तव एवं रूबी श्रीवास्तव, अतिरिक्त मुख्य अभियंता एसडी द्विवेदी, आरके. साव, अधीक्षण अभियंता आरके. नायक एवं सार्वजनिक दशहरा उत्सव समिति के समस्त सदस्य उपस्थित रहे। विजयादशमी पर्व पर काॅलोनीवासियों के अतिरिक्त आसपास के ग्रामीण काफी संख्या में शामिल हुए।

जानिए क्या क्या हुआ अब तक :बरसते पानी में निकला बाबा सिद्दीकी का जनाजा,राजकीय सम्मान के साथ आखरी विदाई

TTN Desk

मुंबई में बारिश के बीच बाबा सिद्दीकी का जनाजा बड़ा कब्रिस्तान पहुंचा। बड़ा कब्रिस्तान के बाहर पुलिस की कड़ी सुरक्षा की गई थी। कब्रिस्तान में परिवार के लोगों, बेहद करीबियों और विशिष्ट जनों को ही एंट्री दी गई।राजकीय सम्मान के साथ पूर्व मंत्री बाबा सिद्दीकी को आखरी विदाई दी गई।घर से जनाजा निकलते समय मुंबई पुलिस ने सलामी दी।

सलमान दाऊद की जो मदद करेगा उसको नहीं छोड़ेंगे…

सिद्दीकी के मर्डर के 28 घंटे बाद रविवार को लॉरेंस गैंग ने एक सोशल मीडिया पोस्ट में बाबा सिद्दीकी की हत्या की जिम्मेदारी ली। इस पोस्ट की जांच भी पुलिस कर रही है। इसमें लिखा है, “सलमान खान और दाऊद की मदद करने वालों को छोड़ेंगे नहीं।” इस पोस्ट में लॉरेंस और अनमोल को हैशटैग किया गया है।

अब तक तीन आरोपी गिरफ्तार

इस केस में अब तक 3 आरोपियों, हरियाणा के गुरमेल और यूपी के धर्मराज और पुणे से प्रवीण सोनकर को गिरफ्तार किया गया है। तीन आरोपियों यूपी के शिव, पंजाब के जीशान अख्तर और शुभम सोनकर की तलाश जारी है। शुभन और प्रवीण भाई हैं। शुभम ने ही फेसबुक पोस्ट में हत्या की जिम्मेदारी ली थी।

एक आरोपी ने खुद को नाबालिग बताया

मुंबई कोर्ट ने रविवार को आरोपी गुरमेल को 7 दिन की पुलिस रिमांड में भेजा। दूसरे आरोपी धर्मराज ने खुद को नाबालिग बताया है, जिसकी जांच की जा रही है।

शनिवार को गोली मार की गई हत्या

एनसीपी नेता बाबा सिद्दीकी की शनिवार की रात को तीन आरोपियों ने गोली मार कर हत्या कर दी थी. गोली लगने के बाद सिद्दीकी को तुरंत लीलावती अस्पताल में भर्ती कराया गया, लेकिन डॉक्टरों के अथक प्रयास के बावजूद उनकी मौत हो गई. बाबा सिद्दीकी की हत्या से महाराष्ट्र की राजनीति में भूचाल आ गया है. बाबा सिद्दीकी के निधन के बाद रविवार सुबह उनके शव का पोस्टमार्टम मुंबई नगर निगम के कुपर अस्पताल में हुआ.

शव घर लाया गया,पहुंची हस्तियां

पोस्टमॉर्टम के बाद उनके शव को मुंबई स्थित उनके आवास पर ले जाया गया. इसके बाद राज्य के कई मशहूर नेता, बॉलीवुड अभिनेता बाबा सिद्दीकी के घर पहुंचे और उनके अंतिम दर्शन किये.

पढ़ी गई नमाज ए जनाजा

इसके बाद रात करीब 8 बजे बाबा सिद्दीकी का शव घर से बाहर लाया गया. इस मौके पर नमाज ए जनाजा पढ़ी गई. नमाज और जनाजा के बाद बाबा सिद्दीकी की अंतिम यात्रा शुरू हुई. इस मौके पर मुंबई पुलिस ने बाबा सिद्दीकी को सलामी दी.इसके बाद जनाजा बड़े कब्रिस्तान पहुंचा जहां राजकीय सम्मान के साथ उन्हें सुपुर्दे खाक किया गया।

सड़क पर मिला ट्रक ड्राइवर का लुहलुहान शव,हादसा या हादसा पुलिस जुटी जांच में

कोरबा-करतला। मुख्य सड़क पर एक वाहन के चालक की खून से लथपथ लाश मिली है। परिचित और परिजन हत्या की बात कर रहे हैं तो वहीं पुलिस को पोस्टमार्टम रिपोर्ट का इंतजार है।
पुलिस मृतक के किसी दुर्घटना के शिकार होने का अंदेशा जता रही है।
करतला थाना प्रभारी निरीक्षक कृष्ण कुमार वर्मा के मुताबिक निर्माणाधीन भारत माला परियोजना सड़क में राखड़ डंपिंग का कार्य हो रहा है। इस कार्य में विवेक कंस्ट्रक्शन कंपनी कोरबा की वाहन भी लगी हुई है। कंपनी के एक वाहन का चालक जगदीश प्रसाद वर्मा पिता राम जी वर्मा 48 वर्ष निवासी पिपरी जिला सोनभद्र उत्तर प्रदेश भी राखड़ लेकर धनरास डेम से निकला था और भारतमाला साइट पर जा रहा था। करतला थाना क्षेत्र के ग्राम चचिया मुख्य मार्ग के पास भारी वाहनों को पुलिस द्वारा रोका गया क्योंकि करतला, नोनबिर्रा,भैसमा में कल दशहरा के अवसर पर सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन था और भीड़ के मद्देनजर भारी वाहनों को रोका गया था।
इसके बाद रविवार की सुबह सूचना उपरांत मौके पर पुलिस पहुंची। पुलिस ने पंचनामा बाद शव को पोस्टमार्टम के लिए करतला के सरकारी अस्पताल भिजवाया। मृतक की शिनाख्त बाद सूचना सबंधित ट्रांसपोर्ट कंपनी व परिजन को दी गई। परिजन व परिचित लोग इसे हत्या बता रहे हैं किंतु पुलिस शरीर के चोट को देखकर वाहन की चपेट में आने का अंदेशा प्रथम दृष्टया जता रही है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट मिलने पर ही मौत की सही वजह पता चल सकेगी। मृतक के परिजन करतला पहुंच गए हैं। शव को वैधानिक कार्रवाई उपरांत उन्हें सुपुर्द किया जाएगा।

आंध्रप्रदेश ब्रेकिंग न्यूज : परिजनों को बंधक बना कर सास बहू से गैंग रेप

TTN Desk

आंध्र प्रदेश के श्री सत्य साईं जिले में अंडर कंस्ट्रक्शन पेपर मिल में महिला और उसकी बहू से गैंगरेप की घटना सामने आई है। घटना 11 अक्टूबर की रात चिलमंथुर थाना क्षेत्र की है।

घर के बाहर हंगामा करने से मना किया फिर…

पुलिस अधीक्षक वी रत्न ने बताया कि दोनों के पति नल्लबोमनी पल्ली इलाके में अंडर कंस्ट्रक्शन मिल में चौकीदारी करते हैं और उसी के कंपाउंड में रहते हैं। 11 अक्टूबर की रात उनके घर के बाहर पांच बाइक सवार हंगामा कर रहे थे।

जब उन्हें रोका गया तो उन लोगों ने उन पर हमला कर दिया। दोनों महिलाओं के पतियों की पिटाई की और चाकू के बल पर बंधक बना लिया। इसके बाद चार लोग दोनों महिलाओं (सास-बहू) को घर के अंदर घसीट ले गए। उनके साथ रेप किया और फरार हो गए।
पुलिस ने बताया परिवार बेल्लारी जिले का रहने वाला है और पांच महीने पहले ही वहां रहने आया था।

पहले नहीं देखा होगा ऐसा वीडीओ :आग का गोला बनी कार जब बिना ड्राइवर दौड़ पड़ी…

TTN Desk

राजस्थान के जयपुर में शनिवार को ऐसा वाकया हुआ कि जिससे हर कोई हैरान रह गया। सोडाला क्षेत्र में दोपहर के वक्त एक चलती हुई कार में आग लग गई। लेकिन समय रहते हुए ड्राइवर और उसमें बैठे लोग कार से उतर गए। इसके बाद कार अपने आप सड़क पर दौड़ती रही। गनीमत रही कि इस हादसे में किसी भी प्रकार की जनहानि नहीं हुई।इस दौरान कार ने कुछ बाइक को टक्कर मारी और लोगों में अफरा-तफरी मच गई।सड़क पर मौजूद लोग अपनी गाड़ियों को बचाने के लिए इधर-उधर भागते दिखे।

कार के एसी से धुंआ उठा और फिर….

घटना की जानकारी के अनुसार, मानसरोवर की पत्रकार कॉलोनी निवासी जितेंद्र जांगिड़ अपनी कार चला रहे थे। उन्होंने बताया कि वह एलिवेटेड रोड पर थे, तभी अचानक कार के एसी से धुआं उठने लगा। इसके बाद उन्होंने गाड़ी रोकी और बोनट खोलकर देखा कि कार में आग लग चुकी थी। आसपास के लोग आग बुझाने के प्रयास में जुट गए, लेकिन आग तेजी से फैलती गई।आगे जा कर कार डिवाइडर से टकरा कर रुक गई।

न्यूज चैनल:चित्रा त्रिपाठी फिर से एबीपी न्यूज पर,छोड़ा आज तक

TTN Desk

जानी-मानी टीवी पत्रकार और सीनियर न्यूज एंकर चित्रा त्रिपाठी ने ‘आजतक’ से इस्तीफा देने के बाद एक बार फिर हिंदी न्यूज चैनल ‘एबीपी न्यूज’ जॉइन कर लिया है। उन्होंने यहां पर वाइस प्रेजिडेंट (न्यूज एंड प्रोग्रामिंग) के पद पर जॉइन किया है। वह यहां रात नौ बजे का प्राइम टाइम शो होस्ट करेंगी।

‘एबीपी न्यूज’ में चित्रा त्रिपाठी की वापसी चैनल के लिए काफी महत्वपूर्ण मानी जा रही है, क्योंकि चैनल अपनी प्राइम टाइम प्रोग्रामिंग को मजबूत करने का लक्ष्य बना रहा है। विभिन्न प्रमुख न्यूज आउटलेट्स में काम करने के कारण चित्रा त्रिपाठी की गहरी विशेषज्ञता और ऑन-स्क्रीन उपस्थिति उन्हें प्रतिस्पर्धात्मक न्यूज परिदृश्य में नेटवर्क की लीडरशिप टीम के लिए उपयुक्त बनाती है।

पहले भी छोड़ चुकी आज तक

आपको बता दें कि चित्रा त्रिपाठी की ‘आजतक’ में यह दूसरी पारी थी। पहली पारी करीब पौने चार साल तक निभाने के बाद चित्रा ने 2022 में ‘आजतक’ से इस्तीफा देकर ‘एबीपी न्यूज’ जॉइन कर लिया था। लेकिन कुछ ही समय बाद उन्होंने दोबारा से ‘आजतक’ में बतौर सीनियर एडिटर (स्पेशल प्रोजेक्ट्स) जॉइन कर लिया था, तब से वह इसी पद पर कार्यरत थीं। अपनी पहली पारी में वह ‘आजतक’ में एडिटर व सीनियर एंकर अपनी जिम्मेदारी संभाल रही थीं।

मिल चुका है रामनाथ गोयनका

चित्रा त्रिपाठी का पत्रकारिता सफर बहुत ही प्रतिष्ठित और प्रभावशाली रहा है। उन्होंने अपनी बेहतरीन पॉलिटिकल एंकरिंग और चुनाव के दौरान फील्ड रिपोर्टिंग के लिए एक अलग पहचान बनाई है। चित्रा ‘आजतक’ पर शाम पांच बजे का डिबेट शो ‘दंगल’ कर रही थीं। इसके अलावा चित्रा शाम सात बजे न्यूज बुलेटिन ‘शंखनाद’ में नजर आती थीं। चित्रा त्रिपाठी को कश्मीर में आई बाढ़ पर रिपोर्टिंग के लिए प्रतिष्ठित ‘रामनाथ गोयनका’ अवॉर्ड भी मिल चुका है। इसके अलावा वह समाचार4मीडिया पत्रकारिता 40अंडर40 के पहले एडिशन के विजेताओं की लिस्ट में भी शामिल रह चुकी हैं।

पहले भी रह चुकी एबीपी में

‘आजतक’ से पहले भी चित्रा त्रिपाठी ‘एबीपी न्यूज’ से जुड़ी हुई थीं। वह ‘एबीपी न्यूज’ में ‘2019 कौन जीतेगा’ शो करती थीं, साथ ही उनके पास ‘प्रेस कॉन्फ्रेंस’ जैसा बड़ा वीकली प्रोग्राम भी था। ‘एबीपी’ में उन्हें सियाचिन में की गई रिपोर्टिंग के लिए बेस्ट रिपोर्टर का अवॉर्ड भी मिल चुका है, जबकि #कौनबनेगामुख्यमंत्री, #मोदीकेचारसाल और #बिहारकानेता कैसा हो, जैसे फ्लैगशिप शो जो लोगों के बीच जाकर किए गए, के जरिये उन्हें बड़ी पहचान मिली और एबीपी प्रबंधन ने उन्हें सम्मानित किया।

सिद्दीकी मर्डर :सलमान, हम ये जंग नहीं छेड़ना चाहते थे मगर…,ये एफबी पोस्ट चर्चा में,हत्या के पीछे लॉरेंस गैंग

TTN Desk

एनसीपी (अजित पवार) गुट के नेता बाबा सिद्दीकी की हत्या के बाद सोशल मीडिया हैंडल फेसबुक पर शुभु लोनकर नाम के शख्स ने एक पोस्ट शेयर किया है. इस पोस्ट में कहा गया है कि जो सलमान खान और दाऊद की हेल्प करेगा वो अपना हिसाब किताब लगा के रखना. इस पोस्ट की मुंबई क्राइम ब्रांच जांच करेगी. हम इस पोस्ट की पुष्टि नहीं करते हैं.

फेसबुक पर शुभु लोनकर नाम के शख्स के इस पोस्ट में कहा गया, सलमान खान हम ये जंग चाहते नहीं थे, लेकिन तुमने हमारे भाई का नुकसान करवाया. पोस्ट में आगे कहा गया, आज बाबा सिद्दीकी की शराफत के पुल बनाए जा रहे हैं, एक टाइम में दाऊद के साथ मकोका एक्ट में था. इसके मरने का कारण अनुज थापन और दाऊद को बॉलीवुड, राजनीति, प्रॉपर्टी डीलिंग से जोड़ना था.

सलमान दाऊद की जो हेल्प करेगा वो….

सोशल मीडिया पर शेयर किए गए इस पोस्ट में कहा गया, हमारी किसी से कोई दुश्मनी नहीं है पर जो भी सलमान खान और दाऊद गैंग की हेल्प करेगा वो अपना हिसाब किताब लगा के रखना. पोस्ट में धमकी भरे अंदाज में कहा गया, हमारे किसी भी भाई को कोई भी मरवाएगा तो हम प्रतिक्रिया जरूर देंगे. हमने पहले वार कभी नहीं किया. इस पोस्ट में आखिर में हैशटैग लगा कर लिखा गया, लॉरेंस बिश्नोई ग्रुप, अनमोल बिश्नोई, अंकित भादू शेरेवाला.

असल में ये हो सकता है शुभम लोनकर….

इस पोस्ट के सामने आने के बाद सवाल खड़े हो गए हैं कि जिस सोशल मीडिया अकाउंट से यह पोस्ट शेयर किया गया वो शख्स कौन है. सूत्रों के मुताबिक, ये फेसबुक हैंडल जिस शुभु लोंकर का है उसका असली नाम शुभम लोंकर हो सकता है. शुभम लोंकर को इसी साल फरवरी के महीने में महाराष्ट्र पुलिस ने अकोला से अवैध हथियारों के साथ गिरफ्तार किया था. इसी के बाद पुलिस की जांच में शुभम लोंकर का कनेक्शन लॉरेंस बिश्नोई गैंग से सामने आया था. उसने पुलिस को पूछताछ में बताया था कि उसकी बात विदेश में बैठे लॉरेंस के करीबी अनमोल बिश्नोई से होती है. दोनों वीडियो कॉल के जरिये भी बात करते थे. साथ ही पुलिस की जांच में उस वक्त शुभम लोंकर ने ये भी कबूल किया था कि उसकी बात वीडियो कॉल के जरिये लॉरेंस बिश्नोई से भी हो चुकी है.

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