महाराष्ट्र विशेष:बड़ा राजनैतिक धमाका कर दिया एनसीपी प्रमुख और डिप्टी सीएम ने,कहा हां सरकार बनाना तय करनेवाली उस बैठक में अदानी भी मौजूद थे

 

TTN Desk

महाराष्ट्र में 20 नवंबर को विधानसभा चुनाव के लिए होनी वाली वोटिंग से पहले NCP प्रमुख और महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री अजित पवार ने एक ऐसा बयान दिया है जिसने राजनीतिक गलियारे में हलचल मचा दी है।ये बयान एक बड़ा विस्फोटक खुलासा इस मायने में भी है कि उद्योगपतियों की सरकार बनाने गिराने के खेल में भागीदारी को साफ कर देता है।वहीं महाराष्ट्र चुनाव में मतदान के पहले वहां की सरकार में शामिल पार्टी के मुखिया का इस बयान का बड़ा असर होना भी तय है।

अजीत पवार ने कहा, उद्योगपति गौतम अडानी 5 साल पहले बीजेपी और अविभाजित शरद पवार के नेतृत्व वाली NCP के बीच बातचीत का हिस्सा थे. अजित पवार 2019 के चुनाव के बाद का जिक्र कर रहे थे. तब उन्होंने बीजेपी से हाथ मिला लिया था. राज्य के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस बने थे और अजित पवार डिप्टी सीएम बने थे. अजित पवार ने एक इंटरव्यू में कहा कि अमित शाह, गौतम अडानी, प्रफुल्ल पटेल, देवेंद्र फडणवीस और पवार साहब… सभी वहां थे।

साल 2023 में अजीत पवार अपने चाचा और राजनीतिक गुरु शरद पवार से अलग होकर भाजपा के नेतृत्व वाली महायुति सरकार का हिस्सा बन गए थे. उस वक्त उन्होंने कहा था कि उनकी और उनके चाचा शरद पवार की भाजपा नेताओं के साथ एक बैठक 2019 में हुई थी. यह बैठक एक उद्योगपति के घर हुई थी.

किसी राजनैतिक धमाके से कम नहीं है डिप्टी सीएम का ये इंटरव्यू

अब अजीत पवार ने न्यूज़लॉन्ड्री को दिए एक साक्षात्कार में उस उद्योगपति के नाम का खुलास कर राजनीतिक गलियारो में हलचल पैदा कर दी है. पवार ने स्वीकार किया है कि 2019 की बैठक गौतम अडाणी के घर पर हुई थी.आइए जानते है न्यूज वेबसाइट न्यूज लॉन्ड्री को दिए अपने इस बड़े खुलासे वाले इंटरव्यू में अजीत पवार ने और क्या क्या कहा….

O पहले ही बता दिया था बीजेपी को कि समर्थन स्थाई नहीं

एनसीपी और बीजेपी के बीच वैचारिक मतभेद से जुड़े सवाल पर अजित पवार ने कहा, 2014 में एनसीपी ने बीजेपी की सरकार को बाहर से समर्थन दिया था. विधानसभा चुनाव के नतीजे आने के बाद ही एनसीपी प्रवक्ता प्रफुल्ल पटेल ने कहा था कि हम बीजेपी को बाहर से समर्थन देंगे. अजित पवार ने कहा कि एनसीपी ने बाद में ये भी साफ कहा था कि समर्थन स्थायी नहीं है. ये सिर्फ सरकार बनाने के लिए है. इसके बाद बीजेपी और शिवसेना साथ आ गए थे.

O दिल्ली में बैठक,अदानी भी मौजूद थे

उस बैठक के बारे में बात करते हुए अजित पवार ने कहा कि 5 साल हो गए. सबको पता है कि मीटिंग में क्या हुआ था. दिल्ली में उद्योगपति के घर पर वो बैठक हुई थी. ये सभी को पता है. हां, पांच बैठकें हुई थीं. अमित शाह और गौतम अडानी वहां पर थे. प्रफुल्ल पटेल और देवेंद्र फडणवीस भी थे. पवार साहब भी थे. सभी थे…सारे फैसले लिए जा चुके थे.

O साफ हो गया कि अघाड़ी सरकार को गिराने में अदानी का रोल:विपक्ष

अजित पवार के इस बयान पर कांग्रेस और शिवसेना (यूबीटी) ने प्रतिक्रिया दी. उन्होंने कहा है कि इससे साबित होता है कि महाराष्ट्र की सरकार की अडानी सरकार थी. कांग्रेस नेता वर्षा गायकवाड ने कहा कि मीटिंग में गौतम अडानी क्या कर रहे थे. मैं फिर से बताना चाहती हूं कि MVA की सरकार को गिराने में अडानी का रोल था. वो धरावी में और कई अन्य प्रोजेक्ट हासिल करना चाहते थे. ये महाराष्ट्र की सरकार नहीं है. ये अडानी सरकार है. अब सच्चाई सबके सामने है.

O उनका दिमाग तो उनकी पत्नी भी नहीं पढ़ पकती

एनसीपी प्रमुख ने आगे कहा कि आरोप मुझपर लगे और उसे मैंने माना भी. मैंने बाकियों को सेफ किया. पवार साहब फिर बीजेपी के साथ क्यों नहीं गए? इस सवाल का जवाब देते हुए अजित पवार ने कहा कि मुझे इसका जवाब नहीं पता. पवार साहब वो नेता हैं जिनका दिमाग कोई नहीं पढ़ सकता. उनकी पत्नी भी नहीं.

O शरद पवार ने हमेशा किया इंकार

शरद पवार हमेशा इस बात से इंकार करते रहे हैं कि उन्होंने 2019 में सरकार को लेकर बीजेपी से बात की थी. देवेंद्र फडणवीस ने पिछले साल आरोप लगाया था कि शरद पवार ने 2017 से 2019 के बीच बीजेपी के साथ कई बार मीटिंग की थी.

O पवार परिवार के फिर साथ आने पर ये कहा

एनसीपी के अलग होने के सवाल पर अजित पवार ने कहा कि पार्टी के टूटने का कोई प्रश्न ही नहीं है. जिसके पास ज्यादा विधायक हैं वही पार्टी को कंट्रोल कर रहा है. क्या पवार परिवार फिर एकसाथ आएगा. इसपर अजित पवार ने कहा कि अभी हमने इसके बारे में नहीं सोचा है. सारा ध्यान चुनाव पर है.